हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) यूनिट रोहतक ने सोनीपत के खरखौदा में मटिंडू चौक बरौनी रोड से एक महिला नशा तस्कर को हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। रोहतक यूनिट के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जयबीर सिंह ने बताया कि एएसआई रोहताश अपनी टीम के साथ मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम के संबंध में मटिंडू चौक खरखौदा पर मौजूद थे। इसी दौरान खास मुखबिर ने सूचना दी कि सोनीपत के गांव छोटा निवासी ममता मादक पदार्थ हेरोइन बेचती है। महिला बरौना रोड पर मादक पदार्थ हेरोइन बेच रही है। इस सूचना पर एएसआई रोहताश अपनी टीम के साथ मौके पर गए और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में महिला पुलिस कर्मचारी ने नियमानुसार तलाशी ली। तलाशी के दौरान महिला के कब्जे से मादक पदार्थ हेरोइन बरामद हुई। इसका वजन 18 ग्राम 43 मिलीग्राम था। वहीं, महिला के खिलाफ सोनीपत के खरखौदा थाने में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। जनता भी दे नशे के बारे में सूचना यूनिट रोहतक के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जयबीर सिंह ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर कहीं भी नशे की बिक्री, सेवन या तस्करी की सूचना है तो वे बिना किसी चिंता के एनसीबी के टोल फ्री नंबर 90508-91508 पर सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम व पता किसी भी सूरत में उजागर नहीं किया जाएगा। जनता के सहयोग से ही नशा मुक्त हरियाणा को नशा मुक्त भारत बनाया जा सकता है। एचएसएनसीबी प्रमुख/पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देशानुसार तथा पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा व पंखुड़ी कुमार के नेतृत्व में पूरे हरियाणा में नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान “नशा मुक्त हरियाणा-नशा मुक्त भारत” के तहत कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) यूनिट रोहतक ने सोनीपत के खरखौदा में मटिंडू चौक बरौनी रोड से एक महिला नशा तस्कर को हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। रोहतक यूनिट के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जयबीर सिंह ने बताया कि एएसआई रोहताश अपनी टीम के साथ मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम के संबंध में मटिंडू चौक खरखौदा पर मौजूद थे। इसी दौरान खास मुखबिर ने सूचना दी कि सोनीपत के गांव छोटा निवासी ममता मादक पदार्थ हेरोइन बेचती है। महिला बरौना रोड पर मादक पदार्थ हेरोइन बेच रही है। इस सूचना पर एएसआई रोहताश अपनी टीम के साथ मौके पर गए और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में महिला पुलिस कर्मचारी ने नियमानुसार तलाशी ली। तलाशी के दौरान महिला के कब्जे से मादक पदार्थ हेरोइन बरामद हुई। इसका वजन 18 ग्राम 43 मिलीग्राम था। वहीं, महिला के खिलाफ सोनीपत के खरखौदा थाने में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। जनता भी दे नशे के बारे में सूचना यूनिट रोहतक के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जयबीर सिंह ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर कहीं भी नशे की बिक्री, सेवन या तस्करी की सूचना है तो वे बिना किसी चिंता के एनसीबी के टोल फ्री नंबर 90508-91508 पर सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम व पता किसी भी सूरत में उजागर नहीं किया जाएगा। जनता के सहयोग से ही नशा मुक्त हरियाणा को नशा मुक्त भारत बनाया जा सकता है। एचएसएनसीबी प्रमुख/पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देशानुसार तथा पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा व पंखुड़ी कुमार के नेतृत्व में पूरे हरियाणा में नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान “नशा मुक्त हरियाणा-नशा मुक्त भारत” के तहत कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में पांच SHO पर एसपी की कार्रवाई:थानों का औचक निरीक्षण; सिटी ट्रैफिक इंचार्ज लाइन हाजिर, तीन प्रभारियों की खोली विभागीय जांच हरियाणा के पानीपत जिला पुलिस कप्तान लोकेंद्र सिंह ने पांच SHO पर कार्रवाई की है। एसपी ने कानून एवं व्यवस्था को बेहतर करने के लिए रात के समय जिले के विभिन्न थाना और ईआरवी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई थानों में ड्यूटी के दौरान लापरवाही पकड़ी। पुलिस अधीक्षक ने इनको कानून एवं व्यवस्था को लेकर बड़ी लापरवाही माना और संबंधित थाना प्रभारियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। एसपी लोकेंद्र सिंह सोमवार देर रात करीब 11 बजे सबसे पहले जीटी रोड स्थित थाना तहसील कैंप में पहुंचे, जहां प्रभारी थाने में हाजिर नहीं मिले। यहां उन्होंने थाने का हाजिरी रजिस्टर जांचा। जिसमें ज्यादातर स्टाफ थाना में हाजिर नहीं मिला। इस पर एसपी ने कड़ा संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव की विभागीय जांच खोलकर इसकी जांच के आदेश उप पुलिस अधीक्षक समालखा को दिए हैं। इसके बाद एसपी ने थाना माडल टाउन का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां हाजिरी रजिस्टर की जांच की। जिसमें ज्यादातर स्टाफ गैर हाजिर मिला। इसमें थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश शर्मा की लापरवाही सामने आई। एसपी ने इसमें थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश शर्मा को चेतावनी जारी की है। ईआरवी में रोस्टर की बजाय दिन की शिफ्ट के कर्मचारी मिले मॉडल टाउन थाना से सीधे थाना सेक्टर 13/17 और ईआरवी का निरीक्षण किया। यहां रास्ते में एक ईआरवी की चेकिंग की। जिस पर रोस्टर की बजाय दिन की शिफ्ट के कर्मचारी तैनात मिले। इसके साथ ही ईआरवी पर आवश्यक उपकरणों की एसपी ने जांच की। यहां क्षेत्र में शराब का एक ठेका रात को 12 बजे के बाद भी खुला मिला। इसके बाद थाना सेक्टर 13/17 में पहुंचे और हाजिरी रजिस्टर जांचा। एसपी ने देर रात को शराब का ठेका खुला मिलने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए थाना सेक्टर 13-17 के प्रभारी सब इंस्पेक्टर दीपक की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। भ्रष्टाचार की शिकायत पर नपे ट्रैफिक इंचार्ज
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एक अन्य मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश को यहां से बदलकर एस्कॉर्ट गारद में लगा दिया है। एसपी के बार-बार आदेशों के बाद भी थाना क्षेत्र में खासकर रिफाइनरी में चोरी व वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे थे। यहां अब इंस्पेक्टर हर नारायण को थाना प्रभारी लगाया गया है।
हरियाणा के 18 अयोग्य RO को लेकर ECI अलर्ट:सरकार से मांगा जवाब; नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा, हिसार के नए SDM भी 2020 बैच के
हरियाणा के 18 अयोग्य RO को लेकर ECI अलर्ट:सरकार से मांगा जवाब; नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा, हिसार के नए SDM भी 2020 बैच के हरियाणा विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कर रहे 18 रिटर्निंग ऑफिसर (RO) HCS ऑफिसरों को लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) अलर्ट हो गया है। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) आईएएस पंकज अग्रवाल की ओर से इस मामले में सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीईओ ने कहा है कि यदि ऐसा है तो ऑफिसर्स के ट्रांसफर नियम से होने चाहिए। आरओ के अयोग्य होने की वजह उनकी 5 साल से कम HCS सर्विस का होना बताया जा रहा है। इसकी शिकायत भारतीय चुनाव आयोग (ECI) तक पहुंच गई थी। इस मामले की शिकायत प्रशासनिक मामलों के जानकार एडवोकेट हेमंत कुमार ने की थी। दरअसल, 2020 के पास आउट एचसीएस को रिटर्निंग ऑफिसर (RO) की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि हरियाणा सरकार के एक आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि एसडीएम के पद के लिए 5 वर्ष से 15 वर्ष की सर्विस होनी चाहिए, या 4 वर्ष तक की सर्विस वाले आईएएस को एसडीएम लगाया जा सकता है, यानी चुनाव ड्यूटी की जिम्मेदारी देनी चाहिए। SDO(C)- SDM ही बनते हैं आरओ आज की डेट में हरियाणा में 2020 बैच के 18 HCS अर्थात 5 वर्ष से कम सर्विस वाले अधिकारियों, जो अभी सूबे के 18 उपमंडलों में बतौर SDO(C)- SDM तैनात होने के कारण उसके अंतर्गत पड़ने वाली विधानसभा सीटों के RO की जिम्मेदारी देख रहे हैं।चुनाव आयोग के प्रवक्ता का कहना है कि हमें अभी शिकायत मिल गई थी। उसके बाद ही सरकार से इस मामले कार्रवाई को कहा गया है। ये हैं वो HCS ऑफिसर जिनकी नियुक्ति पर उठ रहे सवाल जिन HCS ऑफिसर की चुनाव ड्यूटी को लेकर सवाल उठ रहे हैं उनमें मोहित कुमार (नारनौंद), हरबीर सिंह (हिसार), ज्योति (इसराना), अमित कुमार- सेकेंड (सोनीपत), मयंक भारद्वाज (बल्लभगढ़), जय प्रकाश (रादौर), रवींद्र मलिक (बेरी) ), प्रतीक हुड्डा (टोहाना), अमित मान (बड़खल), अमित (समालखा), रमित यादव (नांगल चौधरी) अमित कुमार- तृतीय (कनीना), अजय सिंह (कैथल), राजेश कुमार सोनी (घरौंडा) ), अमन कुमार (पेहोवा), गौरव चौहान (पंचकूला), नसीब कुमार (लाडवा) और विजय कुमार यादव (कोसली) के नाम शामिल हैं। इनकी तैनाती को लेकर आयोग में शिकायत भी भेजी गई है। हिसार के नए एसडीएम भी 2020 बैच के भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के निर्देश पर हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव के कार्मिक विभाग द्वारा एक आदेश हिसार के उप-मंडल अधिकारी (नागरिक) अर्थात एसडीओ (सिविल) जिसे एसडीएम भी कहा जाता है के पद पर 2020 बैच के एचसीएस अधिकारी हरबीर सिंह की तैनाती की गई है, इससे पूर्व 2013 बैच के एचसीएस हिसार के SDM जगदीप ढांडा तैनात थे। पॉलिटिकल कनेक्शन होने के कारण उनका आयोग के निर्देश पर ट्रांसफर किया गया है। CS के इस ऑर्डर से फंसा पेंच प्रशासनिक मामलों के जानकार और हाईकोर्ट अधिवक्ता हेमंत कुमार ने बताया कि आज से करीब 4 साल पहले अक्टूबर, 2020 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्य सचिव विजय (CS) वर्धन द्वारा HCS कैडर संख्या निर्धारण आदेश, जो मोजूदा तौर पर भी लागू है। क्योंकि आज तक इस ताज़ा आदेश जारी नहीं किया गया है। आदेश के अनुसार एसडीओ (सिविल) अर्थात एसडीएम के पदों को स्पष्ट तौर पर सीनियर स्केल और सिलेक्शन ग्रेड अर्थात 5 वर्ष से 15 वर्ष तक की एचसीएस सेवा वाले अधिकारियों के लिए दर्शाया गया है। चुनाव ड्यूटी में ट्रांसफर-पोस्टिंग जरूरी हेमंत ने बताया कि कोई संदेह नहीं कि एचसीएस अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग करने की पावर राज्य सरकार (CM) के पास होती है। लेकिन इसमें प्रशासनिक सिद्धांतों की अनुपालना आवश्यक है, ताकि ट्रांसफर-पोस्टिंग पर किसी प्रकार का कोई सवाल खड़ा न हो। यदि एचसीएस कैडर निर्धारण आदेश में स्पष्ट तौर पर मिनिमम 5 वर्ष की एचसीएस सेवा वाले अधिकारी को ही एसडीओ (सी)/एसडीएम पद के लिए योग्य माना गया है, तो इसकी सख्त अनुपालना की जानी चाहिए। विशेष तौर पर तब विधानसभा आम चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश के उप-मंडलों में तैनात ऐसे एचसीएस अधिकारियों को भारतीय चुनाव आयोग द्वारा आरओ के तौर पर पदांकित किया गया हो। इसी के दृष्टिगत भारतीय चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), हरियाणा को लिखित शिकायत भेजी गई है।