कानपुर आईआईटी की रिसर्च स्कॉलर के यौन उत्पीड़न मामले में एसआईटी और फोरेंसिक टीम शुक्रवार सुबह आईआईटी हॉस्टल पहुंची। यहां चार-पांच घंटे तक जांच-पड़ताल करके साक्ष्य जुटाए। पुलिस की एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज जुटाए। इसके साथ ही छात्रा का मेडिकल कराने के बाद बयान दर्ज किए गए। अब शनिवार यानि आज मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज होंगे। एसआईटी ने आईआईटी कैंपस से अपनी जांच शुरू की है। जांच के दौरान टीम को सबसे अहम इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस मिले हैं। इसमें रिसर्च स्कॉलर की एसीपी से वॉट्सऐप चैट, कॉल रिकॉर्डिंग, वीडियो और फोटो समेत तमाम साक्ष्य शामिल हैं। ये सभी साक्ष्य पीड़िता ने टीम को उपलब्ध कराए। जांच अफसरों की मानें तो साक्ष्य आरोपी एसीपी मोहम्मद मोहसिन खान के खिलाफ हैं। सीसीटीवी और छात्रा का मोबाइल ले गई टीम आईआईटी में पुलिस की एक टीम ने छात्रा के हॉस्टल के बाहर, मेस और क्लासरूम समेत कई जगह के सीसीटीवी फुटेज जुटाए। फुटेज में आरोपी एसीपी और छात्रा को एक साथ देखा गया है।छात्रा के हॉस्टल के रजिस्टर में एसीपी के आने-जाने की एंट्रियां भी साक्ष्य के तौर पर पुलिस ले गई है। जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज को बतौर साक्ष्य जांच में शामिल किया है। इसके साथ ही फोरेंसिक टीम भी छात्रा के रूम में जांच करने के लिए पहुंची। जांच टीम में शामिल अफसरों की मानें तो फोरेंसिक टीम के हाथ भी बेहद अहम साक्ष्य लगे हैं। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए छात्रा के मोबाइल को भी कब्जे में लिया है। छात्रा के आज होंगे मजिस्ट्रेटी बयान मामले में एफआईआर दर्ज करने के फौरन बाद ही गुरुवार को रिसर्च स्कॉलर को मेडिकल के लिए कल्याणपुर सीएचसी ले जाया गया था। लेकिन देर रात होने के चलते मेडिकल का एक पार्ट पैथलॉजिकल टेस्ट रह गया था। शुक्रवार को छात्रा का पैथलॉजिकल टेस्ट के साथ मेडिकल परीक्षण पूर्ण हो गया। इसके बाद एडीसीपी अर्चना सिंह की मौजूदगी में स्कॉलर के धारा-161 के बयान शाम तक दर्ज करने की प्रक्रिया जारी रही। शातिर मोहसिन ने FIR से पहले बनवाया मेडिकल सूत्रों की मानें एसीपी मोहम्मद मोहसिन खान एफआईआर दर्ज होने से तीन घंटे पहले करीब 3 बजे हैलट अस्पताल पहुंचा। यहां उसने स्पाइन डिसीज से संबंधित एक मेडिकल बनवाने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टर ने मेडिकल नहीं बनाया। हालांकि डॉक्टर ने रीड़ की हड्डी की बीमारी दिखाते हुए उसे हैलट से रेफर कर दिया। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संजय काला से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन मेडिकल बनने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से लेकर डॉक्टर तक एसीपी के मेडिकल को लेकर कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। पढ़िए 27 साल की छात्रा की आपबीती मेरी मुलाकात दिसंबर, 2023 में IIT कानपुर में ACP मोहसिन से हुई। एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया। 23 जून, 2024 को उन्होंने मुझे फोन किया। कहा- मेरे गाइड में IIT से पीएचडी करना चाहते हैं। इसके लिए हेल्प चाहिए। मैंने हां कर दी। मैंने उनकी एडमिशन फीस जमा कराई। वॉक इन इंटरव्यू के टिप्स दिए। यहां उन्होंने इंटरव्यू दिया। उन्हें एडमिशन मिल गया। फिर हम दोनों करीब आ गए। इसी बीच खान ने रिश्ते का प्रस्ताव दिया। कहा- वह अविवाहित हैं। उस वक्त मैं एक ब्रेकअप के दर्द से गुजर रही थी। अकेलापन महसूस होता था, इसलिए भरोसा कर लिया। हम दोनों हॉस्टल के रूम में समय बिताने लगे। ACP ने मेरे साथ संबंध बनाए। इसी बीच, मुझे पता चला कि वह शादीशुदा हैं। इस बात को लेकर मेरा उनसे झगड़ा हुआ। तब जाकर मोहसिन ने मुझे कहा- उनका पत्नी से तलाक होने वाला है। उनकी 5 साल की बेटी है। फिर मैंने उन पर भरोसा कर लिया। इसी साल, 27 नवंबर को ACP पिता बने, तब जाकर सच्चाई सामने आई। इसके बाद मुझे अपने साथ धोखे का एहसास हुआ। मैं ACP के घर गई। तब पता चला कि तलाक की बात झूठी है। एसीपी अपनी पत्नी से कभी अलग नहीं हुए थे। छात्रा बोली-ACP ने प्यार में फंसाकर उससे रेप किया छात्रा ने गुरुवार को ACP के खिलाफ कल्याणपुर थाने में FIR दर्ज कराई। इसमें बताया कि ACP ने प्यार में फंसाकर उससे रेप किया। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर गुरुवार को DCP साउथ अंकिता शर्मा और ACP अर्चना सिंह सिविल ड्रेस में IIT पहुंचीं। दोनों महिला अफसरों ने पूछताछ की। आरोप सही पाया गया। इसके बाद एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। आरोपी ACP के खिलाफ भारतीय न्याय संहित (बीएनएस) की धारा-69 के तहत FIR दर्ज की गई है। इसके तहत किसी महिला को धोखे में रखकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना अपराध है। अगर ACP पर आरोप सही साबित होता है, तो उन्हें 10 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। 10 साल की सजा, एसीपी को तुरंत गिरफ्तार करें मोहसिन पर धारा-69 बीएनएस में नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस धारा में 10 साल की सजा है। लेकिन अब तक एसीपी मोहसिन की गिरफ्तारी न होने पर जानकार हैरान हैं। कानपुर बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री कपिलदीप सचान ने बताया कि 7 साल से ऊपर की सजा के मामले में आम आदमी की तुरंत गिरफ्तारी हो जाती है। इस मामले में तो सजा 10 साल की है। एक राजपत्रित अधिकारी ने घृणित अपराध किया है तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। ये गलत है। एसीपी मोहसिन खान को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सिर्फ अधिवक्ता ही नहीं सोशल मीडिया पर भी एसीपी की अरेस्टिंग को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की कार्रवाई पर लोग सवाल उठा रहे हैं। कानपुर आईआईटी की रिसर्च स्कॉलर के यौन उत्पीड़न मामले में एसआईटी और फोरेंसिक टीम शुक्रवार सुबह आईआईटी हॉस्टल पहुंची। यहां चार-पांच घंटे तक जांच-पड़ताल करके साक्ष्य जुटाए। पुलिस की एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज जुटाए। इसके साथ ही छात्रा का मेडिकल कराने के बाद बयान दर्ज किए गए। अब शनिवार यानि आज मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज होंगे। एसआईटी ने आईआईटी कैंपस से अपनी जांच शुरू की है। जांच के दौरान टीम को सबसे अहम इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस मिले हैं। इसमें रिसर्च स्कॉलर की एसीपी से वॉट्सऐप चैट, कॉल रिकॉर्डिंग, वीडियो और फोटो समेत तमाम साक्ष्य शामिल हैं। ये सभी साक्ष्य पीड़िता ने टीम को उपलब्ध कराए। जांच अफसरों की मानें तो साक्ष्य आरोपी एसीपी मोहम्मद मोहसिन खान के खिलाफ हैं। सीसीटीवी और छात्रा का मोबाइल ले गई टीम आईआईटी में पुलिस की एक टीम ने छात्रा के हॉस्टल के बाहर, मेस और क्लासरूम समेत कई जगह के सीसीटीवी फुटेज जुटाए। फुटेज में आरोपी एसीपी और छात्रा को एक साथ देखा गया है।छात्रा के हॉस्टल के रजिस्टर में एसीपी के आने-जाने की एंट्रियां भी साक्ष्य के तौर पर पुलिस ले गई है। जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज को बतौर साक्ष्य जांच में शामिल किया है। इसके साथ ही फोरेंसिक टीम भी छात्रा के रूम में जांच करने के लिए पहुंची। जांच टीम में शामिल अफसरों की मानें तो फोरेंसिक टीम के हाथ भी बेहद अहम साक्ष्य लगे हैं। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए छात्रा के मोबाइल को भी कब्जे में लिया है। छात्रा के आज होंगे मजिस्ट्रेटी बयान मामले में एफआईआर दर्ज करने के फौरन बाद ही गुरुवार को रिसर्च स्कॉलर को मेडिकल के लिए कल्याणपुर सीएचसी ले जाया गया था। लेकिन देर रात होने के चलते मेडिकल का एक पार्ट पैथलॉजिकल टेस्ट रह गया था। शुक्रवार को छात्रा का पैथलॉजिकल टेस्ट के साथ मेडिकल परीक्षण पूर्ण हो गया। इसके बाद एडीसीपी अर्चना सिंह की मौजूदगी में स्कॉलर के धारा-161 के बयान शाम तक दर्ज करने की प्रक्रिया जारी रही। शातिर मोहसिन ने FIR से पहले बनवाया मेडिकल सूत्रों की मानें एसीपी मोहम्मद मोहसिन खान एफआईआर दर्ज होने से तीन घंटे पहले करीब 3 बजे हैलट अस्पताल पहुंचा। यहां उसने स्पाइन डिसीज से संबंधित एक मेडिकल बनवाने का प्रयास किया, लेकिन डॉक्टर ने मेडिकल नहीं बनाया। हालांकि डॉक्टर ने रीड़ की हड्डी की बीमारी दिखाते हुए उसे हैलट से रेफर कर दिया। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संजय काला से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन मेडिकल बनने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से लेकर डॉक्टर तक एसीपी के मेडिकल को लेकर कोई जवाब देने को तैयार नहीं है। पढ़िए 27 साल की छात्रा की आपबीती मेरी मुलाकात दिसंबर, 2023 में IIT कानपुर में ACP मोहसिन से हुई। एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया। 23 जून, 2024 को उन्होंने मुझे फोन किया। कहा- मेरे गाइड में IIT से पीएचडी करना चाहते हैं। इसके लिए हेल्प चाहिए। मैंने हां कर दी। मैंने उनकी एडमिशन फीस जमा कराई। वॉक इन इंटरव्यू के टिप्स दिए। यहां उन्होंने इंटरव्यू दिया। उन्हें एडमिशन मिल गया। फिर हम दोनों करीब आ गए। इसी बीच खान ने रिश्ते का प्रस्ताव दिया। कहा- वह अविवाहित हैं। उस वक्त मैं एक ब्रेकअप के दर्द से गुजर रही थी। अकेलापन महसूस होता था, इसलिए भरोसा कर लिया। हम दोनों हॉस्टल के रूम में समय बिताने लगे। ACP ने मेरे साथ संबंध बनाए। इसी बीच, मुझे पता चला कि वह शादीशुदा हैं। इस बात को लेकर मेरा उनसे झगड़ा हुआ। तब जाकर मोहसिन ने मुझे कहा- उनका पत्नी से तलाक होने वाला है। उनकी 5 साल की बेटी है। फिर मैंने उन पर भरोसा कर लिया। इसी साल, 27 नवंबर को ACP पिता बने, तब जाकर सच्चाई सामने आई। इसके बाद मुझे अपने साथ धोखे का एहसास हुआ। मैं ACP के घर गई। तब पता चला कि तलाक की बात झूठी है। एसीपी अपनी पत्नी से कभी अलग नहीं हुए थे। छात्रा बोली-ACP ने प्यार में फंसाकर उससे रेप किया छात्रा ने गुरुवार को ACP के खिलाफ कल्याणपुर थाने में FIR दर्ज कराई। इसमें बताया कि ACP ने प्यार में फंसाकर उससे रेप किया। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर गुरुवार को DCP साउथ अंकिता शर्मा और ACP अर्चना सिंह सिविल ड्रेस में IIT पहुंचीं। दोनों महिला अफसरों ने पूछताछ की। आरोप सही पाया गया। इसके बाद एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। आरोपी ACP के खिलाफ भारतीय न्याय संहित (बीएनएस) की धारा-69 के तहत FIR दर्ज की गई है। इसके तहत किसी महिला को धोखे में रखकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना अपराध है। अगर ACP पर आरोप सही साबित होता है, तो उन्हें 10 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। 10 साल की सजा, एसीपी को तुरंत गिरफ्तार करें मोहसिन पर धारा-69 बीएनएस में नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस धारा में 10 साल की सजा है। लेकिन अब तक एसीपी मोहसिन की गिरफ्तारी न होने पर जानकार हैरान हैं। कानपुर बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री कपिलदीप सचान ने बताया कि 7 साल से ऊपर की सजा के मामले में आम आदमी की तुरंत गिरफ्तारी हो जाती है। इस मामले में तो सजा 10 साल की है। एक राजपत्रित अधिकारी ने घृणित अपराध किया है तो उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। ये गलत है। एसीपी मोहसिन खान को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सिर्फ अधिवक्ता ही नहीं सोशल मीडिया पर भी एसीपी की अरेस्टिंग को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की कार्रवाई पर लोग सवाल उठा रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
प्रोजेक्ट चीता के दो साल पूरे, कूनो नेशनल पार्क से कभी खुशी तो कभी गम की आई खबर
प्रोजेक्ट चीता के दो साल पूरे, कूनो नेशनल पार्क से कभी खुशी तो कभी गम की आई खबर <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> चीता प्रोजेक्ट को आज (17 सितंबर, मंगलवार) पूरे दो साल हो गए हैं. नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीते लाए गए. इस दौरान कई उतार-चढ़ाव आए. कई बार खुशी की तो कई बार दुख भरी खबर भी आई है. हालांकि नामीबिया-दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते अब यहां के माहौल में रच-बस गए. कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 25 है, जिनमें 12 वयस्क, जबकि 13 शावक शामिल हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>70 साल बाद भारत में चीतों को फिर से बसाया गया है. चीतों के लिए मध्य प्रदेश उपयुक्त माना गया और साल 2022 में 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए. इन चीतों को बाड़े में रिलीज करने के लिए प्रधानमंत्री स्वयं आए और चीतों को बाड़े में रिलीज किया.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>2 Years of Cheetahs!<br /><br />Two years ago, we embarked on a historic journey to reintroduce cheetahs in India after nearly 70 years. <br /><br />The project, envisioned by PM Shri <a href=”https://twitter.com/narendramodi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@narendramodi</a> ji, a pioneering effort globally, symbolizes hope for successfully restoring lost wildlife populations… <a href=”https://t.co/iaTJf0Ivw7″>pic.twitter.com/iaTJf0Ivw7</a></p>
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) <a href=”https://twitter.com/byadavbjp/status/1835901035929620832?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 17, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद 18 सितंबर 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे. अब तक चीतों की दो खेप ही आई है. शुरुआत दौर में चीता प्रोजेक्ट काफी मुश्किल भरा था. नई जगह व नई आबोहवा की वजह से चीतों की मौत हो रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे चीते यहां के वातावरण में ढलने लगे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चीता प्रोजेक्ट पर एक नजर</strong><br />- 17 सितंबर 2022 : नामीबिया से 8 चीते आए.<br />- 18 सितंबर 2023 : दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते आए.<br />- 26 मार्च 2023 : को साधा की किडनी इंफेक्शन से मौत. <br />- 27 मार्च 2023 : ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया. <br />- 23 अप्रैल 2023 : नर चीता उदय की दिल के दौरे से मौत.<br />- 25 मई 2023 : ज्वाला के दो और शावकों की मौत.<br />- 11 जुलाई 2023 : आपसी संघर्ष में मेल चीता तेजस की मौत.<br />- 14 जुलाई 2023 : आपसी संघर्ष में मेल चीता सरजू की मौत.<br />- 02 अगस्त 2023 : इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत.<br />- 03 जनवरी 2024 : आशा ने 3 शावकों को जन्म दिया.<br />- 16 जनवरी 2024 : नर चीता शौर्य की मौत.<br />- 22 जनवरी 2024 : ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया.<br />- 10 मार्च 2024 : चीता गामिनी ने 6 शावकों को जन्म दिया.<br />- 04 जून 2024 : मादा चीता गामिनी का शावक मृत मिला.<br />- 05 अगस्त 2024 : मादा चीता गामिनी के एक और शावक की मौत.<br />- 27 अगस्त 2024 : नामीबिया से लाए गए चीते पवन की मौत.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”जीतू पटवारी ने कांग्रेस नेताओं से पूरे MP में FIR दर्ज करने को क्यों कहा? जानिए वजह” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/jitu-patwari-asks-congress-leaders-to-file-cases-against-statements-on-rahul-gandhi-ann-2785156″ target=”_self”>जीतू पटवारी ने कांग्रेस नेताओं से पूरे MP में FIR दर्ज करने को क्यों कहा? जानिए वजह</a></strong></p>
इंग्लिश अध्यापकों की ट्रेनिंग आज से
इंग्लिश अध्यापकों की ट्रेनिंग आज से जालंधर| शिक्षा विभाग द्वारा इंग्लिश के अध्यापकों के लिए ट्रेनिंग आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसका मकसद बच्चों को रोचक ढंग से इंग्लिश पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग देना है। स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च व ट्रेनिंग (एससीईआरटी) द्वारा जिला और ब्लॉक स्तर पर हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के इंग्लिश विषय के अध्यापकों के लिए वीरवार से यह ट्रेनिंग शुरू हो रही है। विभाग द्वारा हर ब्लॉक से कम से कम पांच अध्यापकों का चुनाव करने के लिए कहा गया है। इसके लिए विभाग द्वारा रिसोर्स पर्सन भी तैयार किए गए हैं। एक बैच में 35 अध्यापक ही रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही हर ब्लॉक में चुने जाने वाले अध्यापकों में स्कूल ऑफ एमिनेंस के भी टीचर शामिल होंगे। सेशन के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी और डाइट प्रिंसिपल द्वारा विजिट भी किया जाएगा। वहीं, राज्य से भी स्टेट नोडल अफसर द्वारा विजिट की जाएगी। विभाग द्वारा पहले फेज की ट्रेनिंग के बाद दूसरे फेज की ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी। जिसके लिए शेड्यूल बाद में जारी होगा। यह तीन दिन की ट्रेनिंग है, जिसमें हर दिन चार-चार कोर्स पढ़ाए जाएंगे। इनमें लैंग्वेज को समझना, क्लासरूम मैनेजमेंट, विविधता को समझते हुए एक्शन लेना, बच्चे की सीखने की क्षमता, बच्चों को अंग्रेजी बोलने के लिए प्रोत्साहित करना, छोटे-छोटे वाक्य देना और उन्हें पॉजीटिव फीडबैक कैसे देना है इसके बारे में भी बताया जाएगा। विभाग द्वारा 22 से 24 और 27 से 29 अगस्त को ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है। इनमें 585 टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। बच्चों को इंग्लिश सिखाने और उनके डर को दूर करने के लिए हर वर्ग से संबंधित बच्चों के ग्रुप बनाए जाएंगे। इसमें बच्चों को इंग्लिश में बात करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह ट्रेनिंग भी छठी से दसवीं के अंग्रेजी अध्यापकों के लिए है।
अशोक, गोल्डी खाद्य मसालों की बिक्री पर रोक:खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में मिले कीड़े और पेस्टिसाइट्स; खाने लायक भी नहीं मिले मसाले
अशोक, गोल्डी खाद्य मसालों की बिक्री पर रोक:खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में मिले कीड़े और पेस्टिसाइट्स; खाने लायक भी नहीं मिले मसाले ब्रांडेड कंपनी के गरम मसाला, चिकन मसाला, सब्जी मसाले खा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। स्वाद के लिए आप लोग जिन अशोक, गोल्डी व अन्य ब्रांड के मसालों का प्रयोग दाल, सब्जी में कर रहे हैं ये सेहत के लिए हानिकारक हैं। जांच में इनमें कीड़े निकले हैं। यह खुलासा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की जांच में हुआ है। खाने लायक भी नहीं हैं ये मसाले
खाद्य मसालों में कीटनाशक पदार्थ पाया गया है। यह स्वास्थ्य के लिए इथाइलीन ऑक्साइड से अधिक हानिकारक हैं। अशोक, गोल्डी समेत कई ब्रांडेड मसालों के नमूने जांच में फेल निकले हैं। खाद्य एवं औषधि विभाग ने विभिन्न मसालों के 35 सैंपल लिए थे, इनमें से 23 की रिपोर्ट आई है। लैब में की गई जांच में 23 नमूने अनसेफ (खाने लायक भी नहीं) पाए गए हैं। यह मसाले खाने लायक नहीं हैं। इनमें कीटनाशक, दूषित पदार्थ और हानिकारक केमिकल पाए गए हैं। 13 मसाला फैक्ट्रियों पर हुई थी छापेमारी
एमडीएच और एवरेस्ट मसालों के नमूने फेल होने के बाद शासन के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने मई में अभियान चलाकर शहर की 13 मसाला फैक्ट्रियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। अलग-अलग कारखानों से करीब 33 सब्जी मसालों के नमूने लिए थे। सभी जांच के लिए लैब भेजे गए थे। कोर्ट में वाद दाखिल करेगी टीम
एक सप्ताह पहले नमूनों की जांच रिपोर्ट खाद्य विभाग को मिली तो 23 नमूने फेल होने की रिपोर्ट आई। ऐसे मसाले खाने से आंसू आना, खांसी, हृदय, लीवर और किडनी पर प्रभाव पर सकता है। अब खाद्य विभाग सभी के खिलाफ एडीएम सिटी कोर्ट में वाद दायर करेगा। इसके बाद जुर्माना तय होगा। बिक्री पर लगाई गई रोक
जानकारों ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों के मसाले गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, वाराणसी, फतेहपुर, बहराइच समेत कई शहरों में बेचे जा रहे हैं। सहायक खाद्य आयुक्त संजय प्रताप सिंह ने बताया कि अशोक, गोल्डी ब्रांडेड मसालों समेत अन्य कंपनियों के 23 नमूनों में कीड़े, दूषित पदार्थ (पेस्टिसाइट्स) मिला है। इनकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। इन ब्रांड के खाद्य मसालों की बिक्री पर लगाई गई रोक -गौरव इंटरप्राइजेज बिनगवां, हल्दी पाउडर, अनसेफ
-शुभम गोल्डी मसाले, दादानगर, सांभर मसाला गोल्डी ब्रांड, अनसेफ
-शुभम गोल्डी मसाले, दादानगर, चाट मसाला गोल्डी ब्रांड, अनसेफ
-शुभम गोल्डी मसाले, दादानगर, गरम मसाला, अनसेफ
-अशोक मार्केटिंग कंपनी, भवानीपुर मंधना, गरम मसाला, अनसेफ
-अशोक मार्केटिंग कंपनी, भवानीपुर मंधना, धनिया पाउडर, अनसेफ
-अशोक गृह उद्योग केंद्र, दादानगर, गरम मसाला, अनसेफ
-अशोक गृह उद्योग केंद्र, दादानगर, मटर पनीर मसाला, अनसेफ
-भोला फूड प्राडेक्ट्स, रूमा इंडस्ट्रियल एरिया, बिरयानी मसाला, अनसेफ
-भोला फूड प्रोडक्ट, रूमा इंडस्ट्रियल एरिया, सब्जी मसाला, अनसेफ
-भोला फूड प्रोडक्ट, रूमा इंडस्ट्रियल एरिया, मीट मसाला, अनसेफ
-गोविंद गृह उद्योग, पनकी, गरम मसाला, अनसेफ
-पद्मा प्रोडक्ट, टीपी नगर, गरम मसाला, अनसेफ
-मंगलम इंटरप्राइजेज, चकेरी, मिर्चा पाउडर, अनसेफ
-विनीस मसाला चमनगंज, चिकन मटन कोरमा मसाला, अनसेफ
-मोहम्मद ओसामा, बेकनगंज, भुना जीरा पाउडर, अनसेफ
-अरावली मसाले प्राइवेट लिमिटेड, चौबेपुर, हल्दी पाउडर, अनसेफ
-स्पाइस फूड एलएलपी, मंधना, मिर्चा पाउडर, अनसेफ
-हर्ष ट्रेडिंग पनकी, सब्जी मसाला, अनसेफ
-श्री साहिब जी गृह उद्योग, पनकी, गरम मसाला, अनसेफ
-यशोदा नगर स्थित रौनियार इंटरप्राइजेज, गरम मसाला, अनसेफ
-टीपी नगर स्थित पदमा प्रोडक्ट फैक्ट्री, सब्जी मसाले, अनसेफ
-रौनियार इंटरप्राइजेज, यशोदा नगर, सब्जी मसाले, अनसेफ