पंजाब में निकाय चुनावों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। अमृतसर की 85 वार्डों के लिए पहले दो दिन मात्र 22 उम्मीदवारों ने ही नामांकन भरा, जबकि अभी तक पार्टियां अपने पूरे उम्मीदवार भी मैदान में नहीं उतार पाई हैं। आखिरी दिन अधिकतर उम्मीदवारों को पेपर ही पूरे करने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। अमृतसर में सबसे पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे। मंगलवार को जारी पहली सूची में 37 उम्मीदवार थे। कुछ ही देर बाद भाजपा की लिस्ट आ गई। जिसमें सभी उम्मीदवारों के नाम जोड़े गए। वहीं, बुधवार आम आदमी पार्टी ने अपनी अपने 72 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं। मंगलवार तक तीन पार्टियों की लिस्ट जारी होने के बाद भी शहर में मात्र 22 नामांकन ही भरे गए। आज अमृतसर के पांच रिटर्निंग अधिकारियों के दफ्तरों में भीड़ रहने वाली है। 85 वार्डों पर अगर तीन पार्टियों के उम्मीदवार ही उतरते हैं तो भी 255 उम्मीदवार अमृतसर में होने का अनुमान है। जबकि मात्र 22 नामांकन ही अभी तक भरे गए हैं और उनमें से भी अधिकतर आजाद उम्मीदवार हैं। एक अनुमान के अनुसार आज 250 के करीब नामांकन भरे जा सकते हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के लिए भी 11 से दोपहर 3 बजे तक मात्र 4 घंटों में 250 से करीब नामांकन लेना एक चुनौती होगी। तीन जगह हो रही कागजों की जांच हर नामांकन केंद्र पर 5 से 7 टेबल लगे हुए हैं। जिन पर तीन चरणों में पेपरों की जांच के बाद नामांकन स्वीकार किया जा रहा है। बीते दो दिन नामांकन देने आए एक-एक उम्मीदवारों 20 से 30 मिनट का समय लगा। ऐसे में 250 उम्मीदवारों के नामांकन लेना चुनौती होगी। जल्दबाजी में अगर नामांकन स्वीकार किए जाते हैं तो स्क्रूटनी में नामांकन रद्द होने का डर बना रहेगा। आज दो पार्टियों की सूची आ सकती है शिरोमणि अकाली दल ने अभी तक मात्र लुधियाना में ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि अमृतसर, जालंधर, फगवाड़ा और पटियाला के लिए अभी तक कोई सूची जारी नहीं की गई। वहीं, AAP की तरफ से भी अभी तक 72 उम्मीदवारों के नाम ही सामने आए हैं, 13 वार्डों के लिए AAP जल्द अपनी सूची आज जारी कर सकती है। यहां दाखिल हो रहे नामांकन- पंजाब में निकाय चुनावों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। अमृतसर की 85 वार्डों के लिए पहले दो दिन मात्र 22 उम्मीदवारों ने ही नामांकन भरा, जबकि अभी तक पार्टियां अपने पूरे उम्मीदवार भी मैदान में नहीं उतार पाई हैं। आखिरी दिन अधिकतर उम्मीदवारों को पेपर ही पूरे करने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। अमृतसर में सबसे पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे। मंगलवार को जारी पहली सूची में 37 उम्मीदवार थे। कुछ ही देर बाद भाजपा की लिस्ट आ गई। जिसमें सभी उम्मीदवारों के नाम जोड़े गए। वहीं, बुधवार आम आदमी पार्टी ने अपनी अपने 72 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं। मंगलवार तक तीन पार्टियों की लिस्ट जारी होने के बाद भी शहर में मात्र 22 नामांकन ही भरे गए। आज अमृतसर के पांच रिटर्निंग अधिकारियों के दफ्तरों में भीड़ रहने वाली है। 85 वार्डों पर अगर तीन पार्टियों के उम्मीदवार ही उतरते हैं तो भी 255 उम्मीदवार अमृतसर में होने का अनुमान है। जबकि मात्र 22 नामांकन ही अभी तक भरे गए हैं और उनमें से भी अधिकतर आजाद उम्मीदवार हैं। एक अनुमान के अनुसार आज 250 के करीब नामांकन भरे जा सकते हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के लिए भी 11 से दोपहर 3 बजे तक मात्र 4 घंटों में 250 से करीब नामांकन लेना एक चुनौती होगी। तीन जगह हो रही कागजों की जांच हर नामांकन केंद्र पर 5 से 7 टेबल लगे हुए हैं। जिन पर तीन चरणों में पेपरों की जांच के बाद नामांकन स्वीकार किया जा रहा है। बीते दो दिन नामांकन देने आए एक-एक उम्मीदवारों 20 से 30 मिनट का समय लगा। ऐसे में 250 उम्मीदवारों के नामांकन लेना चुनौती होगी। जल्दबाजी में अगर नामांकन स्वीकार किए जाते हैं तो स्क्रूटनी में नामांकन रद्द होने का डर बना रहेगा। आज दो पार्टियों की सूची आ सकती है शिरोमणि अकाली दल ने अभी तक मात्र लुधियाना में ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि अमृतसर, जालंधर, फगवाड़ा और पटियाला के लिए अभी तक कोई सूची जारी नहीं की गई। वहीं, AAP की तरफ से भी अभी तक 72 उम्मीदवारों के नाम ही सामने आए हैं, 13 वार्डों के लिए AAP जल्द अपनी सूची आज जारी कर सकती है। यहां दाखिल हो रहे नामांकन- पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में BJP के 3 उम्मीदवारों की घोषणा:तीनों ही पार्टी बदलकर आए, इनमें पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल भी; एक सीट होल्ड की
पंजाब में BJP के 3 उम्मीदवारों की घोषणा:तीनों ही पार्टी बदलकर आए, इनमें पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल भी; एक सीट होल्ड की पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए BJP ने 3 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इनमें डेरा बाबा नानक से रविकरण काहलों, गिद्दड़बाहा से मनप्रीत सिंह बादल और बरनाला से केवल ढिल्लो को उम्मीदवार घोषित किया गया है। हालांकि चब्बेवाल पर अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। मनप्रीत बादल पहले अकाली दल में थे। वह अकाली दल-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस की सरकार में वित्तमंत्री रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा जॉइन की थी। वहीं रविकरण काहलों भी अकाली दल से भाजपा में आए हैं। बरनाला से उम्मीदवार केवल ढिल्लो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। BJP से पहले आम आदमी पार्टी चारों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इनमें गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लो, बरनाला से हरिंदर सिंह धालीवाल, चब्बेवाल से इशांक सिंह चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा को टिकट दी गई है। कांग्रेस और अकाली दल ने अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। मनप्रीत गिद्दड़बाहा से पहले भी MLA रह चुके
1995 में गिद्दड़बाहा से अकाली दल की टिकट पर चुनाव जीत विधानसभा में पहुंचे। 1997, 2002 और 2007 में गिद्दड़बाहा से चुने गए। 2007 में तत्कालीन CM प्रकाश सिंह बादल ने उन्हें वित्तमंत्री बनाया। अपने ही चाचा और प्रकाश सिंह बादल के साथ विवाद के बाद 2011 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब पार्टी बनाई। 2012 में चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। 2016 में कांग्रेस जॉइन की। 2017 में बठिंडा शहरी से जीते। 2022 में बठिंडा शहरी से हार के बाद 2023 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। 19 जनवरी 2023 को भाजपा जॉइन की। दिग्गज अकाली नेता निर्मल काहलों के बेटे हैं रविकरण
डेरा बाबा नानक सीट से उम्मीदवार बनाए गए रविकरण काहलों के परिवार का पंजाब की सियासत में अहम स्थान रहा है। उनके पिता निर्मल सिंह काहलों वर्ष 2007 से 2012 तक प्रकाश सिंह बादल की अगुआई वाली अकाली-भाजपा सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा के स्पीकर रहे। निर्मल काहलों 1997 से 2022 तक पंजाब में मंत्री भी रहे। 16 जुलाई 2022 को निर्मल सिंह काहलों का 79 साल की उम्र में निधन हो गया था।
वर्ष 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने डेरा बाबा नानक सीट से रविकरण काहलों को टिकट दिया था लेकिन वह जीत नहीं पाए। पिछले दिनों सुच्चा सिंह लंगाह की शिरोमणि अकाली दल में वापसी होने के बाद रविकरण काहलों अकाली दल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी हैं ढिल्लों
बरनाला सीट से भाजपा का टिकट पाने वाले केवल सिंह ढिल्लों की गिनती पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी लोगों में होती है। वह 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद 4 जून 2022 को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की थी। केवल सिंह ढिल्लों दो बार बरनाला के विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2007 और 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता। 2017 में वह आम आम आदमी पार्टी (AAP) के गुरमीत सिंह मीत हेयर के सामने तकरीबन 2300 वोट से हार गए। कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल सिंह ढिल्लों को संगरूर सीट से टिकट दिया लेकिन वह भगवंत मान के सामने हार गए। केवल सिंह ढिल्लों 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में भी बरनाला सीट से टिकट के दावेदार थे लेकिन हाईकमान ने उनकी जगह ऑल इंडिया कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष पवन बांसल के बेटे मनीश बंसल को उम्मीदवार बना दिया। उसके बाद ढिल्लों नाराज होकर पूरे चुनाव के दौरान घर बैठे रहे। तत्कालीन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी उन्हें मनाने घर भी गए थे। उसके बाद कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में ढ़िल्लों को पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। उम्मीदवारों की लिस्ट… 4 हलकों में 6.96 लाख लोग करेंगे मतदान
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. सिबन ने बताया कि 10 अक्टूबर तक चारों विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदाताओं की संख्या 6,96,316 है। इनमें कुल 831 मतदान केंद्र बनाए जांएगे। डेरा बाबा नानक में 1,93,268 मतदाता हैं। यहां 241 मतदान केंद्र हैं। चब्बेवाल (SC) में मतदाताओं की संख्या 1,59,254 है। यहां 205 मतदान केंद्र होंगे। गिद्दड़बाहा में कुल मतदाताओं की संख्या 1,66,489 है। यहां 173 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। बरनाला में 1,77,305 मतदाता हैं। यहां 212 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुईं ये सीटें
पंजाब की इन चारों सीटों के विधायक अब सांसद बन गए हैं। उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया है। बरनाला से विधायक रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर अब संगरूर से सांसद हैं। वहीं, गिद्दड़बाहा से विधायक रहे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग अब लुधियाना से सांसद हैं। उधर, राजकुमार चब्बेवाल चब्बेवाल विधानसभा से विधायक थे। अब वह होशियारपुर से सांसद चुन लिए गए हैं। वहीं, डेरा बाबा नानक से विधायक रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा अब गुरदासपुर से सांसद बन गए हैं। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं….
फतेहगढ़ साहिब सांसद की जेपी नड्डा से मुलाकात:डीएपी की कमी का मुद्दा उठाया, संसद में मनरेगा पर बोले
फतेहगढ़ साहिब सांसद की जेपी नड्डा से मुलाकात:डीएपी की कमी का मुद्दा उठाया, संसद में मनरेगा पर बोले पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेसी सांसद डॉ. अमर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि पंजाब में किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले यूरिया और डीएपी की पर्याप्त आपूर्ति मिले। उन्होंने मंत्री को बताया कि किसानों में बहुत तनाव है, क्योंकि पंजाब भेजे गए डीएपी के 60% नमूने गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके गंभीर जांच की जरूरत है। पंजाब में डीएपी का स्टॉक कम सांसद ने कहा कि दूसरी ओर इस समय पंजाब में डीएपी का बहुत कम स्टॉक है और भारत सरकार द्वारा अब तक पंजाब को भेजा गया स्टॉक पिछले साल भेजे गए स्टॉक से काफी कम है। मंत्री को बताया कि भारत सरकार द्वारा की जाने वाली खाद्यान्न खरीद के संबंध में पंजाब केंद्रीय पूल में सबसे बड़ा योगदान देता है। इसे देखते हुए सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पंजाब में किसानों को डीएपी की कमी न हो। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों से डीएपी खरीदने से छोटे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, जो डीएपी और अन्य उर्वरकों की आपूर्ति के लिए पूरी तरह से सरकार और सहकारी एजेंसियों पर निर्भर हैं। संसद में मनरेगा पर बोले मंत्री ने वादा किया कि खराब गुणवत्ता वाली डीएपी की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं संसद के बीच डॉक्टर अमर सिंह मनरेगा पर बोले। उन्होंने कहा कि मनरेगा के जन्मदाताओं में वे भी शामिल हैं। मनरेगा की स्क्रिप्ट जिस टीम ने लिखी वे उसके मेंबर थे। जिस मकसद से मनरेगा बनाई गई आज बिलकुल उसके उल्ट हो रहा है, लेकिन दुख की बात है कि आज मनरेगा में राजनीति भारी हो गई है। गरीब लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा। इस तरफ ध्यान दिया जाए।
पटियाला के अस्पताल चालू हुई नई पावर लाइन:सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह एक्शन मोड़ में, बोले- जेनरेटर भी मुहैया कराए जाएंगे
पटियाला के अस्पताल चालू हुई नई पावर लाइन:सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह एक्शन मोड़ में, बोले- जेनरेटर भी मुहैया कराए जाएंगे पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल में पावर सप्लाई ठप होने के बाद एक्टिव हुए सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह ने शनिवार को अस्पताल में पावर सप्लाई के लिए नई लाइन चालू करवाई। 25 लाख रुपए की लागत से अस्पताल में 11केवी की एक नई लाइन डाली गई है ताकि अस्पताल में बिजली सप्लाई सुचारू रूप से चलती रही। इस लाइन की वजह से बिजली सप्लाई अब ठप नहीं होगी, यह लाइन 66केवी की पुरानी ग्रिड से जोड़ी गई है। इसके अलावा शक्ति विहार से 11केवी फीडर के तीसरे सोर्स से अस्पताल के खर्चे पर नई लाइन भी डालेंगे, जिससे बिजली सप्लाई बिल्कुल अपडेट हो जाएगी। ठप हो गई थी अस्पताल की बिजली सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह ने कहा कि एमरजेंसी हालात से निपटने के लिए राजिंदरा अस्पताल में बीस के करीब जनरेटर रखे जाएंगे, जिसमें हर समय डीजल उपलब्ध रहेगा ताकि किसी भी तरह की दिक्कत ना आए। सेहत मंत्री ने बताया कि अस्पताल को शक्ति विहार से 66केवी की लाइन आ रही हैं। बीते दिनों अस्पताल को आने वाली 66केवी अंडरग्राउंड लाइन में दिक्कत आई थी, जिस वजह से बिजली सप्लाई ठप हुई थी। इसलिए सभी लाइनें भी अपडेट की जाएंगी ताकि तारों व लाइन की वजह से बिजली सप्लाई न रूके।