‘अब्बा…मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है, अब मैं मरने जा रहा हूं। गर्लफ्रेंड ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा, मैं वो गुनाह कर बैठा, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मैं इस समय आगरा में हूं, मथुरा जा रहा हूं और वहीं जाकर सुसाइड कर लूंगा। ‘ यह बातें भांजे का अपहरण करने वाले आगरा के शहबाज ने फोन पर अपने मां-बाप से कही। माता-पिता फोन पर बेटे से बार-बार सुसाइड न करने की गुहार करने लगे। इसकी सूचना मिलते ही गुजरात पुलिस अलर्ट हो गई। उसने आगरा STF से संपर्क किया। STF ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी शहबाज की जान बचा ली। इसके बाद उसे गुजरात पुलिस को सौंप दिया। दैनिक भास्कर में पढ़िए STF ने कैसे बचाई शहबाज की जान। पहले जानिए पूरे घटनाक्रम के बारे में आगरा एसटीएफ प्रभारी यतींद्र शर्मा ने बताया कि गुजरात के बलसाड निवासी आदिल शेख सऊदी अरब में काम करते हैं। 23 दिसंबर को उनका परिवार रिश्तेदारी में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गुजरात आया था। यहां रात को आदिल शेख का 8 साल का बेटा आफाक अचानक गायब हो गया। परिजनों के पास अनजान नंबर से फोन आया और 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके बाद नंबर बंद हो गया। इस पर परिजनों ने गुजरात की बलसाड पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने जांच शुरू की। फोन ट्रेस करते हुए पहुंची पुलिस
पुलिस को लोगों ने बताया कि आफाक के पास नानी का फोन है। पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन शादी समारोह से करीब 12 किमी दूर मिली। यह लोकेशन जीआईडीसी दमन गंगा के पास एक फैक्ट्री की थी। पुलिस वहां पहुंची तो आफाक वहां झाड़ियों में बेहोश पड़ा हुआ था। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन उसे होश आया। होश में आने पर उसने बताया कि 3 लोग उसे कार से लेकर गए थे। वह उन्हें नहीं पहचानता। बताया कि आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसका गला दबा दिया था। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं। इसके बाद पुलिस ने कैमरों की मदद से कार को ट्रेस किया तो मामला खुल गया। पिता को फोन किया तो पुलिस को मिल गई लोकेशन पता चला कि आफाक का अपहरण उसके मामा शहबाज ने किया था। मामला खुलते ही शहबाज वहां से भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश में लग गई। गुजरात पुलिस ने मुंबई के कुर्ला में रह रहे उसके पिता फारुक खान और मां को अरेस्ट कर लिया और गुजरात ले आई। 27 दिसंबर को शहबाज ने अपने पिता को फोन किया। कहा- मुझसे गलती हो गई, अब मैं मरने जा रहा है। गुजरात पुलिस ने उसका नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन यूपी के आगरा में मिली। तत्काल आगरा एसटीएफ से संपर्क किया। बताया कि वहां अपहरण का आरोपी छिपा हुआ है, अब वह जान देने की बात कह रहा है। इस पर आगरा एसटीएफ ने उसकी लोकेशन को ट्रेस किया। शुक्रवार को आरोपी को प्रभु टॉकीज के पास से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे गुजरात पुलिस को सौंप दिया। गर्लफ्रेंड ने बना लिए थे अश्लील वीडियो, मांगे थे रुपए शाहबाज ने पुलिस को बताया कि वह मुंबई के कुर्ला में रहता है। वह यहां एक कंपनी में रिसर्च डेटा एनालिस्ट का काम करता है। उसके साथ निकोल मेंडोस नाम की लड़की भी काम करती है। उससे उसका प्रेम संबंध हो गया। उसकी गर्लफ्रेंड ने उसके अश्लील वीडियो-फोटो बना लिए थे। युवती वीडियो दिखाकर उससे 25 लाख रुपये मांग रही थी। उसने धमकी दी कि अगर वह उसे पैसे नहीं देगा तो वह उसे रेप के आरोप में फंसा देगी। इस पर उसने आफाक के अपहरण की साजिश रची। उसने सोचा था कि 30 लाख रुपए की फिरौती लेकर प्रेमिका को 25 लाख रुपए दे दूंगा। उसे पता था कि आदिल शेख सऊदी अरब में इंजीनियर हैं। उनके पास से पैसे मिल जाएंगे। इसलिए उसने अपने प्लान में अपने दो साथी उमर और साऊद को शामिल कर लिया था। फिरौती मांगने के लिए 3 फर्जी कार्ड पर सिम भी खरीद ली थीं। बताया- आफाक के अपहरण के लिए उसने मामा मलिक खान की वैगनआर कार ली थी। उनसे कहा कि घूमने जा रहा हूं। साइकिल दिलवाने का लालच देकर ले गया था आफाक को शहबाज ने आफाक से साइकिल दिलवाने की बात कही। आफाक उसके साथ चल दिया। रास्ते में वह रोने लगा और शोर मचाने लगा, इस पर उसकी जमकर पिटाई की। फैक्ट्री के पास ले गए, उसके परिजनों को फोन कर फिरौती मांगी। इसके बाद उसका गला दबा दिया। मरा हुआ समझकर उसे झाड़ियों में फेंक दिया और वापस शादी में आ गए। बताया कि आफाक के पास फोन था, जिसे उसने स्विच ऑफ कर वहीं झाड़ियों में फेंक दिया था। इसी फोन के जरिए पुलिस वहां तक पहुंच गई थी। पुलिस के साथ-साथ वह भी आफाक की खोजबीन में लगा रहा। उसके सामने ही पुलिस ने आफाक को बरामद किया था। पकड़े जाने के डर से वह वहां से भाग निकला। वह रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां उसे ट्रेन से मथुरा आया। मथुरा से बस से आगरा पहुंच गया। अब जानिए एसटीएफ ने कैसे बचाई उसकी जान आरोपी शहबाज को यह नहीं पता था कि उसके मां-बाप गुजरात पुलिस की गिरफ्त में हैं। उनके फोन पुलिस के पास हैं। शहबाज ने अपने पिता को फोन किया और कहा कि वह मरने जा रहा है। इस पर उसके पिता पुलिस से हाथ जोड़कर बेटे को बचाने की गुहार करने लगे। तब गुजरात पुलिस ने आगरा STF को लाइनअप किया और पिता से कहलवाया कि उसके आगरा में जानने वाले रहते हैं वह वहां जाकर रह सकता है, परेशान न हो, उसे कुछ नहीं होगा। इसके बाद आगरा एसटीएफ के अधिकारी कॉल पर आ गए और वह फोन पर ही शहबाज को करीब 45 मिनट तक उलझाए रहे। इस दौरान आरोपी मथुरा जाने और जान देने की बात कहता रहा। इधर STF टीम उसे लगातार समझा रही थी। कुछ ही देर बाद STF ने उसे दबोच लिया। …………………………………. ये खबर भी पढ़ें प्रेमिका को रुपए देने के लिए भांजे का अपहरण:30 लाख की फिरौती मांगी, गुजरात से आगरा में आकर छिपा था गुजरात के बलसाड़ से अपहरण के आरोपी को आगरा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने रिश्ते के भांजे का अपहरण किया था। उसका गला दबाकर मरा हुआ समझकर जंगल में फेंक दिया था। इसके बाद 30 लाख की फिरौती मांगी थी।
(पूरी खबर पढ़ें) ‘अब्बा…मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई है, अब मैं मरने जा रहा हूं। गर्लफ्रेंड ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा, मैं वो गुनाह कर बैठा, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। मैं इस समय आगरा में हूं, मथुरा जा रहा हूं और वहीं जाकर सुसाइड कर लूंगा। ‘ यह बातें भांजे का अपहरण करने वाले आगरा के शहबाज ने फोन पर अपने मां-बाप से कही। माता-पिता फोन पर बेटे से बार-बार सुसाइड न करने की गुहार करने लगे। इसकी सूचना मिलते ही गुजरात पुलिस अलर्ट हो गई। उसने आगरा STF से संपर्क किया। STF ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी शहबाज की जान बचा ली। इसके बाद उसे गुजरात पुलिस को सौंप दिया। दैनिक भास्कर में पढ़िए STF ने कैसे बचाई शहबाज की जान। पहले जानिए पूरे घटनाक्रम के बारे में आगरा एसटीएफ प्रभारी यतींद्र शर्मा ने बताया कि गुजरात के बलसाड निवासी आदिल शेख सऊदी अरब में काम करते हैं। 23 दिसंबर को उनका परिवार रिश्तेदारी में शादी समारोह में शामिल होने के लिए गुजरात आया था। यहां रात को आदिल शेख का 8 साल का बेटा आफाक अचानक गायब हो गया। परिजनों के पास अनजान नंबर से फोन आया और 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके बाद नंबर बंद हो गया। इस पर परिजनों ने गुजरात की बलसाड पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने जांच शुरू की। फोन ट्रेस करते हुए पहुंची पुलिस
पुलिस को लोगों ने बताया कि आफाक के पास नानी का फोन है। पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन शादी समारोह से करीब 12 किमी दूर मिली। यह लोकेशन जीआईडीसी दमन गंगा के पास एक फैक्ट्री की थी। पुलिस वहां पहुंची तो आफाक वहां झाड़ियों में बेहोश पड़ा हुआ था। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। अगले दिन उसे होश आया। होश में आने पर उसने बताया कि 3 लोग उसे कार से लेकर गए थे। वह उन्हें नहीं पहचानता। बताया कि आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसका गला दबा दिया था। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं। इसके बाद पुलिस ने कैमरों की मदद से कार को ट्रेस किया तो मामला खुल गया। पिता को फोन किया तो पुलिस को मिल गई लोकेशन पता चला कि आफाक का अपहरण उसके मामा शहबाज ने किया था। मामला खुलते ही शहबाज वहां से भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश में लग गई। गुजरात पुलिस ने मुंबई के कुर्ला में रह रहे उसके पिता फारुक खान और मां को अरेस्ट कर लिया और गुजरात ले आई। 27 दिसंबर को शहबाज ने अपने पिता को फोन किया। कहा- मुझसे गलती हो गई, अब मैं मरने जा रहा है। गुजरात पुलिस ने उसका नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन यूपी के आगरा में मिली। तत्काल आगरा एसटीएफ से संपर्क किया। बताया कि वहां अपहरण का आरोपी छिपा हुआ है, अब वह जान देने की बात कह रहा है। इस पर आगरा एसटीएफ ने उसकी लोकेशन को ट्रेस किया। शुक्रवार को आरोपी को प्रभु टॉकीज के पास से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे गुजरात पुलिस को सौंप दिया। गर्लफ्रेंड ने बना लिए थे अश्लील वीडियो, मांगे थे रुपए शाहबाज ने पुलिस को बताया कि वह मुंबई के कुर्ला में रहता है। वह यहां एक कंपनी में रिसर्च डेटा एनालिस्ट का काम करता है। उसके साथ निकोल मेंडोस नाम की लड़की भी काम करती है। उससे उसका प्रेम संबंध हो गया। उसकी गर्लफ्रेंड ने उसके अश्लील वीडियो-फोटो बना लिए थे। युवती वीडियो दिखाकर उससे 25 लाख रुपये मांग रही थी। उसने धमकी दी कि अगर वह उसे पैसे नहीं देगा तो वह उसे रेप के आरोप में फंसा देगी। इस पर उसने आफाक के अपहरण की साजिश रची। उसने सोचा था कि 30 लाख रुपए की फिरौती लेकर प्रेमिका को 25 लाख रुपए दे दूंगा। उसे पता था कि आदिल शेख सऊदी अरब में इंजीनियर हैं। उनके पास से पैसे मिल जाएंगे। इसलिए उसने अपने प्लान में अपने दो साथी उमर और साऊद को शामिल कर लिया था। फिरौती मांगने के लिए 3 फर्जी कार्ड पर सिम भी खरीद ली थीं। बताया- आफाक के अपहरण के लिए उसने मामा मलिक खान की वैगनआर कार ली थी। उनसे कहा कि घूमने जा रहा हूं। साइकिल दिलवाने का लालच देकर ले गया था आफाक को शहबाज ने आफाक से साइकिल दिलवाने की बात कही। आफाक उसके साथ चल दिया। रास्ते में वह रोने लगा और शोर मचाने लगा, इस पर उसकी जमकर पिटाई की। फैक्ट्री के पास ले गए, उसके परिजनों को फोन कर फिरौती मांगी। इसके बाद उसका गला दबा दिया। मरा हुआ समझकर उसे झाड़ियों में फेंक दिया और वापस शादी में आ गए। बताया कि आफाक के पास फोन था, जिसे उसने स्विच ऑफ कर वहीं झाड़ियों में फेंक दिया था। इसी फोन के जरिए पुलिस वहां तक पहुंच गई थी। पुलिस के साथ-साथ वह भी आफाक की खोजबीन में लगा रहा। उसके सामने ही पुलिस ने आफाक को बरामद किया था। पकड़े जाने के डर से वह वहां से भाग निकला। वह रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां उसे ट्रेन से मथुरा आया। मथुरा से बस से आगरा पहुंच गया। अब जानिए एसटीएफ ने कैसे बचाई उसकी जान आरोपी शहबाज को यह नहीं पता था कि उसके मां-बाप गुजरात पुलिस की गिरफ्त में हैं। उनके फोन पुलिस के पास हैं। शहबाज ने अपने पिता को फोन किया और कहा कि वह मरने जा रहा है। इस पर उसके पिता पुलिस से हाथ जोड़कर बेटे को बचाने की गुहार करने लगे। तब गुजरात पुलिस ने आगरा STF को लाइनअप किया और पिता से कहलवाया कि उसके आगरा में जानने वाले रहते हैं वह वहां जाकर रह सकता है, परेशान न हो, उसे कुछ नहीं होगा। इसके बाद आगरा एसटीएफ के अधिकारी कॉल पर आ गए और वह फोन पर ही शहबाज को करीब 45 मिनट तक उलझाए रहे। इस दौरान आरोपी मथुरा जाने और जान देने की बात कहता रहा। इधर STF टीम उसे लगातार समझा रही थी। कुछ ही देर बाद STF ने उसे दबोच लिया। …………………………………. ये खबर भी पढ़ें प्रेमिका को रुपए देने के लिए भांजे का अपहरण:30 लाख की फिरौती मांगी, गुजरात से आगरा में आकर छिपा था गुजरात के बलसाड़ से अपहरण के आरोपी को आगरा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने रिश्ते के भांजे का अपहरण किया था। उसका गला दबाकर मरा हुआ समझकर जंगल में फेंक दिया था। इसके बाद 30 लाख की फिरौती मांगी थी।
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