करनाल में विदेश भेजने का झांसा देकर 1 करोड़ 35 हजार रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने 70 दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब जाकर एफआईआर दर्ज हुई है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से उसके रिश्तेदारों को विदेश भेजने के नाम पर फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। एसपी से शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पानीपत जिले के एक गांव का निवासी है और वर्तमान में करनाल की नई अनाज मंडी में रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि 8 लोगों ने आपस में मिलीभगत कर उसके रिश्तेदारों को विदेश भेजने के नाम पर एक करोड़ पैंतीस हजार रुपए हड़प लिए। आरोपियों ने विदेश भेजने का प्रलोभन देकर न केवल पैसों की ठगी की बल्कि फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए। पीड़ित ने बताया कि उनके रिश्तेदारों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपियों ने विश्वास जीत लिया और एक सुनियोजित साजिश के तहत रकम ऐंठ ली। पुलिस चौकी में शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई पीड़ित ने पहले सेक्टर-4 चौकी करनाल में 19 सितंबर 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चौकी पुलिस ने 70 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की। थक-हार कर उन्होंने एसपी करनाल को दरखास्त दी, जिसके बाद अब जाकर सिटी थाना में मामला दर्ज हुआ है। मामले की जांच एसआई ईलम सिंह को सौंपी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। करनाल में विदेश भेजने का झांसा देकर 1 करोड़ 35 हजार रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने 70 दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब जाकर एफआईआर दर्ज हुई है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से उसके रिश्तेदारों को विदेश भेजने के नाम पर फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। एसपी से शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पानीपत जिले के एक गांव का निवासी है और वर्तमान में करनाल की नई अनाज मंडी में रहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि 8 लोगों ने आपस में मिलीभगत कर उसके रिश्तेदारों को विदेश भेजने के नाम पर एक करोड़ पैंतीस हजार रुपए हड़प लिए। आरोपियों ने विदेश भेजने का प्रलोभन देकर न केवल पैसों की ठगी की बल्कि फर्जी दस्तावेज भी तैयार किए। पीड़ित ने बताया कि उनके रिश्तेदारों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपियों ने विश्वास जीत लिया और एक सुनियोजित साजिश के तहत रकम ऐंठ ली। पुलिस चौकी में शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई पीड़ित ने पहले सेक्टर-4 चौकी करनाल में 19 सितंबर 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चौकी पुलिस ने 70 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की। थक-हार कर उन्होंने एसपी करनाल को दरखास्त दी, जिसके बाद अब जाकर सिटी थाना में मामला दर्ज हुआ है। मामले की जांच एसआई ईलम सिंह को सौंपी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सिरसा में पकड़ा 20 टन गौमांस:ट्रक में भर कर साहिबाबाद ले जा रहे थे; गौरक्षकों ने ड्राइवर-कंडक्टर को पकड़ा हरियाणा के सिरसा में गौरक्षा दल के प्रयासों से हिसार रोड स्थित टोल प्लाजा पर गौमांस से लदे एक ट्रक को पकड़ा गया है। ट्रक गांव चौबुर्जा के हडवारे (हड्डा रोड़ी) से भरकर यूपी के साहिबाबाद ले जाया जा रहा था। डिंग पुलिस ने गौरक्षा दल के प्रधान की शिकायत पर आधा दर्जन के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। डिंग पुलिस में दर्ज करवाई अपनी शिकायत में जनता भवन स्थित फ्लैट नंबर-26 निवासी पंकज कुमार ने बताया कि वह गौरक्षा दल हरियाणा का सिरसा का जिलाध्यक्ष है। उसने बताया कि रविवार मध्य रात्रि लगभग 12 बजे उसे सूचना मिली कि गांव चौबुर्जा स्थित हडवारे से एक ट्रक गौमांस बर्फ में लगाकर साहिबाबाद ले जाया जा रहा है। इस सूचना के बाद उन्होंने पुलिस पार्टी को सूचित किया और भावदीन टोल प्लाजा पर आने वाले वाहनों पर नजर रखनी शुरू कर दी। पंकज कुमार ने बताया कि सूचना के अनुसार जब गौमांस से लदा ट्रक नजदीक पहुंचा तो उन्होंने ट्रक को रुकवाने की कोशिश की। जिस पर ड्राइवर ने उन पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की। उन्होंने पुलिस की मदद से ड्राइवर व कंडक्टर को रोका तो उन्होंने लाठी व राड से हमला कर दिया। पुलिस की मदद से काबू किए गए ट्रक ड्राइवर की पहचान जिशान निवासी हापुड़ व कंडक्टर की पहचान अजहर निवासी हापुड़ के रूप में की गई। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे गांव चौबुर्जा के हडवारे से गौमांस लेकर आए है, जिसे सुनील पप्पू, हाजी सबलू निवासी फलावदा मेरठ, फारूख निवासी गाजियाबाद व तासिम ने भरवाया था। उन्होंने बताया कि वे गौमांस को बर्फ में लगाकर साहिबाबाद गाजियाबाद की अर्शिया फैक्ट्री में तस्करी के लिए लेकर जा रहे थे। डिंग पुलिस ने पंकज कुमार की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ भादंसं की धारा 279, 336 व हरियाणा पशु संवर्धन अधिनियम की धारा 13(3) के तहत मामला दर्ज किया है।
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1. एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट
2. नागरिक सुविधाएं की निगरानी
3. चिकित्सकीय संसाधनों की निगरानी
4. आपराधिक घटनाओं पर शिकंजा कसने के लिए निगरानी
5. ई-चालान के लिए जानकारी जैसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डाटा सहसंबंध
6. घटना प्रबंधन के लिए अलर्ट इत्यादि।
7. वाटर व एयर क्वालिटी की जानकारी देख सकेंगे।
8. कचरा प्वाइंट्स व कचरा निस्तारण केंद्र की निगरानी।
9. आइसीसीसी केंद्र के डेस्क बोर्ड का सिटीजन के लिए एक ऐप बनेगा। इसमें सिटीजन अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे।
करनाल में ससुराल पक्ष ने महिला के साथ की मारपीट:सरपंच के सामने भी पीटा, जान से मारने की कोशिश
करनाल में ससुराल पक्ष ने महिला के साथ की मारपीट:सरपंच के सामने भी पीटा, जान से मारने की कोशिश हरियाणा में करनाल जिले के बोहला खालसा गांव की एक महिला ने ससुराल पक्ष पर मारपीट व जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया है। पीड़िता ने अपने बच्चों के साथ सरपंच के पास न्याय के लिए गई तो आरोपियों ने सरपंच के सामने लात गुस्सो व डंडो के साथ मारपीट की। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति, सास, और ननद ने मिलकर कई बार उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। यह आज से नहीं बल्कि 12 साल से ऐसा होता आ रहा है। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उसकी शादी के 12 साल बाद से ही उसके साथ मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना होती अई है। पीड़ित ने अपने पति गुरमहक, सास बोहती, और ननद सुमन देवी पर आरोप लगाया है। जिसमें उसने बताया है कि उसके ससुराल वाले मिलकर उसे प्रताड़ित करते हैं। शादी के कुछ समय बाद ही पति ने शराब पीकर मारपीट शुरू कर दी थी और सास व ननद उसका साथ देती रहीं। मनीषा ने बताया कि कई बार पुलिस को शिकायत देने के बाद भी ससुराल पक्ष उसे जबरन राजीनामा करने पर मजबूर करता रहा। पीड़िता ने बताया कि एक बार उसके पति और कुछ बदमाशों ने उसके पिता के घर पर हमला कर उसे और उसके बच्चों को जान से मारने की कोशिश की थी। दुर्गा शक्ति पुलिस ने की मदद पीड़िता का कहना है कि जब वह अपने बच्चों के साथ मायके चली गई थी तो उसके ससुराल वालों ने वहां भी आकर हमला किया। उसने कई बार लोकल पुलिस चौकी में शिकायत दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जलमाना चौकी में शिकायत देने पर भी पुलिस ने उसकी दरखास्त नहीं ली और उसे धमकाकर चौकी से बाहर निकाल दिया गया। बाद में दुर्गा शक्ति के इंटरफेयर किया और उसकी शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन उसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। ससुरालियों ने बच्चों को किया दूर विवाहिता ने बताया कि बीती 5 मई को उसके पति और ससुरालियों ने फिर से उसके साथ मारपीट की और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। पुलिस के इंटरफेयर के बावजूद आरोपियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। ससुरालियों ने न सिर्फ उस को प्रताड़ित किया, बल्कि उसके तीनों बच्चों को भी उससे छीन लिया। अब विवाहिता अपने पिता के घर रहने को मजबूर है और अपनी तथा उसे अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता है। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस जांच अधिकारी संदीप का कहना है कि शिकायत मिली है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।