<p style=”text-align: justify;”><strong>Akhilesh Yadav News: </strong>दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और बजट सत्र में जो विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेर रहा था, वो 6 महीने के भीतर ही सीट को लेकर आपस में बंट गया. हुआ ये कि नई संसद में सांसदों के बैठने के लिए सीटों का बंटवारा हुआ है. पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ वाली सीट पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके सांसद अवधेश प्रसाद बैठा करते थे. लेकिन सीट बंटवारे में अवधेश प्रसाद की सीट पीछे चली गई है और अखिलेश राहुल से दूर हो गये हैं. इस सीट बंटवारे ने गठबंधन में फूट डाल दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि लोकसभा में संसद की सदस्यता की शपथ लेने के लिए अवधेश प्रसाद का नाम जब पुकारा गया तब वो अखिलेश यादव की बगल में बैठे थे और वहां से उठकर उन्होंने सदस्यता की शपथ ली. इसके बाद से अवधेश प्रसाद विपक्ष के सांसदों की पहली लाइन में ही बैठ रहे थे. अखिलेश यादव अपने बगल में अवधेश प्रसाद को बिठाकर सरकार पर अयोध्या की हार के संदेश का मनोवैज्ञानिक दबाव भी बना रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि अब 6 महीने बाद कहानी में ट्विस्ट आया है. विपक्षी सांसदों का सीटिंग अरजमेंट बदल गया है, अखिलेश यादव जिन अवधेश प्रसाद को ट्रॉफी बनाकर घूम रहे थे उनकी सीट पीछे चली गई है, अब वो अखिलेश की जगह डिंपल के बगल में सीट नंबर 357 पर बैठ रहे हैं. अखिलेश यादव की सीट भी छठे ब्लॉक में पहुंच गई है. सीट नंबर 355 पर बैठ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीट नंबर 498 पर बैठ रहे हैं राहुल गांधी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अब भी आठवें ब्लॉक में सीट नंबर 498 पर बैठ रहे हैं. मतलब संसद में राहुल और अखिलेश की सीटों की दूरी बढ़ गई है. सीटों की अदला बदली 3 तारीख को ही हो चुकी है. सूत्र बता रहे हैं कि अखिलेश इस व्यवस्था से नाराज हैं और नाराजगी इसकी बात की है कि कांग्रेस ने इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश ने फ्रंट रो की सीट मांगी थी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस के पास जिम्मेदारी थी कि वो अपने सहयोगी दल से बात कर स्पीकर को सीट आवंटन की जानकारी दें. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी की मांग से उलट उनको एक सीट ही पहली पंक्ति यानी फ्रंट रो में दी गई है. जबकि समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद दो लोगों के लिए फ्रंट रो की सीट मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक अखिलेश की नाखुशी की वजह यही है कि उनको वक्त रहते कांग्रेस के नेताओं के जानकारी नहीं दी. वरना मुमकिन है की सीट बंटवारे से पहले इस मुद्दे को सुलझा लिया जाता. अखिलेश यादव ने स्पीकर से मुलाकात करक अपनी बात रखी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गठबंधन में सब कुछ सामान्य नहीं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नई संसद में पहली बार सीटों का बंटवारा हुआ है. संख्या के हिसाब से सांसदों को आगे की सीट मिलती है, इसलिए सीटों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाये हैं वो इस बात के संकेत देते हैं कि गठबंधन में सब कुछ सामान्य नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है संसद में बैठने की व्यवस्था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकसभा में जो सीटिंग अरजमेंट है उसके मुताबिक कुल 8 ब्लॉक हैं और 12 रो हैं. पहली पंक्ति में 20 सीटें हैं, सीटों का नंबर पहले ब्लॉक से शुरू होता है. सीट नंबर 1 पर पीएम बैठते हैं, पीएम के ठीक सामने 8वें ब्लॉक में नेता विपक्ष की कुर्सी है, 498 नंबर की सीट राहुल गांधी के लिए है, राहुल के बगल में केसी वेणुगोपाल और डीएमके से टीआर बालू हैं. नई सीटिंग व्यवस्था के हिसाब से इंडिया गठबंधन को फ्रंट रो में 7 सीटें दी गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhilesh-yadav-challenge-cm-yogi-adityanath-dna-statement-parallel-between-ayodhya-sambhal-and-bangladesh-2837125″>’टेस्ट कराने के लिए तैयार हूं’, DNA वाले बयान पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी को दी चुनौती</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Akhilesh Yadav News: </strong>दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और बजट सत्र में जो विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेर रहा था, वो 6 महीने के भीतर ही सीट को लेकर आपस में बंट गया. हुआ ये कि नई संसद में सांसदों के बैठने के लिए सीटों का बंटवारा हुआ है. पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ वाली सीट पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके सांसद अवधेश प्रसाद बैठा करते थे. लेकिन सीट बंटवारे में अवधेश प्रसाद की सीट पीछे चली गई है और अखिलेश राहुल से दूर हो गये हैं. इस सीट बंटवारे ने गठबंधन में फूट डाल दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि लोकसभा में संसद की सदस्यता की शपथ लेने के लिए अवधेश प्रसाद का नाम जब पुकारा गया तब वो अखिलेश यादव की बगल में बैठे थे और वहां से उठकर उन्होंने सदस्यता की शपथ ली. इसके बाद से अवधेश प्रसाद विपक्ष के सांसदों की पहली लाइन में ही बैठ रहे थे. अखिलेश यादव अपने बगल में अवधेश प्रसाद को बिठाकर सरकार पर अयोध्या की हार के संदेश का मनोवैज्ञानिक दबाव भी बना रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि अब 6 महीने बाद कहानी में ट्विस्ट आया है. विपक्षी सांसदों का सीटिंग अरजमेंट बदल गया है, अखिलेश यादव जिन अवधेश प्रसाद को ट्रॉफी बनाकर घूम रहे थे उनकी सीट पीछे चली गई है, अब वो अखिलेश की जगह डिंपल के बगल में सीट नंबर 357 पर बैठ रहे हैं. अखिलेश यादव की सीट भी छठे ब्लॉक में पहुंच गई है. सीट नंबर 355 पर बैठ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीट नंबर 498 पर बैठ रहे हैं राहुल गांधी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अब भी आठवें ब्लॉक में सीट नंबर 498 पर बैठ रहे हैं. मतलब संसद में राहुल और अखिलेश की सीटों की दूरी बढ़ गई है. सीटों की अदला बदली 3 तारीख को ही हो चुकी है. सूत्र बता रहे हैं कि अखिलेश इस व्यवस्था से नाराज हैं और नाराजगी इसकी बात की है कि कांग्रेस ने इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश ने फ्रंट रो की सीट मांगी थी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस के पास जिम्मेदारी थी कि वो अपने सहयोगी दल से बात कर स्पीकर को सीट आवंटन की जानकारी दें. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी की मांग से उलट उनको एक सीट ही पहली पंक्ति यानी फ्रंट रो में दी गई है. जबकि समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद दो लोगों के लिए फ्रंट रो की सीट मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक अखिलेश की नाखुशी की वजह यही है कि उनको वक्त रहते कांग्रेस के नेताओं के जानकारी नहीं दी. वरना मुमकिन है की सीट बंटवारे से पहले इस मुद्दे को सुलझा लिया जाता. अखिलेश यादव ने स्पीकर से मुलाकात करक अपनी बात रखी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गठबंधन में सब कुछ सामान्य नहीं</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>नई संसद में पहली बार सीटों का बंटवारा हुआ है. संख्या के हिसाब से सांसदों को आगे की सीट मिलती है, इसलिए सीटों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाये हैं वो इस बात के संकेत देते हैं कि गठबंधन में सब कुछ सामान्य नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है संसद में बैठने की व्यवस्था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लोकसभा में जो सीटिंग अरजमेंट है उसके मुताबिक कुल 8 ब्लॉक हैं और 12 रो हैं. पहली पंक्ति में 20 सीटें हैं, सीटों का नंबर पहले ब्लॉक से शुरू होता है. सीट नंबर 1 पर पीएम बैठते हैं, पीएम के ठीक सामने 8वें ब्लॉक में नेता विपक्ष की कुर्सी है, 498 नंबर की सीट राहुल गांधी के लिए है, राहुल के बगल में केसी वेणुगोपाल और डीएमके से टीआर बालू हैं. नई सीटिंग व्यवस्था के हिसाब से इंडिया गठबंधन को फ्रंट रो में 7 सीटें दी गई हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhilesh-yadav-challenge-cm-yogi-adityanath-dna-statement-parallel-between-ayodhya-sambhal-and-bangladesh-2837125″>’टेस्ट कराने के लिए तैयार हूं’, DNA वाले बयान पर अखिलेश यादव ने सीएम योगी को दी चुनौती</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi: BJP ने आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों से संकल्प पत्र पर लिए सुझाव, क्या बोले वीरेंद्र सचदेवा?