हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पिछले 10 महीनों से धरना दे रहे किसान कल यानी 14 दिसंबर को तीसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास करेंगे। इस महीने किसानों ने दो बार बॉर्डर क्रॉस करने की कोशिश की है लेकिन दोनों ही बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया था। कल होने वाले दिल्ली कूच की जानकारी खुद किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने दी है। पंधेर ने जानकारी देते हुए बताया कि कल दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना होगा। हालांकि आज ही अंबाला के एसपी का भी एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि किसानों को बिना परमिशन के आगे नहीं जाने दिया जाएगा। मीडिया से बातचीत करते हुए पंधेर ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताई और डीसी अंबाला द्वारा डिसी संगरूर को पत्र लिखने पर साजिश की आशंका जताई। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले पर बोलते हुए किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार को बातचीत करने और बल न प्रयोग करने के लिए कहा गया है अब देखते हैं कि सरकार कितनी बात सुप्रीम कोर्ट की मानती है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM ) भी डल्लेवाल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। आज 13 दिसंबर को डल्लेवाल से मिलने SKM नेता राकेश टिकैत पहुंचे। यहां उन्होंने डल्लेवाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिख कौम शहीदी से नहीं डरती है। डल्लेवाल हमारे सीनियर किसान नेता हैं। मांगें पूरी होने तक मरणव्रत खत्म नहीं करेंगे। दोबारा फिर दिल्ली को घेरना पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आंदोलन से ज्यादा जिंदगी जरूरी वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल को लेकर आज कड़े आदेश जारी किए। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार को कहा कि उन्हें (डल्लेवाल को) तुरंत डॉक्टरी मदद दी जाए। उन्हें खाने को मजबूर न किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की जिंदगी आंदोलन से ज्यादा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि किसान शांति बनाएं रखें और डल्लेवाल पर किसी तरह का बलप्रयोग न किया जाए। शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर चल रहे केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिए। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी ने भी अंतरिम रिपोर्ट सौंपी। मामले की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। किसानों ने बढ़ाई डल्लेवाल की सुरक्षा
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को किसानों द्वारा कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। कोई भी व्यक्ति सीधे उन तक न पहुंच पाए, इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं, धरनास्थल पर धार्मिक समागम भी चल रहा है। काफी संख्या में लोग मोर्चे पर जुटे हैं। डल्लेवाल को हार्ट अटैक का खतरा, किडनी हो सकती है फेल
डल्लेवाल के मरणव्रत को आज शुक्रवार को 18वां दिन है। उनकी तबीयत लगातार खराब होती जा रही है। डॉक्टरों की टीम ने कहा कि है कि उन्हें कभी भी दिल का दौरा पड़ सकता है। यह साइलेंट अटैक हो सकता है। इसी तरह किडनी भी फेल हो सकती है। ऐसे में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना बहुत जरूरी है। उनकी स्थिति बच्चे की तरह हो गई है। वह कभी भी इंफेक्शन का शिकार हो सकते हैं। डॉक्टरों की टीम ने कहा कि डल्लेवाल कोई डॉक्टरी इलाज नहीं ले रहे हैं इसलिए अब उनके शरीर को शरीर ही खा रहा है। अंबाला DC की संगरूर DC को चिट्ठी- डल्लेवाल को मेडिकल सुविधा दें बीते कल अंबाला के DC ने संगरूर के DC को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने कहा कि जगजीत डल्लेवाल का वजन कम हो गया है। जिसके बाद किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस और अन्य माध्यमों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से दिल्ली कूच करने और डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर अरदास करने की अपील की है। इसे देखते हुए अनुरोध है कि डल्लेवाल को उचित मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं और सभी जरूरी कार्रवाई करें, ताकि शंभू बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन पर इसका कोई दुष्प्रभाव न पड़े और अंबाला में कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे। अंबाला डीसी की भेजी चिट्ठी… खून से साइन किया लेटर PM मोदी को भेज चुके
गुरुवार को डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपने खून से साइन किए हैं। उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार से किए वादे पूरे करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मेरा आपको पहला और आखिरी पत्र है। इससे पहले उन्होंने एक वीडियो संदेश के जरिए लोगों से अगले एक हफ्ते तक मोर्चे में डटने की अपील की थी। किसानों को 2 बार पुलिस ने बॉर्डर से खदेड़ा
14 दिसंबर को किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली की तरफ तीसरी बार कूच करेंगे। 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर सभी राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे। इस दिन राष्ट्रपति के नाम डीसी और एसडीएम को मांग पत्र सौंपे जाएंगे। इससे पहले 6 और 8 दिसंबर को किसानों ने दिल्ली के लिए कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया। इस दौरान उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। दोनों दिन 15 से ज्यादा किसान घायल हुए। एक किसान को तो PGI रेफर करना पड़ा। ——————————— किसानों से जुड़ी ये खबरें पढ़ें… किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली मार्च टाला, हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश का वीडियो जारी किया पंजाब के 101 किसानों ने रविवार (8 दिसंबर) को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी के पुल पर रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद जत्थे को वापस लौटना पड़ा। किसान नेता पंधेर का कहना है कि कल दोनों फोरम फैसला करेंगे कि आगे कब जाना है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पिछले 10 महीनों से धरना दे रहे किसान कल यानी 14 दिसंबर को तीसरी बार दिल्ली कूच का प्रयास करेंगे। इस महीने किसानों ने दो बार बॉर्डर क्रॉस करने की कोशिश की है लेकिन दोनों ही बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया था। कल होने वाले दिल्ली कूच की जानकारी खुद किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने दी है। पंधेर ने जानकारी देते हुए बताया कि कल दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर रवाना होगा। हालांकि आज ही अंबाला के एसपी का भी एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि किसानों को बिना परमिशन के आगे नहीं जाने दिया जाएगा। मीडिया से बातचीत करते हुए पंधेर ने खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताई और डीसी अंबाला द्वारा डिसी संगरूर को पत्र लिखने पर साजिश की आशंका जताई। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले पर बोलते हुए किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार को बातचीत करने और बल न प्रयोग करने के लिए कहा गया है अब देखते हैं कि सरकार कितनी बात सुप्रीम कोर्ट की मानती है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM ) भी डल्लेवाल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। आज 13 दिसंबर को डल्लेवाल से मिलने SKM नेता राकेश टिकैत पहुंचे। यहां उन्होंने डल्लेवाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिख कौम शहीदी से नहीं डरती है। डल्लेवाल हमारे सीनियर किसान नेता हैं। मांगें पूरी होने तक मरणव्रत खत्म नहीं करेंगे। दोबारा फिर दिल्ली को घेरना पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- आंदोलन से ज्यादा जिंदगी जरूरी वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल को लेकर आज कड़े आदेश जारी किए। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार को कहा कि उन्हें (डल्लेवाल को) तुरंत डॉक्टरी मदद दी जाए। उन्हें खाने को मजबूर न किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की जिंदगी आंदोलन से ज्यादा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि किसान शांति बनाएं रखें और डल्लेवाल पर किसी तरह का बलप्रयोग न किया जाए। शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर चल रहे केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिए। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की गठित कमेटी ने भी अंतरिम रिपोर्ट सौंपी। मामले की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। किसानों ने बढ़ाई डल्लेवाल की सुरक्षा
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को किसानों द्वारा कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। कोई भी व्यक्ति सीधे उन तक न पहुंच पाए, इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं, धरनास्थल पर धार्मिक समागम भी चल रहा है। काफी संख्या में लोग मोर्चे पर जुटे हैं। डल्लेवाल को हार्ट अटैक का खतरा, किडनी हो सकती है फेल
डल्लेवाल के मरणव्रत को आज शुक्रवार को 18वां दिन है। उनकी तबीयत लगातार खराब होती जा रही है। डॉक्टरों की टीम ने कहा कि है कि उन्हें कभी भी दिल का दौरा पड़ सकता है। यह साइलेंट अटैक हो सकता है। इसी तरह किडनी भी फेल हो सकती है। ऐसे में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना बहुत जरूरी है। उनकी स्थिति बच्चे की तरह हो गई है। वह कभी भी इंफेक्शन का शिकार हो सकते हैं। डॉक्टरों की टीम ने कहा कि डल्लेवाल कोई डॉक्टरी इलाज नहीं ले रहे हैं इसलिए अब उनके शरीर को शरीर ही खा रहा है। अंबाला DC की संगरूर DC को चिट्ठी- डल्लेवाल को मेडिकल सुविधा दें बीते कल अंबाला के DC ने संगरूर के DC को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने कहा कि जगजीत डल्लेवाल का वजन कम हो गया है। जिसके बाद किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस और अन्य माध्यमों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से दिल्ली कूच करने और डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर अरदास करने की अपील की है। इसे देखते हुए अनुरोध है कि डल्लेवाल को उचित मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं और सभी जरूरी कार्रवाई करें, ताकि शंभू बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन पर इसका कोई दुष्प्रभाव न पड़े और अंबाला में कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे। अंबाला डीसी की भेजी चिट्ठी… खून से साइन किया लेटर PM मोदी को भेज चुके
गुरुवार को डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपने खून से साइन किए हैं। उन्होंने पत्र में केंद्र सरकार से किए वादे पूरे करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मेरा आपको पहला और आखिरी पत्र है। इससे पहले उन्होंने एक वीडियो संदेश के जरिए लोगों से अगले एक हफ्ते तक मोर्चे में डटने की अपील की थी। किसानों को 2 बार पुलिस ने बॉर्डर से खदेड़ा
14 दिसंबर को किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली की तरफ तीसरी बार कूच करेंगे। 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर सभी राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे। इस दिन राष्ट्रपति के नाम डीसी और एसडीएम को मांग पत्र सौंपे जाएंगे। इससे पहले 6 और 8 दिसंबर को किसानों ने दिल्ली के लिए कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक लिया। इस दौरान उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। दोनों दिन 15 से ज्यादा किसान घायल हुए। एक किसान को तो PGI रेफर करना पड़ा। ——————————— किसानों से जुड़ी ये खबरें पढ़ें… किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली मार्च टाला, हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश का वीडियो जारी किया पंजाब के 101 किसानों ने रविवार (8 दिसंबर) को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी के पुल पर रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद जत्थे को वापस लौटना पड़ा। किसान नेता पंधेर का कहना है कि कल दोनों फोरम फैसला करेंगे कि आगे कब जाना है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा | दैनिक भास्कर