कुल्लू जिला के मनाली में एक होटल में अचानक आग लग गई। एक कमरे से शुरू हुई आग की चिंगारी धीरे-धीरे फैलती गई और पूरे होटल को अपने चपेट में ले ली। हालांकि होटल में ठहरे लोग समय रहते बाहर निकल गए। मनाली के सिमसा रोड पर बने होटल संध्या पैलेस में शनिवार रात 7 बजे करीब आग लग गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आग पहले किसी एक कमरे में लगी थी, जिसके बाद लोग कमरे से बाहर निकल गए। वहीं दूसरे कमरे में मौजूद लोगों भी घटना के बारे में पता लगते ही होटल के कमरों से बाहर हो गए। बता दें कि ये रिसॉर्ट पूरी तरह से लकड़ी का बना हुआ था, जिसके वजह आग तेजी से फैलता गया। इस घटना में किसी व्यक्ति के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन होटल के पूरे 75 कमरे जलकर राख हो गए। घटना की सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुका था। हालांकि अभी तक आग लगने के कारणों के बारे में पता नहीं चल सका है। घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। कुल्लू जिला के मनाली में एक होटल में अचानक आग लग गई। एक कमरे से शुरू हुई आग की चिंगारी धीरे-धीरे फैलती गई और पूरे होटल को अपने चपेट में ले ली। हालांकि होटल में ठहरे लोग समय रहते बाहर निकल गए। मनाली के सिमसा रोड पर बने होटल संध्या पैलेस में शनिवार रात 7 बजे करीब आग लग गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि आग पहले किसी एक कमरे में लगी थी, जिसके बाद लोग कमरे से बाहर निकल गए। वहीं दूसरे कमरे में मौजूद लोगों भी घटना के बारे में पता लगते ही होटल के कमरों से बाहर हो गए। बता दें कि ये रिसॉर्ट पूरी तरह से लकड़ी का बना हुआ था, जिसके वजह आग तेजी से फैलता गया। इस घटना में किसी व्यक्ति के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन होटल के पूरे 75 कमरे जलकर राख हो गए। घटना की सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक काफी देर हो चुका था। हालांकि अभी तक आग लगने के कारणों के बारे में पता नहीं चल सका है। घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के पेंशनभोगियों की दिवाली:75 साल से अधिक उम्र के रिटायरियों को पूरा एरियर; क्लास-4 को 20% एरियर, नोटिफिकेशन जारी
हिमाचल के पेंशनभोगियों की दिवाली:75 साल से अधिक उम्र के रिटायरियों को पूरा एरियर; क्लास-4 को 20% एरियर, नोटिफिकेशन जारी हिमाचल सरकार ने दिवाली से पेंशनभोगियों और क्लास-4 श्रेणी कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है। वित्त सचिव ने 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनर के बकाया एरियर और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 20 प्रतिशत एरियर के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार, सभी पेंशन भोगियों को 28 अक्टूबर की सैलरी के साथ बकाया एरियर और DA मिल जाएगा। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को भी 20 प्रतिशत एरियर का भुगतान अक्टूबर की सैलरी के साथ कर दिया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले से लगभग 15 हजार पेंशनर और लगभग 60 हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को फायदा मिलेगा। 28 अक्टूबर के बाद पेंशन धारकों का पे स्केल का एरियर जीरो हो जाएगा, जबकि महंगाई भत्ते का एरियर ड्यू रहेगा। 1 जनवरी 2016 से पेंडिंग है एरियर हिमाचल की पूर्व सरकार ने 2021-22 में अपने सभी कर्मचारियों व पेंशनर को 1 जनवरी 2016 से नए वेतनमान के लाभ दे दिए थे। मगर पूर्व की सरकार ने एरियर का भुगतान नहीं किया। इस वजह से कर्मचारी और पेंशन एक-जनवरी 2016 से ड्यू एरियर की मांग कर रहे हैं। सीएम ने 15 अगस्त को की थी घोषणा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशन धारकों के एरियर के भुगतान की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को अमलीजामा पहना दिया गया है। DA की अधिसूचना भी जारी इसी तरह एक जनवरी 2023 से 1 अक्टूबर 2024 तक के DA के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पेंशनधारकों को अक्टूबर महीने की सैलरी व एरियर के साथ DA की किश्त भी दे दी जाएगी। राज्य सरकार ने इनका DA मौजूदा दर 38% से बढ़ाकर 42% किया है।
कर्मचारियों के सैलरी विवाद पर IGMC प्रशासन का पक्ष:कंपनी ने किया हाईकोर्ट का रूख, 2 महीने से वेतन की राह देख रहे कर्मचारी
कर्मचारियों के सैलरी विवाद पर IGMC प्रशासन का पक्ष:कंपनी ने किया हाईकोर्ट का रूख, 2 महीने से वेतन की राह देख रहे कर्मचारी हिमाचल प्रदेश के प्रीमियम स्वास्थ्य संस्थान IGMC में करीब 132 मरीजों को सैलरी न मिलने के मामले में IGMC प्रशासन का पक्ष सामने आया है। IGMC प्रबंधन ने कर्मचारियों को सैलरी न मिलने के लिए ऑउटसोर्स कंपनी के कोर्ट में जाने का हवाला दिया है। हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट राहुल राव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हॉस्पिटल में नई इमरजेंसी और नए ट्रॉमा सेंटर्स संचालन के लिए कर्मचारी भर्ती की गए थे, उन्होंने कहा कि इस मामले पर प्रशासन ने कंपनी से बातचीत की है। 10 महीने का वेतन कर्मचारियों को दिया गया है लेकिन 2 महीने का वेतन कर्मचारियों को नहीं मिला। राहुल राव ने कहा कि जिस कंपनी के थ्रू यह कर्मचारी रखे गए है, वह उच्च न्यायालय में चली गई है। इस मामले पर कल हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। ऐसे में उच्च न्यायालय के जो भी आदेश आएंगे उसके मुताबिक प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा। 23 तारीख से दी है आंदोलन तेज करने की चेतावनी बता दें कि IGMC में बीते दो माह से 132 ऑउटसोर्स कर्मचारी सैलरी से वंचित हैं। इन्हें 2 महीने से सैलरी नही मिली है तीसरा महीना भी आधे से ज्यादा हो गया है। जिसके चलते कर्मचारियों में काफी नाराजगी है। बीते दिनों काली पट्टी में प्रदर्शन के बाद इन कर्मचारियों ने आगामी 23 दिसंबर से आंदोलन को तेज करने का अल्टीमेटम दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि उन्हें सैलरी नहीं मिली तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इसमें वार्ड अटेंडेंट, सफाई कर्मचारी, कई अन्य कर्मचारी भी शामिल है।
शिमला में छोटे-छोटे बच्चों के साथ सड़क पर वोकेश्नल-टीचर:5 दिन से सरकार नहीं ले रही सुध, सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को बाहर करने पर अड़े
शिमला में छोटे-छोटे बच्चों के साथ सड़क पर वोकेश्नल-टीचर:5 दिन से सरकार नहीं ले रही सुध, सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को बाहर करने पर अड़े हिमाचल के वोकेश्नल टीचर 5 दिन से शिमला में हड़ताल पर है। इससे 1100 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में 80 हजार से ज्यादा छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। फिर भी सरकार इन्हें वार्ता को नहीं बुला रही। वहीं वोकेश्नल टीचर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर नहीं करने तक हड़ताल पर डटे रहने की चेतावनी दे चुके हैं। हड़ताल पर गए वोकेश्नल टीचर हरियाणा की तर्ज पर उनकी सेवाएं विभाग के अधीन लाने की मांग कर रहे हैं। इनका आरोप है कि कंपनियां 10-11 सालों से उनका शोषण कर रही है। सरकार को भी उन्हें कमीशन के रूप में मोटी रकम देनी पड़ रही है। हरियाणा सरकार पहले ही इनकी सेवाओं को विभाग के अधीन ला चुका है। अब हिमाचल में भी यही मांग उठ रही है। वोकेश्नल टीचर शिमला के चौड़ा मैदान में खुले आसमान के नीचे पांच दिन से हड़ताल पर बैठे है। इनमें कई महिला टीचर ऐसी है जिनके साथ उनके छोटे छोटे बच्चे भी चौड़ा मैदान में मौजूद है। ऐसे में इन्हें खासकर रात के वक्त परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ टीचरों की तबीयत भी बिगड़ने लगी रही है, क्योंकि रात में तापमान काफी नीचे गिर जाता है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ हड़ताल पर महिला टीचर वोकेश्नल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने बताया कि पांच दिन से सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों के साथ हड़ताल पर डटी हुई है। उन्होंने बताया कि वोकेश्नल टीचर की एक ही मांग है। वह चाहते हैं कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को बाहर किया जाएगा। इससे सरकार पर एक रुपए का भी वित्तीय बोझ पड़ने वाला नहीं है। फिर भी अब तक सरकार ने उन्हें वार्ता को नहीं बुलाया। इससे वोकेश्नल टीचरों में सरकार के प्रति रोष पनपता जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब तक कंपनियों को बाहर नहीं किया जाता तब तक टीचर काम पर नहीं लौटेंगे। वह आर पार की लड़ाई को तैयार है। 2174 टीचर 5 दिन से हड़ताल पर बता दें कि 2174 वोकेश्नल टीचर 5 दिन से शिमला के चौड़ा मैदान में हड़ताल पर बैठे हैं। प्रदेश के सरकारी हाई और सेकेंडरी स्कूलों में साल 2013 से वोकेश्नल सब्जेक्ट 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है। इन पाठ्यक्रमों में 80 हजार से ज्यादा छात्र पंजीकृत है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक-दो नहीं बल्कि पूरी 17 कंपनियां पंजीकृत कर रखी है। दक्ष कामगार तैयार करने को वोकेश्नल पाठ्यक्रम सरकारी स्कूलों में वोकेश्नल टीचर केंद्र सरकार की स्कूलों में दक्ष कामगार तैयार करने की योजना के तहत रखे गए हैं। इनमें 90 प्रतिशत बजट केंद्र और 10 फीसदी बजट राज्य सरकार देती है।