फतेहगढ़ साहिब की डिप्टी कमिश्नर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सोना थिंद ने पंजाब एक्साइज एक्ट 1914 की धारा 53 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब और गुरुद्वारा श्री ज्योति सरूप साहिब के तीन किलोमीटर के दायरे में शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा अनाज मंडी सरहिंद, सानीपुर रोड, जीटी रोड बाड़ा, चावला चौक सरहिंद, रेलवे रोड सरहिंद, रेलवे रोड हमांयुपुर, भट्टी रोड सरहिंद और खानपुर इलाके में शराब के ठेकों और अहातों, होटलों आदि में शराब के सेवन करने पर पाबंदी लगाई है। इन इलाकों में कोई व्यक्ति बाहर से भी शराब का सेवन करके नहीं आएगा। यह आदेश 25 दिसंबर को शुरू होने वाली शहीदी सभा को लेकर जारी किए गए। 27 दिसंबर की रात 12 बजे तक आदेश लागू रहेंगे। पुलिस एवं एक्साइज अधिकारियों को सख्ती के निर्देश डिप्टी कमिश्नर ने इन आदेशों को सख्ती से लागू करने के लिए जिला पुलिस प्रमुख और सहायक आबकारी एवं कराधान आयुक्त की जिम्मेदारी तय की है। जारी किए पाबंदी आदेशों में कहा है कि फतेहगढ़ साहिब में 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक आयोजित होने वाली शहीदी सभा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। शहीदी सभा के वातावरण की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह पाबंदी लगाई गई है। फतेहगढ़ साहिब की डिप्टी कमिश्नर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सोना थिंद ने पंजाब एक्साइज एक्ट 1914 की धारा 53 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब और गुरुद्वारा श्री ज्योति सरूप साहिब के तीन किलोमीटर के दायरे में शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा अनाज मंडी सरहिंद, सानीपुर रोड, जीटी रोड बाड़ा, चावला चौक सरहिंद, रेलवे रोड सरहिंद, रेलवे रोड हमांयुपुर, भट्टी रोड सरहिंद और खानपुर इलाके में शराब के ठेकों और अहातों, होटलों आदि में शराब के सेवन करने पर पाबंदी लगाई है। इन इलाकों में कोई व्यक्ति बाहर से भी शराब का सेवन करके नहीं आएगा। यह आदेश 25 दिसंबर को शुरू होने वाली शहीदी सभा को लेकर जारी किए गए। 27 दिसंबर की रात 12 बजे तक आदेश लागू रहेंगे। पुलिस एवं एक्साइज अधिकारियों को सख्ती के निर्देश डिप्टी कमिश्नर ने इन आदेशों को सख्ती से लागू करने के लिए जिला पुलिस प्रमुख और सहायक आबकारी एवं कराधान आयुक्त की जिम्मेदारी तय की है। जारी किए पाबंदी आदेशों में कहा है कि फतेहगढ़ साहिब में 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक आयोजित होने वाली शहीदी सभा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। शहीदी सभा के वातावरण की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह पाबंदी लगाई गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में फर्जी GST अधिकारियों की धुनाई:3 दिनों से कर रहे थे दुकानदारों से उगाही, पुलिस ने दबोचे,एंटी करप्शन के मिले आई.कार्ड लुधियाना में आज केसर गंज मंडी में ड्राई फ्रूट व्यापारियों ने फर्जी GST अधिकारियों को दबोच लिया। दुकानदारों ने इन ठगों की जमकर धुनाई की। ठगों से लोगों को एंटी करप्शन नाम से बना आईडी कार्ड भी मिला है। एक ठग का नाम गुरजंट सिंह है। सभी ठग अलग-अलग शहरों के रहने वाले हैं। 5 से 6 लोगों का ये गिरोह है जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल है। पिछले 3 दिनों से दुकानदारों से ठग अवैध रूप से उगाही कर रहे थे। 3 ठगों को पुलिस ने दबोचा फिलहाल 3 ठगों को लोगों ने पकड़ लिया। ठगों का ये गिरोह पिछले 3 दिनों से बाजार में एक्टिव था। दुकानदारों से ये ठग ड्राई फ्रूट पैक करवा लेते थे। पैसे देने के वक्त खुद को GST का अधिकारी बताकर रोब डालते थे। जानकारी देते हुए मार्केट के प्रधान हरकेश मित्तल ने बताया कि आज बाजार के एक दुकानदार के पास ये ठग गए। वहीं से कुछ दुकानदारों ने उन्हें सूचित किया। ठगों की फोटो जब देखी तो तुरंत GST विभाग से सूचित किया। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनके विभाग के अधिकारी नहीं है। राहगीरों के लिफाफे भी करते थे चेक पूरा मामला वेरिफाइड करने के बाद इन ठगों को दुकानदारों ने पकड़ लिया। इनके कुछ साथी भाग गए। पिछले 3 से 4 दिन लगातार बाजारों में घूम कर लोगों के लिफाफे तक ये लोग चेक कर रहे थे। आज मौके पर पीसीआर दस्ता बुलाकर ठगों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया है।
अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह
अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रधान अमृतपाल सिंह के समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके बेटे आकाशदीप सिंह ने इंस्टाग्राम पर इसकी घोषणा की है। भगवंत सिंह ने यह फैसला अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद लिया है। प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत होने जा रही है। बाजेके किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय रहे हैं। वह अक्सर किसान आंदोलन के वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों के साथ शेयर करते रहते थे। बता दें कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गिद्दड़बाहा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। अब उनके सांसद बनने के बाद इस सीट पर विधानसभा उपचुनाव होना है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि वडिंग अपनी पत्नी अमृता वडिंग को इस सीट पर चुनाव लड़वा सकते हैं। अमृतपाल सिंह के साथ बाजेके भी है डिब्रूगढ़ जेल में बंद भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके अमृतपाल सिंह के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अगर बाजेके चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें भी जेल से ही चुनाव लड़ना होगा। पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह बाजेके को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह पर भी इसी तरह के आरोप हैं। दोनों के साथ अन्य साथियों को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और सभी असम की जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह ने बिना प्रचार किए ही चुनाव जीत लिया है। अमृतपाल ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1.9 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। प्रधानमंत्री बाजेके के नाम की घोषणा के बाद माहौल गरमा गया पंजाब की गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से अब तक कांग्रेस के तेजतर्रार नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विधायक थे। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके के बेटे के नाम की घोषणा ने पंजाब की सियासत गरमा दी है। इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्जा है। अब देखना यह है कि क्या भगवंत सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तरह जीतते हैं या नहीं? कुछ दिन पहले जेल में बंद बाजेके की तबीयत खराब होने की जानकारी भी सामने आई थी। कौन हैं भगवंत सिंह? एनएसए के तहत अमृतपाल के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद बाजेके मोगा के धर्मकोट गांव के ही रहने वाले हैं। पिछले सप्ताह जब भगवंत सिंह की तबीयत खराब हुई थी, तब परिवार ने मांग की थी कि उन्हें पंजाब की जेल में रखा जाए। बाजेके के बेटे आकाशदीप ने डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन पर उनके पिता को गलत खाना देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जेल में खाने में तंबाकू मिलाया जा रहा है, जिससे उनके पिता और अन्य लोग बीमार हो रहे हैं। परिवार ने तर्क दिया था कि असम जाने के लिए एक व्यक्ति का 35 से 40 हजार रुपये खर्च आता है। बाजेके की मां दिल की मरीज हैं। अब बेटे ने घोषणा की है कि उनके पिता चुनाव लड़ेंगे। 18 मार्च 2024 को भगवंत को किया गया था गिरफ्तार अमृतपाल सिंह के करीबी भगवंत सिंह बाजेके को पुलिस ने 18 मार्च 2024 को गिरफ्तार किया था। जब पुलिस बाजेके का पीछा कर रही थी, तब वह फेसबुक पर लाइव हो गया था। मोगा पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे अमृतसर पुलिस को सौंप दिया गया, जहां से बाजेके पर एनएसए लगाया गया। इंस्टाग्राम और फेसबुक का शौकीन है बाजेके भगवंत सिंह बाजेके इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अक्सर रील बनाता था। पुलिस के मुताबिक वह एक इन्फ्लुएंसर भी है। वह फेसबुक पर प्रधानमंत्री बाजेके नाम से पेज भी चलाता है। जहां वह लोगों से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे साझा करता है। कैसे बना भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके साल 2020 में एक स्थानीय वेब चैनल को दिए इंटरव्यू में भगवंत सिंह ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर पॉपुलर होना चाहता था, इसलिए उसने अपना नाम प्रधानमंत्री रख लिया। भगवंत सिंह ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के नाम से एक पेज देखा था। इसीलिए उसने अपने पेज का नाम प्रधानमंत्री रखा है। उसने यह भी कहा कि अगर मैं सोशल मीडिया के जरिए अपनी आजीविका चला रहा हूं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भगवंत के खिलाफ 8 मामले दर्ज आपको बता दें कि भगवंत सिंह के फेसबुक पर करीब 6.11 फॉलोअर्स हैं। भगवंत सिंह के खिलाफ अब तक कुल 8 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, एनडीपीएस एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। साल 2015 में जमीन से जुड़े एक मामले में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। साल 2017 में कथित तौर पर 400 ग्राम अफीम बरामद हुई थी। भगवंत सिंह 8वीं पास है, उसके पास 4 एकड़ जमीन पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक भगवंत सिंह 8वीं पास है। उसके पास 4 एकड़ जमीन है। साथ ही एक घर भी है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लोगों को गाली देता नजर आता है। गांव के लोगों से उसका मेलजोल ठीक नहीं है। अमृतपाल सिंह के संपर्क में आने के बाद भगवंत सिंह के खिलाफ सरेआम हथियार लहराने का मामला दर्ज हुआ था। उसके पास किसी भी हथियार का लाइसेंस नहीं था। जब भगवंत सिंह ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करना शुरू किया था, तब वह केवल टी-शर्ट, शर्ट और ट्राउजर में ही नजर आता था और पगड़ी भी नहीं पहनता था। लेकिन अमृतपाल के संपर्क में आने के बाद उसने खालसा रूप धारण कर लिया। वह अपने साथ राइफल और तलवार लेकर चलता था और अमृतपाल सिंह के हर कार्यक्रम में नजर आता था।
पंजाब की राजनीति में सिद्धू की एंट्री के संकेत:सोशल मीडिया पर जमीर और वजीर का जिक्र, बोले- दोनों गिरे तो खेल खत्म
पंजाब की राजनीति में सिद्धू की एंट्री के संकेत:सोशल मीडिया पर जमीर और वजीर का जिक्र, बोले- दोनों गिरे तो खेल खत्म पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बतौर राजनेता सक्रिय हो गए हैं। आईपीएल (IPL) के दिनों में क्रिकेटर की तरह सोशल मीडिया पर छाए रहने वाले सिद्धू अपने पुराने अंदाज में लौट आए हैं। उनका यह रूप काफी समय बाद देखने को मिला है। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर एक नया वीडियो अपलोड किया गया है, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि वह फिर से पंजाब की राजनीति में लौट रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने नए वीडियो में कुछ ही शब्द बोले हैं, लेकिन निशाना पंजाब की सत्ताधारी पार्टी और उनकी पार्टी में उनके खिलाफ खड़े नेताओं पर है। उन्होंने अपने वीडियो में कहा- शतरंज का वजीर हो या इंसान का जमीर… गिर गया समझो खेल खत्म…। दूसरी ओर, अभी दो दिन पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू तीन बार के विधायक सुरजीत धीमान के घर पहुंचे थे। वह सुरजीत धीमान की पत्नी बलबीर कौर के निधन के बाद उनसे मिलने और संवेदना जताने पहुंचे थे। 2022 विधानसभा चुनाव के बाद खुद को किया दूर नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब 2022 विधानसभा चुनाव के बाद से ही धीरे-धीरे पंजाब की राजनीति से खुद को दूर करना शुरू कर दिया था। 2022 में अमृतसर ईस्ट से चुनाव हारने के बाद वे पटियाला चले गए। इसके बाद लोकसभा 2024 के चुनाव भी आ गए, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू न तो प्रचार के लिए आए और न ही किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया। पत्नी डॉ. नवजोत कौर की सेहत में सुधार जिस समय नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी एक साल की सजा पूरी की, उसी समय उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर की कैंसर की पहली सर्जरी हुई थी। जेल में रहने के कारण सर्जरी के दौरान वह उनके साथ नहीं थे। लेकिन जेल से रिहा होने के बाद वह उनके साथ रहे और पटियाला में रहकर उनकी कीमोथैरेपी करवाई। इतना ही नहीं, पिछले महीने डॉ. नवजोत कौर की दूसरी सफल सर्जरी हुई, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू उनके साथ थे। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू इस साल आईपीएल में फिर से कमेंट्री करते नजर आए। लोगों ने उनकी छोटे पर्दे पर वापसी को खूब सराहा। लेकिन अब जब आईपीएल सीजन खत्म हो गया है, तो नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर पंजाब की राजनीति में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।