फरीदाबाद के एसजीएम नगर में बीती रात अज्ञात चोर ने एक्सिस बैंक के एटीएम को तोड़ने और उसके अंदर रखे पैसे चुराने की कोशिश की। यह घटना रात करीब 1 बजे की है। चोरों ने पेचकस और लोहे की रॉड का इस्तेमाल कर एटीएम के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया। हालांकि, वे एटीएम का मुख्य हिस्सा (चेस्ट) खोलने और पैसे चुराने में नाकाम रहे। हिताची पेमेंट्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने इस घटना की शिकायत एसजीएम नगर थाने में दर्ज कराई है। शिकायत में बताया गया कि एटीएम को नुकसान पहुंचाया गया है और चोरी की कोशिश की गई है। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज भी रिकॉर्ड हो गई है, जिसे पुलिस को सौंपा जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और चोरों की तलाश जारी है। कंपनी ने मांग की है कि इस घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। फरीदाबाद के एसजीएम नगर में बीती रात अज्ञात चोर ने एक्सिस बैंक के एटीएम को तोड़ने और उसके अंदर रखे पैसे चुराने की कोशिश की। यह घटना रात करीब 1 बजे की है। चोरों ने पेचकस और लोहे की रॉड का इस्तेमाल कर एटीएम के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया। हालांकि, वे एटीएम का मुख्य हिस्सा (चेस्ट) खोलने और पैसे चुराने में नाकाम रहे। हिताची पेमेंट्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने इस घटना की शिकायत एसजीएम नगर थाने में दर्ज कराई है। शिकायत में बताया गया कि एटीएम को नुकसान पहुंचाया गया है और चोरी की कोशिश की गई है। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज भी रिकॉर्ड हो गई है, जिसे पुलिस को सौंपा जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और चोरों की तलाश जारी है। कंपनी ने मांग की है कि इस घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 3 सीटों पर साइलेंट बागियों का खतरा:BJP-कांग्रेस के 4 नेताओं ने नहीं छोड़ी पार्टी, उम्मीदवारों के समर्थन में भी नहीं
हरियाणा में 3 सीटों पर साइलेंट बागियों का खतरा:BJP-कांग्रेस के 4 नेताओं ने नहीं छोड़ी पार्टी, उम्मीदवारों के समर्थन में भी नहीं हरियाणा में रेवाड़ी जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के प्रत्याशियों को ‘साइलेंट’ बागियों से खतरा है। कोसली में कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश यादव और बीजेपी प्रत्याशी अनिल डहीना के अलावा बावल में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. कृष्ण कुमार और रेवाड़ी सीट से कैंडिडेट लक्ष्मण सिंह यादव के सामने बागियों से निपटना चुनौती है। कुछ बागी पार्टी छोड़ निर्दलीय मैदान में उतार चुके हैं, लेकिन 4 बड़े चेहरे राव यादवेंद्र, बिक्रम ठेकेदार, रणधीर सिंह कापड़ीवास और डॉ. बनवारी लाल ने ना पार्टी छोड़ी और ना ही प्रत्याशी के समर्थन में दिख रहे हैं। चारों के पास खुद का जनाधार भी है। ऐसे में तीनों सीटों पर भीतरघात की पूरी संभावनाएं दिख रही है। इन्हें मनाने की कोशिशें भी अभी तक नहीं हुई हैं। दरअसल, इस बार बीजेपी और कांग्रेस को इन तीनों ही सीटों पर प्रत्याशियों का चयन करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। बीजेपी ने तीनों ही सीटों पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पसंद से उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं कांग्रेस ने बावल और कोसली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के नेताओं को तरजीह दी और रेवाड़ी सीट पर कांग्रेस ने सिटिंग MLA चिरंजीव राव को फिर से प्रत्याशी बनाया है। बावल में 52 नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन यहां पार्टी ने डॉ. एमएल रंगा को टिकट दी। हुड्डा गुट से होने के कारण उनका अभी विरोध देखने को नहीं मिला है। इसी तरह चिरंजीव के खिलाफ भी अभी तक किसी तरह का विरोध नहीं हुआ। हालांकि कोसली सीट पर कांग्रेस को बड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है। जगदीश के सामने यादवेंद्र चुनौती
कांग्रेस की तरफ से कोसली में प्रत्याशी बनाए गए जगदीश यादव के सामने दो चुनौतियां हैं। एक हैं यहां से टिकट के दावेदारों में शामिल पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह, जो की पहले ही अपने बागी तेवर अपना चुके हैं। हालांकि निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव में नही उतरे हैं और ना ही उन्होंने अभी तक पार्टी छोड़ी है। वह इशारों-इशारों में कह चुके हैं कि वह जगदीश को नहीं जीतने देंगे। वहीं दूसरी चुनौती हैं टिकट के एक और दावेदार मनोज कोसलिया, जो कि निर्दलीय ही मैदान में उतार चुके हैं। अनिल के सामने खतरा बन सकते हैं बिक्रम ठेकेदार
राव इंद्रजीत सिंह की साफारिश पर बीजेपी ने कोसली सीट पर अनिल डहीना को चुनावी मैदान में उतारा है। अनिल डहीना एक बार जिला पार्षद रह चुके हैं। हालांकि 2 साल पहले हुए जिला पार्षद चुनाव में वो हार गए थे। उनका इस सीट पर खुद का कोई जनाधार नहीं है। उनकी नौका पूरी तरह राव इंद्रजीत सिंह के भरोसे पर है, लेकिन चुनौती पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार से भी है। बिक्रम ठेकेदार भी टिकट के दावेदार थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिली तो उन्होंने अपने बागी तेवर भी दिखाए। हालांकि वो ना तो निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं और ना ही उन्होंने पार्टी से किनारा किया है। ऐसे में अनिल के सामने भी भीतरघात से निपटना दोहरी चुनौती होगी। लक्ष्मण का खेल बिगाड़ सकते हैं कापड़ीवास
रेवाड़ी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव के लिए सबसे बड़ा खतरा पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास हैं, जिन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले। टिकट कटने से नाराज होकर दो बड़े चेहरे सतीश यादव आप की टिकट पर और सन्नी यादव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन कापड़ीवास पूरी तरह शांत बैठे हुए हैं। उन्हें पार्टी नेतृत्व की तरफ से मनाने के भी खूब प्रयास किए गए लेकिन वे अभी तक लक्ष्मण सिंह यादव से दूरी बनाए हुए हैं। 2019 के चुनाव में टिकट कटने पर रणधीर सिंह कापड़ीवास ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। जिसमें वो 35 हजार से ज्यादा वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे। बीजेपी की हार का कारण भी रणधीर सिंह कापड़ीवास के निर्दलीय चुनाव लड़ने को ही माना गया था। बावल में हैं डॉ. बनवारी साइलेंट
बीजेपी ने बावल सीट पर पूर्व मंत्री और विधायक डॉ. बनवारी लाल की टिकट काटकर हेल्थ डिपार्टमेंट में डायरेक्टर पद से नौकरी छोड़कर राजनीति में आए डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दी है। राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी के चलते डॉ. बनवारी लाल की टिकट काटी गई। ऐसे में डॉ. कृष्ण कुमार की जीत की जिम्मेदारी भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के कंधों पर है। डॉ. बनवारी लाल टिकट कटने से नाराज तो है, लेकिन उन्होंने अभी तक अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर पर जाहिर नहीं की है। 8 साल से ज्यादा मंत्री रहने के दौरान डॉ. बनवारी लाल ने इलाके में अपनी खुद की पकड़ मजबूत की है। जबकि डॉ. कृष्ण कुमार अभी नए हैं। डॉ. बनवारी का साइलेंट रहना बगावती संकेत है। ऐसे में इस बगावत से निपटना कृष्ण कुमार के लिए एक चुनौती है। रूठों के मान जाने के चांस कम
तीनों ही सीटों पर अभी रूठों को मनाने की कोई गंभीर कोशिशें नहीं हुई हैं। पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास को जरूर सीएम नायब सैनी ने मिलने के लिए बुलाया था। बाकी अन्य रूठे अभी शांत बैठे हुए हैं। उनके मान जाने के चांस भी बहुत कम है। यही वजह है कि बागी संकेत दे चुके नेता अब टिकट कटने का बदला लेने के लिए रूप रेखाएं तैयार कर रहे है। सबसे ज्यादा खतरा कोसली और रेवाड़ी सीट पर नजर आ रहा है। यहां कांग्रेस के लिए भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस की टिकट के दावेदार रहे नेताओं के भी भीतरघात करने की पूरी संभावनाएं हैं।
हरियाणा में ग्रुप C की भर्ती निकली:31 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन; बोनस अंकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका
हरियाणा में ग्रुप C की भर्ती निकली:31 जुलाई तक कर सकेंगे आवेदन; बोनस अंकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने ग्रुप-C के 3134 पदों को पुनर्विज्ञापित करते हुए फिर से भर्ती निकाली है। इनमें ग्रुप 6 के 1296, ग्रुप 58 के 1075, 59 के 517 और 60 के 246 पद शामिल हैं। पिछले साल इन पदों के लिए 7 मार्च को भर्ती निकाली गई थी। आवेदन करने वाले सभी युवाओं को भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए नए सिरे से आवेदन करना होगा। कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) पास युवा 21 से 31 जुलाई की रात 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सामाजिक-आर्थिक अंकों के बिना मेरिट के आधार पर यह भर्तियां होंगी। आवेदकों को किसी भी पद के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। हाईकोर्ट के आदेश पर ग्रुप-C पदों के लिए आयोजित CET का संशोधित परिणाम जारी करने के बाद HSSC पहले ही ग्रुप-C के 15 हजार 755 पदों और पुलिस कॉन्स्टेबल के 6 हजार पदों को पुनर्विज्ञापित करते हुए आवेदन मांग चुका है। इनमें ग्रुप-1 के 981, ग्रुप-2 के 517, ग्रुप- 56 के 7185 और ग्रुप-57 के 7072 पद तथा पुलिस पुरुष कॉन्स्टेबल के 5 हजार और महिला कॉन्स्टेबल के एक हजार पद शामिल हैं। बोनस अंक मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के ग्रुप-C व D के करीब 53 हजार पदों के लिए आयोजित परीक्षा के परिणाम को रद्द करने व सामाजिक-आर्थिक आधार पर मिलने वाले 5 बोनस नंबर का लाभ दिए बिना CET के आधार पर नए सिरे से मेरिट सूची तैयार करने के आदेश पर पुनर्विचार का आग्रह करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आदेश में हाईकोर्ट ने कहा था कि यह एक प्रकार से आरक्षण देने जैसा है। जब आर्थिक पिछड़ा वर्ग के तहत सरकार ने आरक्षण का लाभ दिया है तो क्यों यह आर्टिफिशियल श्रेणी बना रहे हैं। यह लाभ देने से पहले न तो कोई डेटा एकत्रित किया गया और न ही कोई आयोग बनाया गया। इस प्रकार पहले CET में 7 अंकों का और फिर भर्ती परीक्षा में 2.5 अंकों का लाभ तो भर्ती का परिणाम पूरी तरह बदल देगा। हाईकोर्ट ने सभी पदों के लिए भी नए सिरे से आवेदन मांगने और 8 महीने के भीतर भर्ती पूरी करने का आदेश दिया था। 2023 की भर्ती में लागू किए बोनस अंक हरियाणा में 2022 में तत्कालीन CM मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में सरकार ने बोनस अंक की योजना बनाई थी। जिसमें कहा गया कि जिन भी परिवारों की एनुअल इनकम 1.80 लाख से कम है। घर में पहले से किसी की सरकारी नौकरी नहीं है। उन्हें ग्रुप C (क्लेरिकल स्टाफ) और ग्रुप D (दर्जा चार) के कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में 5 बोनस अंक दिए जाएंगे। सरकार ने इसे सामाजिक-आर्थिक आरक्षण करार दिया था। सरकार ने इनकम निर्धारित करने के लिए परिवार पहचान पत्र (PPP) को आधार बनाया था। यह हरियाणा सरकार की पूरे परिवार की सिंगल आइडेंटिटी का डॉक्यूमेंट है। फैसला 5 मई, 2022 से लागू किया था।
भिवानी में सांसद किरण चौधरी का भूपेंद्र हुड्डा पर हमला:बोली- अपनी हार पर मंथन करे कांग्रेस, पूर्व कृषि मंत्री की जयंती कार्यक्रम में पहुंची
भिवानी में सांसद किरण चौधरी का भूपेंद्र हुड्डा पर हमला:बोली- अपनी हार पर मंथन करे कांग्रेस, पूर्व कृषि मंत्री की जयंती कार्यक्रम में पहुंची भिवानी पहुंची राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने शनिवार को किरण चौधरी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा। किरण चौधरी ने कहा कि ध्यान भटकाने वाले बयानों की बजाय हुड्डा अपनी हार के कारणों पर मंथन करें। राज्यसभा सांसद किरण ने कहा कि भिवानी का मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो चुका है। जल्द ही जनता को समर्पित किया जाएगा। भिवानी जिला के गोलागढ़ गांव में पूर्व कृषि मंत्री चौ. सुरेंद्र सिंह की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए किरण चौधरी ने कहा कि चौ. सुरेंद्र सिंह ने अपना जीवन संघर्ष करते हुए बिताया। वे युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे। चौ. सुरेंद्र सिंह की याद में आज विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, ताकि डेंगू के प्रकोप के चलते डेंगू से पीड़ित व्यक्तियों को प्लेटलेट्स व रक्त की कमी भी ना रहे। चौ. सुरेंद्र सिंह की याद में रक्तदान कैंप में 176 यूनिट रक्त भी एकत्रित किया गया। 2026 में शुरू होगी परिसीमन की प्रक्रिया राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चौ. सुरेंद्र सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल की तर्ज पर श्रुति चौधरी भी प्रदेश में समान जल बंटवारे को लेकर प्रतिबद्ध है। वे सिंचाई विभाग के तहत आने वाले सभी कैनाल, चैनल, डिस्ट्री ब्यूटरी के नवीनीकरण को लेकर तेजी से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण हरियाणा में मरूस्थली करण को रोकने के लिए इस क्षेत्र में पानी की विशेष व्यवस्था की जाएगी। परिसीमन के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि परिसीमन की प्रक्रिया 2026 में शुरू होगी। जनता के फैसले को करना चाहिए नतमस्तक इसके तहत हरियाणा प्रदेश में लोकसभा व विधानसभा की सीटों में बढ़ोतरी होगी। किरण चौधरी ने कहा कि भिवानी का मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी जब सांसद होती थी, तब उन्होंने अपने कार्यकाल में भिवानी के मेडिकल कॉलेज को मंजूर करवाया था। किरण चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हुड्डा को जनता के दिए फैसले को नतमस्तक करना चाहिए।