हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश व बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग (IMD) ने सात जिलों में इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बीती रात से ही मौसम खराब बना हुआ है। IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला जिला के कुछेक स्थानों पर भारी बर्फबारी हो सकती है। अगले कल यानी 7 जनवरी को चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला की ऊंची चोटियों पर ही हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी के पहले पहाड़ों के तापमान में भारी उछाल दर्ज किया गया है। शिमला का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 11.4 डिग्री ज्यादा के साथ 23 डिग्री पहुंच गया है। बीते शनिवार को यह 23.1 डिग्री था। यह आज तक का जनवरी महीने का रिकॉर्ड टैम्परेचर है। इससे पहले शिमला का रिकॉर्ड तापमान 30 जनवरी 2006 को 21.4 डिग्री था। केलांग का तापमान नॉर्मल से 10.1 डिग्री ज्यादा लाहौल स्पीति के केलांग के तापमान में भी सामान्य की तुलना में 10.1 डिग्री का उछाल आया है। केलांग का मैक्सिमम टैम्परेचर 6.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। आमतौर पर जनवरी में केलांग का तापमान माइनस में रहता है। सुंदरनगर का अधिकतम तापमान भी 25.2 डिग्री पहुंच गया है, जोकि नॉर्मल से 7.6 डिग्री अधिक है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 5.5 डिग्री ज्यादा हो गया है। कुल्लू के भुंतर का मैक्सिमम टैम्परेचर भी नॉर्मल से 6.3 डिग्री के उछाल के साथ 22 डिग्री हो गया है। ऐसे में यदि आज बारिश-बर्फबारी होती है तो इससे तापमान में गिरावट आएगी। हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश व बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग (IMD) ने सात जिलों में इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बीती रात से ही मौसम खराब बना हुआ है। IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला जिला के कुछेक स्थानों पर भारी बर्फबारी हो सकती है। अगले कल यानी 7 जनवरी को चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला की ऊंची चोटियों पर ही हल्का हिमपात हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी के पहले पहाड़ों के तापमान में भारी उछाल दर्ज किया गया है। शिमला का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 11.4 डिग्री ज्यादा के साथ 23 डिग्री पहुंच गया है। बीते शनिवार को यह 23.1 डिग्री था। यह आज तक का जनवरी महीने का रिकॉर्ड टैम्परेचर है। इससे पहले शिमला का रिकॉर्ड तापमान 30 जनवरी 2006 को 21.4 डिग्री था। केलांग का तापमान नॉर्मल से 10.1 डिग्री ज्यादा लाहौल स्पीति के केलांग के तापमान में भी सामान्य की तुलना में 10.1 डिग्री का उछाल आया है। केलांग का मैक्सिमम टैम्परेचर 6.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। आमतौर पर जनवरी में केलांग का तापमान माइनस में रहता है। सुंदरनगर का अधिकतम तापमान भी 25.2 डिग्री पहुंच गया है, जोकि नॉर्मल से 7.6 डिग्री अधिक है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 5.5 डिग्री ज्यादा हो गया है। कुल्लू के भुंतर का मैक्सिमम टैम्परेचर भी नॉर्मल से 6.3 डिग्री के उछाल के साथ 22 डिग्री हो गया है। ऐसे में यदि आज बारिश-बर्फबारी होती है तो इससे तापमान में गिरावट आएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा में फिर उठा संजौली मस्जिद मामला:कल हिंदूवादी संगठनों में किया प्रदर्शन का आह्वान; अनिरुद्ध बोले- लोग इसे सांप्रदायिक रंग देना चाह रहे हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में संजौली मस्जिद पर उपजा विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार 11 सितंबर को संजौली में एक बार फिर कथित अवैध निर्माण मस्जिद निर्माण को गिराने की मांग को लेकर विशाल आक्रोश रैली का आह्वान किया है। ऐसे में मामले कि संवेदनशीलता को देखते हुए मंगलवार को एक बार फिर शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने पॉइंट ऑफ ऑडर के तहत मामला विधानसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों से शिमला का माहौल खराब है। लगातार माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। शहर में वेंडर जॉन चिह्नित करने की मांग जनारथा ने कहा कि सरकार मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए शहर में कानून व्यवस्था को बनाएं रखने के लिए उचित कदम उठाए। उन्होंने सदन में मांग करते हुए कहा कि सरकार स्ट्रीट वेंडर पॉलिसी बनाकर शहर में वेंडर जॉन चिह्नित किए जाएं। विधायक हरीश जनारथा के पॉइंट ऑफ ऑर्डर पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरन्त कार्रवाई करनी चाहिए । शिमला में हालात ठीक नहीं है । जयराम ठाकुर ने कहा कि अवैध निर्माण से शुरू हुआ विवाद अब दो समुदायों के बीच का मसला बन गया है। प्रदेश सरकार को मामले में हस्तक्षेप करते हुए उचित कार्रवाई करनी चाहिए । नेता प्रतिपक्ष ने सदन में दिया सीएम के बयान का हवाला नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कहा कि सीएम सुक्खू को अपने बयान पर ध्यान देना चाहिए। सीएम सुक्खू ने सत्ता में आते ही कहा कि उन्होंने 97 % हिन्दू आबादी वाली राज्य में हिंदुत्व वाली पार्टी को हराया है। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि कहा कि सीएम सुक्खू को ऐसे बयान देने से बचना चाइए। लोग इसे सांप्रदायिक रंग देना चाह रहे- अनिरुद्ध
ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सदन में कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोई भी भारत का नागरिक आ सकता है और अपनी आजीविका कमा सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देना चाहते हैं और इस पर राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं। अनिरुद्ध ने कहा कि बाहर से चाहे कोई भी व्यक्ति आए और काम करे, लेकिन उसकी पूरी तरह से वैरिफिकेशन होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कांग्रेस सरकार की छवि को खराब करना चाहते हैं। आज ही इस पर एक्शन लिया जाए। इसमें आज ही पॉलिसी में बदलाव किया जाए, जिससे प्रदेश सरकार के प्रति गंभीरता रहे। स्ट्रीट वेंडिंग पॉलिसी के लिए बनाएंगे सब कमेटी पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सदन में उठे संजौली मस्जिद विबाद पर बोलते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का इतिहास शांतिप्रिय रहा है। किसी को भी कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ व कानून को हाथ मे लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि क़ानून को हाथ मे लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने सदन में कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी धर्मों के लोग सौहार्द पूर्ण तरीके से रहते है। इसे बनाए रखें। वहीं शिमला में बैठने स्ट्रीट वेंडर को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्ट्रीट वेंडर पॉलसी को लेकर सब कमेटी का गठन करेगी । जो हर पहलू पर गहनता से अध्ययन करेगी।
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हिमाचल में ऊंचे पहाड़ों पर 3 दिन बर्फबारी:मैदानी और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा; ड्राइ स्पेल टूटने का इंतजार हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर अगले तीन दिन तक बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। इसके चलते पांच जिलों किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा की ऊंची चोटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक सकती हैं। लेकिन अन्य सात जिलों में दो महीने से चल रहा सूखा खत्म होने के आसार नहीं हैं। शिमला, सोलन, मंडी, सिरमौर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना जिलों में मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो सप्ताह तक भी इन जिलों में अच्छी बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है। इससे प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर किसानों, बागवानों और पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। पेयजल योजनाओं में 20 फीसदी तक पानी का स्तर गिरा अब पेयजल स्रोत भी सूखने लगे हैं। प्रदेश में जल शक्ति विभाग की करीब 9000 पेयजल योजनाएं हैं। इनमें से 55 फीसदी योजनाओं में पानी का स्तर 15 से 20 फीसदी तक गिर गया है। किसान गेहूं की बुआई नहीं कर पाए सूखे के कारण इस बार किसान 63 फीसदी भूमि पर गेहूं की बुआई नहीं कर पाए, जबकि प्रदेश में 3.26 लाख हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की फसल उगाई जाती है। हिमाचल में गेहूं की बुआई के लिए उपयुक्त समय 15 नवंबर है। यानी अब अगर बारिश भी होती है तो किसान इसकी बुआई नहीं कर पाएंगे। सेब के बागों पर वूली एफिड कीट का हमला सूखे की वजह से सेब के बाग खतरे में हैं। बागों में नमी पूरी तरह खत्म हो गई है। सूखे की वजह से बागों में वूली-एफिड कीट ने हमला कर दिया है। बर्फबारी सेब के लिए टॉनिक का काम करती है और तमाम बीमारियों को दूर करती है। लेकिन इस बार बर्फबारी तो दूर, बारिश भी नहीं हो रही है। मानसून और मानसून के बाद के सीजन में सामान्य से कम बारिश 2 महीने सूखे गुजरे हैं। इस बार मानसून में भी सामान्य से 19 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि मानसून के बाद के सीजन में बारिश सामान्य से 98 फीसदी कम हुई है। 1 अक्टूबर से 29 नवंबर तक सामान्य बारिश 44 मिमी होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 0.7 मिमी बारिश हुई है।