हरियाणा में भिवानी जिले में लोहारू थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक गांव के वृद्धाश्रम में छापा मार कर अवैध शराब बरामद की है। शराब को बेचने के लिए यहां रखा गया था। पुलिस की रेड देख कर एक युवक ताला लगा कर मौके से फरार हो गया। लोहारू पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि खरकड़ी वृद्धा आश्रम में अवैध रूप से खराब बिक्री का कार्य चल रहा है। यदि तुरंत रेड की जाए तो आरोपी को शराब सहित दबोचा जा सकता है। इसके बाद पुलिस ने खरकडी के सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र सिह व गांव के चौकीदार धनसिह को साथ लेकर मौके की रेड की। इसी दौरान एक लडका वृद्धा आश्रम की कुंडी लगा कर भाग गया। पुलिस ने इसके बाद कमरे की तलाशी ली। वहां से 19 बोतल माल्टा मस्ती, 29 अध्धे माल्टा मस्ती, 41 पव्वे माल्टा मस्ती, 5 बोतल शाही देशी तथा 11 बोतल अंग्रेजी शराब की बरामद की है। आरोपी मौके से फरार हो गया। जिसके बारे में पता किया गया जिसका नाम सविन कुमार बताया गया है जिसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। हरियाणा में भिवानी जिले में लोहारू थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक गांव के वृद्धाश्रम में छापा मार कर अवैध शराब बरामद की है। शराब को बेचने के लिए यहां रखा गया था। पुलिस की रेड देख कर एक युवक ताला लगा कर मौके से फरार हो गया। लोहारू पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि खरकड़ी वृद्धा आश्रम में अवैध रूप से खराब बिक्री का कार्य चल रहा है। यदि तुरंत रेड की जाए तो आरोपी को शराब सहित दबोचा जा सकता है। इसके बाद पुलिस ने खरकडी के सरपंच प्रतिनिधि सुरेंद्र सिह व गांव के चौकीदार धनसिह को साथ लेकर मौके की रेड की। इसी दौरान एक लडका वृद्धा आश्रम की कुंडी लगा कर भाग गया। पुलिस ने इसके बाद कमरे की तलाशी ली। वहां से 19 बोतल माल्टा मस्ती, 29 अध्धे माल्टा मस्ती, 41 पव्वे माल्टा मस्ती, 5 बोतल शाही देशी तथा 11 बोतल अंग्रेजी शराब की बरामद की है। आरोपी मौके से फरार हो गया। जिसके बारे में पता किया गया जिसका नाम सविन कुमार बताया गया है जिसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में लोकसभा चुनाव में देवीलाल परिवार का सफाया:4 सदस्यों में एक भी नहीं जीता, 3 की जमानत जब्त; सिर्फ एक फाइट में रहा
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में देवीलाल परिवार का सफाया:4 सदस्यों में एक भी नहीं जीता, 3 की जमानत जब्त; सिर्फ एक फाइट में रहा हरियाणा में लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल के परिवार का सफाया हो गया। इस चुनाव में परिवार की दूसरी पीढ़ी से लेकर तीसरी पीढ़ी के सदस्य उतरे थे, लेकिन कोई भी चुनाव नहीं जीत पाया। हिसार सीट पर भाजपा की तरफ से देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह चौटाला ने चुनाव लड़ा। इसी सीट पर इनोल से सुनैना चौटाला और JJP की तरफ से नैना चौटाला मैदान में थीं। वहीं कुरुक्षेत्र सीट से देवीलाल के पोते अभय सिंह चौटाला चुनाव लड़ रहे थे। नैना-सुनैना और अभय की तो जमानत भी जब्त हो गई। अभय चौटाला को 6.53 फीसदी वोट मिले। जबकि नैना चौटाला को 1.88 तो सुनैना चौटाला को 1.9 फीसदी ही वोट मिले। सिर्फ रणजीत चौटाला की कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश को टक्कर दे पाए। रणजीत चौटाला को 43.19 फीसदी वोट मिले। कुनबे के अधिकतर सदस्य राजनीति में सक्रिय
ताऊ देवीलाल के 4 बेटे हैं। इसमें ओमप्रकाश चौटाला, प्रताप चौटाला, रणजीत चौटाला और जगदीश चौटाला है। चारों की ही राजनीतिक राहें अलग-अलग हैं। ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं जबकि रणजीत चौटाला विधायक रह चुके हैं। रणजीत चौटाला ने रानियां से निर्दलीय विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। सांसद बनने की चाह में विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। अब न उनके पास न विधायकी बची और न सांसद बन पाए। इसी तरह, ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़े और हार गए। ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला की पत्नी व हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला ने जजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन वह भी हार गईं। नैना चौटाला बाढ़डा सीट से जजपा विधायक भी हैं। इसके अलावा, प्रताप चौटाला के बेटे रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला हिसार से इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़कर हार गईं। इनेलो में फूट के बाद से बैकफुट पर परिवार
ताऊ देवीलाल के बेटे ओमप्रकाश चौटाला ने पिता की विरासत को आगे बढ़ाया और लोकदल को मजबूत किया। वहीं रणजीत चौटाला शुरू में तो पिता के साथ रहे, लेकिन बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद हरियाणा की राजनीति में बदलाव हुए। स्व. देवीलाल के सबसे छोटे बेटे जगदीश चौटाला के पुत्र आदित्य चौटाला भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद 2019 विधानसभा चुनाव से पहले ओपी चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला ने बगावत कर दी और पार्टी के नेताओं को तोड़कर अलग से जननायक जनता पार्टी (JJP) बना ली। इनेलो टूटने के बाद ही देवीलाल परिवार हरियाणा की राजनीति में हाशिये पर चला गया है। मौजूदा समय में सिर्फ अभय सिंह चौटाला इनेलो के एकमात्र विधायक हैं। भजनलाल और बंसीलाल परिवार भी चुनाव से रहा दूर
देवीलाल परिवार के अलावा, भजनलाल और बंसीलाल परिवार भी इस चुनाव में राजनीति से दूर रहा। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई हिसार से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके अलावा, भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से बंसीलाल परिवार से श्रुति चौधरी का टिकट काट दिया गया। भाजपा हिसार सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई। वहीं कांग्रेस भी भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट हार गई। दोनों पार्टियों को इन सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा।
करनाल पुलिस ने बाइक चोर को पकड़ा:फाइनेंस की मोटरसाइकिल बताकर बेचता था, 19 बाइक बरामद; 15 मामलों में पहले जा चुका जेल
करनाल पुलिस ने बाइक चोर को पकड़ा:फाइनेंस की मोटरसाइकिल बताकर बेचता था, 19 बाइक बरामद; 15 मामलों में पहले जा चुका जेल हरियाणा के करनाल की एंटी ऑटो थेफ्ट पुलिस टीम ने चोरी की बाइक के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बाइक चोरी की 19 वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस ने सभी बाइक बरामद कर ली हैं। चोरी के बाद आरोपी बाइक को किसी और को यह कहकर बेच देता था कि उसने यह बाइक किसी फाइनेंसर से खरीदी है। आरोपी पहले भी बाइक चोरी के करीब 15 मामलों में जेल जा चुका है। आरोपी को गुरुवार देर शाम कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जिला जेल भेज दिया गया। कैसे पकड़ा गया आरोपी करनाल एंटी थेफ्ट टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रोहताश सिंह ने बताया कि आरोपी का नाम प्रवीण कुमार है, जो करनाल की न्यू वाल्मीकि बस्ती में रहता है। गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी चोरी की बाइकों का धंधा करता है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रडार पर लिया। 14 अगस्त की शाम को पुलिस ने आरोपी को सेक्टर 4-5 ग्रीन बेल्ट करनाल से चोरी की मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो आरोपी ने 19 वारदातों का खुलासा किया। अलग-अलग जिलों से चुराई गई थी बाइक टीम प्रभारी रोहताश ने बताया कि आरोपियों ने सभी मोटरसाइकिल अलग-अलग जिलों से चुराई थी। इनमें से 3 करनाल, 2 जींद, 2 पानीपत, 1 पिहोवा, 3 कैथल और 8 मोटरसाइकिल कुरुक्षेत्र जिले से चुराई गई थी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी पहले भी करीब 15 दोपहिया वाहन चोरी के मामलों में गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है और अभी हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया था। ऐसे बेचता था आरोपी चोरी की बाइक पुलिस ने आरोपी द्वारा बताई गई जगहों से सभी बाइक बरामद कर ली हैं। रोहताश ने बताया कि आरोपी चोरी की मोटरसाइकिलें बेचता था और खरीदारों से कहता था कि उसने ये मोटरसाइकिलें किसी फाइनेंसर से खरीदी हैं, ये वो मोटरसाइकिलें हैं जिन्हें लोग लोन पर लेते हैं और लोन की किश्तें नहीं चुकाते। इसलिए वह बैंकों से अनुमति लेकर सस्ते दामों पर ये मोटरसाइकिलें बेच देता है। लेकिन इसके बाद जब लोग उससे कागजात मांगते तो वह टाल देता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया और बाद में उसे जेल भेज दिया गया।
हरियाणा में JJP के बागी पूर्व मंत्री को झटका:कांग्रेस ने टिकट देने से इनकार किया, प्रभारी बोले- वे हमारी पार्टी के सदस्य नहीं
हरियाणा में JJP के बागी पूर्व मंत्री को झटका:कांग्रेस ने टिकट देने से इनकार किया, प्रभारी बोले- वे हमारी पार्टी के सदस्य नहीं हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के बागी विधायक और पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली को कांग्रेस ने टिकट देने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, ‘कल देवेंद्र बबली ने मुलाकात की थी। वह टिकट मांग रहे थे, लेकिन मैंने कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं हैं। इस नाते उन्हें टिकट नहीं मिल सकती। अगर अध्यक्ष (चौधरी उदयभान) कोई फैसला करते हैं तो अलग बात है, लेकिन मेरी तरफ से उनको ना कर दी गई है।’ देवेंद्र बबली ने 17 अगस्त को JJP से इस्तीफा दे दिया था। तभी उनके कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई थीं। हालांकि, उन्होंने कहा था कि इसका फैसला उनकी कमेटी करेगी। देवेंद्र बबली ने कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। वह कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा के साथ उनकी फोटो सामने आई थी। वह कमरे में समर्थकों के बीच आखिरी लाइन में बैठे हुए थे। सरपंच एसोसिएशन कांग्रेस को दे चुका चेतावनी पंचायत मंत्री रहते देवेंद्र बबली को ई-टेंडरिंग को लेकर सरपंचों का विरोध का सामना करना पड़ा था। कुछ दिन पहले सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर सिंह ने कहा था कि बबली कांग्रेस में जाने का प्रयास कर रहे हैं। अगर कांग्रेस उन्हें टिकट देगी तो सरपंच इसका विरोध करेंगे। BJP-JJP सरकार ने पंचायती राज एक्ट को खत्म किया गया था, इस बात को सरपंच भूले नहीं हैं। लोकसभा चुनाव में सैलजा को समर्थन दिया था देवेंद्र बबली ने वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद देवेंद्र बबली ने जजपा से बिल्कुल दूरी बना ली। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सिरसा से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी सैलजा को समर्थन दिया था। देवेंद्र बबली की JJP से नाराजगी की वजह देवेंद्र बबली 2019 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। तब वह तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर गुट में थे। टिकट की रेस से खुद को बाहर होता देख देवेंद्र बबली JJP में आ गए और विधायक भी बने। विधायक बनने के बाद जब मंत्री नहीं बनाया गया तो वह नाराज हो गए। पार्टी मीटिंग में भी उनकी उपस्थिति कम हो गई। बाद में इन्हें पंचायत मंत्री बनाया गया। हालांकि इसके बाद भी वह दुष्यंत चौटाला से दूरी बनाए रहे।