<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में मिली जमानत की शर्त को हटा दिया है. इसे लेकर खुद उन्होंने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हृदय से आभार, जिसने जमानत की शर्त को हटाकर राहत प्रदान की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिसोदिया ने आगे लिखा, “यह निर्णय न केवल न्यायपालिका में मेरी आस्था को और मजबूत करता है, बल्कि हमारे संवैधानिक मूल्यों की शक्ति को भी दर्शाता है. मैं हमेशा न्यायपालिका और संविधान के प्रति अपने कर्तव्यों का सम्मान करता रहूंगा. जय भीम, जय भारत.”</p> <p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में मिली जमानत की शर्त को हटा दिया है. इसे लेकर खुद उन्होंने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हृदय से आभार, जिसने जमानत की शर्त को हटाकर राहत प्रदान की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिसोदिया ने आगे लिखा, “यह निर्णय न केवल न्यायपालिका में मेरी आस्था को और मजबूत करता है, बल्कि हमारे संवैधानिक मूल्यों की शक्ति को भी दर्शाता है. मैं हमेशा न्यायपालिका और संविधान के प्रति अपने कर्तव्यों का सम्मान करता रहूंगा. जय भीम, जय भारत.”</p> दिल्ली NCR Aligarh News: अब खुले आसमान नहीं गुजरेंगी बेसहारा लोगों की सर्द रातें, प्रशासन की ओर से की गई तैयारी
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MCD के पार्कों में लगाए जाएंगे 25 हजार ट्यूलिप के पौधे, जानें कितना आएगा खर्च?
MCD के पार्कों में लगाए जाएंगे 25 हजार ट्यूलिप के पौधे, जानें कितना आएगा खर्च? <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Latest News:</strong> दिल्ली के पार्कों में जल्द ही 25 हजार ट्यूलिप के पौधे लगाए जाएंगे. यह पहली बार होगा जब एमसीडी के पार्कों में ट्यूलिप खिलाए जाएंगे. अब तक एनडीएमसी एरिया में ही ट्यूलिप देखने को मिलते थे. इसके लिए एमसीडी ने खास तैयारी की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि सर्दियों के मौसम में सभी पार्कों में तरह-तरह के फूलों वाले पौधे लगाए जाते हैं. ज्यादातर पौधे एमसीडी की अलग अलग नर्सरियों में तैयार किए जाते हैं. इसकी तैयारी सर्दियों से कई महीने पहले शुरू हो जाती है. इनमें से ज्यादातर फूलों वाले पौधे ऐसे होते हैं, जिन्हें बीज से तैयार किया जाता है. कुछ खास तरह के फूलों वाले पौधों को रोशनारा बाग की हाईटेक नर्सरी में तैयार किया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>25 हजार ट्यूलिप के पौधे लगाएगी एमसीडी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं इस बार एमसीडी की अपने पार्कों में ट्यूलिप लगाने की योजना है. एमसीडी ने 25 हजार ट्यूलिप के पौधे रिजर्व कराए हुए हैं. यह पौधे एनडीएमसी से खरीदे जाएंगे. एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि ट्यूलिप के पौधों को सुरक्षित रखना उद्यान विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी. इसलिए एमसीडी कुछ चुनिंदा पार्कों में ही ट्यूलिप लगाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्यूलिप लगाने पर खर्च होगी इतनी रकम</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि एनडीएमसी 5.5 लाख ट्यूलिप खरीद रही है. उनमें से 25 हजार एमसीडी को मिलेंगे. एक ट्यूलिप ब्लब की कीमत 39-40 रुपये आएगी. इस तरह से एमसीडी को इसके लिए लगभग 9-10 लाख रुपये खर्च करने होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> चुनिंदा पार्कों में लगाए जाएंगे ट्यूलिप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अधिकारियों ने बताया कि ट्यूलिप को सुरक्षित रखना उद्यान विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि पिछले साल एनडीएमसी इलाके से ट्यूलिप की चोरी के कई मामले सामने आए थे. कई लोगों को ट्यूलिप चोरी करते हुए पकड़ा भी गया था. इसलिए एमसीडी कुछ चुनिंदा पार्कों में ही ट्यूलिप लगाएगी, जहां पार्कों में सिक्योरिटी गार्ड तैनात होंगे ताकि ट्यूलिप को चोरी होने से बचाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-lg-vinai-kumar-saxena-told-atishi-thousand-times-better-than-arvind-kejriwal-as-cm-2828516″>LG वीके सक्सेना ने आतिशी को बताया अरविंद केजरीवाल से बेहतर CM, तारीफ में कही ये बात</a></strong></p>
दो भाइयों ने मां-बहन को जिंदा जलाकर मार डाला:पिता ने मरने से पहले दो बीघा जमीन बहन के नाम की, भाइयों ने जिंदा जला दिया
दो भाइयों ने मां-बहन को जिंदा जलाकर मार डाला:पिता ने मरने से पहले दो बीघा जमीन बहन के नाम की, भाइयों ने जिंदा जला दिया बस्ती में दो बीघा जमीन के लिए दो भाइयों ने मिलकर अपनी मां और बहन को जिंदा जलाकर मार डाला। जिसमें से एक बेटा मृतका का सगा और दूसरा सौतेला बेटा है। दोनों की लाश कमरे में जली हालत मिली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर से दोनों जले हुए शव को बरामद किया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया । घटना की जानकारी के बाद एसपी गोपाल चौधरी और फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। अब जानिए क्या है पूरा मामला… गोदावरी व उसकी बेटी सौम्या सेठा गांव में अकेले रहती थीं। गोदावरी गांव में ही आशा कर्मी के पद पर तैनात थीं। उनकी बेटी सौम्या घर पर की रहकर एएनएम की ट्रेनिंग कर रही थी। आशाकर्मी के पति अवधेश की कैंसर के मृत्यु हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, अवधेश की पहली पत्नी कौशिल्या थी। उनसे एक बेटा करुणाकर व एक बेटी थी। दोनों की शादी हो चुकी है। वह अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं, जबकि गोदावरी की बड़ी बेटी सरिता व बेटे कमलेश की भी शादी हो चुकी है, वे भी दूसरी जगह पर रहतें हैं। गोदावरी के पति अवधेश ने अपने जीवनकाल में ही सेठा गांव की जमीन को गोदावरी व सौम्या के नाम कर दी थी। इसी बात को लेकर उसके जेठ कौशल , सगा बेटा कमलेश व सौतेला बेटा करुणाकर रंजिश रखते थे। 5 दिसंबर को होनी थी सुनवाई, एक दिन पहले मिला जली लाश
पिता के मरने के बाद जब दोनों बेटों को इस की जानकारी हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया और जमीन अपने नाम करने के लिए दबाव बनाने लगे। इसके बाद जमीनी विवाद का मुकदमा दर्ज हुआ और उस में सुनवाई चल रही थी। 5 दिसंबर को मुकदमे में मां और बेटी को गवाही होनी थी। उससे एक दिन पहले उनका जला हुआ शव घर के कमरे से बरामद हुआ। घर के कमरे से निकल रहा था धुंआ बड़ी बेटी सरिता ने बताया- दोनों भाइयों ने हत्या की है। जब सुबह में उसने अपनी बहन को फोन किया, तो काफी बार बेल जाने के बाद भी फोन नहीं उठा तो पड़ोस की एक लड़की से बात कराने के लिए फोन किया। जब वह घर गई तो उसने रोते हुए बताया कि घर के कमरे से धुंआ निकल रहा है। जिसके बाद मैने गोरखपुर में अपने मामा को फोन किया। उन्होंने थाने पर इसकी सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो बहन और मां की जली हुई लाश कमरे में मिली। मेरे दोनों भाइयों ने घटना को अंजाम दिया है। पिता जी की वसीयत को लेकर मुकदमा चल रहा था, जिसमें गवाही चल रही थी। जिसका विरोध मेरे भाई कमलेश, करुणाकर और चाचा कौशल कर रहे थे। इन लोगों ने मिलकर मां और बहन की हत्या का कर दी है। हत्याकांड का मास्टर माइंड सगा बेटा कमलेश
बड़ी बेटी सरिता के पति ने बताया- जब उनके ससुर को कैंसर हुआ और डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो उन्होंने अपनी छोटी बेटी जिसकी शादी नहीं की थी। उसके नाम दो बीघा जमीन वरासत कर दिया और अपनी दूसरी पत्नी के नाम भी जीवन यापन के लिए कुछ जमीन विरासत कर दिया। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड कमलेश है। जमीनी विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया। एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने बताया- एक मकान में दो महिलाओं की लाश जली हुई मिली है। जिनका मृत्यु घटना स्थल पर हुई है। फोरेंसिक टीम को जांच में लगाई गई। लाश को पोस्टमॉर्टम लिए भेजा जा रहा। मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई की जा रही है। प्रथम दृष्टया संपत्ति के लोभ में मां-बेटी की हत्या किए जाने की बात सामने आ रही है। जिसमें परिवार के लोग ही शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन में जुटी हुई है। घटना के बाद से मृतका के जेठ व उनका परिवार और सगे तथा सौतेला बेटा भी फरार बताया जा रहा है। फिलहाल दोहरे हत्याकांड ने कप्तानगंज पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ———————————————————- ये भी पढ़ें…. मेरठ के जैद को सऊदी में सुनाई सजा-ए-मौत:भाई बोला- पुलिस की गाड़ी चलाता था; सऊदी में इस गांव के 700 नौजवान सऊदी अरब में मक्का की क्रिमिनल कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में मेरठ निवासी 36 साल के जैद को सजा-ए-मौत दी है। जैद को पिछले साल ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। जेद्दाह स्थित दूतावास ने जैद के परिजनों से कहा है- वो चाहें तो एक क्षमा याचिका (मर्सी पिटीशन) भेज सकते हैं। जैद 6 साल पहले कमाने के लिए सऊदी अरब गया था, जहां वो बतौर ड्राइवर नौकरी कर रहा था। जैद की तरह उसके गांव से करीब 700 युवा सऊदी अरब में नौकरी कर रहे हैं। गांव की आबादी करीब दस हजार है। यहां लगभग हर घर से एक सदस्य सऊदी में है। पढ़ें पूरी खबर…
MVA और NDA के लिए क्यों जरूरी है महाराष्ट्र चुनाव? जानिए गठबंधन का सियासी गणित
MVA और NDA के लिए क्यों जरूरी है महाराष्ट्र चुनाव? जानिए गठबंधन का सियासी गणित <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024:</strong> महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान मंगलवार (15 अक्तूबर) को इलेक्शन कमीशन ने कर दिया है. अब ऐसे में प्रदेश के दोनों राजनीतिक गठबंधन महाविकास अघाड़ी और महायुति ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. महाराष्ट्र में बीजेपी जहां शिवसेना और एनसीपी के साथ मिलकर सत्ता में वापसी करना चाहती है. वहीं कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) मिलकर एनडीए को सत्ता से बेदखल करना चाहती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर सरकार बनाने के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 145 विधानसभा सीटों का है. फुल स्ट्रेंथ विधानसभा में जिस दल या गठबंधन के पास 145 या इससे अधिक स्ट्रेंथ होगी, सूबे में उसकी ही सरकार बनेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>MVA और NDA के लिए क्यों जरूरी है ये चुनाव?</strong><br />दरअसल, महाराष्ट्र का ये चुनाव महायुति से लेकर एमवीए तक दोनों ही गठबंधनों के साथ ही नेताओं और पार्टियों के लिए भी इज्जत का सवाल बन गया है. बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन 2019 के चुनाव के बाद टूट गया. साथ राज्य की दो बड़ी पार्टियां एनसीपी और शिवसेना दो गुटों में बंट गईं. ऐसे में एनसीपी और शिवसेना में विभाजन के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है, जिसमें यह पता चलेगा कि जनता किस गुट के साथ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जहां शिवसेना (यूबीटी) एकनाथ शिंदे को गद्दार बता रही है तो वहीं शिंदे की पार्टी खुद को असली शिवसेना बता रही है. दोनों दलों के लिए ये चुनाव असली शिवसेना किसकी? एक तरह से जनता की अदालत में इसे लेकर फैसले की तरह होगा. असली-नकली पार्टी की ऐसी ही लड़ाई अजित पवार और शरद पवार की पार्टियों के बीच भी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं बीजेपी के सामने यह साबित करने की चुनौती होगी कि लोकसभा चुनाव के नतीजे विपक्ष के दुष्प्रचार की देन थे, एक तुक्का थे, जैसा पार्टी के नेता आम चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद से ही कहते भी आए हैं. वहीं कांग्रेस के सामने आम चुनाव में मिले जीत के मोमेंटम को बरकरार रखने का चैलेंज होगा. साथ ही यह चुनाव इंडिया (एमवीए) गठबंधन का भविष्य तय करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव के नतीजे</strong><br /><a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में एनडीए (महायुति) में बीजेपी के अलावा एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है. तीनों ही दलों ने मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था. हालांकि, उस चुनाव में जैसी उम्मीद थी वैसी सफलता एनडीए को नहीं मिली थी. जबकि अजित पवार की पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं बात अगर महाविकास अगाड़ी की करें तो कांग्रेस के अलावा उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना यूबीटी, शरद पवार की एनसीपी शामिल है. महाराष्ट्र में एमवीए गठबंधन महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के तौर पर एक जुट रही और लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में एमवीए गठबंधन को कुल 30 सीटें मिली थी, जिसमें कांग्रेस को 13, शिवसेना (यूबीटी) को 9 और एनसीपी (एसपी) को 8 सीटें मिली थीं. जबकि एनडीए गठबंधन को कुल 17 सीटें मिली थी, जिसमें बीजेपी को 9, शिवसेना को 7 और एनसीपी को एक सीट मिली थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2019 चुनाव के आकंड़े</strong><br />महाराष्ट्र विधानसभा के पिछले चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति को 161 सीटों पर जीत मिली थी. तब बीजेपी 105 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी. 56 सीटें जीतकर शिवसेना दूसरे नंबर पर रही थी. तब बीजेपी और शिवसेना (संयुक्त) गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरे थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का जनादेश मिला था. हालांकि, दोनों दलों के बीच अनबन के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बना ली थी. 2019 के चुनाव में एनसीपी 54 सीटों के साथ तीसरी और कांग्रेस 44 सीटों के साथ चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुख्य चुनावी मुद्दे क्या?</strong><br />वहीं महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है. महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा इस चुनाव में गर्मा सकता है. जबिक पार्टियों में तोड़ फोड़ के आरोप भी लग रहे हैं. इसके साथ ही जनता के लिए लोक लुभावन योजनाएं जैसे लड़की बहिन योजना भी मेन मुद्दा बना हुआ है. महाराष्ट्र के उद्योग-धंधो को गुजरात ले जाने का आरोप और लापरवाह प्रशासनिक व्यवस्था और भ्रष्टाचार का मुद्दा शामिल है.</p>
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<p><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘उद्धव ठाकरे की नजर नेता विपक्ष के पद पर’, चुनाव से पहले CM एकनाथ शिंदे का बड़ा दावा” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/cm-eknath-shinde-targets-shiv-sena-ubt-uddhav-thackeray-claims-leader-of-opposition-position-2803695″ target=”_blank” rel=”noopener”>‘उद्धव ठाकरे की नजर नेता विपक्ष के पद पर’, चुनाव से पहले CM एकनाथ शिंदे का बड़ा दावा</a></strong></p>
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