Year Ender 2024: 10 करोड़ की ठगी, 301 केस, ‘डिजिटल अरेस्ट’ के मामले में चौंका देगा बिहार का ये आंकड़ा

Year Ender 2024: 10 करोड़ की ठगी, 301 केस, ‘डिजिटल अरेस्ट’ के मामले में चौंका देगा बिहार का ये आंकड़ा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Digital Arrest News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>कुछ महीने पहले तक तो नहीं लेकिन आज लगभग हर कोई ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बारे में जरूर जानता है. अगर नहीं भी जानता है तो खबरों के जरिए ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बारे में जरूर समझ चुका है. साइबर ठगी (Cyber Fraud) से जुड़ा ये शब्द है. ऐसे मामलों के लिए बिहार को भी याद किया जाएगा क्योंकि साल 2024 में यहां ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटना काफी हुई है. प्रदेश का जो आंकड़ा है वो हैरान करने वाला है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>अब तक 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हुई जब्त</strong></span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू, साइबर सेल) के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने सोमवार (30 दिसंबर) को कहा, “&lsquo;राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर पर इस साल बिहार से संबंधित डिजिटल अरेस्ट के कुल 301 मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की बात सामने आई है. शिकायl दर्ज होने के बाद साइबर प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जब्त कर ली है.”</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों से हो रही धोखाधड़ी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>डीआईजी ने कहा कि संबंधित अधिकारियों और आंकड़ों विश्लेषण से पता चला है कि अधिकांश धोखाधड़ी में पीड़ितों को कॉल दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे कंबोडिया, म्यांमार, थाईलैंड, वियतनाम और लाओस से आए. हम बिहार के लगभग 374 लोगों का विवरण भी जुटा रहे हैं जो दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में गए, लेकिन अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वहीं रह रहे हैं.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>उन्होंने दावा किया कि ऐसी सूचनाएं हैं कि ये लोग राज्य के युवाओं को फंसा रहे हैं. डीआईजी ने कहा कि बिहार पुलिस के ईओयू की साइबर प्रकोष्ठ इकाई ने युवाओं को दक्षिण पूर्व एशिया में नौकरी के नाम पर जालसाजी के बढ़ते मामलों को लेकर चेतावनी दी है और नौकरी के प्रस्ताव तथा एजेंटों का सत्यापन करने का आग्रह किया है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या होता है डिजिटल अरेस्ट? (What is Digital Arrest)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बता दें कि ‘डिजिटल अरेस्ट’ साइबर ठगी का नया तरीका है. ऐसे मामलों में ठग खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करके डराते हैं और उन्हें उनके घर में डिजिटल तौर पर बंधक बना लेते हैं.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-jamin-survey-time-limit-for-land-survey-extended-to-july-2026-2853248″>Bihar Jamin Survey: बिहार में जमीन सर्वे की समय-सीमा बढ़ी, अब कब तक चलेगा सर्वेक्षण का काम? जानें</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Digital Arrest News: </strong><span style=”font-weight: 400;”>कुछ महीने पहले तक तो नहीं लेकिन आज लगभग हर कोई ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बारे में जरूर जानता है. अगर नहीं भी जानता है तो खबरों के जरिए ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बारे में जरूर समझ चुका है. साइबर ठगी (Cyber Fraud) से जुड़ा ये शब्द है. ऐसे मामलों के लिए बिहार को भी याद किया जाएगा क्योंकि साल 2024 में यहां ‘डिजिटल अरेस्ट’ की घटना काफी हुई है. प्रदेश का जो आंकड़ा है वो हैरान करने वाला है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”><strong>अब तक 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हुई जब्त</strong></span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू, साइबर सेल) के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने सोमवार (30 दिसंबर) को कहा, “&lsquo;राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर पर इस साल बिहार से संबंधित डिजिटल अरेस्ट के कुल 301 मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों में 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की बात सामने आई है. शिकायl दर्ज होने के बाद साइबर प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जब्त कर ली है.”</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों से हो रही धोखाधड़ी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>डीआईजी ने कहा कि संबंधित अधिकारियों और आंकड़ों विश्लेषण से पता चला है कि अधिकांश धोखाधड़ी में पीड़ितों को कॉल दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे कंबोडिया, म्यांमार, थाईलैंड, वियतनाम और लाओस से आए. हम बिहार के लगभग 374 लोगों का विवरण भी जुटा रहे हैं जो दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में गए, लेकिन अपने वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वहीं रह रहे हैं.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>उन्होंने दावा किया कि ऐसी सूचनाएं हैं कि ये लोग राज्य के युवाओं को फंसा रहे हैं. डीआईजी ने कहा कि बिहार पुलिस के ईओयू की साइबर प्रकोष्ठ इकाई ने युवाओं को दक्षिण पूर्व एशिया में नौकरी के नाम पर जालसाजी के बढ़ते मामलों को लेकर चेतावनी दी है और नौकरी के प्रस्ताव तथा एजेंटों का सत्यापन करने का आग्रह किया है.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या होता है डिजिटल अरेस्ट? (What is Digital Arrest)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बता दें कि ‘डिजिटल अरेस्ट’ साइबर ठगी का नया तरीका है. ऐसे मामलों में ठग खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करके डराते हैं और उन्हें उनके घर में डिजिटल तौर पर बंधक बना लेते हैं.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-jamin-survey-time-limit-for-land-survey-extended-to-july-2026-2853248″>Bihar Jamin Survey: बिहार में जमीन सर्वे की समय-सीमा बढ़ी, अब कब तक चलेगा सर्वेक्षण का काम? जानें</a></strong></p>  बिहार New Year 2025: नए साल के लिए दिल्ली पुलिस तैयार, सुरक्षा के कड़े इंतजाम, हुड़दंगियों की खैर नहीं!