बेटियों के जन्मदिन पर मां की मौत:प्रसव के 30 मिनट बाद लिफ्ट में गई जान, बड़ी बेटी कॉल का करती रही वेट

बेटियों के जन्मदिन पर मां की मौत:प्रसव के 30 मिनट बाद लिफ्ट में गई जान, बड़ी बेटी कॉल का करती रही वेट

मेरठ के अस्पताल में गुरुवार को लिफ्ट गिरने से प्रसूता की मौत हो गई। 30 मिनट पहले ही उसने एक बच्ची को जन्म दिया था। महिला की पहले से एक 4 साल की बेटी है। उसका बर्थ-डे भी 5 दिसंबर को ही था। मां ने जाते वक्त उससे कहा था- बेटा मैं तुम्हें बाबू के साथ वीडियो कॉल करुंगी। वो सुबह से शाम तक मां के वीडियो कॉल का वेट करती रही, लेकिन मां की कॉल नहीं आई। पिता से पूछ रही थी कि मां कहां चली गई। पिता कोई जवाब नहीं दे पा रहे थे। कैपिटल हॉस्पिटल में महिला की मौत
कैपिटल हॉस्पिटल में करिश्मा ने मौत से करीब 30 मिनट पहले अपनी दूसरी बेटी को जन्म दिया। इसके बाद उन्हें अस्पताल की पहली मंजिल पर बने ओटी से नीचे ग्राउंड फ्लोर पर वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा था। स्ट्रैचर पर लेटी करिश्मा को स्टाफ लिफ्ट में लेकर गया, तभी लिफ्ट का बैंड टूटा। लिफ्ट गिरी और करिश्मा का स्ट्रेचर लिफ्ट में फंस गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। 2019 में हुई थी करिश्मा की शादी
मूल रूप से हापुड़ की रहने वाली करिश्मा की शादी 2019 में मेरठ के अंकुश से हुई थी। करिश्मा 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। करिश्मा से छोटी एक बहन और एक भाई है। पति अंकुश मावी फौज में है। इस वक्त राजौरी में तैनात हैं। दोनों के 4 साल की बेटी ईवा है। ईवा का जन्मदिन 5 दिसंबर को होता है। बुधवार को ही अंकुश पत्नी करिश्मा की डिलीवरी के कारण छुट्‌टी लेकर मेरठ आए थे। सुबह करिश्मा को लेबर पेन हुआ, तो परिजन दोपहर 12.30 बजे उसे लेकर कैपिटल अस्पताल भर्ती कराने आए। देखिए परिवार के साथ की 3 तस्वीरें मिलिट्री अस्पताल में किया मृत घोषित
घरवालों ने बताया- दोपहर में ही उसे भर्ती कराया। डॉक्टरों ने 5 दिसंबर की डेट भी दी थी। शाम लगभग पौने पांच बजे करिश्मा ने एक बच्ची को सीजेरियन से जन्म दिया। करीब आधे घंटे बाद डॉक्टर करिश्मा को अस्पताल की पहली मंजिल से नीचे वार्ड में शिफ्ट करने के लिए स्ट्रैचर से ले जा रहे थे। बेबी को एनआईसीयू में रख दिया था। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। लिफ्ट में करिश्मा को ले जाते वक्त अचानक बैंड टूटा और लिफ्ट गिर पड़ी। करिश्मा का स्ट्रैचर लिफ्ट में आधा अंदर आधा बाहर फंस गया। उसकी गर्दन बाहर रह गई और मौके पर ही मौत हो गई। उसे किसी तरह बाहर निकालकर परिजन मिलिट्री अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 40 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रही प्रसूता
करिश्मा के जेठ शिवम ने कहा- हादसे के लिए कैपिटल अस्पताल के संचालक कपिल त्यागी,डॉक्टर्स और स्टाफ जिम्मेदार हैं। लिफ्ट गिरने के 40 मिनट तक लिफ्ट खुल नहीं सकी। हम लोग चीखते, चिल्लाते रहे, लेकिन हमें मदद नहीं मिली। टेक्निकल टीम भी समय से नहीं आई, न ही डॉक्टर आए, बल्कि अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह पूरे 40 मिनट बाद प्रसूता को लिफ्ट से निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इतने बड़े अस्पताल में घोर अव्यवस्था है। मां के सीने से भी नहीं लग पाई नवजात
करिश्मा के जेठ शिवम ने कहा- घंटे भर की बच्ची से उसकी मां को छीन लिया। बच्ची अपनी मां का दूध भी नहीं पी पाई, उसके सीने से नहीं लग सकी। बच्ची अपनी मां को जिंदगी भर नहीं देख पाएगी। अस्पताल की लापरवाही ने मासूमों से छीनी मां
करिश्मा के छोटे भाई ने बताया- दीदी मुझसे 10 साल बड़ी थीं। वो बड़ी बहन नहीं, मेरी मां जैसी थीं। 5 दिसंबर को उनकी बड़ी बेटी का बर्थडे था। छोटी बच्ची भी उसी दिन पैदा हुई। हम बहुत खुश थे, दोनों बहनों का बर्थडे एक दिन हर साल मनाएंगे, लेकिन अब बच्चियों के जन्म की खुशी कैसे मनाएं। जब इसी तारीख पर इनकी मां हमें छोड़कर चली गई। दूसरे अस्पताल में भर्ती है मासूम बच्ची
मां की मौत हो जाने के बाद घरवाले नवजात बच्ची को भी अस्पताल से निकालकर चंद कदम की दूरी पर बने दूसरे अस्पताल संतोष हॉस्पिटल में ले गए। फिलहाल, बच्ची संतोष अस्पताल के NICU में भर्ती है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची स्वस्थ और सही है। कोई परेशानी नहीं है। चूंकि बच्ची की मां नहीं है, इसलिए हमें बच्ची को ब्रेस्ट मिल्क की जगह कॉटन फीडिंग करानी पड़ रही है। नहीं हुआ था लिफ्ट का मेंटिनेंस
कैपिटल हॉस्पिटल में करीब 1 साल से लिफ्ट का मेंटेनेंस नहीं हुआ था। इसके कारण अचानक ये हादसा हो गया। हादसे के वक्त लिफ्ट में स्ट्रैचर पर प्रसूता करिश्मा और 3 लोगों का स्टाफ था। ओवरलोड या बैंड कमजोर होने के कारण बैंड टूटा और लिफ्ट गिर पड़ी। अगर समय से लिफ्ट का मेंटेनेंस होता तो हादसा नहीं होता। अस्पताल करीब 7 साल पुराना है। अस्पताल के मालिक कपिल त्यागी हैं। हालांकि पीड़ित परिवार ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है, लेकिन उनका कहना है कि वो जल्द इसमें लीगल एक्शन लेकर तहरीर देंगे। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस से सुनवाई नहीं होगी तो मामले को सीएम तक लेकर जाएंगे। आखिरी में हादसे से जुड़ी 4 तस्वीरें.. घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें:- मेरठ के अस्पताल में लिफ्ट गिरी, महिला की मौत:डॉक्टर समेत 3 लोग घायल, तीमारदारों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ मेरठ के कैपिटल अस्पताल में गुरुवार को अचानक लिफ्ट का बैंड टूट गया। इससे लिफ्ट टूट कर जमीन पर गिर गई। इससे लिफ्ट में सवार प्रसूता की गर्दन फंस गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लिफ्ट में महिला समेत 4 लोग सवार थे। पढ़ें पूरी खबर मेरठ के अस्पताल में गुरुवार को लिफ्ट गिरने से प्रसूता की मौत हो गई। 30 मिनट पहले ही उसने एक बच्ची को जन्म दिया था। महिला की पहले से एक 4 साल की बेटी है। उसका बर्थ-डे भी 5 दिसंबर को ही था। मां ने जाते वक्त उससे कहा था- बेटा मैं तुम्हें बाबू के साथ वीडियो कॉल करुंगी। वो सुबह से शाम तक मां के वीडियो कॉल का वेट करती रही, लेकिन मां की कॉल नहीं आई। पिता से पूछ रही थी कि मां कहां चली गई। पिता कोई जवाब नहीं दे पा रहे थे। कैपिटल हॉस्पिटल में महिला की मौत
कैपिटल हॉस्पिटल में करिश्मा ने मौत से करीब 30 मिनट पहले अपनी दूसरी बेटी को जन्म दिया। इसके बाद उन्हें अस्पताल की पहली मंजिल पर बने ओटी से नीचे ग्राउंड फ्लोर पर वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा था। स्ट्रैचर पर लेटी करिश्मा को स्टाफ लिफ्ट में लेकर गया, तभी लिफ्ट का बैंड टूटा। लिफ्ट गिरी और करिश्मा का स्ट्रेचर लिफ्ट में फंस गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। 2019 में हुई थी करिश्मा की शादी
मूल रूप से हापुड़ की रहने वाली करिश्मा की शादी 2019 में मेरठ के अंकुश से हुई थी। करिश्मा 3 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। करिश्मा से छोटी एक बहन और एक भाई है। पति अंकुश मावी फौज में है। इस वक्त राजौरी में तैनात हैं। दोनों के 4 साल की बेटी ईवा है। ईवा का जन्मदिन 5 दिसंबर को होता है। बुधवार को ही अंकुश पत्नी करिश्मा की डिलीवरी के कारण छुट्‌टी लेकर मेरठ आए थे। सुबह करिश्मा को लेबर पेन हुआ, तो परिजन दोपहर 12.30 बजे उसे लेकर कैपिटल अस्पताल भर्ती कराने आए। देखिए परिवार के साथ की 3 तस्वीरें मिलिट्री अस्पताल में किया मृत घोषित
घरवालों ने बताया- दोपहर में ही उसे भर्ती कराया। डॉक्टरों ने 5 दिसंबर की डेट भी दी थी। शाम लगभग पौने पांच बजे करिश्मा ने एक बच्ची को सीजेरियन से जन्म दिया। करीब आधे घंटे बाद डॉक्टर करिश्मा को अस्पताल की पहली मंजिल से नीचे वार्ड में शिफ्ट करने के लिए स्ट्रैचर से ले जा रहे थे। बेबी को एनआईसीयू में रख दिया था। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। लिफ्ट में करिश्मा को ले जाते वक्त अचानक बैंड टूटा और लिफ्ट गिर पड़ी। करिश्मा का स्ट्रैचर लिफ्ट में आधा अंदर आधा बाहर फंस गया। उसकी गर्दन बाहर रह गई और मौके पर ही मौत हो गई। उसे किसी तरह बाहर निकालकर परिजन मिलिट्री अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 40 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रही प्रसूता
करिश्मा के जेठ शिवम ने कहा- हादसे के लिए कैपिटल अस्पताल के संचालक कपिल त्यागी,डॉक्टर्स और स्टाफ जिम्मेदार हैं। लिफ्ट गिरने के 40 मिनट तक लिफ्ट खुल नहीं सकी। हम लोग चीखते, चिल्लाते रहे, लेकिन हमें मदद नहीं मिली। टेक्निकल टीम भी समय से नहीं आई, न ही डॉक्टर आए, बल्कि अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह पूरे 40 मिनट बाद प्रसूता को लिफ्ट से निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इतने बड़े अस्पताल में घोर अव्यवस्था है। मां के सीने से भी नहीं लग पाई नवजात
करिश्मा के जेठ शिवम ने कहा- घंटे भर की बच्ची से उसकी मां को छीन लिया। बच्ची अपनी मां का दूध भी नहीं पी पाई, उसके सीने से नहीं लग सकी। बच्ची अपनी मां को जिंदगी भर नहीं देख पाएगी। अस्पताल की लापरवाही ने मासूमों से छीनी मां
करिश्मा के छोटे भाई ने बताया- दीदी मुझसे 10 साल बड़ी थीं। वो बड़ी बहन नहीं, मेरी मां जैसी थीं। 5 दिसंबर को उनकी बड़ी बेटी का बर्थडे था। छोटी बच्ची भी उसी दिन पैदा हुई। हम बहुत खुश थे, दोनों बहनों का बर्थडे एक दिन हर साल मनाएंगे, लेकिन अब बच्चियों के जन्म की खुशी कैसे मनाएं। जब इसी तारीख पर इनकी मां हमें छोड़कर चली गई। दूसरे अस्पताल में भर्ती है मासूम बच्ची
मां की मौत हो जाने के बाद घरवाले नवजात बच्ची को भी अस्पताल से निकालकर चंद कदम की दूरी पर बने दूसरे अस्पताल संतोष हॉस्पिटल में ले गए। फिलहाल, बच्ची संतोष अस्पताल के NICU में भर्ती है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची स्वस्थ और सही है। कोई परेशानी नहीं है। चूंकि बच्ची की मां नहीं है, इसलिए हमें बच्ची को ब्रेस्ट मिल्क की जगह कॉटन फीडिंग करानी पड़ रही है। नहीं हुआ था लिफ्ट का मेंटिनेंस
कैपिटल हॉस्पिटल में करीब 1 साल से लिफ्ट का मेंटेनेंस नहीं हुआ था। इसके कारण अचानक ये हादसा हो गया। हादसे के वक्त लिफ्ट में स्ट्रैचर पर प्रसूता करिश्मा और 3 लोगों का स्टाफ था। ओवरलोड या बैंड कमजोर होने के कारण बैंड टूटा और लिफ्ट गिर पड़ी। अगर समय से लिफ्ट का मेंटेनेंस होता तो हादसा नहीं होता। अस्पताल करीब 7 साल पुराना है। अस्पताल के मालिक कपिल त्यागी हैं। हालांकि पीड़ित परिवार ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है, लेकिन उनका कहना है कि वो जल्द इसमें लीगल एक्शन लेकर तहरीर देंगे। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस से सुनवाई नहीं होगी तो मामले को सीएम तक लेकर जाएंगे। आखिरी में हादसे से जुड़ी 4 तस्वीरें.. घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें:- मेरठ के अस्पताल में लिफ्ट गिरी, महिला की मौत:डॉक्टर समेत 3 लोग घायल, तीमारदारों ने अस्पताल में की तोड़फोड़ मेरठ के कैपिटल अस्पताल में गुरुवार को अचानक लिफ्ट का बैंड टूट गया। इससे लिफ्ट टूट कर जमीन पर गिर गई। इससे लिफ्ट में सवार प्रसूता की गर्दन फंस गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लिफ्ट में महिला समेत 4 लोग सवार थे। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर