‘हम लोग मोदी के गांव (गुजरात) से हैं। हम भीख मांगकर नहीं, मेहनत करके, पैसे कमाकर अपना पेट भरते हैं। लेकिन आज मोदी के संसदीय क्षेत्र में हमसे हमारी रोजी-रोटी छीनी जा रही है। हमें भीख मांगने पर मजबूर किया जा रहा है। चार दिन से हमारे बच्चे भूखे हैं। चूल्हा तक नहीं जल रहा है।’ ये दर्द है उन महिलाओं का, जिन्हें चार दिन पहले पुलिस ने हटा दिया। ये सभी महिलाएं पटरी किनारे दुकान लगाकर सामान बेचती थीं। रविवार को 15-20 महिलाएं सर्किट हाउस पहुंचीं। सरकार या जिला प्रशासन के किसी अधिकारी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाना चाहती थीं। लेकिन, सिपाही ने उन्हें रोक लिया। सिपाही ने कहा अभी मंत्री, अधिकारी थे, लेकिन 10 मिनट पहले चले गए। कल, सोमवार को जिलाधिकारी के पास जाना, अपनी समस्याएं लेकर। विस्तार से जानिए पूरा मामला… भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो प्रदर्शन करने आए
प्रदर्शन करने वाली ज्योति, काजल, सीमा अपने-अपने बच्चों को लेकर सर्किट हाउस पहुंची थीं। उन्होंने कहा- वे पुलिस लाइन के पास सड़क किनारे पटरी पर सामान बेचती हैं। पुलिस ने उन्हें दुकान लगाने से मना कर दिया है। पटरी किनारे सामान नहीं बेचने दे रही। हम लोग रोज कमाने खाने वाले हैं। चार दिन से कोई कमाई नहीं हुई है। राशन नहीं है। खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। घर में चूल्हा नहीं जल रहा। भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो सरकार से गुहार लगाने आए हैं। महिलाएं बोलीं- हम तीन पीढ़ी से रह रहे काशी में
लक्ष्मी, कलावती ने बताया- वह लोग तीन पीढ़ी से काशी में पांडेयपुर के पास हाशिमपुर इलाके में रह रही हैं। करीब 500 लोगों का परिवार है, जो गुजरात के विभिन्न गांवों से आकर यहां रह रहा है। अलग-अलग इलाके में पटरी के किनारे कपड़े, खिलौने, बर्तन, मौसमी सामान, पेन, कापी, बेचते हैं। पुलिस लाइन के बाहर पांडेयपुर फ्लाई-ओवर के समीप कई सालों से सड़क किनारे कपड़े, खिलौने समेत वस्तुएं बेचकर परिवार का भरण पोषण करती हैं। पुलिस के हटाने के बाद पेट नहीं भर रहा है। सड़क किनारे ग्राउंड, उतरते हैं हेलिकॉप्टर
पुलिस लाइन का मैदान पांडेयपुर मार्ग पर है। ग्राउंड की चारदीवारी सड़क मार्ग से सटी है। ग्राउंड पर पीएम मोदी, मुख्यमंत्री समेत अन्य VVIP के हेलिकॉप्टर समय-समय पर आते रहते हैं। पुलिस सुरक्षा के नाते अब पुलिस लाइन के पूर्वी दीवार के बाहर सड़क किनारे पटरी पर कारोबार करने वालों को वहां से खदेड़ रही है। ACP बोले-सिक्योरिटी की वजह से हटाया
ACP कैंट विदुष सक्सेना ने बताया- पुलिस लाइन सिक्योरिटी पॉइंट से संवेदनशील है। वीवीआईपी मूवमेंट होते रहते हैं। पांडेयपुर पुलिस लाइन रोड पर ट्रैफिक का भी लोड रहता है। इन लोगों के कारण वहां जाम की समस्या हो रही थी। इन्हें अन्यत्र कारोबार करने के लिए कहा गया है। ———————————— यह भी पढ़ें:- बिना नोटिस बुलडोजर से ढहाया मकान, 8 बहनें सड़क पर:बुलंदशहर डीएम से बोलीं- सारे कागजात हैं, जबरन तोड़ दिया; अब हम कहां जाएं मां-बाप की पहले ही मौत हो गई थी। अब जिस घर में बचपन से रहते थे। उसे भी बिना नोटिस दिए गिरा दिया। यही नहीं, जिस चाय की दुकान से घर चलता था, उसे भी ढहा दिया। अब हम लोग सड़क पर आ गए हैं। जबकि घर के सारे कागजात हम लोगों के पास हैं। ईओ ने जानबूझ कर कार्रवाई की। हम 10 भाई-बहन हैं, अब कहां जाएंगे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पढ़ें पूरी खबर… ‘हम लोग मोदी के गांव (गुजरात) से हैं। हम भीख मांगकर नहीं, मेहनत करके, पैसे कमाकर अपना पेट भरते हैं। लेकिन आज मोदी के संसदीय क्षेत्र में हमसे हमारी रोजी-रोटी छीनी जा रही है। हमें भीख मांगने पर मजबूर किया जा रहा है। चार दिन से हमारे बच्चे भूखे हैं। चूल्हा तक नहीं जल रहा है।’ ये दर्द है उन महिलाओं का, जिन्हें चार दिन पहले पुलिस ने हटा दिया। ये सभी महिलाएं पटरी किनारे दुकान लगाकर सामान बेचती थीं। रविवार को 15-20 महिलाएं सर्किट हाउस पहुंचीं। सरकार या जिला प्रशासन के किसी अधिकारी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाना चाहती थीं। लेकिन, सिपाही ने उन्हें रोक लिया। सिपाही ने कहा अभी मंत्री, अधिकारी थे, लेकिन 10 मिनट पहले चले गए। कल, सोमवार को जिलाधिकारी के पास जाना, अपनी समस्याएं लेकर। विस्तार से जानिए पूरा मामला… भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो प्रदर्शन करने आए
प्रदर्शन करने वाली ज्योति, काजल, सीमा अपने-अपने बच्चों को लेकर सर्किट हाउस पहुंची थीं। उन्होंने कहा- वे पुलिस लाइन के पास सड़क किनारे पटरी पर सामान बेचती हैं। पुलिस ने उन्हें दुकान लगाने से मना कर दिया है। पटरी किनारे सामान नहीं बेचने दे रही। हम लोग रोज कमाने खाने वाले हैं। चार दिन से कोई कमाई नहीं हुई है। राशन नहीं है। खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। घर में चूल्हा नहीं जल रहा। भूख बर्दाश्त नहीं हुई तो सरकार से गुहार लगाने आए हैं। महिलाएं बोलीं- हम तीन पीढ़ी से रह रहे काशी में
लक्ष्मी, कलावती ने बताया- वह लोग तीन पीढ़ी से काशी में पांडेयपुर के पास हाशिमपुर इलाके में रह रही हैं। करीब 500 लोगों का परिवार है, जो गुजरात के विभिन्न गांवों से आकर यहां रह रहा है। अलग-अलग इलाके में पटरी के किनारे कपड़े, खिलौने, बर्तन, मौसमी सामान, पेन, कापी, बेचते हैं। पुलिस लाइन के बाहर पांडेयपुर फ्लाई-ओवर के समीप कई सालों से सड़क किनारे कपड़े, खिलौने समेत वस्तुएं बेचकर परिवार का भरण पोषण करती हैं। पुलिस के हटाने के बाद पेट नहीं भर रहा है। सड़क किनारे ग्राउंड, उतरते हैं हेलिकॉप्टर
पुलिस लाइन का मैदान पांडेयपुर मार्ग पर है। ग्राउंड की चारदीवारी सड़क मार्ग से सटी है। ग्राउंड पर पीएम मोदी, मुख्यमंत्री समेत अन्य VVIP के हेलिकॉप्टर समय-समय पर आते रहते हैं। पुलिस सुरक्षा के नाते अब पुलिस लाइन के पूर्वी दीवार के बाहर सड़क किनारे पटरी पर कारोबार करने वालों को वहां से खदेड़ रही है। ACP बोले-सिक्योरिटी की वजह से हटाया
ACP कैंट विदुष सक्सेना ने बताया- पुलिस लाइन सिक्योरिटी पॉइंट से संवेदनशील है। वीवीआईपी मूवमेंट होते रहते हैं। पांडेयपुर पुलिस लाइन रोड पर ट्रैफिक का भी लोड रहता है। इन लोगों के कारण वहां जाम की समस्या हो रही थी। इन्हें अन्यत्र कारोबार करने के लिए कहा गया है। ———————————— यह भी पढ़ें:- बिना नोटिस बुलडोजर से ढहाया मकान, 8 बहनें सड़क पर:बुलंदशहर डीएम से बोलीं- सारे कागजात हैं, जबरन तोड़ दिया; अब हम कहां जाएं मां-बाप की पहले ही मौत हो गई थी। अब जिस घर में बचपन से रहते थे। उसे भी बिना नोटिस दिए गिरा दिया। यही नहीं, जिस चाय की दुकान से घर चलता था, उसे भी ढहा दिया। अब हम लोग सड़क पर आ गए हैं। जबकि घर के सारे कागजात हम लोगों के पास हैं। ईओ ने जानबूझ कर कार्रवाई की। हम 10 भाई-बहन हैं, अब कहां जाएंगे। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर