हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर से कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिल रही है। बंबर ठाकुर ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर उन्हें धमकी दी जा रही है। इसकी उन्होंने पुलिस शिकायत दर्ज करवाई है। बंबर ने कहा कि उन्हें इसके पीछे स्थानीय विधायक त्रिलोक जम्वाल का हाथ लग रहा है। पूर्व विधायक ने साफ शब्दों में कहा, अगर मुझे कुछ होता है, तो इसके जिम्मेदार त्रिलोक जम्वाल होंगे। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से इस मामले में कड़ा संज्ञान लेने और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विधायक अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं- बंबर बंबर ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि त्रिलोक जम्वाल ने विधानसभा में बिलासपुर में हो रही अवैध खनन (माइनिंग) को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनके दावे सही है तो इसके मुख्यमंत्री और राज्यपाल के सामने प्रमाण पेश करें। गलत आरोप न लगाए जाए। अवैध माइनिंग के सबूत दे त्रिलोक जम्वाल- बंबर बंबर ठाकुर ने कहा अगर भाजपा विधायक बताएंगे कि अवैध माइनिंग कहां हो रही है, तो हम भी उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के 99% रेलवे में ठेकेदारों के तौर पर काम कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने भाजपा विधायक पर व्यक्तिगत हमले करते हुए कहा कि त्रिलोक जम्वाल ने उनकी पत्नी पर जमीन से जुड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनौती दी है कि विधायक आरोप साबित करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक के पास दुबई, पंचकूला और शिमला में बड़े-बड़े बंगले हैं। वह बताएं यह संपत्ति कहां से आई। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर से कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिल रही है। बंबर ठाकुर ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर उन्हें धमकी दी जा रही है। इसकी उन्होंने पुलिस शिकायत दर्ज करवाई है। बंबर ने कहा कि उन्हें इसके पीछे स्थानीय विधायक त्रिलोक जम्वाल का हाथ लग रहा है। पूर्व विधायक ने साफ शब्दों में कहा, अगर मुझे कुछ होता है, तो इसके जिम्मेदार त्रिलोक जम्वाल होंगे। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से इस मामले में कड़ा संज्ञान लेने और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विधायक अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं- बंबर बंबर ठाकुर ने कहा कि भाजपा विधायक अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि त्रिलोक जम्वाल ने विधानसभा में बिलासपुर में हो रही अवैध खनन (माइनिंग) को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनके दावे सही है तो इसके मुख्यमंत्री और राज्यपाल के सामने प्रमाण पेश करें। गलत आरोप न लगाए जाए। अवैध माइनिंग के सबूत दे त्रिलोक जम्वाल- बंबर बंबर ठाकुर ने कहा अगर भाजपा विधायक बताएंगे कि अवैध माइनिंग कहां हो रही है, तो हम भी उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के 99% रेलवे में ठेकेदारों के तौर पर काम कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने भाजपा विधायक पर व्यक्तिगत हमले करते हुए कहा कि त्रिलोक जम्वाल ने उनकी पत्नी पर जमीन से जुड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनौती दी है कि विधायक आरोप साबित करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक के पास दुबई, पंचकूला और शिमला में बड़े-बड़े बंगले हैं। वह बताएं यह संपत्ति कहां से आई। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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बाबा बालकनाथ मंदिर में बकरा निलामी के लिए बनेगी SOP:बड़सर में ट्रस्ट के गठन के बाद पहली बैठक, सुविधाओं पर हुई चर्चा बड़सर में बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में ट्रस्ट के गठन के बाद पहली बैठक का आयोजन किया गया। विशेष बैठक की अध्यक्षता एसडीएम बड़सर राजेंद्र गौतम द्वारा की गई। मंदिर अधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी ट्रस्टी मौजूद रहे। इस दौरान मंदिर के विकास व श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। ADB प्रोजेक्ट के तहत मंदिर में बनेगी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व लाइब्रेरी
बैठक के दौरान लंगर भवन के समीप एडीवी प्रोजेक्ट में होने वाले निर्माण कार्य के कारण आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी व पुस्तकालय को अन्य स्थान पर स्थापित करने के लिए स्थान/भवन का चयन पर चर्चा की गई। वीआईपी मूवमेंट के दौरान प्रोटोकाॅल सम्बन्धी SOP बनाने के लिए न्यास सदस्यों में से समिति गठन के बारे में भी चर्चा की हुई। न्यास व न्यास संचालित शिक्षण संस्थानों में रिक्त पदों (सूची संलग्न) को सीधी भर्ती द्वारा भरने, मन्दिर अधिकारी दियोटसिद्ध कार्यालय को नव निर्मित लंगर भवन में स्थापित कार्यालय में शिफ्ट करने, प्रत्येक शनिवार व रविवार के दिन अपंग, अपाहिज/बीमार व वृद्ध श्रद्धालुओं को बस अड्डा से अप्पर बाजार तक फ्री टैक्सी संचालन करवाई जाएगी। सरकारी विभाग के अधिकारी भी रहे मौजूद
साथ ही शाह तलाई सेउ से चकमोह बाजार-कलवाल तक स्ट्रीट लाईट, मन्दिर परिसर में एडीवी प्रोजेक्ट के अंतर्गत बकरा स्थल भवन के पास होने वाले निर्माण कार्य के कारण बाबा जी के कुदनुओं/वर्करों को अन्य स्थान पर रखने के लिए स्थान का चयन करने की बात भी उठाई गई। वहीं न्यास अतिथि गृह चकमोह के प्रयोग बारे, न्यास शिक्षण संस्थानों हेतु दान की गई भूमि दानवीरों के सम्मान में समारोह आयोजन करने के अलावा कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान पिछले दिनों घटित हुई बकरा कांड के बाद विशेष रूप से बकरा नीलामी के लिए एसओपी बनाने पर भी चर्चा की गई है। बैठक के दौरान नवगठित ट्रस्ट के सभी 32 सदस्यों के अलावा सरकारी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे l
हिमाचल हाईकोर्ट ने आउटसोर्स भर्ती पर लगाई रोक:फिर भी मंत्रियों के साथ आउटसोर्स पर रखे जा रहे 2-2 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर, BJP का तंज
हिमाचल हाईकोर्ट ने आउटसोर्स भर्ती पर लगाई रोक:फिर भी मंत्रियों के साथ आउटसोर्स पर रखे जा रहे 2-2 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर, BJP का तंज हिमाचल हाईकोर्ट ने बीते 2 नवंबर को आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाई है। फिर भी राज्य सरकार आउटसोर्स माध्यम से सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर भर्ती करने जा रही है। इस पर बीजेपी ने भी तंज कसा है। हिमाचल सरकार की मंजूरी के बाद सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने इसे लेकर सभी मंत्रियों के प्राइवेट सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया कि सरकार की मंजूरी की जानकारी मंत्रियों को दे दी जाए, ताकि सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर की नियुक्ति की जा सके। सभी मंत्रियों को 2-2 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों को दो दो कॉर्डिनेटर देने का निर्णय लिया है, ताकि मंत्री अपने अपने विभागों से जुड़ी योजनाओं व कामों का प्रचार प्रसार कर सके। इसे देखते हुए 20 सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर आउटसोर्स पर रखे जाएंगे। बेशक, इनकी नियुक्ति को कह दिया गया है, लेकिन इनकी योग्यता और वेतन के बारे में जानकारी साझा नहीं की गई। सूत्र बताते है कि इन्हें 30 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। पूर्व भाजपा सरकार ने भी की थी तैनाती हालांकि पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भी मंत्रियों के साथ सोशल मीडिया टीम लगा रखी थी। अब सुक्खू सरकार भी इनकी भर्ती करने जा रही है। मगर इनकी भर्ती आउटसोर्स पर कोर्ट की रोक के कारण चर्चा में आ गई है। बालकृष्ण की याचिका पर लगाई थी रोक बता दें कि हिमाचल हाईकोर्ट ने बालकृष्ण नाम के याचिकाकर्ता की पिटीशन पर आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगाने के आदेश दिए है, क्योंकि प्रदेश में बीते 15 सालों से आउटसोर्स भर्ती की जा रही है। इससे सरकार रेगुलर भर्तियां नहीं कर रही है और पद समाप्त किए जा रहे है। वहीं बेरोजगारों का सभी सरकारे शोषण करती रही है। जब मन किया इन्हें नौकरी पर रख लिया और जब चाहा तब बाहर का रास्ता दिखाया गया।
हिमाचल में सतलुज किनारे मिला इंजीनियर सिद्धार्थ का शव:3 बॉडी की पहचान, समेज में 33 और प्रदेश में 41 व्यक्ति अभी भी लापता
हिमाचल में सतलुज किनारे मिला इंजीनियर सिद्धार्थ का शव:3 बॉडी की पहचान, समेज में 33 और प्रदेश में 41 व्यक्ति अभी भी लापता हिमाचल प्रदेश के रामपुर के समेज में लापता 36 लोगों में से 3 के शवों की पहचान कर दी गई है। रेस्क्यूल दल को बीते मंगलवार को सुन्नी के पास सतलुज किनारे एक और शव मिला। देर शाम तक शव की पहचान सिद्धार्थ निवासी नंदरूल (कांगड़ा) के तौर पर की गई। सिद्धार्थ समेज में ग्रीनको प्रोजेक्ट में बतौर इंजीनियर काम करता था। समेज खड्ड में बादल फटने से लापता 2 अन्य शवों की भी पहचान कर दी गई है। दोनों शव 3 दिन पहले मिले थे।रामपुर के सुग्गा की रचना और झारखंड की प्रीतिका पुत्री राजकुमार पांडे की पहचान डीएनए सैंपल से हुई है। इस हादसे में प्रीतिका के मां-पिता दोनों अभी भी लापता है। प्रीतिका समेज स्कूल की छात्रा थी। समेज, डकोलढ़ और कोड डेम में पुलिस को अब तक 9 शव मिल गए है। मगर 6 की अभी शिनाख्त नहीं हो सकी। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड के 300 से ज्यादा जवान लापता लोगों की तलाश में जुटे है। हालांकि छह दिन के सर्च ऑपरेशन में समेज गांव में एक भी लापता व्यक्ति नहीं मिला। अब सतलुज किनारे सर्च ऑपरेशन पर जोर: डीसी डीसी शिमला अनुपंम कश्यप ने बताया कि समेज में लगभग 95 प्रतिशत क्षेत्र की खुदाई कर दी गई है। इस दौरान कुछ सामान जरूर मिला है। मगर लापता व्यक्ति यहां नहीं मिल पाए। उन्होंने बताया कि अब तक जो शव मिले है, उनमें ज्यादा कोल डैम में बरामद किए गए। इसलिए अब रेस्क्यू दल का फोकस समेज के बजाय सुन्नी के कोल डैम में ज्यादा रहेगा। इसके लिए सतलुज किनारे सर्च अभियान तेज किया जाएगा। प्रदेश में 41 लोग अभी भी लापता 6 दिन से सर्च ऑपरेशन के बाद समेज में 33, चौहारघाटी में 1, कुल्लू के बाघीपुल में 5 और श्रीखंड के सिंघगाड़ से 2 व्यक्ति अभी भी लापता है। प्रदेश में कुल मिलाकर 41 लोगों का अभी भी सुराग नहीं लग पाया है। कहां से कितने लोग लापता हुए प्रदेश में बुधवार आधी रात बादल फटने के बाद 36 लोग समेज खड्ड की बाढ़ में बह गए। कुर्पण खड्ड की बाढ़ में बाघीपुल से 7 लोग बहे। श्रीखंड के रास्ते में सिंघगाड़ से 2 लोग लापता हुए, जबकि मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव लैंडस्लाइड में 3 परिवारों के 11 लोग दब गए थे। अब तक कहां कितने शव मिले मंडी की चौहारघाटी में 9 शव मिले है। यहां पर 1 लड़के का अभी भी सुराग नहीं लग पाया। कुल्लू के बागीपुल में भी 2 शव मिले है, यहां पर भी अभी 5 लोग लापता है। समेज में 36 लोग लापता है। 3 की पहचान हो गई है, जबकि 6 शवों की पहचान होनी है।