हरियाणा के कैथल जिले में नए साल के मौके पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। जिला कुरूक्षेत्र के गांव बोड़ा से 17 श्रद्धालु राजस्थान स्थित गोगामेड़ी में माथा टेकने गए थे, आते समय अचानक कलायत के पास ड्राइवर की आंख लग गई और सड़क पर खड़े एक ट्रक में टक्कर मार दी। जिसमें 49 वर्षीय गुरमुख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने परिजनों को दी सूचना जिन्हें इलाज के लिए कैथल के नागरिक अस्पताल लाया गया। हादसा कलायत के गांव बाता और कैलरम के पास हुआ। हादसे की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद सभी के परिजन अस्पताल में पहुंचे। सड़क पर खड़े ट्रक से टकराई पिकअप परिजनों ने बताया कि उनके 17 लोगों दो दिन पहले गोगामेड़ी(राजस्थान) से माथा टेकने गए थे। लौटते समय ड्राइवर को कलायत के गांव बाता और कैलरम के अचानक नींद आ गई। जिससे पिकअप गाड़ी बेकाबू होकर सड़क पर खड़े एक ट्रक में जा लगी और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घायल लोगों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। दुखदायी साबित हुई यात्रा हादसे के शिकार लोग नए साल के मौके पर गोगामेड़ी में माथा टेकने गए थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए दुखदायी साबित हुई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने मृतक के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। जिसके बाद सभी के परिजन अस्पताल पहुंच गए हैं, घायलों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। ट्रक ड्राइवर के खिलाफ केस कलायत एसएचओ जय भगवान ने बताया कि ट्रक ड्राइवर सड़क पर अपना ट्रक खड़ा किया हुआ था, उसके इंडिकेटर बंद थे, इसीलिए सुबह सवारी से भरी पिकअप गाड़ी ट्रक में जा लगी और यह हादसा हुआ, परिजनों की शिकायत पर आरोपी ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हरियाणा के कैथल जिले में नए साल के मौके पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। जिला कुरूक्षेत्र के गांव बोड़ा से 17 श्रद्धालु राजस्थान स्थित गोगामेड़ी में माथा टेकने गए थे, आते समय अचानक कलायत के पास ड्राइवर की आंख लग गई और सड़क पर खड़े एक ट्रक में टक्कर मार दी। जिसमें 49 वर्षीय गुरमुख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने परिजनों को दी सूचना जिन्हें इलाज के लिए कैथल के नागरिक अस्पताल लाया गया। हादसा कलायत के गांव बाता और कैलरम के पास हुआ। हादसे की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद सभी के परिजन अस्पताल में पहुंचे। सड़क पर खड़े ट्रक से टकराई पिकअप परिजनों ने बताया कि उनके 17 लोगों दो दिन पहले गोगामेड़ी(राजस्थान) से माथा टेकने गए थे। लौटते समय ड्राइवर को कलायत के गांव बाता और कैलरम के अचानक नींद आ गई। जिससे पिकअप गाड़ी बेकाबू होकर सड़क पर खड़े एक ट्रक में जा लगी और दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घायल लोगों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। दुखदायी साबित हुई यात्रा हादसे के शिकार लोग नए साल के मौके पर गोगामेड़ी में माथा टेकने गए थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए दुखदायी साबित हुई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने मृतक के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। जिसके बाद सभी के परिजन अस्पताल पहुंच गए हैं, घायलों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। ट्रक ड्राइवर के खिलाफ केस कलायत एसएचओ जय भगवान ने बताया कि ट्रक ड्राइवर सड़क पर अपना ट्रक खड़ा किया हुआ था, उसके इंडिकेटर बंद थे, इसीलिए सुबह सवारी से भरी पिकअप गाड़ी ट्रक में जा लगी और यह हादसा हुआ, परिजनों की शिकायत पर आरोपी ट्रक ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहिंग्या मुसलमानों को हरियाणा से निकालेगी BJP सरकार:झुग्गी-झोपड़ियों में कागज चेक कर रही पुलिस, CID भी अलर्ट; दिल्ली बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाई
रोहिंग्या मुसलमानों को हरियाणा से निकालेगी BJP सरकार:झुग्गी-झोपड़ियों में कागज चेक कर रही पुलिस, CID भी अलर्ट; दिल्ली बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाई हरियाणा की BJP सरकार प्रदेश में बसे रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर निकालेगी। इसके लिए पुलिस और खुफिया एजेंसियों के जरिए इनकी पहचान की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर इनकी पहचान से जुड़े कागज चेक कर रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तो रेवाड़ी, नूंह, महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद में बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुसलमानों को बसाया गया। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट दिया है कि ये रोहिंग्या प्रदेश में अपराध और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद सरकार ने दिल्ली से सटे जिलों में पुलिस और CID को अलर्ट रहने के लिए कहा है। इसके साथ ही दिल्ली में कार्रवाई के बाद रोहिंग्याओं के हरियाणा आने की संभावना पर बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। सरकार ने इसके लिए 12 जनवरी 2025 तक की डेडलाइन तय की है। वहीं, भाजपा पार्टी के सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए इस कार्रवाई का प्रचार तक कर रही है। इसमें सीधे तौर पर कांग्रेस और उनके शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इन 3 वजहों से अलर्ट हुई हरियाणा सरकार… 1. दिल्ली में सख्ती के बाद हरियाणा में आने का शक
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी रोहिंग्याओं के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है। इसके चलते हरियाणा पुलिस पुलिस का कहना है कि दिल्ली में रहने वाले रोहिंग्या बचने के लिए हरियाणा में आ सकते हैं। ऐसे में कड़ी निगरानी रखनी जरूरी है। बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ने के लिए पुलिस और CID को अलर्ट रहने को कहा गया है। 2. अपराध-देश विरोधी नेटवर्क चलाने का इनपुट
सरकार को शक है कि मुस्लिम बाहुल्य मेवात (नूंह) में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेवात में कुछ लोग इन रोहिंग्या मुसलमानों को शरण दे रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद ने भी सरकार के आगे शिकायत की कि यह रोहिंग्या देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इनके बारे में पूरी जानकारी के बगैर इन्हें रोकना मुमकिन नहीं। ऐसे में इन्हें बाहर निकाला जाना चाहिए और तब तक पूरी सख्ती बरती जानी चाहिए। 3. राशन कार्ड, पहचान पत्र तक बनवाए
हरियाणा सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे प्रदेश में 600 से 700 परिवार रोहिंग्या मुसलमानों के हैं। अकेले मेवात में करीब दो हजार रोहिंग्या रहते हैं। हालांकि, इसे लेकर VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान मेवात (नूंह), फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और यमुनानगर जिलों में रहते हैं। बाकी जिलों में भी रोहिंग्या हैं। उनके आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड तक बन चुके हैं। सोशल मीडिया पर 2 वजहों से प्रचार कर रही भाजपा 1. बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार
बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। इसे लेकर भारत में गुस्से का माहौल है। इससे अवैध रोहिंग्या मुसलमानों को देश से निकालने की मांग हो रही है। ऐसे में BJP इस माहौल को अपने पक्ष में करना चाहती है। 2. दिल्ली चुनाव में हिंदू वोट बैंक का फायदा
दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली में रोहिंग्या के खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के जरिए भाजपा दिल्ली चुनाव में हिंदुओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश में है। चूंकि, दिल्ली हरियाणा से सटा हुआ है, ऐसे में पार्टी को यहां की कार्रवाई का असर दिल्ली में भी होने की उम्मीद है। CM ने गृह विभाग की मीटिंग में अपडेट लिया
सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, CM नायब सिंह सैनी ने रविवार को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की। बैठक में वरिष्ठ पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी बुलाए गए। इसमें भी अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर अपडेट लिया गया। हालांकि, इसका ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया गया है।
हिसार में कार ने किसान को टक्कर मारी, मौत:साइकिल पर ज्वार लेकर लौट रहा था घर; भतीजे की आंखों के सामने एक्सीडेंट
हिसार में कार ने किसान को टक्कर मारी, मौत:साइकिल पर ज्वार लेकर लौट रहा था घर; भतीजे की आंखों के सामने एक्सीडेंट हिसार के हांसी इलाके में तेज रफ्तार कार ने किसान को टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना गढ़ी गांव के पास दिल्ली-डबवाली नेशनल हाईवे पर हुई। 56 साल के जयसिंह खेत से पशुओं का चारा लेकर घर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में कार ने उसे टक्कर मार दी। एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर अपनी कार के साथ फरार हो गया। बास थाना पुलिस ने हांसी नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिवार को सौंप दिया। परिवार के बयान लेकर पुलिस ने अज्ञात गाड़ी चालक पर केस दर्ज कर लिया। ज्वार लेकर जा रहे थे घर घटना के समय जयसिंह के साथ उसका भतीजा सुरेंद्र भी था। सुरेंद्र की आंखों के सामने ही उसके चाचा ने दम तोड़ा। पुलिस को दिए बयान में सुरेंद्र ने बताया कि वह और उनके चाचा जयसिंह गांव में ही खेतीबाड़ी करते हैं। शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े 11 बजे वह अपने चाचा जयसिंह के साथ खेत से पशुओं के लिए ज्वार लेकर घर लौट रहे थे। चाचा जयसिंह अपनी साइकिल पर आगे चल रहे थे और वह खुद दूसरी साइकिल पर उनके पीछे-पीछे था। जब वह दिल्ली नेशनल हाईवे पर यदुवंशी स्कूल से कुछ आगे पहुंचे तो पीछे से आई तेज रफ्तार कार ने जयसिंह को टक्कर मार दी। कार लेकर चालक फरार सुरेंद्र के मुताबिक, कार चालक लापरवाही से ड्राइविंग कर रहा था और इसी वजह से एक्सीडेंट हुआ। एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर ने कार की स्पीड धीमी की तो उसने कार का नंबर नोट कर लिया। हालांकि उसके बाद रुकने की बजाय ड्राइवर स्पीड बढ़ाकर गाड़ी समेत वहां से फरार हो गया। सुरेंद्र ने बताया कि कार की टक्कर से जयसिंह को गंभीर चोटें आईं और उनकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार के लोग किसी तरह गाड़ी का प्रबंध कर बॉडी हांसी अस्पताल ले गए।
शंभु बॉर्डर केस में हाईकोर्ट में सुनवाई:जज बोले- बॉर्डर अकेले किसानों नहीं, सबके लिए खोला; इसके बाद खनौरी पर होंगे आदेश
शंभु बॉर्डर केस में हाईकोर्ट में सुनवाई:जज बोले- बॉर्डर अकेले किसानों नहीं, सबके लिए खोला; इसके बाद खनौरी पर होंगे आदेश पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में आज शुक्रवार को शंभु बॉर्डर को लेकर दायर जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई हुई। याचिका एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य की ओर से दायर की गई है। उन्होंने कोर्ट में खनौरी बॉर्डर को भी खोलने की अपील की। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने एडवोकेट शांडिल्य की PIL में साफ़ किया कि शंभु बॉर्डर अकेले किसानों के लिए नहीं, बल्कि सबके लिए खोला गया है। मामले को लेकर एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने तकरीबन 10 मिनट तक बहस की। कोर्ट में भारत सरकार की तरफ़ से सत्यपाल जैन एवं पंजाब के एडिशनल एडवोकेट जनरल सौरव खुराना और हरियाणा के एडिशनल एडवोकेट जनरल दीपक बाल्यान मामले में पेश हुए। वहीं एडवोकेट शांडिल्य ने शंभु बॉर्डर के बाद ख़नौरी खोलने की भी हाईकोर्ट से मांग की। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि पहले एक बार शंभु बॉर्डर खुल जाए, फिर खनौरी खुलवाने के भी आदेश कोर्ट की ओर से दिए जाएंगे। एडवोकेट वासुने हाईकोर्ट को बताया कि आदेशों के 3 दिन बाद भी बॉर्डर बंद है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा हमने एक हफ्ते का समय दिया है। शांडिल्य ने हाईकोर्ट ने हाईवे जाम करने को लेकर गाइडलाइन बनाने की मांग की और कहा कि हाईकोर्ट सुनिश्चित करें कि कोई भी किसी भी क़ीमत पर हाईवे को जाम कर आवाजाही न रोकें । बता दें वासु रंजन शांडिल्य ने अंबाला के कपड़ा व्यापारियों, सर्राफा व्यापारियों, रेहड़ी फड़ी वालों एवं छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए हाईकोर्ट में PIL दायर की थी । आज जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया एवं जस्टिस विकास बहल ने एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य द्वारा लगाई PIL में सुनवाई की।