पानीपत जेल में बंदी ने की आत्महत्या:मर्डर केस में था बंद; बैरक में लगाई फांसी, 2 साल पहले भाई को मारा था

पानीपत जेल में बंदी ने की आत्महत्या:मर्डर केस में था बंद; बैरक में लगाई फांसी, 2 साल पहले भाई को मारा था

पानीपत के सिवाह गांव स्थित जिला जेल में एक बंदी ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 31 वर्षीय प्रिंस उर्फ ​​बोरिया के रूप में हुई है। उसने जेल की खिड़की पर ही चादर से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसने वर्ष 2022 में अपने ही भाई की कैंची घोंपकर हत्या कर दी थी। शव को फंदे पर लटका देख जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल में डॉक्टरों की टीम ने उसकी जांच की तो वह मृत पाया गया। इसके बाद मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मौके पर ही सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पत्नी से बात करने के शक में भाई की हत्या की थी 15 सितंबर 2022 को सेक्टर 29 थाने में दी शिकायत में मां ऊषा ने बताया था कि वह पानीपत के विकास नगर की रहने वाली है। वह दो बेटों और दो बेटियों की मां है। उक्त दोपहर को उसका बड़ा बेटा आनंद अपने घर में कमरे में सो रहा था। उसका छोटा बेटा प्रिंस अलग कमरे में बैठा था। उसका पति ऊपर के कमरे में सो रहा था। प्रिंस अपनी पत्नी और आनंद पर शक करता था। दोपहर करीब 4 बजे प्रिंस हाथ में कैंची लेकर उनके कमरे में आया। उसने गुस्से में कहा कि आज मैं आनंद को मेरी पत्नी से बात करने पर सबक सिखाऊंगा। आज के बाद वह मेरी पत्नी से कभी बात नहीं करेगा। यह कहकर प्रिंस ने मां के बगल में सो रहे भाई आनंद के पेट में कैंची घोंप दी। मां आनंद को संभालने लगी तो प्रिंस कैंची लेकर घर से भाग गया। परिजन घायल अवस्था में आनंद को अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। पहले भी कर चुका था सुसाइड का प्रयास जानकारी देते हुए मृतक प्रिंस के चाचा कृष्ण ने बताया कि प्रिंस ने एक बार पहले भी जेल में ही सुसाइड का प्रयास किया था। तब भी उसने फांसी लगाई थी। लेकिन उस वक्त वह बच गया था। उस दौरान हालत गंभीर होने के चलते उसे रोहतक पीजीआई भर्ती करवाया गया था। जहां से ठीक होने के बाद उसे वापस ले जाया गया था। वहीं मामले को लेकर पिता ने बताया, एक बार ट्रेन से भी सुसाइड की कोशिश कर चुका है। पिता ने कहा कि इस पूरे मामले में हमें कुछ नहीं कहना। बैरक नंबर 3 में बंद था पुलिस के अनुसार मृतक बंदी प्रिंस मूल रूप से सोनीपत के गांव दुपट्‌टा का रहने वाला था। वह बैरक नंबर 3 में बंद था। उसने बैरक के आंगने की खिड़की में बेडशीट का फंदा बनाया। इसके बाद उसने सुसाइड कर लिया। पानीपत के सिवाह गांव स्थित जिला जेल में एक बंदी ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 31 वर्षीय प्रिंस उर्फ ​​बोरिया के रूप में हुई है। उसने जेल की खिड़की पर ही चादर से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसने वर्ष 2022 में अपने ही भाई की कैंची घोंपकर हत्या कर दी थी। शव को फंदे पर लटका देख जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल में डॉक्टरों की टीम ने उसकी जांच की तो वह मृत पाया गया। इसके बाद मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मौके पर ही सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पत्नी से बात करने के शक में भाई की हत्या की थी 15 सितंबर 2022 को सेक्टर 29 थाने में दी शिकायत में मां ऊषा ने बताया था कि वह पानीपत के विकास नगर की रहने वाली है। वह दो बेटों और दो बेटियों की मां है। उक्त दोपहर को उसका बड़ा बेटा आनंद अपने घर में कमरे में सो रहा था। उसका छोटा बेटा प्रिंस अलग कमरे में बैठा था। उसका पति ऊपर के कमरे में सो रहा था। प्रिंस अपनी पत्नी और आनंद पर शक करता था। दोपहर करीब 4 बजे प्रिंस हाथ में कैंची लेकर उनके कमरे में आया। उसने गुस्से में कहा कि आज मैं आनंद को मेरी पत्नी से बात करने पर सबक सिखाऊंगा। आज के बाद वह मेरी पत्नी से कभी बात नहीं करेगा। यह कहकर प्रिंस ने मां के बगल में सो रहे भाई आनंद के पेट में कैंची घोंप दी। मां आनंद को संभालने लगी तो प्रिंस कैंची लेकर घर से भाग गया। परिजन घायल अवस्था में आनंद को अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। पहले भी कर चुका था सुसाइड का प्रयास जानकारी देते हुए मृतक प्रिंस के चाचा कृष्ण ने बताया कि प्रिंस ने एक बार पहले भी जेल में ही सुसाइड का प्रयास किया था। तब भी उसने फांसी लगाई थी। लेकिन उस वक्त वह बच गया था। उस दौरान हालत गंभीर होने के चलते उसे रोहतक पीजीआई भर्ती करवाया गया था। जहां से ठीक होने के बाद उसे वापस ले जाया गया था। वहीं मामले को लेकर पिता ने बताया, एक बार ट्रेन से भी सुसाइड की कोशिश कर चुका है। पिता ने कहा कि इस पूरे मामले में हमें कुछ नहीं कहना। बैरक नंबर 3 में बंद था पुलिस के अनुसार मृतक बंदी प्रिंस मूल रूप से सोनीपत के गांव दुपट्‌टा का रहने वाला था। वह बैरक नंबर 3 में बंद था। उसने बैरक के आंगने की खिड़की में बेडशीट का फंदा बनाया। इसके बाद उसने सुसाइड कर लिया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर