यूपी में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के बाद अब नया पोस्टर सामने आया है। प्रयागराज में बुधवार को महाकुंभ से पहले ‘डरेंगे तो मरेंगे’ के होर्डिंग लग गए हैं । ये होर्डिंग जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य की ओर से नागावासुकी मंदिर के सामने लगवाए गए हैं। वहीं, दूसरे पोस्टर में सभी हिन्दुओं में एकता हो, वक्फ के नाम पर संपत्ति की लूट है, धर्मनिरपेक्ष देश में यह कैसी छूट है? लिखा गया है। जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य की ओर से लगवाए गए होर्डिंग के बैकग्राउंड में बंद मुट्ठी वाली तस्वीर की परछाई दिख रही है। इसके जरिए सनातन धर्मियों को एकजुट होने की नसीहत दी गई है। 1 किमी में 25 होर्डिंग
जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य की ओर से महाकुंभ के एक किलोमीटर के एरिया में करीब 25 होर्डिंग्स लगवाए गए हैं। इन होर्डिंग के बाद से साधु-संतों के साथ ही वहां के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। महाकुंभ एरिया में लगे 4 होर्डिंग्स देखिए… इससे पहले यूपी की राजनीति में बटेंगे तो कटेंगे…चर्चा में रहा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर योगी ने कहा- बंटेंगे तो कंटेंगे CM योगी आदित्यनाथ ने 22 सितंबर को पहली बार इस नारे का इस्तेमाल किया। उन्होंने यह नारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के संदर्भ में दिया। हालांकि, अब चुनावी माहौल में ये नारा BJP को सशक्त बनाता दिखा। इसका असर यूपी के उपचुनाव के साथ महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों में भी दिखा। महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर भी उठा था विवाद प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर पाबंदी को लेकर भी खूब मुद्दा छाया रहा। सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- कुंभ शुद्ध सनातनियों का मेला है। जो सनातन धर्म नहीं मानता, उन लोगों को कुंभ में प्रवेश नहीं देना चाहिए। अगर मक्का और मस्जिदों में हिंदुओं का प्रवेश नहीं है, तो फिर सनातनियों के कुंभ में इन लोगों का प्रवेश नहीं होना चाहिए। इस बीच, मुस्लिम संगठन और नेताओं ने इसका विरोध किया है। मुस्लिम संगठन ने क्या कहा? पहले पढ़िए- बर्क बोले- सरकार खामोश होकर तमाशा देख रही
संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने 5 नवंबर को कहा- कुंभ में अखाड़ा परिषद की ओर से मुस्लिम दुकानदारों को दुकान लगाने की जगह न देने का ऐलान किया गया है। सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। महाकुंभ में अगर मुस्लिमों को जगह नहीं दी जाती है, तो मुस्लिम जगहों पर मुसलमान भी हिंदुओं को जगह नहीं देंगे। उन्होंने कहा- इस तरह का आदेश देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अफसोस, भारत के अंदर अभी भी ऐसी मानसिकता वाले लोग हैं। वे संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। सरकार खामोश होकर तमाशा देख रही है। इससे साबित होता है कि सरकार इस तरह की चीजों को बढ़ावा देना चाहती है। मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन बोले- ऐसे फैसले नफरत फैलाते हैं
4 नवंबर को बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने भी इस पर बयान दिया। कहा- कुंभ मेला शुरू होने जा रहा है, जो अमन और शांति के साथ संपन्न होना चाहिए। अफसोस की बात यह है कि अखाड़ा परिषद ने ये घोषणा की है कि मेले में किसी भी मुसलमान की दुकान नहीं लगने दी जाएगी। अखाड़ा परिषद का यह फैसला सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला है। ऐसे फैसले समाज में नफरत फैलाते हैं। इस तरह के फैसलों से देश को नुकसान होता है। अब पढ़ते हैं, हिंदू धर्मगुरुओं का क्या कहना है? ‘बहराइच हो या दिल्ली, हिंदुओं की यात्रा पर आक्रमण हुए’
काशी में 22 दिसंबर को जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने संतों के साथ बैठक की। इसमें स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा- पहले भी कई ऐसे वीडियो आए हैं जिनमें विशेष वर्ग के लोग ऐसा करते दिखाई दे रहे हैं जो हमारी सनातन आस्था को ठेस पहुंचाता है। बहराइच की घटना हो या फिर दिल्ली में रामनवमी, सनातन हिंदू की यात्रा पर आक्रमण हुए हैं। ऐसे में कुंभ में गैर हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा- हिंदू समाज विभाजित और विखंडित ना हो, इसके लिए हम पूरे देश में यात्रा करेंगे। कुंभ हमारी आस्था, शक्ति और भक्ति का केंद्र है। कुंभ में राजश्री और तांसी शक्तियों ने मिलकर समुद्र का मंथन किया। इसका उद्देश्य था, अमृत। सनातनियों की आस्था के केंद्र से सरकारी नियंत्रण हटना चाहिए। सरकार से इस देश के मठ और मंदिर मुक्त हों, सनातनियों के हाथ में उनका नियंत्रण हो। कुंभ में भी इन्हीं बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। रवींद्रपुरी बोले- मुस्लिम संत बनकर घूम रहे 8 नवंबर को प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई। इसमें रवींद्रपुरी महाराज ने कहा- हमने हरिद्वार में देखा है कि वहां कई मुस्लिम भाई संत बनकर घूम रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि जो भी प्रयागराज महाकुंभ में आए, उसकी जांच हो। उसके पास आधार कार्ड हो, ताकि पहचान हो सके। हमारे साधु-संत, श्रद्धालु और शासन-प्रशासन सभी सुरक्षित हो सकें। ये महाकुंभ है, कोई भी उग्रवादी यहां संत बनकर आ सकता है। धीरेंद्र शास्त्री बोले- मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम… छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बालाजी हनुमान मंदिर के भूमि पूजन के लिए 3 नवंबर को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहुंचे। उन्होंने कहा- महाकुंभ में गैर सनातनी (जो सनातन परंपरा को नहीं जानते) संतों का क्या सम्मान करेंगे। थूक कांड और पंडालों में आग जैसी प्रायोजित घटनाओं से पता चलता है कि वह एंटी सनातन हैं। उन्हें सनातन से दिक्कत है। जो राम को नहीं मानते, उन्हें राम के काम से क्या काम। मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम…। उन्होंने कहा- गैर हिंदुओं को दुकान न दी जाए। जिन्हें सनातन संस्कृति के बारे में पता हो, पूजा-पाठ और सामग्री की शुद्धता के बारे में पता हो, उन्हें ही यह काम दिया जाना चाहिए। जिन्हें सनातन संस्कृति के बारे में नहीं पता, अगर वे इसके लिए काम करेंगे तो निश्चित ही नाश करेंगे। इसलिए गैर हिंदुओं के लिए महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए। ——————- महाकुंभ से जुड़ी खबरें और भी हैं… महाकुंभ से पहले ‘बंदरों की टेंशन’…घर पिंजड़ों में बदले:7 दिन में 90 लोगों पर हमला; पुलिस चौकी, रेलवे स्टेशनों पर लगे लंगूरों के कटआउट प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी, 2025 से शुरू हो रहा है। 45 करोड़ लोगों के लिए शहर तैयार है। मगर 10 दिन से प्रयागराज में अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई है। बंदरों के झुंड लोगों पर हमला भी कर रहे हैं। 7 दिन में 90 से ज्यादा लोगों को बंदरों ने काटा है। सबसे ज्यादा मामले प्रीमतनगर, बैरहना, अबूबकरपुर, कंधईपुर, सूबेदारगंज, मीरापुर इलाको में सामने आए हैं। पढ़िए पूरी खबर यूपी में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के बाद अब नया पोस्टर सामने आया है। प्रयागराज में बुधवार को महाकुंभ से पहले ‘डरेंगे तो मरेंगे’ के होर्डिंग लग गए हैं । ये होर्डिंग जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेंद्राचार्य की ओर से नागावासुकी मंदिर के सामने लगवाए गए हैं। वहीं, दूसरे पोस्टर में सभी हिन्दुओं में एकता हो, वक्फ के नाम पर संपत्ति की लूट है, धर्मनिरपेक्ष देश में यह कैसी छूट है? लिखा गया है। जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य की ओर से लगवाए गए होर्डिंग के बैकग्राउंड में बंद मुट्ठी वाली तस्वीर की परछाई दिख रही है। इसके जरिए सनातन धर्मियों को एकजुट होने की नसीहत दी गई है। 1 किमी में 25 होर्डिंग
जगद्गुरु रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य की ओर से महाकुंभ के एक किलोमीटर के एरिया में करीब 25 होर्डिंग्स लगवाए गए हैं। इन होर्डिंग के बाद से साधु-संतों के साथ ही वहां के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। महाकुंभ एरिया में लगे 4 होर्डिंग्स देखिए… इससे पहले यूपी की राजनीति में बटेंगे तो कटेंगे…चर्चा में रहा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर योगी ने कहा- बंटेंगे तो कंटेंगे CM योगी आदित्यनाथ ने 22 सितंबर को पहली बार इस नारे का इस्तेमाल किया। उन्होंने यह नारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के संदर्भ में दिया। हालांकि, अब चुनावी माहौल में ये नारा BJP को सशक्त बनाता दिखा। इसका असर यूपी के उपचुनाव के साथ महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों में भी दिखा। महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर भी उठा था विवाद प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर पाबंदी को लेकर भी खूब मुद्दा छाया रहा। सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- कुंभ शुद्ध सनातनियों का मेला है। जो सनातन धर्म नहीं मानता, उन लोगों को कुंभ में प्रवेश नहीं देना चाहिए। अगर मक्का और मस्जिदों में हिंदुओं का प्रवेश नहीं है, तो फिर सनातनियों के कुंभ में इन लोगों का प्रवेश नहीं होना चाहिए। इस बीच, मुस्लिम संगठन और नेताओं ने इसका विरोध किया है। मुस्लिम संगठन ने क्या कहा? पहले पढ़िए- बर्क बोले- सरकार खामोश होकर तमाशा देख रही
संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने 5 नवंबर को कहा- कुंभ में अखाड़ा परिषद की ओर से मुस्लिम दुकानदारों को दुकान लगाने की जगह न देने का ऐलान किया गया है। सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। महाकुंभ में अगर मुस्लिमों को जगह नहीं दी जाती है, तो मुस्लिम जगहों पर मुसलमान भी हिंदुओं को जगह नहीं देंगे। उन्होंने कहा- इस तरह का आदेश देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अफसोस, भारत के अंदर अभी भी ऐसी मानसिकता वाले लोग हैं। वे संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। सरकार खामोश होकर तमाशा देख रही है। इससे साबित होता है कि सरकार इस तरह की चीजों को बढ़ावा देना चाहती है। मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन बोले- ऐसे फैसले नफरत फैलाते हैं
4 नवंबर को बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने भी इस पर बयान दिया। कहा- कुंभ मेला शुरू होने जा रहा है, जो अमन और शांति के साथ संपन्न होना चाहिए। अफसोस की बात यह है कि अखाड़ा परिषद ने ये घोषणा की है कि मेले में किसी भी मुसलमान की दुकान नहीं लगने दी जाएगी। अखाड़ा परिषद का यह फैसला सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला है। ऐसे फैसले समाज में नफरत फैलाते हैं। इस तरह के फैसलों से देश को नुकसान होता है। अब पढ़ते हैं, हिंदू धर्मगुरुओं का क्या कहना है? ‘बहराइच हो या दिल्ली, हिंदुओं की यात्रा पर आक्रमण हुए’
काशी में 22 दिसंबर को जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने संतों के साथ बैठक की। इसमें स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा- पहले भी कई ऐसे वीडियो आए हैं जिनमें विशेष वर्ग के लोग ऐसा करते दिखाई दे रहे हैं जो हमारी सनातन आस्था को ठेस पहुंचाता है। बहराइच की घटना हो या फिर दिल्ली में रामनवमी, सनातन हिंदू की यात्रा पर आक्रमण हुए हैं। ऐसे में कुंभ में गैर हिंदुओं की एंट्री पर रोक लगाई जाए। उन्होंने कहा- हिंदू समाज विभाजित और विखंडित ना हो, इसके लिए हम पूरे देश में यात्रा करेंगे। कुंभ हमारी आस्था, शक्ति और भक्ति का केंद्र है। कुंभ में राजश्री और तांसी शक्तियों ने मिलकर समुद्र का मंथन किया। इसका उद्देश्य था, अमृत। सनातनियों की आस्था के केंद्र से सरकारी नियंत्रण हटना चाहिए। सरकार से इस देश के मठ और मंदिर मुक्त हों, सनातनियों के हाथ में उनका नियंत्रण हो। कुंभ में भी इन्हीं बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। रवींद्रपुरी बोले- मुस्लिम संत बनकर घूम रहे 8 नवंबर को प्रयागराज में निरंजनी अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई। इसमें रवींद्रपुरी महाराज ने कहा- हमने हरिद्वार में देखा है कि वहां कई मुस्लिम भाई संत बनकर घूम रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि जो भी प्रयागराज महाकुंभ में आए, उसकी जांच हो। उसके पास आधार कार्ड हो, ताकि पहचान हो सके। हमारे साधु-संत, श्रद्धालु और शासन-प्रशासन सभी सुरक्षित हो सकें। ये महाकुंभ है, कोई भी उग्रवादी यहां संत बनकर आ सकता है। धीरेंद्र शास्त्री बोले- मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम… छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बालाजी हनुमान मंदिर के भूमि पूजन के लिए 3 नवंबर को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहुंचे। उन्होंने कहा- महाकुंभ में गैर सनातनी (जो सनातन परंपरा को नहीं जानते) संतों का क्या सम्मान करेंगे। थूक कांड और पंडालों में आग जैसी प्रायोजित घटनाओं से पता चलता है कि वह एंटी सनातन हैं। उन्हें सनातन से दिक्कत है। जो राम को नहीं मानते, उन्हें राम के काम से क्या काम। मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम…। उन्होंने कहा- गैर हिंदुओं को दुकान न दी जाए। जिन्हें सनातन संस्कृति के बारे में पता हो, पूजा-पाठ और सामग्री की शुद्धता के बारे में पता हो, उन्हें ही यह काम दिया जाना चाहिए। जिन्हें सनातन संस्कृति के बारे में नहीं पता, अगर वे इसके लिए काम करेंगे तो निश्चित ही नाश करेंगे। इसलिए गैर हिंदुओं के लिए महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए। ——————- महाकुंभ से जुड़ी खबरें और भी हैं… महाकुंभ से पहले ‘बंदरों की टेंशन’…घर पिंजड़ों में बदले:7 दिन में 90 लोगों पर हमला; पुलिस चौकी, रेलवे स्टेशनों पर लगे लंगूरों के कटआउट प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी, 2025 से शुरू हो रहा है। 45 करोड़ लोगों के लिए शहर तैयार है। मगर 10 दिन से प्रयागराज में अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई है। बंदरों के झुंड लोगों पर हमला भी कर रहे हैं। 7 दिन में 90 से ज्यादा लोगों को बंदरों ने काटा है। सबसे ज्यादा मामले प्रीमतनगर, बैरहना, अबूबकरपुर, कंधईपुर, सूबेदारगंज, मीरापुर इलाको में सामने आए हैं। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर