पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी साबो में शुक्रवार को प्राइवेट कंपनी की बस (PB 11 DB- 6631) बेकाबू होकर नाले में गिर गई थी। जिसमें ड्राइवर समेत 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 2 साल की बच्ची और उसकी मां भी शामिल थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतकों के परिवारों को 3-3 लाख देने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी सांझा करते हुए कहा कि, बीते दिनों बठिंडा के तलवंडी साबो रोड पर स्थित लसाड़ा ड्रेन में एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे के दौरान अपनी जान गंवा चुके यात्रियों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 3-3 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी और ज़ख्मी हुए यात्रियों का पूरा इलाज मुफ्त करवाया जाएगा। हमारी सरकार राज्य के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। बीते दिन प्रधानमंत्री ने किया था ऐलान घटना के बाद बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया था। घोषणा के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतक के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जानी है। तेज स्पीड से बस चला रहा था ड्राइवर बठिंडा के DC शौकत अहमद पर्रे ने बताया कि बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर बस को तेज स्पीड से चला रहा था। तभी सामने से एक बड़ा ट्राला आ गया। उससे बचने के लिए बस टर्न की गई, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया। हादसा जीवन सिंह वाला गांव के पास हुआ था। बस सरदूलगढ़ से बठिंडा की तरफ जा रही थी। बस में करीब 50 लोग सवार थे। गांव के लोगों ने बचाए थे बस सवार पुलिस के मुताबिक न्यू गुरु काशी ट्रांसपोर्ट की बस सवारियों को लेकर बठिंडा की तरफ जा रही थी। जीवन सिंह वाला गांव के पास बस अचानक बेकाबू होकर नाले में पलट गई। इसके बाद बस में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे और सीढ़ियां लगा बस से सवारियों को निकाला। आसपास के लोगों ने ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी थी। पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी साबो में शुक्रवार को प्राइवेट कंपनी की बस (PB 11 DB- 6631) बेकाबू होकर नाले में गिर गई थी। जिसमें ड्राइवर समेत 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। मरने वालों में 2 साल की बच्ची और उसकी मां भी शामिल थी। अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतकों के परिवारों को 3-3 लाख देने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी सांझा करते हुए कहा कि, बीते दिनों बठिंडा के तलवंडी साबो रोड पर स्थित लसाड़ा ड्रेन में एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे के दौरान अपनी जान गंवा चुके यात्रियों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा 3-3 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी और ज़ख्मी हुए यात्रियों का पूरा इलाज मुफ्त करवाया जाएगा। हमारी सरकार राज्य के लोगों के हर सुख-दुख में उनके साथ खड़ी है। बीते दिन प्रधानमंत्री ने किया था ऐलान घटना के बाद बीते दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आर्थिक सहायता का ऐलान किया गया था। घोषणा के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतक के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जानी है। तेज स्पीड से बस चला रहा था ड्राइवर बठिंडा के DC शौकत अहमद पर्रे ने बताया कि बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर बस को तेज स्पीड से चला रहा था। तभी सामने से एक बड़ा ट्राला आ गया। उससे बचने के लिए बस टर्न की गई, जिसकी वजह से यह हादसा हो गया। हादसा जीवन सिंह वाला गांव के पास हुआ था। बस सरदूलगढ़ से बठिंडा की तरफ जा रही थी। बस में करीब 50 लोग सवार थे। गांव के लोगों ने बचाए थे बस सवार पुलिस के मुताबिक न्यू गुरु काशी ट्रांसपोर्ट की बस सवारियों को लेकर बठिंडा की तरफ जा रही थी। जीवन सिंह वाला गांव के पास बस अचानक बेकाबू होकर नाले में पलट गई। इसके बाद बस में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे और सीढ़ियां लगा बस से सवारियों को निकाला। आसपास के लोगों ने ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर वेस्ट में उप-चुनाव घोषित, 10 जुलाई को होगी वोटिंग:21 जून नामांकन की आखिरी तारीख; EX-MLA अंगुराल लाइव होकर पंजाब सरकार पर भड़के पंजाब में जालंधर के वेस्ट हलके में चुनावों की तारीख अनाउंस कर दी गई है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने जानकारी दी है कि जालंधर पश्चिम (एससी) उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जालंधर वेस्ट हलके से आम आदमी पार्टी के विधायक रहे शीतल अंगुराल ने उप चुनावों की घोषणा होते ही जमकर पंजाब सरकार पर भड़ास निकाली। अंगुराल ने कहा- पंजाब की पांच सीटों पर उप चुनाव होने हैं। मगर सरकार सिर्फ जालंधर वेस्ट सीट पर उप चुनाव करवा रही है। बाकी किसी भी सीट के विधायक का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया। अंगुराल ने कहा- इससे पता चलता है कि सरकार किन नीतियों पर काम कर रही है। अंगुराल ने कहा- मेरे इलाके के लोग फिर से तैयार हैं सच और झूठ की लड़ाई के लिए। उन्हें उप चुनाव में अपनी स्थिति का पता चल जाएगा। सिबिन सी बोले- आज से शहर में आचार सहिता लागू सिबिन सी ने कहा- नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जून (शुक्रवार) होगी। नामांकन पत्रों की जांच 24 जून (सोमवार) को होगी जबकि नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून (बुधवार) है। उन्होंने कहा कि मतदान 10 जुलाई (बुधवार) को होगा और 13 जुलाई (शनिवार) को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। उपचुनाव की घोषणा के साथ ही सोमवार को जालंधर जिले में चुनाव संहिता लागू हो गई है। यह संहिता 15 जुलाई (सोमवार) को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी। चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न राज्यों में उप चुनाव को लेकर लेटर जारी गई है। जिसमें जालंधर के बारे में भी जानकारी दी गई। चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई लेटर… शीतल अंगुराल के इस्तीफा देने पर सीट हुई थी खाली साल 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक रहे शीतल अंगुराल (बीजेपी जॉइंन कर चुके) लोकसभा चुनावों से पहले आप सांसद रहे सुशील कुमार रिंकू (अब बीजेपी में) के साथ इसी साल 27 मार्च को भारतीय जनता पार्टी जॉइंन कर ली थी। पार्टी जॉइंन करने से पहले शीतल अंगुराल ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव की वोटिंग संपन्न होने तक उक्त इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था। मगर वोटिंग से दो दिन पहले अंगुराल का इस्तीफा पंजाब के विधानसभा के स्पीकर संधवां ने मंजूर कर दिया था। इसे लेकर अब उक्त सीट पर उप चुनाव होने जा रहे हैं। 3 जून को विधानसभा अध्यक्ष ने वेरिफिकेशन के लिए शीतल अंगुराल को बुलाया था। इससे पहले ही उनका इस्तीफा स्पीकर ने मंजूर कर दिया था। अंगुराल ने कहा था कि मैं कोर्ट जाऊंगा विधायक जब 3 जून को स्पीकर से मिलने के लिए पहुंचे तो उन्हें पता चला कि 30 मई को ही उनका इस्तीफा मंजूर हो चुका था। इस पर अंगुराल ने आरोप लगाए थे कि उनके साथ राजनीति की जा रही है। वह उप चुनाव को लेकर कोर्ट जाएंगे। इस्तीफा वापस लेने की बात पर शीतल अंगुराल ने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा हलके में चुनाव हो जाते तो सरकार का खर्च बच जाना था। मगर जब यहां पर दोबारा चुनाव करवाए जाने हैं। यही वजह है कि वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं। उसी दिन शीतल अंगुराल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मोदी का परिवार भी हटा लिया था। ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता पंजाब की राजनीति में भूचाल लाने वाले ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता शीतल अगुंराल ही है। करीब डेढ़ साल पहले ऑपरेशन लोटस मामले में आम आदमी पार्टी के 2 विधायक शीतल अंगुराल और रमन अरोड़ा ने बयान दर्ज करवाए थे। मोहाली थाने में केस दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई थी। लेकिन विजिलेंस की जांच में कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया, जिससे किसी को इस केस में नामजद किया जा सके।
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पाकिस्तान से डेढ़ साल बाद भारत लौटे मां-बेटे:कनाडा का सपना दिखाकर एजेंट ने अफगानिस्तान में छोड़ा, असम के रहने वाले
पाकिस्तान से डेढ़ साल बाद भारत लौटे मां-बेटे:कनाडा का सपना दिखाकर एजेंट ने अफगानिस्तान में छोड़ा, असम के रहने वाले असम की महिला वहीदा बेगम करीब डेढ़ साल तक पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद आज अपने 11 साल के बेटे फैज खान के साथ भारत लौट आई। अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत लौटी वहीदा भी भारत के चालाक एजेंटों का शिकार बन गई। उन्होंने उसे कनाडा के सपने दिखाए और उसे उसके बेटे के साथ अफगानिस्तान में छोड़ दिया। बेगम और उनके बेटे को वैध पासपोर्ट और वीजा की कमी के कारण नवंबर 2022 से क्वेटा जेल में रखा गया था। उनकी हिरासत के बारे में सबसे पहले असम के नागांव में वहीदा के परिवार को फोन कॉल के ज़रिए बताया गया। इसके बाद पाकिस्तान की एक अदालत से कानूनी नोटिस भेजा गया। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पास क्वेटा में उसके पहुंचने की परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं। स्थानीय वकील संतोष कुमार सुमन के प्रयासों और पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की भागीदारी के बाद उसकी रिहाई में तेजी लाई गई। 7 दिन दुबई में भी रुकी थी वहीदा असम की वहीदा बेगम ने भारत आने के बाद अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि उन्होंने और उनके बेटे ने दुबई में 7 दिन और कंधार में 7 दिन बिताए। उन्हें चमन सीमा पार करने के लिए मजबूर किया गया। जहां उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया। गदानी जेल में स्थानांतरित होने से पहले उन्होंने क्वेटा जेल में लगभग 6 महीने बिताए। लैंडी जेल में रहते हुए उन्हें भारतीय वाणिज्य दूतावास तक पहुंच प्राप्त हुई। एजेंटों के जाल में फंसी वहीदा असम की वहीदा बेगम और उनके बेटे को एक ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया था। जिसके बाद वे अफगानिस्तान पहुंच गए और फिर उन्हें अफगान सुरक्षाकर्मियों ने पाकिस्तान की सीमा में धकेल दिया। जानकारी के मुताबिक वहीदा और उनके 11 साल के बेटे को जरूरी दस्तावेजों के अभाव में हिरासत में लिया गया था। भारत सरकार के प्रयासों और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की मदद से वहीदा करीब डेढ़ साल बाद वापस लौट रही हैं। तीन अन्य भारतीय भी हुए रिहा पाकिस्तान से छूटने वाली वहीदा व उनका बेटा अकेली नहीं है। वहीदा व उसके बेटे के साथ तीन अन्य भारतीय कैदियों को भी रिहा किया गया है। इनमें सूरज पाल, रमेश के अलावा कराची की मालिर जेल से छूटे शब्बीर अहमद डार्स का नाम भी शामिल है।