रामपुर में अलग-अलग रूटों पर फंसी HRTC की 7 बसें:बर्फबारी से सड़कों पर बढ़ी फिसलन, नारकंडा में वाहनों की आवाजाही बंद

रामपुर में अलग-अलग रूटों पर फंसी HRTC की 7 बसें:बर्फबारी से सड़कों पर बढ़ी फिसलन, नारकंडा में वाहनों की आवाजाही बंद

शिमला के रामपुर के सेब बाहुल क्षेत्रों में हुई बर्फबारी ने बागवानों को कुछ राहत मिली है। लेकिन यह बर्फबारी उम्मीद से कम हुई। वहीं दूसरे दिन भी अधिकतर क्षेत्रों में बर्फ पिघल भी गई। मगर इस बर्फबारी से एचआरटीसी की सात बसें अलग-अलग रूटों पर फंसीं रही। जबकि नारकंडा में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित रही। बर्फबारी से चंडीगढ जाबो व सराहन चंडीगढ़ और सराहन कालका बस फागू, कालका सराहन मतियाना, कुल्लू रामपुर बस कुल्लू में और रामपुर रोहड़ू जाने वाली दो बसें रोहड़ू में फंसी हुई। सड़क पर बर्फ गिरने और फिसलन होने के कारण बसें नहीं निकल पाई है। बस अड्‌डा प्रभारी राजेंद्र पाल ने बताया कि सात के करीब रामपुर डिपो की बसें फंसी हुई। लोकल रूटों की बात करें तो इसमें भी कुछ रूटों पर जहां तक संभव हो पा रहा है, वहां तक निगम द्वारा बसें भेजी जा रही है। बर्फबारी से बागवान खुश बर्फबारी होने से जहां किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। लेकिन इससे दूसरे दिन भी ऊपरी क्षेत्रों में जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। जबकि नारकंडा वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित रही। हालांकि मंगलवार को दोपहर बाद खिली हल्की धूप से लोगों को राहत जरूरी मिली है। शिमला के रामपुर के सेब बाहुल क्षेत्रों में हुई बर्फबारी ने बागवानों को कुछ राहत मिली है। लेकिन यह बर्फबारी उम्मीद से कम हुई। वहीं दूसरे दिन भी अधिकतर क्षेत्रों में बर्फ पिघल भी गई। मगर इस बर्फबारी से एचआरटीसी की सात बसें अलग-अलग रूटों पर फंसीं रही। जबकि नारकंडा में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित रही। बर्फबारी से चंडीगढ जाबो व सराहन चंडीगढ़ और सराहन कालका बस फागू, कालका सराहन मतियाना, कुल्लू रामपुर बस कुल्लू में और रामपुर रोहड़ू जाने वाली दो बसें रोहड़ू में फंसी हुई। सड़क पर बर्फ गिरने और फिसलन होने के कारण बसें नहीं निकल पाई है। बस अड्‌डा प्रभारी राजेंद्र पाल ने बताया कि सात के करीब रामपुर डिपो की बसें फंसी हुई। लोकल रूटों की बात करें तो इसमें भी कुछ रूटों पर जहां तक संभव हो पा रहा है, वहां तक निगम द्वारा बसें भेजी जा रही है। बर्फबारी से बागवान खुश बर्फबारी होने से जहां किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है। लेकिन इससे दूसरे दिन भी ऊपरी क्षेत्रों में जन जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। जबकि नारकंडा वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित रही। हालांकि मंगलवार को दोपहर बाद खिली हल्की धूप से लोगों को राहत जरूरी मिली है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर