हरियाणा के सोनीपत में ईंट भट्ठे पर काम करने वाला कलेक्शन एजेंट करीब 9 लाख रुपए लेकर फुर्र हो गया। उसने भाई की शादी के लिए भी 2 लाख 75 हजार रुपए मालिक से लिए हुए थे। उसके लापता होने के बाद जांच की तो वह 21 पार्टियों से रुपए ले चुका था। रुपए भट्ठा कंपनी में जाम नहीं कराए। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सोनीपत के गांव कुमासपुर के रहने वाले अनिल कुमार ने थाना खरखौदा में दी शिकायत में बताया कि वह फिलहाल सैक्टर-14 सोनीपत में रहता है। उसका ईंट भट्ठा गांव खांडा में भदाणा रोड पर पावर हाउस के नजदीक है। उसकी कंपनी का नाम अनिल ब्रिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के नाम से है। उनके यहां पर राजसथान के अलवर जिले का महेश वर्ष 2021 से पेमेंट कलेक्शन एजेन्ट के तौर पर कार्य करता था। अनिल ने बताया कि महेश का काम भट्ठे से ईंट ले जाकर मार्किट में बेचना था। महेश ईंट दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा में कई जगहों पर ले जाता व बेचता था। जो महेश का सहायक सागर निवासी लादिया बाग कालोनी प्लाट नंबर-6 अलवर राजस्थान है। महेश उनके भट्ठे से ईंटे ले जाकर दिल्ली राजस्थान व हरियाणा में बेचने के बाद वहां से पेमेंट लेकर यहां पर जमा करवा देता था। उसने बताया कि महेश ने अपने भाई की शादी के लिए उनसे 2 लाख 75 हजार रुपए लिए थे। इसका उन्होंने प्रनोट करवाया हुआ है। उसके बाद से भी महेश हमारे पास ही काम करता रहा। महेश ने उनको विश्वास दिलाया था कि वे कभी कोई भी गड़बड़ नही करेगा। 15 नवंबर को महेश भट्ठे पर आया और 1 लाख 25 हजार रुपए जमा करवाकर चला गया। उसके बाद से महेश का कोई सुराग नहीं है। अनिल ने बताया कि उन्होंने महेश के सहायक सागर से बात की तो उसने बताया कि महेश ने तकरीबन सभी जगहों से ईंटों के रुपए लिए हुए हैं। ये रुपए उसने अपने खाते में डलवाए हैं। उन्होंने इसके बाद ईंट लेने वाली पार्टियों से संपर्क किया तो पता चलना कि महेश ने 21 व्यक्तियों के यहां से 9 लाख 6 हजार 232 रुपए लिए हुए हैं। उन्होंने महेश से रुपए वापस लेने का प्रयास किया, लेकिन उसने रुपए नहीं दिए। इसके बाद शिकायत पुलिस को दी गई। थाना खरखौदा के PSI सौरव के अनुसार, भट्ठा मालिक अनिल कुमार ने कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। पुलिस ने जांच के बाद महेश कुमार के खिलाफ धारा 316(2) BNS में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। हरियाणा के सोनीपत में ईंट भट्ठे पर काम करने वाला कलेक्शन एजेंट करीब 9 लाख रुपए लेकर फुर्र हो गया। उसने भाई की शादी के लिए भी 2 लाख 75 हजार रुपए मालिक से लिए हुए थे। उसके लापता होने के बाद जांच की तो वह 21 पार्टियों से रुपए ले चुका था। रुपए भट्ठा कंपनी में जाम नहीं कराए। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सोनीपत के गांव कुमासपुर के रहने वाले अनिल कुमार ने थाना खरखौदा में दी शिकायत में बताया कि वह फिलहाल सैक्टर-14 सोनीपत में रहता है। उसका ईंट भट्ठा गांव खांडा में भदाणा रोड पर पावर हाउस के नजदीक है। उसकी कंपनी का नाम अनिल ब्रिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी के नाम से है। उनके यहां पर राजसथान के अलवर जिले का महेश वर्ष 2021 से पेमेंट कलेक्शन एजेन्ट के तौर पर कार्य करता था। अनिल ने बताया कि महेश का काम भट्ठे से ईंट ले जाकर मार्किट में बेचना था। महेश ईंट दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा में कई जगहों पर ले जाता व बेचता था। जो महेश का सहायक सागर निवासी लादिया बाग कालोनी प्लाट नंबर-6 अलवर राजस्थान है। महेश उनके भट्ठे से ईंटे ले जाकर दिल्ली राजस्थान व हरियाणा में बेचने के बाद वहां से पेमेंट लेकर यहां पर जमा करवा देता था। उसने बताया कि महेश ने अपने भाई की शादी के लिए उनसे 2 लाख 75 हजार रुपए लिए थे। इसका उन्होंने प्रनोट करवाया हुआ है। उसके बाद से भी महेश हमारे पास ही काम करता रहा। महेश ने उनको विश्वास दिलाया था कि वे कभी कोई भी गड़बड़ नही करेगा। 15 नवंबर को महेश भट्ठे पर आया और 1 लाख 25 हजार रुपए जमा करवाकर चला गया। उसके बाद से महेश का कोई सुराग नहीं है। अनिल ने बताया कि उन्होंने महेश के सहायक सागर से बात की तो उसने बताया कि महेश ने तकरीबन सभी जगहों से ईंटों के रुपए लिए हुए हैं। ये रुपए उसने अपने खाते में डलवाए हैं। उन्होंने इसके बाद ईंट लेने वाली पार्टियों से संपर्क किया तो पता चलना कि महेश ने 21 व्यक्तियों के यहां से 9 लाख 6 हजार 232 रुपए लिए हुए हैं। उन्होंने महेश से रुपए वापस लेने का प्रयास किया, लेकिन उसने रुपए नहीं दिए। इसके बाद शिकायत पुलिस को दी गई। थाना खरखौदा के PSI सौरव के अनुसार, भट्ठा मालिक अनिल कुमार ने कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। पुलिस ने जांच के बाद महेश कुमार के खिलाफ धारा 316(2) BNS में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कांडा : कांडा के लिए मुकाबला टफ हो गया है। भाजपा जानती है कि सिरसा सीट कांडा ही निकाल सकते हैं। उनके पास ऐसा कोई चेहरा नहीं जो कांडा से बड़ा हो। कांडा सिरसा बेल्ट में प्रभावशाली नेता हैं। लोकसभा चुनाव में कांडा ने भाजपा की मदद भी की थी। कांडा के इकरार से इनकार तक की वजह
इनेलो-बसपा गठबंधन : भाजपा ने नामांकन प्रक्रिया के शुरू होने के एक दिन पहले तक कांडा से गठबंधन पर कोई फैसला नहीं लिया गया। कांडा ने 12 सितंबर को इनेलो और बसपा से गठबंधन कर लिया। बसपा और इनेलो भाजपा के खिलाफ हैं। भाजपा-कांग्रेस विरोधी वोट मिलें : शुरुआत से ही भाजपा का समर्थन लेने से पार्टी विरोधी वोट कांग्रेस में शिफ्ट होने का डर है। ऐसे में कांडा के कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ रहने से दोनों से नाराज हुआ वोटर कांडा के समर्थन में आ सकता है। भाजपा वोटर के पास विकल्प नहीं : कांडा जानते हैं कि भाजपा के वोटरों के पास अब उन्हें वोट डालने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। भाजपा का वोटर कभी कांग्रेस को वोट नहीं देगा। ऐसे में कांडा ही इकलौते हैं, जिन्हें भाजपा का भी वोट मिल सकता है। इनेलो इसलिए कांडा-भाजपा के समर्थन के खिलाफ
हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर से बचने के लिए कांडा की भाजपा से दूरी जरूरी है। कांडा का इनेलो-बसपा से गठबंधन है। इससे उनके गठबंधन पर असर पड़ सकता है। साथ ही प्रदेश में इस समय इनेलो की स्थिति बेहतर हुई है, लेकिन एक सीट के कारण पूरे प्रदेश में इसका नेगिटिव असर हो सकता है। कांग्रेस इलेक्शन कैंपेन में इसे मुद्दा बनाकर सत्ता विरोधी वोट बटोर सकती है। कांडा को साथ रखने से इनेलो ऐलनाबाद, रानिया और डबवाली तीनों जगहों पर बढ़त मानकर चल रही है।
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सोनीपत में किसान-पुलिस प्रशासन आमने सामने:कोहला में आज किसानों की महापंचायत; मामला खेतों मे जबरन तेल पाइप लाइन बिछाने का हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (IOCL) द्वारा कई गांवों के खेतों में बिछाई जा रही तेल पाइपलाइन को लेकर 3 दिन से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसान तेल कंपनी से अपनी जमीन का ज्यादा मुआवजा मांग रहे हैं। अब किसानों को जबरन हटा कर पाइप लाइन दबाने का काम चल रहा है। दो दिन से किसान प्रशासन आमने सामने हैं। आज किसानों की ओर से गांव कोहला में बड़ी किसान महापंचायत बुलाई गई है। पुलिस प्रशासन भी इसको लेकर अलर्ट पर है। ये है पूरा मामला गोहाना क्षेत्र के गांव कोहला व इसके आसपास के दर्जन भर गांवों में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा खेतों में तेल की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। कोहला गांव में जागसी, कोहला, नूरन खेड़ा, बुटाना, गंगाना, घड़वाल समेत कई अन्य गांव के किसान 3 महीने से धरना दे रहे हैं। वे तेल की पाइप लाइन बिछाने का काम रोके हुए थे। मंगलवार को प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए किसानों को जबरन वहां से हटा कर पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया। बुधवार को भी किसानों ने यहां तेल कंपनी के काम को रोक दिया और किसान पोकलेन मशीन पर चढ़ गए। इसको देखते हुए पुलिस ने दूसरे दिन भी किसानों को यहां से जबरन हटा दिया। इस दौरान 47 किसानों को हिरासत में लिया गया। पुलिस द्वारा किसानों को जबरन हाथ पांव पकड़ कर उठा ले जाने व महिलाओं की पुलिस के साथ झड़प के कई वीडियो वायरल हुए हैं। इससे पहले मंगलवार को 16 महिलाओं समेत 24 किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। मांग रहे हैं ज्यादा मुआवजा गुजरात से पानीपत रिफाइनरी में तेल पहुंचाने के लिए IOCL की ओर से खेतों के रास्ते पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पाइप लाइन कोहला, गंगाना, नूरनखेड़ा, बुटाना व जागसी गांव से होकर गुजरेगी। किसानों को इसके लिए 4 लाख रुपए के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है। किसान इसे कम बता कर 3 अगस्त से गांव कोहला में धरना दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि पानीपत में ये मुआवजा राशि 10 लाख रुपए है। हमारे साथ भेदभाव हो रहा है। वे भी मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग पर अड़े हैं। किसान यूनियन एकत्रित, SKM से मांगा सहयोग दो दिन से यहां किसानों व प्रशासन के बीच चल रहे टकराव, किसानों को जबरन हटाने, हिरासत में लेने को लेकर अब किसान यूनियन नेता कोहला में जुटने लगे हैं। किसान नेता रवि आजाद ने कहा कि पुलिस व प्रशासन किसानों पर ज्यादती कर रहा है। इसको लेकर गुरुवार 7 नवंबर को कोहला में किसान महापंचायत होगी। किसान नेताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से भी अपील की है कि वे किसानों के आंदोलन पर संज्ञान लें। आसपास के जिले के किसानों को कोहला आने को कहा गया है। पुलिस-प्रशासन अलर्ट पाइप लाइन के विरोध में किसानों के प्रोटेस्ट को देखते हुए सोनीपत प्रशासन व पुलिस भी अलर्ट हैं। किसानों की संख्या भी कोहला में हर दिन बढ़ती जा रही है। गोहाना के एसीपी ऋषिकांत का कहना है कि कोहला गांव में पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू कराने के लिए तेल कंपनी ने पुलिस सुरक्षा मांगी है। इसी को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस काम कर रही है। पुलिस हर प्रकार के हालात से निपटने को तैयार है।
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