हरियाणा के करनाल के अर्जुन गेट के सामने सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक घरौंडा का रहने वाला था और अपनी दुकान के लिए करनाल में बाजार से सामान लेने के लिए आया था। मरणोपरांत मृतक की आंखें भी डोनेट की गई हैं। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। चार भाइयों में सबसे छोटा था भाई नरेश कुमार व राहुल बताया कि वे चार भाई है, जिसमें अनिल सबसे छोटा था। वह घरौंडा के मेन बाजार में ही अपना जनरल स्टोर चलाता है। गुरुवार की देर शाम वह अपनी कार से करनाल गया था। उसे दुकान के लिए कुछ सामान लाना था। सामान खरीदने के दौरान वह सड़क पार कर रहा था और इसी दौरान एक बाइक ने उसे टक्कर मार दी और उसकी मौत हो गई। बाइक सवार ने शराब भी पी रखी थी। दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया राहुल ने बताया कि उसके भाई के पास दो बच्चे है। जिसमें एक 17 साल का है और दूसरा 13 साल का है। अनिल की मौत से दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। बच्चों व पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। पूरा परिवार सदमे में है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल ने बताया कि अनिल भाई हमेशा खुश मिजाज था और हमेशा दूसरों की भलाई के बारे में सोचता था। इसलिए परिवार ने उसकी आंखें डोनेट करने का फैसला लिया ताकि किसी दूसरे की जिंदगी रोशन हो सके। हरियाणा के करनाल के अर्जुन गेट के सामने सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक घरौंडा का रहने वाला था और अपनी दुकान के लिए करनाल में बाजार से सामान लेने के लिए आया था। मरणोपरांत मृतक की आंखें भी डोनेट की गई हैं। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। चार भाइयों में सबसे छोटा था भाई नरेश कुमार व राहुल बताया कि वे चार भाई है, जिसमें अनिल सबसे छोटा था। वह घरौंडा के मेन बाजार में ही अपना जनरल स्टोर चलाता है। गुरुवार की देर शाम वह अपनी कार से करनाल गया था। उसे दुकान के लिए कुछ सामान लाना था। सामान खरीदने के दौरान वह सड़क पार कर रहा था और इसी दौरान एक बाइक ने उसे टक्कर मार दी और उसकी मौत हो गई। बाइक सवार ने शराब भी पी रखी थी। दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया राहुल ने बताया कि उसके भाई के पास दो बच्चे है। जिसमें एक 17 साल का है और दूसरा 13 साल का है। अनिल की मौत से दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। बच्चों व पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। पूरा परिवार सदमे में है। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल ने बताया कि अनिल भाई हमेशा खुश मिजाज था और हमेशा दूसरों की भलाई के बारे में सोचता था। इसलिए परिवार ने उसकी आंखें डोनेट करने का फैसला लिया ताकि किसी दूसरे की जिंदगी रोशन हो सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोनीपत में भूपेंद्र हुड्डा बोले- मुकाबला कांग्रेस-भाजपा में:वोट काटने के लिए BJP ने चालें चली हैं; डमी कैंडिडेट से बच कर रहना
सोनीपत में भूपेंद्र हुड्डा बोले- मुकाबला कांग्रेस-भाजपा में:वोट काटने के लिए BJP ने चालें चली हैं; डमी कैंडिडेट से बच कर रहना हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोगों से आह्वान किया है कि कांग्रेस की सरकार बनाएंगे बनाएं विधायक और विधायक बनाओगे तुम। आज यहां ये कहने आया हूं कि एक काम मेरे कहने से तुम कर दो, दूसरा मैं कर दूंगा। उन्होंने कहा कि एक काम और करना है, मुकाबला कांग्रेस और भाजपा में है, वोट काटू प्रत्याशी से बच कर रहना है। ये सब बीजेपी के खेल हैं। बीजेपी देखती है कि कौन कहां से वोट काट सकता है। बता दें कि गन्नौर में बागी देवेंद्र कादियान कांग्रेस-भाजपा काे चुनौती दे रहे हैं। भूपेंद्र हुड्डा मंगलवार को सोनीपत में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने पहुंचे हैं। उन्होंने गन्नौर हलके के जाहरी गांव से रथ यात्रा निकाली ओर कई गांवों में लोगों को संबोधित किया। दोपहर बाद भूपेंद्र हुड्डा सोनीपत में जनसभा को संबोधित करेंगे। हुड्डा ने कहा कि वे पूरा हरियाणा घूम कर यहां आए हैं और बताना चाहते हैं कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल रही है। कांग्रेस सरकार आ रही है और भाजपा जा रही है। उन्होंने कहा कि 36 बिरादरी के लोगों ने मन बना लिया है कि अब की बार कांग्रेस सरकार लानी है। उन्होंने कहा कि क्यों ऐसा हुआ, क्योंकि लोगों ने देख लिया कि 2005 से 2014 तक हमारी सरकार थी और 2014 से 2024 तक बीजेपी की। 2014 में जब हमने सरकार छोड़ी तो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, रोजगार, कानून व्यवस्था की स्थिति में नंबर-1 पर था। खिलाड़ियों को नौकरी देने में पूरे देश में नाम था। उन्होंने कहा कि 2014 से 2024 तक आज हरियाणा बेरोजगारी में और कानून व्यवस्था की स्थिति में अव्वल है। आज हरियाणा में बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है। केंद्रीय आयोग के क्राइम इंडेक्स में प्रदेश को असुरक्षित घोषित किया गया है। खेल और खिलाड़ियों का तो आपने देख लिया कि क्या हाल हुआ है। पिछले 10 साल में भाजपा सरकार को हो गए हैं, ईमानदारी से बता दो कि गन्नौर में या सोनीपत में कोई काम हुआ है या नहीं।
करनाल NH पर ट्रक-बाइक में टक्कर:2 की मौत, 1 घायल, तीनों पानीपत के रहने वाले; मृतक गोपी की शादी 3 महीने पहले हुई
करनाल NH पर ट्रक-बाइक में टक्कर:2 की मौत, 1 घायल, तीनों पानीपत के रहने वाले; मृतक गोपी की शादी 3 महीने पहले हुई हरियाणा के करनाल के घरौंडा में जीटी रोड पर बाबा दा ढाबा के सामने खडे ट्रक से बाइक टकरा गई। दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई और एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों युवक अल सुबह डेढ़ बजे करनाल से पानीपत लौट रहे थे। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। आज दोपहर बाद शवों का पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों के हवाले कर दिए। पानीपत के रहने वाले हैं दोनों मृतकों की पहचान गोपी (28) निवासी बाबरपुर मंडी पानीपत और उसके दोस्त देव निवासी तहसील कैंप पानीपत के रूप में हुई है। गोपी की शादी 3 महीने पहले ही हुई थी। वह ड्राइवरी का काम करता था। हादसे के वक्त देव मोटरसाइकिल चला रहा था, जिस पर गोपी और अभिषेक पीछे बैठे थे। अभिषेक को गंभीर चोटें आई है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। पत्नी ने किया फोन तो अस्पताल स्टाफ ने उठाया गोपी की पत्नी खुशी को घटना की जानकारी तब मिली जब उसने अपने पति को फोन किया। फोन सरकारी अस्पताल घरौंडा के रात्रि स्टाफ ने उठाया और हादसे की जानकारी दी। खुशी ने तुरंत परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद गोपी का बड़ा भाई राजा मौके पर पहुंचा। खड़ी ट्रक से हुई टक्कर मृतक के भाई राजा ने बताया कि मौके पर मौजूद लोगों से सूचना मिली कि उनकी मोटरसाइकिल खड़े ट्रक से टकरा गई है। टक्कर लगने से गोपी और देव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अभिषेक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही PSI रवि और ASI राजकुमार सरकारी गाड़ी में मौके पर पहुंचे। घायलों को सरकारी एंबुलेंस से घरौंडा अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने गोपी और देव को मृत घोषित कर दिया। राजा ने बताया कि यह हादसा ट्रक चालक की गलती के कारण हुआ, जिसने ट्रक को गलत तरीके से और गलत जगह पर खड़ा कर दिया था। दोनों वाहनों को लिया कब्जे में पुलिस ने दोनों वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया और यातायात प्रभावित ना हो, इसके लिए दोनों वाहनों को थाने में पहुंचा दिया। पुलिस ने मौके से साक्ष्य भी एकत्रित किए और शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस कर रही मामले की जांच घरौंडा थाना के जांच अधिकारी रवि ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
किसान नेता डल्लेवाल रिहा:बोले- जिस वार्ड में मुझे रखा, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी
किसान नेता डल्लेवाल रिहा:बोले- जिस वार्ड में मुझे रखा, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल रिहा हो गए। शुक्रवार को पंजाब पुलिस व प्रशासन की किसान नेताओं से मीटिंग हुई। जिसमें पुलिस ने डल्लेवाल को रिहा करने की बात मान ली। इसके बाद देर शाम डल्लेवाल लुधियाना के DMC अस्पताल से बाहर आए। उन्होंने बाहर आने के बाद कहा कि जिस वार्ड में मुझे रखा गया, वहां मोबाइल तक ले जाने की इजाजत नहीं थी। अगर मुझे मरणव्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिसवालों की चाय पी लेता। मुझे इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था। मेरा किसी तरह का ब्लड नहीं लिया। शुगर का भी चेकअप नहीं हुआ। मैंने चेकअप करने भी नहीं देना था। हालांकि, डॉक्टर वार्ड में लेकर जरूर आए थे। अगर मेरी सेहत का इतना ख्याल था तो फोन जब्त क्यों किया। वार्ड में आए दूसरे मरीजों को भी फोन नहीं लाने दिया। मुझे नजरबंद रखा गया। मेडिकल बुलेटिन जारी करने वाले डॉक्टरों को मेरे सामने लाओ कि मेरा मेडिकल कहां हुआ है। कब मेरे टेस्ट हुए। मुझे इस दौरान कई बार कहा गया कि अनशन छोड़ दो। मेरे साथ सबसे ज्यादा बुरा यह हुआ कि दूसरे मरीजों को परेशान किया। आंदोलन को रोकने के लिए ये सब किया गया। आज जब मुझे रिहा होना था तो इससे पहले अस्पताल की महिला स्टाफ ने मुझे पोते का वीडियो दिखाया। इस पर उस बेचारी का नंबर लग गया कि उसने उसने मुझे वीडियो क्यों दिखाया। इसके बाद डल्लेवाल किसान नेताओं के साथ खनौरी बॉर्डर रवाना हो गए। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर मोर्चे में शामिल होंगे। उनका मरणव्रत जारी रहेगा। डल्लेवाल के आने के बाद एक दिसंबर के प्रदर्शन को लेकर फैसला होगा। दरअसल, 26 नवंबर को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत शुरू करना था। इससे पहले रात 2 बजे पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें खनौरी बॉर्डर पर टेंट से हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें लुधियाना के DMC अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग की। जिसमें फैसला हुआ कि पूर्व सैनिक सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे। आज उनके मरणव्रत का चौथा दिन है। IG बोले- पंजाब सरकार को डल्लेवाल की चिंता थी किसान नेताओं से मीटिंग के बाद IG जसकरण सिंह ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल को लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है। जल्द ही किसान नेता उन्हें खनौरी बॉर्डर लेकर आ जाएंगे। पंजाब सरकार को डल्लेवाल की सेहत की चिंता थी। किसानों को रिक्वेस्ट की गई है कि किसी भी स्टेज पर कोई दिक्कत आए तो मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। एक दिसंबर को भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे एक दिन पहले किसानों ने 1 दिसंबर को संगरूर में सीएम भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला लिया था। उनका आरोप है कि उनकी लड़ाई 10 महीने से केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही थी, लेकिन पंजाब सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया। किसान नेताओं ने कहा कि वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लेने से यह साफ हो गया है कि केंद्र सरकार की तरह पंजाब सरकार भी आंदोलन को दबाने में लगी हुई है। सीएम भगवंत मान पहले कहते थे कि मैं किसानों का वकील हूं। मैं किसानों की तरफ से बोलता हूं। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के मुद्दों को हल करवाने के लिए चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया था। अब सीएम को बताना चाहिए कि उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर अब तक केंद्र से क्या चर्चा की है। पंधेर बोले- 6 को दिल्ली कूच करेंगे सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच की तैयारी में हैं और हर जिले में किसानों को इसके लिए लामबंद किया जा रहा है। जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, केंद्र के खिलाफ किसानों की लामबंदी तेज होती जा रही है। केंद्र के साथ-साथ किसान अब राज्य सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल रहे हैं। एक दिसंबर को किसानों ने संगरूर में सीएम भगवंत मान के घर को घेरने की तैयारी कर ली है। **************************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- किसान नेता की पहली तस्वीर सामने आई, DMC अस्पताल के अंदर जाते दिखे डल्लेवाल किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लिए जाने के 44 घंटे के बाद उनकी पहली तस्वीर सामने आई थी। वह लुधियाना के DMC अस्पताल के अंदर जाते हुए दिख रहे थे। उनके साथ पुलिस कर्मचारी भी मौजूद थे। किसान नेताओं ने आरोप लगाया था कि पुलिस उन्हें डल्लेवाल से मिलने नहीं दे रही। पढ़ें पूरी खबर