शिमला जिला के कुमारसैन में 13 वर्षीय बच्ची से रेप किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक बच्ची को बहला फुसलाकर घर ले गया और रेप की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की मां ने पुलिस थाना कुमारसैन में शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया है कि वह मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं, लेकिन काफी वर्षों से शिमला के कुमारसैन के ओडी में रह रहे हैं। महिला ने बताया कि आरोपी युवक उसकी बेटी को बहला फुसलाकर कर अपने घर डिगाधार ले गया जहां उसने उसके साथ रेप किया है। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि आरोपी दीपक कुमार उनकी बेटी से रेप किया है। आरोपी युवक भी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिमला जिला के कुमारसैन में 13 वर्षीय बच्ची से रेप किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक बच्ची को बहला फुसलाकर घर ले गया और रेप की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की मां ने पुलिस थाना कुमारसैन में शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया है कि वह मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं, लेकिन काफी वर्षों से शिमला के कुमारसैन के ओडी में रह रहे हैं। महिला ने बताया कि आरोपी युवक उसकी बेटी को बहला फुसलाकर कर अपने घर डिगाधार ले गया जहां उसने उसके साथ रेप किया है। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि आरोपी दीपक कुमार उनकी बेटी से रेप किया है। आरोपी युवक भी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कंगना रनोट की फिल्म रिलीज रोकने को HC में पिटीशन:बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों का प्रदर्शन; कल सिर कलम की धमकी मिली थी
कंगना रनोट की फिल्म रिलीज रोकने को HC में पिटीशन:बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों का प्रदर्शन; कल सिर कलम की धमकी मिली थी हिमाचल प्रदेश के मंडी से BJP सांसद और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट की नई फिल्म इमरजेंसी को पंजाब में रिलीज करने से रोकने की मांग की गई है। एडवोकेट इमान सिंह खारा ने पिटीशन दायर की है। इस पिटीशन में उन्होंने कहा कि कंगना ने फिल्म में सिखों को गलत तरीके से पेश किया है। इस पर 1-2 दिन में सुनवाई हो सकती है। पिटीशन दायर करने वाले इमान खारा असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के वकील हैं। वहीं, बठिंडा में थियेटर के बाहर सिखों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कंगना रनोट का पुतला जलाया। सिखों का कहना है कि फिल्म पर रोक लगाई जाए। उधर, पंचकूला में आम आदमी पार्टी ने भी विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं ने कहा कि पार्टी किसानों के सम्मान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। इससे पहले कल (26 अगस्त) कंगना को विक्की थॉमस मसीह की तरफ से सिर कलम करने की भी धमकी दी जा चुकी है। विक्की थॉमस ने धमकी देते हुए क्या कहा…
वायरल वीडियो में विक्की थॉमस धमकाते हुए कह रहा है- ”इतिहास को बदला नहीं जा सकता। अगर आतंकवादी दिखाया गया तो अंजाम के लिए तैयार हो जाना। जिसकी फिल्म कर रही है, उसकी क्या सेवा होगी। सतवंत सिंह व बेअंत सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर गोलियां बरसाने वाले) कौन थे, वे रोल भी करने के लिए तैयार हो जाना। ये मैं दिल से बोल रहा हूं, क्योंकि उंगली जो हमारी तरफ करता है, वे उंगली ही झटका (काट) देते हैं हम। वो संत (जरनैल सिंह भिंडरांवाला) के लिए हम अपना सिर कटवा भी देंगे। अगर सिर कटवा सकते हैं तो काट भी सकते हैं।” अपकमिंग फिल्म को लेकर विवाद में कंगना
हिमाचल की मंडी सीट से BJP सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवादों में हैं। कंगना की यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लगाई गई इमरजेंसी पर बनाई गई है। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। इस पर सबसे पहले पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार को लेटर लिखकर फिल्म की रिलीज रोकने की मांग की है। सर्बजीत सिंह खालसा ने कहा, ‘नई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए।’ फिल्म के इंटरव्यू में विवादित बयान दिया
हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कांग्रेस नेता ने कंगना पर NSA लगाने की मांग की
इंटरव्यू में दिए कंगना के बयान पर पहले SGPC ने माफी मांगने के लिए कहा। इसके बाद पंजाब के कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने एक्ट्रेस पर NSA लगाने की बात कही। वेरका ने कहा, “कंगना लगातार किसानों पर ऐसे बयान दे रही हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की जाए और उन पर NSA लगाया जाए।” कंगना के बयान से पार्टी ने किनारा किया
वहीं, आज भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से खुद को अलग कर लिया है। न्यूज एजेंसी PTI ने भाजपा की प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें लिखा है- पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वह पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वह इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें। पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है। किसान आंदोलन में महिलाओं को 100 रुपए में आने वाली कहा
कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर एक पोस्ट पर कमेंट किया था। इसमें एक बुजुर्ग महिला की फोटो थी। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘हाहाहा, ये वही दादी है, जिसे टाइम मैग्जीन में भारत की पावरफुल महिला होने पर फीचर किया गया था। वो 100 रुपए में उपलब्ध है। पाकिस्तानी जर्नलिस्ट ने भारत के लिए इंटरनेशनल पीआर को हाईजैक कर लिया है, जो शर्मिंदगी भरा रास्ता है। हमें इंटरनेशनली बोलने के लिए अपने लोगों की जरुरत है।’ आंदोलनकारियों की तुलना ‘खालिस्तानी’ आतंकियों से की
कंगना ने किसान आंदोलन के दौरान कई बयान दिए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर आंदोलनकारियों की तुलना खालिस्तानी आतंकियों से की थी। उन्होंने लिखा था- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन हमें एक महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए। इंदिरा गांधी ने इन्हें अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। भले उन्होंने इस देश को कितनी भी पीड़ा दी हो, लेकिन उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी आज भी उनके नाम से कांपते हैं, इनको वैसा ही गुरू चाहिए।’ CISF कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा
6 जून को कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। इसमें महिला कॉन्स्टेबल कह रही थी कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी। इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल सस्पेंड कर दिया गया था।
शिमला में अटल हॉस्पिटल पहुंचे HC के जज:सड़क व स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा, OPD सेवाओं पर लगी थी रोक
शिमला में अटल हॉस्पिटल पहुंचे HC के जज:सड़क व स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा, OPD सेवाओं पर लगी थी रोक हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश त्रिलोक चौहान ने शुक्रवार को शिमला के चमियाना स्थित अटल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं व हॉस्पिटल जाने वाली सड़क का जायजा लिया है। दरअसल प्रदेश सरकार ने बीते अगस्त माह में 8 विभागों की ओपीडी सेवाओं को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल चमियाना में शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। लेकिन हाईकोर्ट ने हॉस्पिटल के लिए सड़क की हालत खस्ता व अन्य सुविधाओं के आभाव के कारण वहां चल रही OPD सेवाओं पर रोक लगा दी थी और हॉस्पिटल में मरीजों के लिए उचित सड़क बनने, आवागमन के लिए उचित व्यवस्था व अन्य मूलभूत सुविधाएं पूरी करने के आदेश दिए थे। 7 दिन पहले हुआ था बस का सफल ट्रायल
बता दें कि हाईकोर्ट के आदेशों के बाद हॉस्पिटल के लिए जाने वाली सड़क का मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद बीते करीब एक सप्ताह पहले वहां के लिए 30 सीटर HRTC बस का सफल ट्रायल हुआ था। जिसके बाद आज मुख्य न्यायधीश ने स्वयं हॉस्पिटल जाकर सुविधाओं का निरीक्षण किया है। चमियाना में चल रही थी 8 विभागों की ओपीडी
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल चमियाना बीते 12 अगस्त से आठ विभागों जिसमें कार्डियोलॉजी, यूरोलोजी, गैस्ट्रोएनलॉजी, न्यूरोलोजी, नेफॉलोजी, प्लास्टिक सर्जरी व एंडोक्रिनोलोजी विभाग की ओपीडी शिफ्ट हो गयी थी। परंतु हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार के फैसले पर रोक लगाते हुए ओपीडी सेवाओं को तुंरत बन्द करने के आदेश दिए थे। जिसके बाद सभी विभागों की ओपीडी सेवाएं IGMC में ही चल रही थी।
बाबा बालकनाथ मंदिर में बकरा निलामी के लिए बनेगी SOP:बड़सर में ट्रस्ट के गठन के बाद पहली बैठक, सुविधाओं पर हुई चर्चा
बाबा बालकनाथ मंदिर में बकरा निलामी के लिए बनेगी SOP:बड़सर में ट्रस्ट के गठन के बाद पहली बैठक, सुविधाओं पर हुई चर्चा बड़सर में बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में ट्रस्ट के गठन के बाद पहली बैठक का आयोजन किया गया। विशेष बैठक की अध्यक्षता एसडीएम बड़सर राजेंद्र गौतम द्वारा की गई। मंदिर अधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी ट्रस्टी मौजूद रहे। इस दौरान मंदिर के विकास व श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। ADB प्रोजेक्ट के तहत मंदिर में बनेगी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व लाइब्रेरी
बैठक के दौरान लंगर भवन के समीप एडीवी प्रोजेक्ट में होने वाले निर्माण कार्य के कारण आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी व पुस्तकालय को अन्य स्थान पर स्थापित करने के लिए स्थान/भवन का चयन पर चर्चा की गई। वीआईपी मूवमेंट के दौरान प्रोटोकाॅल सम्बन्धी SOP बनाने के लिए न्यास सदस्यों में से समिति गठन के बारे में भी चर्चा की हुई। न्यास व न्यास संचालित शिक्षण संस्थानों में रिक्त पदों (सूची संलग्न) को सीधी भर्ती द्वारा भरने, मन्दिर अधिकारी दियोटसिद्ध कार्यालय को नव निर्मित लंगर भवन में स्थापित कार्यालय में शिफ्ट करने, प्रत्येक शनिवार व रविवार के दिन अपंग, अपाहिज/बीमार व वृद्ध श्रद्धालुओं को बस अड्डा से अप्पर बाजार तक फ्री टैक्सी संचालन करवाई जाएगी। सरकारी विभाग के अधिकारी भी रहे मौजूद
साथ ही शाह तलाई सेउ से चकमोह बाजार-कलवाल तक स्ट्रीट लाईट, मन्दिर परिसर में एडीवी प्रोजेक्ट के अंतर्गत बकरा स्थल भवन के पास होने वाले निर्माण कार्य के कारण बाबा जी के कुदनुओं/वर्करों को अन्य स्थान पर रखने के लिए स्थान का चयन करने की बात भी उठाई गई। वहीं न्यास अतिथि गृह चकमोह के प्रयोग बारे, न्यास शिक्षण संस्थानों हेतु दान की गई भूमि दानवीरों के सम्मान में समारोह आयोजन करने के अलावा कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस दौरान पिछले दिनों घटित हुई बकरा कांड के बाद विशेष रूप से बकरा नीलामी के लिए एसओपी बनाने पर भी चर्चा की गई है। बैठक के दौरान नवगठित ट्रस्ट के सभी 32 सदस्यों के अलावा सरकारी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे l