पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी से अब मैदानी इलाकों में हालात खराब होने लगे हैं। दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। मौसम विभाग के कोल्ड वेव के अलर्ट के तीसरे दिन पारे में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। 24 घंटे में पारे में 6 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली। सीजन की यह सबसे अधिक गिरावट है। मौसम विभाग ने इन हालातों को देखते हुए 15 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह के साथ सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, रोहतक में अलर्ट जारी किया गया है। देश में हरियाणा के तीन जिले सबसे ठंडे प्रदेश में ठंड का हाल यह है कि देश के 11 जिलों में रात का औसत तापमान 5 डिग्री से नीच आ गया है। राजस्थान का सीकर 1.5 डिग्री से नीचे रहा। हरियाणा का हिसार तीसरे, भिवानी चौथे और करनाल आठवें स्थान पर रहा। वहीं ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (AWS) पर हिसार का बालसमंद और सोनीपत के सरगथल में भी 1.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया। ये सामान्य के मुकाबले 7.5 डिग्री की गिरावट है। दिन में रोहतक सबसे ठंडा रहा, यहां का तापमान 19.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 200 से नीचे आया AQI इन दिनों प्रदेश में चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं से प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ है। पिछले तीन दिनों से एक्यूआई 200 से नीचे आ गया है। हरियाणा के बहादुरगढ़ का एक्यूआई 194 रहा। वहीं हिसार का भी 178, गुरुग्राम 166, चरखी दादरी का 164, पंचकूला का 155, कुरुक्षेत्र का 144, भिवानी का 143, कैथल का 143, जींद का 142 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। एक्यूआई के ये आंकड़े सुबह सात बजे के हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि मौसम में ये बदलाव पहाड़ों में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्ब से संभव हुआ है। इसके आंशिक प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव होने से बादल छाने के आसार लगातार बने हुए हैं, इससे रात और दिन के तापमान में कमी आने के आसार बन रहे हैं।हालांकि मौसम खुलने से और पहाड़ों की हवाओं से आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी से अब मैदानी इलाकों में हालात खराब होने लगे हैं। दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। मौसम विभाग के कोल्ड वेव के अलर्ट के तीसरे दिन पारे में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। 24 घंटे में पारे में 6 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली। सीजन की यह सबसे अधिक गिरावट है। मौसम विभाग ने इन हालातों को देखते हुए 15 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह के साथ सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, रोहतक में अलर्ट जारी किया गया है। देश में हरियाणा के तीन जिले सबसे ठंडे प्रदेश में ठंड का हाल यह है कि देश के 11 जिलों में रात का औसत तापमान 5 डिग्री से नीच आ गया है। राजस्थान का सीकर 1.5 डिग्री से नीचे रहा। हरियाणा का हिसार तीसरे, भिवानी चौथे और करनाल आठवें स्थान पर रहा। वहीं ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (AWS) पर हिसार का बालसमंद और सोनीपत के सरगथल में भी 1.5 डिग्री पारा रिकॉर्ड किया गया। ये सामान्य के मुकाबले 7.5 डिग्री की गिरावट है। दिन में रोहतक सबसे ठंडा रहा, यहां का तापमान 19.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 200 से नीचे आया AQI इन दिनों प्रदेश में चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं से प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ है। पिछले तीन दिनों से एक्यूआई 200 से नीचे आ गया है। हरियाणा के बहादुरगढ़ का एक्यूआई 194 रहा। वहीं हिसार का भी 178, गुरुग्राम 166, चरखी दादरी का 164, पंचकूला का 155, कुरुक्षेत्र का 144, भिवानी का 143, कैथल का 143, जींद का 142 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। एक्यूआई के ये आंकड़े सुबह सात बजे के हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि मौसम में ये बदलाव पहाड़ों में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्ब से संभव हुआ है। इसके आंशिक प्रभाव से हवा की दिशा में बदलाव होने से बादल छाने के आसार लगातार बने हुए हैं, इससे रात और दिन के तापमान में कमी आने के आसार बन रहे हैं।हालांकि मौसम खुलने से और पहाड़ों की हवाओं से आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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दमकल कर्मियों के अनुसार, घटना इसराना उपमंडल के अंतर्गत गांव बलाना की है। वहां शिव फैब्रिक नाम की धागा फैक्ट्री है। यह फैक्ट्री करीब 20 साल से संचालित है। बीती देर रात करीब साढ़े 12 बजे यहां संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसके बाद चंद सेकंडों में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। फैक्ट्री के मालिक ने बताया है कि फैक्ट्री में आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। इसके बाद फैक्ट्री में रात के समय मौजूद 2 कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए। मृतकों की पहचान सुमित और तसमिल के रूप में हुई है। आग ने बिल्डिंग और माल के साथ मशीनों को भी नुकसान पहुंचाया है। रात भर दौड़ीं दमकल की गाड़ियां
फैक्ट्री के मालिक बताते हैं कि आग लगने की सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई थी। इसके कुछ ही देर बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई थीं। यहां पानीपत के 5 स्टेशनों समेत नजदीकी कस्बा गोहाना से भी गाड़ियां बुलवाई गईं। फैक्ट्री की आग बुझाने के लिए दमकल की 20 से ज्यादा गाड़ियां रात भर दौड़ती रहीं। इसके बाद करीब 5 घंटे तक मशक्कत कर सुबह करीब साढ़े 5 बजे दमकल ने आग पर काबू पाया है।
हरियाणा के 14 जिलों में बारिश की चेतावनी:अगस्त में सामान्य से अधिक बरसा; 24 घंटे में 7 जिलों में बरसात, सोनीपत में सबसे ज्यादा
हरियाणा के 14 जिलों में बारिश की चेतावनी:अगस्त में सामान्य से अधिक बरसा; 24 घंटे में 7 जिलों में बरसात, सोनीपत में सबसे ज्यादा अगस्त में हरियाणा में मानसून मेहरबान रहा है। लगातार सात दिनों की बारिश के बाद मौसम विभाग ने 14 जिलों में फिर से मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। हालांकि इन जिलों में बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, 24 घंटे में प्रदेश के 7 जिलों में भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत जिले में हुई, जहां करीब 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट पहले ही जारी कर दिया है। इन जिलों में खराब रहेगा मौसम हरियाणा के जिन जिलों में मौसम खराब रहेगा, उनमें पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, पलवल मेवात शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों को आइसोलेटेड कैटेगरी में रखा है, जहां 25% तक बारिश संभव है। वहीं, करनाल, पानीपत और यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन जिलों को डार्क ग्रीन कैटेगरी में शामिल किया गया है। 11 जिलों में भारी बारिश हुई हरियाणा के 7 जिले ऐसे रहे जहां 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत में हुई, जहां 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अंबाला और करनाल में 13 एमएम, महेंद्रगढ़ में 5.0 एमएम, कुरुक्षेत्र में 4.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा पानीपत और जींद में भी हल्की बारिश हुई। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।