हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र देहरा आजकल सुर्खियों में है। पौंग झील किनारे हो रही अवैध खेती और बाड़ बंदी पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे हुए थे। यहां स्थानीय निवासी सुरेश कुमार के साथ डंडों से मारपीट की गई। जिसके बाद उनकी पत्नी ने रोते हुए प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। गूलेर गांव में हुई मारपीट की इस घटना ने कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। घटना उस समय हुई जब पौंग झील किनारे वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारी अवैध खेती और अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए मौके पर पहुंचे। वहीं, सुरेश कुमार अपनी भैंसों को छोड़ने के लिए क्षेत्र में मौजूद था। वन्य प्राणी विभाग के आरओ सरिता देवी, बीओ परविंदर राणा और अन्य कर्मचारियों के अनुसार, सुरेश कुमार उनके साथ खड़ा था। तभी गूलेर पंचायत के निवासी बृजभूषण और उनके बेटे सनी रणजीत सिंह ने सुरेश पर डंडों से हमला कर दिया। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने सुरेश कुमार को बीच-बचाव करके बचाया। अधिकारियों ने कहा कि अगर प्रशासन को गवाही देने की जरूरत पड़ी तो वे सच्चाई बताने के लिए तैयार हैं। पत्नी ने लगाई न्याय की गुहार घटना की जानकारी मिलने पर सुरेश कुमार की पत्नी शबनम मौके पर पहुंची और रोते हुए प्रशासन से न्याय की मांग की। उन्होंने आज थाना हरिपुर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। शबनम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बृजभूषण और उनके बेटे ने न केवल उनके पति के साथ मारपीट की। बल्कि क्षेत्र में अवैध खेती कर रहे हैं और आम लोगों और पशुओं के साथ बेरहमी से पेश आते हैं। शबनम ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त व्यक्ति पत्रकारों को जान से मारने की धमकियां देते हैं और उन्हें प्रशासन का कोई भय नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। थाना प्रभारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन जब इस मामले पर थाना प्रभारी हरिपुर मंजीत सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी बात सुनी जाएगी। उसके बाद इस मामले उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र देहरा आजकल सुर्खियों में है। पौंग झील किनारे हो रही अवैध खेती और बाड़ बंदी पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे हुए थे। यहां स्थानीय निवासी सुरेश कुमार के साथ डंडों से मारपीट की गई। जिसके बाद उनकी पत्नी ने रोते हुए प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। गूलेर गांव में हुई मारपीट की इस घटना ने कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। घटना उस समय हुई जब पौंग झील किनारे वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारी अवैध खेती और अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए मौके पर पहुंचे। वहीं, सुरेश कुमार अपनी भैंसों को छोड़ने के लिए क्षेत्र में मौजूद था। वन्य प्राणी विभाग के आरओ सरिता देवी, बीओ परविंदर राणा और अन्य कर्मचारियों के अनुसार, सुरेश कुमार उनके साथ खड़ा था। तभी गूलेर पंचायत के निवासी बृजभूषण और उनके बेटे सनी रणजीत सिंह ने सुरेश पर डंडों से हमला कर दिया। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने सुरेश कुमार को बीच-बचाव करके बचाया। अधिकारियों ने कहा कि अगर प्रशासन को गवाही देने की जरूरत पड़ी तो वे सच्चाई बताने के लिए तैयार हैं। पत्नी ने लगाई न्याय की गुहार घटना की जानकारी मिलने पर सुरेश कुमार की पत्नी शबनम मौके पर पहुंची और रोते हुए प्रशासन से न्याय की मांग की। उन्होंने आज थाना हरिपुर में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। शबनम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बृजभूषण और उनके बेटे ने न केवल उनके पति के साथ मारपीट की। बल्कि क्षेत्र में अवैध खेती कर रहे हैं और आम लोगों और पशुओं के साथ बेरहमी से पेश आते हैं। शबनम ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त व्यक्ति पत्रकारों को जान से मारने की धमकियां देते हैं और उन्हें प्रशासन का कोई भय नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। थाना प्रभारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन जब इस मामले पर थाना प्रभारी हरिपुर मंजीत सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को बुलाकर उनकी बात सुनी जाएगी। उसके बाद इस मामले उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
शिमला में शाही महात्मा गैंग के 9 गुर्गे गिरफ्तार:नशा तस्करी में 4 साल से सक्रिय, अब तक पकड़े जा चुके 52 आरोपी
शिमला में शाही महात्मा गैंग के 9 गुर्गे गिरफ्तार:नशा तस्करी में 4 साल से सक्रिय, अब तक पकड़े जा चुके 52 आरोपी शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी में शामिल शाही महात्मा गैंग के 9 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब तक इस गैंग के 52 लोगों को पकड़ चुकी है। ऑपरेशन क्लीन के तहत शिमला पुलिस तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने मंगलवार को बलवान सिंह (38) पुष्कर (35) विवेक कुमार उम्र (30), अंशुल नेगी ( 27), विकास (30), अजय कुमार (31), अनुज चौहान (37),अभिषेक और हर्षित चौहान को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए सभी लोग रोहड़ू क्षेत्र से सबंध रखते है। बता दें कि, शाही महात्मा नाम का यह गैंग जुब्बल कोटखाई और रोहड़ू क्षेत्र में चिट्टा की सप्लाई करता था। यह गैंग लगातार तीन-चार साल से सक्रिय है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस दूसरे आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस को अंदेशा है कि इस गैंग में अभी कुछ और भी तस्कर शामिल हो सकते हैं। क्या बोले एसपी शिमला?
SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है। इस गिरोह ने सात से आठ करोड़ रुपए की ड्रग मनी अर्जित की थी। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस ने जिला में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।पुलिस की कार्रवाई सभी नशा तस्कर गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगी। इस मामले में भी पुलिस की जांच अभी भी जारी है। क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने इस मामले में एक महीना पहले रोहड़ू क्षेत्र से कश्मीर के एक व्यक्ति को 468 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके बाद पुलिस गैंग के सरगना शाही महात्मा (शशि नेगी) तक पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते ही गैंग का भंडाफोड़ किया और इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी जारी है।
चंबा-पठानकोट हाईवे पर खाई में गिरी पिकअप:हादसे में 2 युवक हुए घायल, सब्जी की सप्लाई करने जा रहे थे, मेडिकल कॉलेज रेफर
चंबा-पठानकोट हाईवे पर खाई में गिरी पिकअप:हादसे में 2 युवक हुए घायल, सब्जी की सप्लाई करने जा रहे थे, मेडिकल कॉलेज रेफर पठानकोट से चंबा में सब्जी की सप्लाई करने जा रही महिंद्रा पिकअप पठानकोट-चंबा हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस वाहन दुर्घटना में 2 लोग घायल हो गए। राहत की बात यह रही कि पिकअप अनियंत्रित होकर पैरापिट से टकरा गई। जिसकी वजह से गाड़ी की रफ्तार थोड़ी कम हो गई। लेकिन पिकअप सड़क से करीब 50 फीट नीचे गिर गई। पुलिस थाना डल्हौजी में गाड़ी दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया है। अनियंत्रित होकर पैरापिट से टकराई पिकअप जानकारी के अनुसार पिकअप सवार पठानकोट से सलूणी की ओर जा रहे थे। गोली से जीरो प्वाइंट पर पहुंचने पर गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर पैरापिट से जा टकराई और खाई में जा गिरी। पिकअप गाड़ी गिरने की आवाज लोगों ने सुनी तो वे घटना स्थल की तरफ दौड़े चले आए। राहत की बात यह रही कि इस वाहन हादसे में किसी की जान नहीं गई। इस हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान मोहम्मद सन्नी पुत्र रमजान मोहम्मद गांव निवासी चियुंड और रोहित पुत्र सुरेंद्र कुमार गांव दनेल तहसील सलूणी के रूप में हुई है। मेडिकल कॉलेज में किया रेफर घायलों को उपचार के लिए बाथरी सीएचसी ले जाया गया। जहां उनका प्राथमिक उपचार कर मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया गया। एएसआई कुलदीप ने बताया कि घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटना के कारणों की जांच पुलिस कर रही है। उन्होंने बताया कि दोनों घायलों हालत स्थिर है।
केंद्रीय बजट से हिमाचल को उम्मीदें:ऊना-हमीरपुर और बिलासपुर-मनाली-लेह रेल को मिल सकता है बजट; पहाड़ी राज्यों के नाते विशेष ग्रांट, आपदा राहत की आस
केंद्रीय बजट से हिमाचल को उम्मीदें:ऊना-हमीरपुर और बिलासपुर-मनाली-लेह रेल को मिल सकता है बजट; पहाड़ी राज्यों के नाते विशेष ग्रांट, आपदा राहत की आस हिमाचल सरकार केंद्रीय बजट से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है। खासकर पर्यटन, रेल, सड़क और हवाई कनेक्टिविटी के लिए सरकार ने केंद्र से विशेष मदद मांगी है। बीते सप्ताह मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने खुद प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर पहाड़ी राज्यों की वजह से विशेष ग्रांट देने का आग्रह किया है। मोदी गवर्नमेंट के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट से प्रदेश में चल रही रेल योजनाओं को काफी उम्मीदें हैं। उम्मीद की जा रही है कि ऊना-हमीरपुर रेल लाइन के लिए आज के बजट में बड़े ऐलान हो। ऊना से हमीरपुर तक नई रेल लाइन की लंबाई 41 किलोमीटर होगी। इस रेल लाइन की 3,361 करोड़ रुपए की डीपीआर तैयार कर ली गई है और यह सरकार के पास विचाराधीन है। इसके लिए आज बजट मिलने की उम्मीद है। इस रेल लाइन के अलावा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन योजना को भी बजट मिल सकता है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिला को जोड़ने वाली इस रेल लाइन को भी तवज्जो मिल सकती है। इस परियोजना की भी डीपीआर तैयार है। इस पर लगभग एक लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस रेल लाइन का निर्माण चार फेज में किया जाना है। पहले फेज में बैरी से मंडी, दूसरे फेज में मंडी से मनाली, तीसरे में मनाली से ऊपशी और चौथे फेज में ऊपशी से लेह तक का होगा। हरियाणा के जगाधरी से पांवटा साहिब रेल लाइन के सर्वे को भी बजट मिल सकता है। इसके बनने से हरियाणा और हिमाचल के दो बड़े औद्योगिक शहर आपस में जुड़ जाएंगे। साल 2021 में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पांवटा साहिब-जगाधरी रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण करवाने के निर्देश जरूर दिए थे। मगर यह योजना सीरे नहीं चढ़ पाई थी। आपदा राहत राशि बजट के साथ मिलने के आस हिमाचल में बीते साल बरसात में 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति तबाह हुई थी। केंद्र से आई टीमों ने भी 3000 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया था। मगर अब तक राहत राशि नहीं मिल पाई। लिहाजा सीएम सुक्खू ने इस राशि को बजट में जारी करने का आग्रह किया है। पर्यटन क्षेत्र को भी बड़ी उम्मीदें मोदी सरकार के बजट से हिमाचल के पर्यटन को भी बड़ी उम्मीदे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते सप्ताह ही कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मसला पीएम मोदी से उठाया है। हिमाचल सरकार ने कैपिटल इन्वेस्टमेंट के तहत कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए 3500 करोड़ रुपए जारी करने की मांग की है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि यह एयरपोर्ट न सिर्फ टूरिज्म के लिए, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी महत्त्वपूर्ण रहेगा। वर्तमान सरकार ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल का दर्जा दे रखा है। ऐसे में कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण करवाना बड़ी चुनौती है। इसके लिए अब सिर्फ पैसे की जरूरत है। राज्य की कांग्रेस सरकार ने टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रोप-वे प्रोजेक्ट ज्यादा बनाने का निर्णय किया है। इसी तरह सड़क कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए छह सड़कों को नेशनल हाइवे बनाने तथा राज्य में चल रही फोरलेने परियोजनाओं का निर्माण के लिए भी केंद्र से बजट की आस है।