हरियाणा के रेवाड़ी के बावल क्षेत्र के कनुका गांव में बुधवार देर शाम ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा। तेंदुआ गांव के प्लांट में लगे टीन शेड में घुसकर बैठ गया। इसके बाद गांव के ही एक युवक ने उसे बाहर से बंद कर दिया। देर रात गुरुग्राम से वाइल्ड लाइफ टीम पहुंची। टीन शेड खुलते ही तेंदुआ इधर-उधर भागने लगा। जिससे गांव में दहशत फैल गई। लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर पशुओं को सुरक्षित करते हुए अंदर छिप गए। टीम ने 5 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया। तेंदुए ने जान-माल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। सरपंच बोले- पहाड़ियों से होकर गांव में घुसा
कनूका गांव राजस्थान की सीमा पर स्थित है। गांव के पास से अरावली पर्वत श्रृंखलाएं गुजर रही हैं। ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ इन्हीं पहाड़ियों से होकर गांव में घुसा है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कहां से आया है। गांव के सरपंच जयवीर योगी ने बताया कि तेंदुआ दिखने के बाद ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है। वाइल्ड लाइफ टीम को भी सूचना दी गई। फिलहाल, तेंदुआ को रेस्क्यू करने के बाद वाइल्ड लाइफ टीम ने 5 घंटे बाद तेंदुए को पकड़ लिया। तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल भी लगाया गया। गांव को चारों तरफ से सील किया
जिला वन विभाग के रेंज अधिकारी संदीप यादव ने बताया कि गांव कनुका में तेंदुए की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही गांव को चारों तरफ से सील कर दिया गया और मुनादी भी करवाई गई। गुरुग्राम में वाइल्ड लाइफ टीम को इसकी सूचना दी गई। देर रात टीम पहुंची और 5 घंटे बाद जाल लगाकर तेंदुए को पकड़ा और रात को ही टीम उसे अपने साथ ले गई। और किसी भी गांव में ऐसी कोई चिंता की बात नहीं है। लोगों ने खेतों में जाना भी बंद किया था
कुछ महीने पहले सरिस्का के टाइगर ने भी रेवाड़ी के झाबुआ जंगल में अपना ठिकाना बना लिया था। करीब ढाई महीने बाद ही टाइगर को वहां से रेस्क्यू किया जा सका था। जब तक यह टाइगर वहां था, प्रशासन और संबंधित विभागों की टेंशन बढ़ती रही और यहां आसपास रहने वाले लोगों में डर का माहौल बना रहा। लोगों ने खेतों में जाना भी बंद कर दिया था। अब फिर से तेंदुए को लेकर चिंता बनी हुई हरियाणा के रेवाड़ी के बावल क्षेत्र के कनुका गांव में बुधवार देर शाम ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा। तेंदुआ गांव के प्लांट में लगे टीन शेड में घुसकर बैठ गया। इसके बाद गांव के ही एक युवक ने उसे बाहर से बंद कर दिया। देर रात गुरुग्राम से वाइल्ड लाइफ टीम पहुंची। टीन शेड खुलते ही तेंदुआ इधर-उधर भागने लगा। जिससे गांव में दहशत फैल गई। लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर पशुओं को सुरक्षित करते हुए अंदर छिप गए। टीम ने 5 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया। तेंदुए ने जान-माल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। सरपंच बोले- पहाड़ियों से होकर गांव में घुसा
कनूका गांव राजस्थान की सीमा पर स्थित है। गांव के पास से अरावली पर्वत श्रृंखलाएं गुजर रही हैं। ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ इन्हीं पहाड़ियों से होकर गांव में घुसा है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कहां से आया है। गांव के सरपंच जयवीर योगी ने बताया कि तेंदुआ दिखने के बाद ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है। वाइल्ड लाइफ टीम को भी सूचना दी गई। फिलहाल, तेंदुआ को रेस्क्यू करने के बाद वाइल्ड लाइफ टीम ने 5 घंटे बाद तेंदुए को पकड़ लिया। तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल भी लगाया गया। गांव को चारों तरफ से सील किया
जिला वन विभाग के रेंज अधिकारी संदीप यादव ने बताया कि गांव कनुका में तेंदुए की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही गांव को चारों तरफ से सील कर दिया गया और मुनादी भी करवाई गई। गुरुग्राम में वाइल्ड लाइफ टीम को इसकी सूचना दी गई। देर रात टीम पहुंची और 5 घंटे बाद जाल लगाकर तेंदुए को पकड़ा और रात को ही टीम उसे अपने साथ ले गई। और किसी भी गांव में ऐसी कोई चिंता की बात नहीं है। लोगों ने खेतों में जाना भी बंद किया था
कुछ महीने पहले सरिस्का के टाइगर ने भी रेवाड़ी के झाबुआ जंगल में अपना ठिकाना बना लिया था। करीब ढाई महीने बाद ही टाइगर को वहां से रेस्क्यू किया जा सका था। जब तक यह टाइगर वहां था, प्रशासन और संबंधित विभागों की टेंशन बढ़ती रही और यहां आसपास रहने वाले लोगों में डर का माहौल बना रहा। लोगों ने खेतों में जाना भी बंद कर दिया था। अब फिर से तेंदुए को लेकर चिंता बनी हुई हरियाणा | दैनिक भास्कर