बस्ती पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ:तालियों की गूंज से स्वागत, कर्मा देवी शैक्षणिक संस्थान के वार्षिकोत्सव में हुए शामिल

बस्ती पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ:तालियों की गूंज से स्वागत, कर्मा देवी शैक्षणिक संस्थान के वार्षिकोत्सव में हुए शामिल

बस्ती के कर्मा देवी शैक्षणिक संस्थान के 15वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। यहां उनका भाजपा नेताओं, छात्र-छात्राओं और विद्यालय के अन्य स्टाफ ने तालियों की गूंज के साथ स्वागत किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। छात्रों की ओर से सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। इस दौरान मंच पर हरैया विधायक अजय सिंह, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी, पूर्व विधायक रवि सोनकर, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, कर्मा देवी शैक्षिक संस्थान के निदेशक पूर्व आईएएस ओम सिंह आदि मौजूद रहे। जननी और जन्मभूमि के प्रति दायित्व जरूरी अपने भाषण के दौरान सीएम ने कहा कि जननी और जन्मभूमि के प्रति दायित्व जरूरी है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति कितना ही बड़ा क्यों न हो जाए, सफल क्यों न बन आए, पर जब तक वह अपनी मां और मातृभूमि के प्रति दायित्वों का निर्वहन नहीं करता, वह असफल ही माना जाएगा। बस्ती के कर्मा देवी शैक्षणिक संस्थान के 15वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार सुबह सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। यहां उनका भाजपा नेताओं, छात्र-छात्राओं और विद्यालय के अन्य स्टाफ ने तालियों की गूंज के साथ स्वागत किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। छात्रों की ओर से सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। इस दौरान मंच पर हरैया विधायक अजय सिंह, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी, पूर्व विधायक रवि सोनकर, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, कर्मा देवी शैक्षिक संस्थान के निदेशक पूर्व आईएएस ओम सिंह आदि मौजूद रहे। जननी और जन्मभूमि के प्रति दायित्व जरूरी अपने भाषण के दौरान सीएम ने कहा कि जननी और जन्मभूमि के प्रति दायित्व जरूरी है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति कितना ही बड़ा क्यों न हो जाए, सफल क्यों न बन आए, पर जब तक वह अपनी मां और मातृभूमि के प्रति दायित्वों का निर्वहन नहीं करता, वह असफल ही माना जाएगा।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर