हरियाणा के फरीदाबाद में एक नाबालिग लड़की के लापता होने के केस में उसके पिता से पुलिस थाने में 30 हजार रुपए लिए गए। आरोप है कि थाने में मौजूद एक महिला पुलिस कर्मी, वकील व NGO के सदस्य ने व्यक्ति को कहा कि तुमने बेटी के साथ मारपीट की है, बेटी ने बयान दर्ज कराए हैं, हम चाहे तो तुझे जेल भेज सकते हैं। बेटी को छोड़ने की एवज में 30 हजार रुपए लिए गए। थाना कोतवाली SHO ने मामले में जांच की बात कही है। फरीदाबाद में संजय कॉलोनी इलाके में स्टोर चलाने वाले एक व्यक्ति ने पत्रकारों को बताया कि उसकी एक 13 साल की बेटी है। दो दिन पहले उसकी बेटी अचानक से लापता हो गई। परिवार ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत संजय कॉलोनी पुलिस चौकी में की हुई थी। पुलिस ने इस पर केस दर्ज किया था। महिला सिपाही ने फोन कर बुलाया उसने बताया कि आज थाना कोतवाली से एक पुलिसकर्मी महिला का फोन आया। उसको बताया गया कि उसकी बेटी थाना कोतवाली में है, वह आकर ले जाए। जब अपनी बेटी को लेने के लिए वह थाने में पहुंचा तो वहां पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी , एक वकील ने उन्हें काफी डराया धमकाया। उसे बताया कि तूने अपनी बेटी के साथ मारपीट की है, तेरी बेटी ने यह बयान दर्ज कराए हैं। यदि हम चाहे तो तुझे जेल भेज सकते हैं। थाने में अलग कमरे में ले गई महिला लड़की के पिता ने पुलिस को कहा कि यदि बच्चा गलती करता है तो उसे डांटना भी पड़ता है। उसने बेटी के साथ कोई मारपीट नहीं की है। इस बीच एक NGO की सदस्य उसे उसे थाने के अलग कमरे में लेकर गई। उससे कहा कि तू कितना कमाता है। उसने बताया कि वह लगभग 40 हजार कमा लेता है। उसने कहा कि तू इस मामले को यही रफा दफा कर ले, बता कितने रुपए दे सकता है। उसने NGO सदस्य से कहा कि आप ही बता दो। बोलीं- हम 3-4 हैं 30 हजार में काम नहीं चलेगा व्यक्ति के अनुसार उसने उससे 30 हजार रुपए की डिमांड की। उससे कहा कि हम तीन-चार हैं। 30 हजार में काम नहीं चलेगा। उसने कहा कि 20 हजार रुपए ले लो। लेकिन वह नहीं मानी और उसको फोन का स्कैनर दिखाकर उस पर 30 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। उसे डरा धमका कर उसकी बेटी को लौटने की एवज में 30 हजार रुपए लीेने का आरोप उसने लगाया है। थाने में ही उससे रिश्वत लेकर उसकी बेटी को छोड़ा है। SHO बोले- शिकायत दें, कार्रवाई करेंगे फरीदाबाद के थाना कोतवाली के एसएचओ मजबूर ने बताया कि थाने में 30 हजार रुपए लेने के मामले में अभी उन्हें पीड़ित पिता की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। यदि किसी ने उनसे थाने में उनकी बेटी को लौटाने की एवज में रुपए लिए हैं, तो वह शिकायत दे सकते हैं। उनकी दी गई शिकायत के आधार पर जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के फरीदाबाद में एक नाबालिग लड़की के लापता होने के केस में उसके पिता से पुलिस थाने में 30 हजार रुपए लिए गए। आरोप है कि थाने में मौजूद एक महिला पुलिस कर्मी, वकील व NGO के सदस्य ने व्यक्ति को कहा कि तुमने बेटी के साथ मारपीट की है, बेटी ने बयान दर्ज कराए हैं, हम चाहे तो तुझे जेल भेज सकते हैं। बेटी को छोड़ने की एवज में 30 हजार रुपए लिए गए। थाना कोतवाली SHO ने मामले में जांच की बात कही है। फरीदाबाद में संजय कॉलोनी इलाके में स्टोर चलाने वाले एक व्यक्ति ने पत्रकारों को बताया कि उसकी एक 13 साल की बेटी है। दो दिन पहले उसकी बेटी अचानक से लापता हो गई। परिवार ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत संजय कॉलोनी पुलिस चौकी में की हुई थी। पुलिस ने इस पर केस दर्ज किया था। महिला सिपाही ने फोन कर बुलाया उसने बताया कि आज थाना कोतवाली से एक पुलिसकर्मी महिला का फोन आया। उसको बताया गया कि उसकी बेटी थाना कोतवाली में है, वह आकर ले जाए। जब अपनी बेटी को लेने के लिए वह थाने में पहुंचा तो वहां पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी , एक वकील ने उन्हें काफी डराया धमकाया। उसे बताया कि तूने अपनी बेटी के साथ मारपीट की है, तेरी बेटी ने यह बयान दर्ज कराए हैं। यदि हम चाहे तो तुझे जेल भेज सकते हैं। थाने में अलग कमरे में ले गई महिला लड़की के पिता ने पुलिस को कहा कि यदि बच्चा गलती करता है तो उसे डांटना भी पड़ता है। उसने बेटी के साथ कोई मारपीट नहीं की है। इस बीच एक NGO की सदस्य उसे उसे थाने के अलग कमरे में लेकर गई। उससे कहा कि तू कितना कमाता है। उसने बताया कि वह लगभग 40 हजार कमा लेता है। उसने कहा कि तू इस मामले को यही रफा दफा कर ले, बता कितने रुपए दे सकता है। उसने NGO सदस्य से कहा कि आप ही बता दो। बोलीं- हम 3-4 हैं 30 हजार में काम नहीं चलेगा व्यक्ति के अनुसार उसने उससे 30 हजार रुपए की डिमांड की। उससे कहा कि हम तीन-चार हैं। 30 हजार में काम नहीं चलेगा। उसने कहा कि 20 हजार रुपए ले लो। लेकिन वह नहीं मानी और उसको फोन का स्कैनर दिखाकर उस पर 30 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। उसे डरा धमका कर उसकी बेटी को लौटने की एवज में 30 हजार रुपए लीेने का आरोप उसने लगाया है। थाने में ही उससे रिश्वत लेकर उसकी बेटी को छोड़ा है। SHO बोले- शिकायत दें, कार्रवाई करेंगे फरीदाबाद के थाना कोतवाली के एसएचओ मजबूर ने बताया कि थाने में 30 हजार रुपए लेने के मामले में अभी उन्हें पीड़ित पिता की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। यदि किसी ने उनसे थाने में उनकी बेटी को लौटाने की एवज में रुपए लिए हैं, तो वह शिकायत दे सकते हैं। उनकी दी गई शिकायत के आधार पर जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अनिल विज के 5 अफसरों पर FIR के आदेश:20 लाख जुर्माना नहीं भरा तो नाराज हुए मंत्री; लोगों को रोकने पर DC को फटकार हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कैथल में नगर परिषद के XEN समेत पांच विभागों के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इन पर आरोप है कि इन अधिकारियों ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा किया गया 20 लाख रुपए का जुर्माना नहीं भरा था। इससे पहले मंत्री विज ने कैथल की डीसी को भी फटकार लगाई। समस्या लेकर आए लोगों को उन तक पहुंचने से रोकने पर वे प्रशासन पर भड़क गए। मंत्री अनिल विज शुक्रवार को कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। जींद रोड स्थित आईटीआई सभागार में हो रही मीटिंग में कैथल की डीसी प्रीति सहित सभी विभागों के अध्यक्ष मौजूद थे। यहां कुल 15 शिकायतें मंत्री विज के सामने रखी गईं। मंत्री के सामने उठा ये मामला
कैबिनेट मंत्री अनिल विज के सामने ग्योंग ड्रेन में गंदा पानी डालने का मामला उठा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से नवंबर के पहले सप्ताह में इस मामले में पांच सरकारी विभागों पर कार्रवाई की थी। बोर्ड ने सभी विभागों पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। जिस विभाग की तरफ से ग्योंग ड्रेन में जितना गंदा पानी डाला जा रहा था, उसके हिसाब से ही जुर्माना तय किया गया था। बोर्ड की ओर से संबंधित विभागों को 15 दिनों तक जुर्माने की राशि भरने के आदेश दिए थे। इसमें कहा गया था कि अगर उनके द्वारा जुर्माना नहीं भरा गया तो बोर्ड की तरफ से संबंधित विभाग के अधिकारी पर केस दर्ज करवाया जाएगा। मंत्री विज को बताया गया कि संबंधित अधिकारियों ने जुर्माना अदा नहीं किया। इन विभागों में नगर परिषद के साथ पंचायती राज विभाग, पब्लिक हेल्थ, नागरिक अस्पताल और HSVP के नाम शामिल हैं। पानी के सैंपल फेल मिले थे, जिसके बाद लगा जुर्माना
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने ग्योंग ड्रेन से अलग-अलग जगहों से पानी के 9 सैंपल लिए थे। इन्हें जांच के लिए पंचकूला स्थित लैब में भेजा गया था। इनकी रिपोर्ट आने पर सभी सैंपल फेल पाए गए थे। इसके बाद विभागों पर जुर्माना लगाया गया था। 15 शिकायतों पर की सुनवाई बैठक में कुल 15 शिकायतें एजेंडे में शामिल की गई हैं। इनमें 4 पुरानी व 9 नई शिकायतें थी। मंत्री विज के आगे सबसे ज्यादा 3 शिकायतें पुलिस विभाग से संबंधित रखी गईं। इससे पहले 5 जुलाई को कष्ट निवारण समिति की मीटिंग हुई थी। जिसमें तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने लोगों की समस्याएं सुनी थीं। विज बोले- सबसे मिल कर जाउंगा
मंत्री अनिल विज के आने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतें लेकर आईटीआई परिसर में पहुंच गए थे। पुलिस ने सभी लोगों को अंदर जाने से रोक दिया। मीटिंग में केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने दिया गया, जिसकी शिकायत लगी हुई थी। इस बीच मंत्री अनिल विज मीटिंग लेने पहुंचे तो लोगों ने उनको बताया कि पुलिस अंदर नहीं आने दे रही है। लोगों की बात सुनने के बाद अनिल विज भड़क गए। लोगों को मीटिंग में न आने को लेकर विज ने डीसी को फटकार लगाई और कहा कि सभी से मिलकर जाऊंगा। मीटिंग में मंत्री विज के आगे पुलिस विभाग की तीन, बिजली निगम की एक, जनस्वास्थ्य विभाग की एक, कृषि विभाग की एक, पंचायती राज विभाग की एक, लीड बैंक मैनेजर की एक व पीडब्ल्यूडी विभाग की एक शिकायत कार्रवाई के लिए रखी गई।
हरियाणा में HSSC करेगी 7200 नई भर्तियां:कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य बोले- तैयारी पूरी; 56 व 57 ग्रुप की परीक्षाओं में पारदर्शिता बरती
हरियाणा में HSSC करेगी 7200 नई भर्तियां:कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य बोले- तैयारी पूरी; 56 व 57 ग्रुप की परीक्षाओं में पारदर्शिता बरती करनाल पहुंचे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने सरकारी नौकरियों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और परीक्षाओं में पारदर्शिता का दावा किया। उन्होंने कहा कि ग्रुप 56 और 57 की कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) मेंस परीक्षाएं छह जिलों में सफलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से आयोजित की गईं। इन परीक्षाओं में करीब 16,000 पदों के लिए अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 45,000 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अब तक आयोजित सभी परीक्षाओं में कुल 45,000 अभ्यर्थियों ने भाग लिया है। आयोग ने परीक्षा केंद्रों पर बेहतरीन व्यवस्थाएं कीं, जिसमें अभ्यर्थियों के स्वागत और उन्हें परीक्षा से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी देने के लिए विशेष प्रयास किए गए। कड़ी निगरानी और पारदर्शिता के बीच परीक्षा आयोजित भूपेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर पंचकूला से सीसीटीवी की निगरानी की गई। ऐसी पारदर्शिता और कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आयोग ने विशेष व्यवस्था की थी। अब तक आयोग ने 12,000 नियुक्तियां सफलतापूर्वक पूरी कर ली हैं और 45,000 से अधिक भर्तियां पाइपलाइन में हैं, जिनकी प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा, करनाल जिले में ग्रुप 57 की परीक्षा के लिए 47 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 15,000 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। आगामी भर्तियों के लिए तैयारियां आने वाले समय में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग 7,200 नई भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें 5,600 पुलिस भर्तियां भी शामिल हैं। आयोग के सदस्य ने यह भी बताया कि आचार संहिता के चलते कुछ परिस्थितियों में परीक्षाओं पर असर हो सकता है, और कानूनी सलाह की जरूरत भी पड़ सकती है। हालांकि, 1.20 लाख पक्की नौकरियों के बारे में पूछे गए सवालों पर उन्होंने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। करनाल में परीक्षा का संचालन और परिणाम करनाल में आयोजित 17 और 18 अगस्त की परीक्षाओं को लेकर नोडल अधिकारी एवं एमडी शुगर मिल, हितेन्द्र कुमार ने जानकारी दी कि सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण और पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं संपन्न हुईं। 17 अगस्त को ग्रुप 56 की परीक्षा में कुल 3,883 अभ्यर्थियों में से 3,297 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए, जबकि 586 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। इसी प्रकार, 18 अगस्त को ग्रुप 57 की परीक्षा में 14,665 अभ्यर्थियों में से 10,487 अभ्यर्थी शामिल हुए और 4,178 अनुपस्थित रहे। परीक्षार्थियों के लिए विशेष सुविधाएं दूर-दराज से आने वाले परीक्षार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आयोग ने फ्री बस सेवा की व्यवस्था की थी। हालांकि, कुछ समस्याएं भी सामने आईं, जिन्हें हल करने के लिए जिला प्रशासन से बातचीत की जाएगी। आयोग ने परीक्षा संचालन के दौरान बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए कई नए प्रयोग किए हैं, जो भविष्य में भी जारी रहेंगे।