विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की मांग चल रही है। हालांकि किसी भी बदलाव से पहले हाईकमान फैक्ट फाइंडिंग कमेटियों की रिपोर्ट का आकलन करना चाह रहा है। रिपोर्ट को देखने के बाद ही हाईकमान किसी नतीजे पर पहुंचेगा। रिपोर्ट के बिंदुओं के आधार पर ही हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष के नाम भी ऐलान भी केंद्रीय नेतृत्व करेगा। दिल्ली में आज होने वाली कमेटी की दूसरी बैठक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सभी सांसद और पार्टी अध्यक्ष उदयभान को बुलाया गया है। चुनाव के बाद स्वास्थ्य कारणों से मीटिंगों से दूर रहे कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी इसमें शामिल होंगे। इस बैठक के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंप देगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आने के एक-दो सप्ताह में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता का नाम तय हो जाएगा। विधायकों से कमेटी कर चुकी वन टू वन हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को जानने के लिए बनी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हार हुए प्रत्याशियों और विधायकों से वन टू वन कर चुकी है। कमेटी में शामिल छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टु वन बात कर चुके हैं। किसी उम्मीदवार को इसकी रिकॉर्डिंग नहीं करने दी गई। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई है। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे गए थे। जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि कमेटी मेंबर इसके बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। दीपब बाबरिया पर बोले जेपी हरियाणा के हिसार में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा, कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग की बैठक आज होनी है। इसमें वह खुद शामिल होंगे। इसमें स्पष्ट हो जाएगा कि इसका क्या रोल था। बहुत कुछ सामने आएगा। कांग्रेस सांसद ने कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को लेकर कहा कि वे हमारे सीनियर नेता हैं। उन्होंने टिकटों का बंटवारा बहुत ही अच्छे तरीके से करवाने का प्रयास किया था। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कल तय कर देगी कि किसका क्या रोल था। सामने नहीं आती कमेटी की रिपोर्ट हरियाणा चुनाव के नतीजे आए हुए दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। मगर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी अभी हार की पड़ताल में ही जुटी है। दरअसल, चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा तो कांग्रेस में चुनाव दर चुनाव होती है मगर इनसे जुड़ी रिपोर्टें रहस्य के पर्दे से बाहर नहीं आतीं। ऐसे में हरियाणा की चुनावी हार के लिए पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी से जुड़ी हकीकतें खुलकर कितनी सामने आएंगी यह सवाल कायम है। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की मांग चल रही है। हालांकि किसी भी बदलाव से पहले हाईकमान फैक्ट फाइंडिंग कमेटियों की रिपोर्ट का आकलन करना चाह रहा है। रिपोर्ट को देखने के बाद ही हाईकमान किसी नतीजे पर पहुंचेगा। रिपोर्ट के बिंदुओं के आधार पर ही हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष के नाम भी ऐलान भी केंद्रीय नेतृत्व करेगा। दिल्ली में आज होने वाली कमेटी की दूसरी बैठक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सभी सांसद और पार्टी अध्यक्ष उदयभान को बुलाया गया है। चुनाव के बाद स्वास्थ्य कारणों से मीटिंगों से दूर रहे कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी इसमें शामिल होंगे। इस बैठक के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंप देगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आने के एक-दो सप्ताह में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता का नाम तय हो जाएगा। विधायकों से कमेटी कर चुकी वन टू वन हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को जानने के लिए बनी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हार हुए प्रत्याशियों और विधायकों से वन टू वन कर चुकी है। कमेटी में शामिल छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टु वन बात कर चुके हैं। किसी उम्मीदवार को इसकी रिकॉर्डिंग नहीं करने दी गई। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई है। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे गए थे। जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि कमेटी मेंबर इसके बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। दीपब बाबरिया पर बोले जेपी हरियाणा के हिसार में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा, कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग की बैठक आज होनी है। इसमें वह खुद शामिल होंगे। इसमें स्पष्ट हो जाएगा कि इसका क्या रोल था। बहुत कुछ सामने आएगा। कांग्रेस सांसद ने कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को लेकर कहा कि वे हमारे सीनियर नेता हैं। उन्होंने टिकटों का बंटवारा बहुत ही अच्छे तरीके से करवाने का प्रयास किया था। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कल तय कर देगी कि किसका क्या रोल था। सामने नहीं आती कमेटी की रिपोर्ट हरियाणा चुनाव के नतीजे आए हुए दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। मगर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी अभी हार की पड़ताल में ही जुटी है। दरअसल, चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा तो कांग्रेस में चुनाव दर चुनाव होती है मगर इनसे जुड़ी रिपोर्टें रहस्य के पर्दे से बाहर नहीं आतीं। ऐसे में हरियाणा की चुनावी हार के लिए पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी से जुड़ी हकीकतें खुलकर कितनी सामने आएंगी यह सवाल कायम है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस MLA किरण चौधरी बेटी संग BJP जॉइन करेंगी:आज दिल्ली में कार्यक्रम, इस्तीफे में हुड्डा को लपेटा; बोलीं- बेइज्जत किया, साजिश रची
हरियाणा कांग्रेस MLA किरण चौधरी बेटी संग BJP जॉइन करेंगी:आज दिल्ली में कार्यक्रम, इस्तीफे में हुड्डा को लपेटा; बोलीं- बेइज्जत किया, साजिश रची हरियाणा के पूर्व CM चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु व भिवानी के तोशाम से MLA किरण चौधरी और उनकी बेटी आज बीजेपी जॉइन करेंगी। वह सुबह 10 बजे दिल्ली जाकर BJP हेडक्वार्टर में पार्टी में शामिल होंगी। इस दौरान वहां केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहेंगे। किरण चौधरी और श्रुति ने बीती शाम (18 जून) को कांग्रेस छोड़ी। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस्तीफा भेजा। जिसमें किरण ने लिखा कि यहां पार्टी को निजी जागीर की तरह चला रहे हैं। मुझे बेइज्जत किया गया। किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद से ही नाराज दिख रही थी। किरण ने खुलकर मीडिया के सामने कई बार राजनीतिक तौर पर उन्हें खत्म करने की साजिश रचने के आरोप लगाए। उनके अलावा कांग्रेस के एक और नेता पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की चर्चा है। हालांकि कुलदीप अभी कांग्रेस में ही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द वह भी बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को भेजा इस्तीफा
दोनों ने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है। दोनों नेताओं ने बिना नाम लिए भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा। किरण चौधरी ने लिखा- मैंने जिंदगी के 4 दशक वफादारी से कांग्रेस पार्टी को दिए। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। जिसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाज के लिए कोई जगह नहीं है। मुझे सुनियोजित तरीके से दबाया गया। साजिशें रची गई। हरियाणा के जनक चौ.बंसीलाल जी के संस्कारों व विचारधारा को हरियाणा में प्रसारित करना और क्षेत्र एवं प्रदेश का ईमानदारी से विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी! श्रुति चौधरी ने लिखा- मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और प्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रैजिडेंट के पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं उन लोगों में से हूं, जिन्हें निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। मैंने भी पूरी ईमानदारी से निस्वार्थ सेवा की उस महान विरासत को बनाए रखने का प्रयास किया है। दुर्भाग्य से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी अब एक व्यक्ति पर केंद्रित हो गई है। जिन्होंने अपने स्वार्थ और छोटे हितों के लिए पार्टी के हित से समझौता किया है। चौधरी बंसी लाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह जी की विचारधारा पर चल क्षेत्र एवं प्रदेश का विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी। किरण चौधरी के इस्तीफे की कॉपी… श्रुति चौधरी के इस्तीफे की कॉपी… भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट मांग रही थी श्रुति, हुड्डा के करीबी को मिली
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को हरियाणा में 5-5 सीटों पर जीत मिली है। किरण चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी टिकट मांग रही थी। उनकी बेटी इस सीट पर एक बार सांसद भी रह चुकी है, लेकिन पार्टी ने इस बार श्रुति का टिकट काटकर पूर्व सीएम हुड्डा के खास महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह को दे दिया। इससे किरण नाराज हो गई और चुनावी प्रचार से भी पूरी तरह दोनों ने दूरी बना ली। हालात ये बने कि राव दान सिंह चुनाव हार गए। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी राहुल गांधी के सामने ही किरण चौधरी और राव दान सिंह के बीच तीखी नोंकझोंक दिखी। दोनों एक-दूसरे को अंगुली दिखाकर बात करते रहे। कुलदीप शर्मा करनाल सीट से थे दावेदार
इसी तरह करनाल सीट से पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलदीप शर्मा दावेदारी जता रहे थे। यहां भी उनकी बजाय युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को बीजेपी के हैवीवेट प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उतार दिया। दिव्यांशु बुद्धिराजा और कुलदीप शर्मा दोनों ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। टिकट नहीं मिलने के कारण कुलदीप शर्मा एक तरह से घर बैठ गए। कुलदीप ने बुद्धिराजा के चुनाव में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसकी वजह से इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बुरी तरह हार गए। सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक कुलदीप शर्मा सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करनाल से ही की है। 16 जून को करनाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में कुलदीप शर्मा नहीं आए। इसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे है कुलदीप शर्मा कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं। कुलदीप शर्मा ने टिकट न मिलने पर पहले कांग्रेस के प्रचार से दूरी बनाई। इसके बाद भूपेंद्र हुड्डा ने वर्कर मीटिंग रखी तो उसमें भी नहीं गए। किरण-श्रुति को राज्यसभा भेजने के भी आसार
दरअसल, दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई है। प्रदेश में फिलहाल बीजेपी की सरकार हैं। ऐसे में राज्यसभा में बीजेपी के ही किसी उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है। चर्चा इस बात की है कि बीजेपी हरियाणा में कांग्रेस के किसी बड़े नेता को पार्टी में शामिल कराकर राज्यसभा में भेज सकती है। इनमें किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी का नाम टॉप पर है।किरण चौधरी के लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही थी। हालांकि माहौल को भांपकर किरण चौधरी शांत रही, लेकिन बेटी की टिकट कटने और फिर पार्टी के नेताओं द्वारा उन्हें इग्नोर करने से वे काफी आहत हुई। मीडिया के सामने किरण कई बार कह चुके है कि उन्हें दबाने और खत्म करने की साजिशें की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कुलदीप शर्मा को पार्टी में शामिल कराकर उन्हें भी राज्यसभा में भेजा जा सकता है, लेकिन इसके चांस कम है। क्योंकि हरियाणा से पहले ही बीजेपी निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन कर राज्यसभा भेज चुकी है। कांग्रेस ने राव दान सिंह को टिकट दी तो समर्थकों से मुलाकात के दौरान किरण चौधरी बहुत नाराज नजर आई, वहीं श्रुति चौधरी भावुक दिखीं थी। कई गुटों में बंटी कांग्रेस, हुड्डा ग्रुप भारी
हरियाणा में कांग्रेस कई गुटों में बंटी हुई है। एक गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो दूसरा उनके एंटी एसआरके ( कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ) गुट बना हुआ है। इसके अलावा पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी अपनी अलग राह चुने हुए हैं। कैप्टन भी इस बार गुरुग्राम सीट से दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर हुड्डा की सिफारिश पर फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दे दी। हालांकि राज बब्बर भी राव इंद्रजीत सिंह से चुनाव हार गए। मौजूदा वक्त में हुड्डा का गुट भारी है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैठे उदयभान भी उनके ही ग्रुप के हैं। हुड्डा से खटपट में कई नेता कर चुके किनारा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से खटपट के चलते पहले भी कई कांग्रेसी नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें राव इंद्रजीत सिंह, कुलदीप बिश्नोई जैसे बड़े नेता भी शामिल है। राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिणी हरियाणा के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए 2014 में पार्टी छोड़ी तो कुलदीप बिश्नोई प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने के कारण 2022 में बीजेपी में शामिल हुए थे। फिलहाल राव इंद्रजीत सिंह केंद्र सरकार में मंत्री तो कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा सीट को लेकर दावेदारी जता रहे है। बिश्नोई हिसार सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काटकर चौधरी रणजीत चौटाला को चुनाव लड़ाया, लेकिन चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से चुनाव हार गए। कांग्रेस अध्यक्ष बोले- सबको भविष्य चुनने का अधिकार
किरण चौधरी के भाजपा जॉइन करने के सवाल पर हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हर नेता को अपना भविष्य का फैसला लेने का अधिकार है। अगर उन्हें वहां अपना भविष्य नजर आता है तो वह फैसला ले सकती हैं।
रोहतक में बोले भूपेन्द्र हुड्डा- विनेश के खिलाफ साजिश हुई:ओलिंपिक में आज तक ऐसा नहीं देखा, सरकार को स्टैंड लेना चाहिए
रोहतक में बोले भूपेन्द्र हुड्डा- विनेश के खिलाफ साजिश हुई:ओलिंपिक में आज तक ऐसा नहीं देखा, सरकार को स्टैंड लेना चाहिए हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को रोहतक स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य ठहराए जाने पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह खुद भी ओलंपिक में रुचि रखते हैं। लेकिन आज तक उन्हें यह नहीं पता चला कि सिल्वर मेडल जीतने के बाद उन्हें इस तरह से क्यों और कैसे हटाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। सरकार को इस पर स्टैंड लेना चाहिए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उन्हें लगता है कि इसमें कोई साजिश रची गई है। एमएसपी की घोषणा किसानों को बरगलाने की कोशिश पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार की एमएसपी की घोषणा पर कहा कि इसे कानूनी गारंटी दी जानी चाहिए। इससे पहले कोई औचित्य नहीं है। यह चुनाव का समय है। ये चुनावी हथकंडे हैं। सबको पता है कि भाजपा ने 10 साल में क्या किया। किसानों को कर्ज में डुबो दिया। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। लेकिन आय दोगुनी करने की बजाय उन्होंने लागत बढ़ा दी है। डीजल पर टैक्स जो हमारे समय में 9 प्रतिशत था, अब बढ़कर 17 प्रतिशत से अधिक हो गया है। खाद पर भी जीएसटी लगा दिया गया है। एमएसपी में भी मामूली बढ़ोतरी की गई है। वे किसानों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नॉन स्टॉप हरियाणा पर हुड्डा का तंज पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा सरकार के नॉन स्टॉप हरियाणा के विज्ञापन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि इन्होंने नॉन स्टॉप क्रप्शन में हरियाणा, नॉन स्टॉप फेलियर, नॉन स्टॉप अपराध हो रहा है। कांग्रेस की गुटबाजी पर पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं हैं। कांग्रेस एक है और मजबूत पार्टी है। कोई भी पार्टी फैसला लेती है तो सभी एकसाथ मिलकर काम करते हैं।
रोहतक में पुरानी रंजिश में पहलवान को मारी गोली:6 साल पहले हुआ विवाद, दादी बोली- थारा शेर मार दिया, अब परिवार की बारी
रोहतक में पुरानी रंजिश में पहलवान को मारी गोली:6 साल पहले हुआ विवाद, दादी बोली- थारा शेर मार दिया, अब परिवार की बारी रोहतक के गांव गांधरा निवासी पहलवान को दौड़ा-दौड़ाकर गोली मारने वाले आरोपी नामजद हो गए हैं। हमलावरों में शामिल 3 नामजद आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं। जिनके खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। यह वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी। जिसमें आरोपी पीछा करके हमला करते हुए दिखाई दे रहे थे। पुलिस के अनुसार आरोपियों का घायल पहलवान के साथ करीब 6 साल पहले 2018 में गांव गांधरा निवासी राजीव और मुनीम को झगड़ा हुआ था। जिसके बाद अब मुनीम के बेटों और परिवार पर ही आरोप है कि उन्होंने राजीव पर हमला किया है। घायल के भाई व पिता पर भी की फायरिंग
रोहतक के गांव गांधरा निवासी धर्मेंद्र उर्फ मोनू ने सांपला थाना में शिकायत दी। शिकायत में बताया कि शुक्रवार को वह अपने भाई राजीव उर्फ ढिला पहलवान और पिता महाबीर के साथ बस स्टैंड के पास खेत से आए थे। अचानक एक ब्लैक रंग की गाड़ी आकर रुकी। उसमें से गांव के ही दिपांशु, हिमांशु और सुनील सहित एक सांपला गांव का युवक तथा 6-7 नौजवान लड़के थे। आरोपियों ने राजीव उर्फ ढिला पहलवान पर अपने हथियारों से गोली मारने लगे। जब वह और उसके पिता बचाने के लिए दौड़े तो हमलावरों ने उन पर भी फायरिंग कर दी। चौक पर ज्यादा लोग होने से वे गोली लगने से बच गए। पुरानी रंजिश में मारी गोली
उन्होंने कहा कि आरोपियों की दादी ने धमकी दी कि थारा शेर मार दिया, बाकि परिवार वालों को भी नहीं छोड़ेंगे। आरोपियों ने पुरानी रंजिश रखते हुए उसके भाई राजीव उर्फ ढिला पहलवान पर हमला किया है। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि उसका भाई राजीव उर्फ ढिला कुश्ती का खिलाड़ी रहा है और फिलहाल गांव में अपना अखाड़ा चलाता है। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
सांपला थाना प्रभार बिजेंद्र सिंह ने कहा कि घायल राजीव के भाई धर्मेंद्र के बयान दर्ज किए हैं। जिसके आधार पर गांव के ही हिमांशु, दीपांशु और सुनील सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल बयानों की जांच की जा रही है। वहीं आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपी गिरफ्तार होने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।