जिला कांगड़ा के धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले ही प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। हिमाचल पर्यटन विकास निगम के होटलों को लीज पर देने के फैसले पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने एचपीटीडीसी के चेयरमैन आरएस बाली पर निशाना साधते हुए पूछा है कि आरएस बाली प्रदेश की जनता को स्पष्ट करें कि वह निगम के चेयरमैन हैं या एक बिजनेसमैन। कहा कि, एक चेयरमैन जो कि स्वयं एक होटल के मालिक हैं उनके हितों का टकराव हो रहा है। निगम के अधिकारियों ने किसके इशारे पर प्रदेश हाई कोर्ट में दो-दो बार एफिडेविट देकर गलत आंकड़े पेश किए। इन एफिडेविट में पांच होटलों को लीज पर देने की बात की। इन पांच होटलों में चार जिला कांगड़ा के हैं। यह सारे नगरोटा बगवां के आस-पास के हैं। ऐसे में इनका एजेंडा अलग है। विरोधाभासी बयान दे रहे हैं – विक्रम उन्होंने कहा कि, एचपीटीडीसी के चेयरमैन आरएस बाली ने हाल ही में धर्मशाला में आयोजित प्रेसवार्ता में मुझसे एफिडेविट देने की बात कही थी। इस संदर्भ में मेरा स्पष्ट कहना है कि आरएस बाली स्वयं एक होटल व्यवसायी हैं, और उनके इस पद पर रहने से कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट की स्थिति उत्पन्न होती है। यह सवाल उठता है कि कोई भी होटल व्यवसायी क्यों चाहेगा कि उसके अपने होटलों में लोग न जाएं और दूसरे होटलों का व्यवसाय बेहतर हो? पूर्व मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि, पहले बाली जी ने अदालत में कहा था कि एचपीटीडीसी के होटल घाटे में चल रहे हैं, लेकिन जब अदालत के निर्देशों के बाद जनता की प्रतिक्रिया देखी, तो उन्होंने बयान दिया कि होटलों का व्यवसाय ठीक चल रहा है। ऐसे विरोधाभासी बयानों से उनकी मंशा पर सवाल खड़े होते हैं। उनके खुद के भी होटल हैं और वे इस व्यवसाय में निजी तौर पर जुड़े हुए हैं। यह स्थिति पारदर्शिता और निष्पक्षता के मानकों पर खरी नहीं उतरती। बेरोज़गार यात्रा पर एफिडेविट दें बाली बाली ने मुझसे एफिडेविट देने को कहा है तो मैं उनसे भी मांग करता हूं कि वे खुद एफिडेविट देकर यह बताएं कि उनकी ‘बेरोज़गार यात्रा’ के बाद सत्ता में आने पर उन्होंने बेरोज़गार युवाओं के लिए क्या ठोस कदम उठाए। जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनके बड़े-बड़े वादे कितने पूरे हुए और बेरोजगारों के लिए किए गए दावों का क्या हुआ।आरएस बाली के बड़े-बड़े व्यवसाय और उनके बयानों के बीच जो असंगतता है, वह साफ तौर पर जनता के हितों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए मैं मांग करता हूं कि वे स्पष्टता और पारदर्शिता के लिए एफिडेविट देकर यह बताएं कि उन्होंने सत्ता में आकर बेरोजगारों के लिए क्या किया। मैं एक भाजपा विधायक और विपक्ष में बैठा पूर्व मंत्री होने के नाते, यह मानता हूं कि जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाना मेरा कर्तव्य है। जनता के व्यापक हितों की रक्षा करना और सरकार से जवाबदेही की मांग करना मेरी जिम्मेदारी है। विपक्ष का यह कर्तव्य होता है कि वह सत्ता में बैठे लोगों से जनता के हितों के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करे। जिला कांगड़ा के धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले ही प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। हिमाचल पर्यटन विकास निगम के होटलों को लीज पर देने के फैसले पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने एचपीटीडीसी के चेयरमैन आरएस बाली पर निशाना साधते हुए पूछा है कि आरएस बाली प्रदेश की जनता को स्पष्ट करें कि वह निगम के चेयरमैन हैं या एक बिजनेसमैन। कहा कि, एक चेयरमैन जो कि स्वयं एक होटल के मालिक हैं उनके हितों का टकराव हो रहा है। निगम के अधिकारियों ने किसके इशारे पर प्रदेश हाई कोर्ट में दो-दो बार एफिडेविट देकर गलत आंकड़े पेश किए। इन एफिडेविट में पांच होटलों को लीज पर देने की बात की। इन पांच होटलों में चार जिला कांगड़ा के हैं। यह सारे नगरोटा बगवां के आस-पास के हैं। ऐसे में इनका एजेंडा अलग है। विरोधाभासी बयान दे रहे हैं – विक्रम उन्होंने कहा कि, एचपीटीडीसी के चेयरमैन आरएस बाली ने हाल ही में धर्मशाला में आयोजित प्रेसवार्ता में मुझसे एफिडेविट देने की बात कही थी। इस संदर्भ में मेरा स्पष्ट कहना है कि आरएस बाली स्वयं एक होटल व्यवसायी हैं, और उनके इस पद पर रहने से कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट की स्थिति उत्पन्न होती है। यह सवाल उठता है कि कोई भी होटल व्यवसायी क्यों चाहेगा कि उसके अपने होटलों में लोग न जाएं और दूसरे होटलों का व्यवसाय बेहतर हो? 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हादसे में ACP गाजीपुर, दरोगा राकेश पांडे, इंस्पेक्टर साबिर घायल हुए हैं। सरोजनी नगर नर्सिंग स्टाफ के अर्दल विभोर के हाथ-पैर में चोट आई है। डॉक्टर का पैर फैक्चर हुआ है। सभी का इलाज सरोजनी नगर स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। दुर्घटना को लेकर थाना सुशांत लोक सिटी ने बयान जारी किया है, कि राज्यपाल की गाड़ी पूरी तरह सुरक्षित है। वे अपने गंतव्य पर सकुशल पहुंच चुके हैं। फ्लीट के पीछे चलने वाली गाड़ी आपस में टकरा गई थीं। इसमें कोई भी गंभीर घायल नहीं है। साधारण चोटें आई हैं। मौके पर यातायात सामान्य हो चुका है। …………………………………………. यह भी पढ़ें पुलिस विभाग में 100 से ज्यादा अफसरों के होंगे तबादले:लक्ष्मी सिंह को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी; प्रमोटी IPS को नई तैनाती का इंतजार यूपी में 100 से अधिक पुलिस अफसरों के तबादले की तैयारी है। डीजीपी मुख्यालय का कार्मिक विभाग और गृह विभाग मिलकर इसकी तैयारी कर रहा है। जिन अफसरों के तबादले होने हैं, उनमें सहायक पुलिस अधीक्षक से लेकर डीजी रैंक तक के अफसर शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर…
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हिमाचल में 15 जून तक प्री-मानसून की बौछारे:20-22 तक बरसात की एंट्री; 2 दिन हीटवेव का येलो अलर्ट हिमाचल प्रदेश में इस बार प्री मानसून की बौछारे 15 जून तक बरस सकती है। मानसून 20 से 22 जून के बीच एंट्री कर सकता है। आमतौर पर प्रदेश में 22 से 25 जून के बीच मानसून दस्तक देता है। मौसम विभाग की माने तो इस मानसून में नॉर्मल बारिश होने का पूर्वानुमान है। प्री-मानसून की बौछारों से पहले प्रदेश के अधिकांश इलाकों बीते तीन दिन के दौरान हल्की बारिश हुई है। प्रदेशवासियों ने इससे भीषण गर्मी से राहत की सांस जरूर ली है। मगर कल से मौसम फिर साफ हो रहा है और पहाड़ों पर चटक धूप खिलेगी। इससे तापमान में और इजाफा होगा। इन जिलों में हीटवेव का अलर्ट मौसम विभाग ने 10 और 11 जून को लिए दोबारा हीटवेव का अलर्ट जारी कर दिया है। यह अलर्ट ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जिला के लिए जारी किया गया है। इससे कांगड़ा, चंबा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में भी गर्मी में इजाफा होगा। 3 शहरों का पारा 40 डिग्री पार फिलहाल अभी तीन शहरों का पारा 40 डिग्री और 10 शहरों का तापमान 35 डिग्री पार चल रहा है। हमीरपुर के नेरी का 41.6, ऊना का तापमान 41 डिग्री और धोलाकुंआ का 40.1 सेल्सियस है। वहीं सुंदरनगर का 37.4 डिग्री, नाहन 35.4 डिग्री,कांगड़ा 37.4 डिग्री, मंडी 36.4 डिग्री, बिलासपुर 39.9 डिग्री, हमीरपुर 38 डिग्री, चंबा 37 डिग्री, बरठी 37.4 डिग्री सेल्सियस तापमान चल रहा है। 5 जिलों में जून में अब तक नॉर्मल से ज्यादा बारिश मौसम विभाग के अनुसार, जून के पहले चार दिन में प्रदेश में नॉर्मल से लगभग 30 प्रतिशत कम बारिश थी। मगर सात जून को यह नॉर्मल से 19 प्रतिशत ज्यादा हो गई है। खासकर लाहौल स्पीति जिला में जून के पहले सात दिनों में नॉर्मल से 173 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। चंबा व किन्नौर में नॉर्मल से 13-13 प्रतिशत ज्यादा, सिरमौर 39 और सोलन में 23 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। इन जिलों में नॉर्मल से कम बरसे बादल वहीं शिमला जिला में नॉर्मल की तुलना में सबसे कम 48 प्रतिशत, हमीरपुर 17, कांगड़ा 29, कुल्लू 2, मंडी 23 और ऊना में 26 प्रतिशत नॉर्मल से कम बारिश हुई है।
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हिमाचल राज्य चयन आयोग में चेयरमैन की जॉयनिंग में देरी:दक्षिण भारत में करा रहे इलाज, एग्जाम को लेकर नया पैटर्न बन रहा हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित राज्य चयन आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने को लेकर अभी और समय लग सकता है। कारण यह है कि जिन राजीव कुमार को आयोग का सरकार ने अध्यक्ष नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की है, वे स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी हिमाचल से बाहर हैं। वें दक्षिण भारत में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि जैसे ही वे मुकम्मल तौर पर रिकवर हो जाएंगे, तत्काल आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाल लेंगे। उन्होंने इसके लिए अभी कुछ और दोनों तक इंतजार करने की बात भी कही है। अध्यक्ष के बगैर सदस्यों की जॉयनिंग भी लटकी उधर, जब तक आयोग के अध्यक्ष पदभार नहीं संभालते, सरकार द्वारा नामजद दोनों सदस्य यहां जॉयनिंग नहीं दे सकते, क्योंकि शपथ अध्यक्ष ने ही दिलानी होती है। हालांकि एक सदस्य अभी सरकारी सेवा से इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्ति होंगे और दीपावली के बाद उनका सदस्य के रूप में यहां पदभार संभालने की संभावना थी, मगर अध्यक्ष की गैरमौजूदगी में ऐसा हो नहीं सकता। इसलिए अभी आयोग के मुख्यालय में फिलहाल मुकम्मल रौनक महसूस करने के लिए लगभग एक से डेढ़ सप्ताह और लग सकता है। बता दें कि अध्यक्ष और दोनों सदस्यों की अधिसूचना जारी किए हुए पौने दो माह का समय बीत गया है। हालांकि सरकार ने आयोग के सचिव के रूप में वरिष्ठ एचएएस अधिकारी विक्रम महाजन को तैनाती देकर इसकी फंक्शनिंग को प्रभावित तरीके से शुरू करने का बीड़ा तो उठा लिया था, मगर अब देरी अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने की वजह से लटकी हुई है। फिजियोथैरेपी करवा रहे- राजीव आयोग के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि वे अभी हिमाचल से बाहर हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें फिजियोथैरेपी के लिए कुछ और समय निकालने की सलाह दी है। इसीलिए वे अभी उसी में व्यस्त हैं। जैसे ही डॉक्टर्स सलाह देंगे, वे हमीरपुर पहुंचकर आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लेंगे। फिलहाल थोड़ा वक्त लगेगा। अब ज्वॉइनिंग- सुखदेव उधर, आयोग के नामित सदस्य और वरिष्ठ एचएएस अधिकारी सुखदेव सिंह राणा का कहना है कि वें दीपावली के बाद वे जॉयनिंग करेंगे। एग्जाम का पैटर्न बदलेगा काबिले गौर यह है कि मुकम्मल तौर पर इस आयोग का निजाम बदलने के लिए वक्त लगेगा। क्योंकि एग्जाम को लेकर यह आयोग नए पैटर्न में सिस्टम बना रहा है। फिलहाल क्लर्कों के पदों को भी भरा जाना है। उस पर अभी काम नहीं हुआ है। पद सृजित हो चुके हैं। आयोग ने कई महत्वपूर्ण कार्यों को आउटसोर्स करने का भी प्लान तैयार किया हुआ है। अब देखना यही है कि अध्यक्ष और सदस्यों की मौजूदगी बनने के बाद कितनी जल्दी यह आयोग युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतर पाएंगे? फिलहाल सचिव विक्रम महाजन की मौजूदगी में आधा दर्जन के करीब पोस्ट कोड का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अगली प्रक्रिया को शुरू करने के लिए भी अंदर खाते प्रक्रिया जारी है।