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<p style=”text-align: justify;”><strong>Dharm Sansad News:</strong> श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े में 19, 20, 21 दिसंबर 2024 को विश्व धर्म संसद का आयोजन पुलिस प्रशासन ने रोक दिया है. जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी द्वारा धर्म संसद का आयोजन आज 19 दिसंबर को 3 दिन के लिए किया गया था. परंतु प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी और वहां से टेंट उखाड़ दिए गए और नोटिस चस्पा कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद यह धर्म संसद स्थगित कर दी गई. बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं का नरसंहार हुआ पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे है कश्मीर से हमें मिटा दिया गया इस तरह से भारत में ऐसा ना हो हम इस्लाम के जिहाद का शिकार न बन जाए हमारे बच्चे इनका शिकार न बन जाए केवल इस बात की चर्चा करने के लिए इस धर्म संसद का आयोजन किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगर मैं गलत हूं तो सुप्रीम कोर्ट मुझे सजा दे- यति नरसिंहानंद गिरी महाराज</strong><br />वहीं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि वह जिला प्रशासन की धमकी के कारण और अनुमति न देने के कारण यह धर्म संसाधन स्थगित कर रहे हैं और अब हरिद्वार से पैदल सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे और सुप्रीम कोर्ट में अपनी गुहार लगाएंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने हवाई को धमकी दी टेंट वाले को धमकी दी और टेंट लगवाने के बाद जूना अखाड़े के परिसर में नोटिस चश्मा कर दिया और उन्हें दबाया जा रहा है. वे इसके विरोध में हरिद्वार से सुप्रीम कोर्ट दिल्ली तक पैदल मार्च करेंगे और सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात कहेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने इस्लाम के बारे में जो बात कही है यदि वह गलत कही है तो सुप्रीम कोर्ट मुझे कोई भी सजा दे दे मैं भुगतने को तैयार हूं. परंतु मैं गलत नहीं हूं. महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने अपने खून से सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र भी लिखा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/dharma-sansad-haridwar-yati-narasimhanand-wrote-a-letter-to-chief-minister-with-his-blood-ann-2845237″>धर्म संसद से पहले यति नरसिंहानंद ने मुख्यमंत्री को लिखी अपने खून से चिट्ठी, कहा- मैं गंगा में समाधि ले लूंगा</a></strong></p>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>Dharm Sansad News:</strong> श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े में 19, 20, 21 दिसंबर 2024 को विश्व धर्म संसद का आयोजन पुलिस प्रशासन ने रोक दिया है. जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी द्वारा धर्म संसद का आयोजन आज 19 दिसंबर को 3 दिन के लिए किया गया था. परंतु प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी और वहां से टेंट उखाड़ दिए गए और नोटिस चस्पा कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद यह धर्म संसद स्थगित कर दी गई. बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं का नरसंहार हुआ पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे है कश्मीर से हमें मिटा दिया गया इस तरह से भारत में ऐसा ना हो हम इस्लाम के जिहाद का शिकार न बन जाए हमारे बच्चे इनका शिकार न बन जाए केवल इस बात की चर्चा करने के लिए इस धर्म संसद का आयोजन किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगर मैं गलत हूं तो सुप्रीम कोर्ट मुझे सजा दे- यति नरसिंहानंद गिरी महाराज</strong><br />वहीं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि वह जिला प्रशासन की धमकी के कारण और अनुमति न देने के कारण यह धर्म संसाधन स्थगित कर रहे हैं और अब हरिद्वार से पैदल सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे और सुप्रीम कोर्ट में अपनी गुहार लगाएंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन ने हवाई को धमकी दी टेंट वाले को धमकी दी और टेंट लगवाने के बाद जूना अखाड़े के परिसर में नोटिस चश्मा कर दिया और उन्हें दबाया जा रहा है. वे इसके विरोध में हरिद्वार से सुप्रीम कोर्ट दिल्ली तक पैदल मार्च करेंगे और सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात कहेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने इस्लाम के बारे में जो बात कही है यदि वह गलत कही है तो सुप्रीम कोर्ट मुझे कोई भी सजा दे दे मैं भुगतने को तैयार हूं. परंतु मैं गलत नहीं हूं. महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने अपने खून से सीएम पुष्कर सिंह धामी को पत्र भी लिखा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/dharma-sansad-haridwar-yati-narasimhanand-wrote-a-letter-to-chief-minister-with-his-blood-ann-2845237″>धर्म संसद से पहले यति नरसिंहानंद ने मुख्यमंत्री को लिखी अपने खून से चिट्ठी, कहा- मैं गंगा में समाधि ले लूंगा</a></strong></p>
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