हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कल (9 जनवरी) को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपने दौरे के दौरान प्री बजट पर एचएयू के कृषि वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान वो बजट को लेकर सुझाव लेंगे। इसके बाद एफपीओ से जुड़े किसानों से भी बातचीत करेंगे। वहीं सीएम की सुरक्षा को लेकर जिलाधीश ने 2 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगाने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 लागू करने के आदेश जारी किए हैं। जिलाधीश ने जारी आदेशों में स्पष्ट किया है कि सुरक्षा कारणों के मद्देनजर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के दो किलोमीटर के दायरे में ड्रोन (यूएवी) की उड़ान प्रतिबंधित की गई है। ये आदेश ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों पर लागू नहीं होंगे। आदेशों की उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी। सीएम के कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन विभाग के मंत्री श्याम सिंह राणा भी मौजूद रहेंगे। एसडीएम ने किया एचएयू का दौरा हिसार एसडीएम ज्योति मित्तल ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 9 जनवरी को होने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के दौरे के कार्यक्रम को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। एसडीएम ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न स्थानों का दौरा कर अधिकारियों को सभी तैयारियों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। एसडीएम ज्योति मित्तल ने कहा कि यह दौरा आगामी राज्य सरकार के बजट 2025-26, कृषि और किसानों के हितों को प्राथमिकता देने के लिए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विभिन्न योजनाओं और नीतियों पर चर्चा करेंगे, जो हरियाणा के आर्थिक विकास में सहायक होंगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कल (9 जनवरी) को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपने दौरे के दौरान प्री बजट पर एचएयू के कृषि वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों के साथ चर्चा करेंगे। इस दौरान वो बजट को लेकर सुझाव लेंगे। इसके बाद एफपीओ से जुड़े किसानों से भी बातचीत करेंगे। वहीं सीएम की सुरक्षा को लेकर जिलाधीश ने 2 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगाने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 लागू करने के आदेश जारी किए हैं। जिलाधीश ने जारी आदेशों में स्पष्ट किया है कि सुरक्षा कारणों के मद्देनजर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के दो किलोमीटर के दायरे में ड्रोन (यूएवी) की उड़ान प्रतिबंधित की गई है। ये आदेश ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों पर लागू नहीं होंगे। आदेशों की उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी। सीएम के कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन विभाग के मंत्री श्याम सिंह राणा भी मौजूद रहेंगे। एसडीएम ने किया एचएयू का दौरा हिसार एसडीएम ज्योति मित्तल ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 9 जनवरी को होने वाले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा के दौरे के कार्यक्रम को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। एसडीएम ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न स्थानों का दौरा कर अधिकारियों को सभी तैयारियों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और किसानों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। एसडीएम ज्योति मित्तल ने कहा कि यह दौरा आगामी राज्य सरकार के बजट 2025-26, कृषि और किसानों के हितों को प्राथमिकता देने के लिए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विभिन्न योजनाओं और नीतियों पर चर्चा करेंगे, जो हरियाणा के आर्थिक विकास में सहायक होंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा IPS यौन शोषण मामला:महिला आयोग ने 2 दिन में मांगी SIT रिपोर्ट; खुद की जांच से मिलान करेंगे
हरियाणा IPS यौन शोषण मामला:महिला आयोग ने 2 दिन में मांगी SIT रिपोर्ट; खुद की जांच से मिलान करेंगे आईपीएस सुमित कुमार पर लगे यौन शोषण के मामले में हरियाणा महिला आयोग ने जांच के लिए गठित की गई SIT की रिपोर्ट मांगी है। आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि आयोग अपनी तरफ से जो जांच की जा रही है। उसमें SIT की जांच को भी शामिल किया जाएगी ताकि पता लग सके कि जो आयोग के सामने बयान दर्ज किए गए हैं। उनमें और SIT की जांच में क्या समानता है। उसी के आधार पर आगे की जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने SIT से यूट्यूबर सुनील कुमार की गिरफ्तारी के लिए अब तक क्या कार्रवाई की गई है, उसकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। रेनू भाटिया ने कहा कि अभी तक दाल में कुछ काला है क्योंकि पूरा मामला महिलाओं के समान का है। क्योंकि यह मामला महिला पुलिस से है। इस पूरे मामले में SIT गठित की गई है। SIT की जांच कहा तक पहुंची उसकी रिपोर्ट 2 दिन में मांगी गई है। यह देखना है कि अभी तक SIT ने क्या काम किया, क्या उनकी रिपोर्ट और महिला आयोग की रिपोर्ट सेम है या अलग यह देखना है। इन दोनों रिपोर्ट की जांच इस लिए करनी है कि सुमित कुमार और उनके साथी ऑफिसर जो कह रहे जो एक ही व्यक्ति को टारगेट किया है क्या उनकी बात सही है या SIT में ममता खरब ने जो जांच कर चीज निकली है या वो सही है। क्योंकि SIT की टीम ने अभी तक यूट्यूब सुनील कुमार को नहीं पकड़ पाई और न ही उससे पहले आस्था मोदी ने पकड़ा। इसलिए SIT से रिपोर्ट मांगी गई है कि उन्होंने अभी तक क्या काम किया इस मामले में वो लोग कहा ओर किस नतीजे तक पहुंचे यह देखना है।
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हरियाणा विधानसभा इलेक्शन से पहले कांग्रेस-BJP की टेंशन:25 MLA लीड नहीं दिला पाए; शहरों में भाजपा हावी, रिजर्व सीटों पर कांग्रेस फेवरेट हरियाणा लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों खासकर भाजपा और कांग्रेस की नजर विधानसभा के नतीजों पर है। प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों में से 90 विधानसभा सीटों की समीक्षा की जा रही है। 10 लोकसभा सीटों के अंतर्गत आने वाली 90 विधानसभाओं में भाजपा और कांग्रेस लगभग बराबर की स्थिति में नजर आईं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार भाजपा 46 विधानसभाओं में पिछड़ गई है। जबकि कांग्रेस को 44 विधानसभाओं में हार का सामना करना पड़ा। अगर यही हाल रहा तो संकेत साफ है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है। जानिए आरक्षित सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी का हाल
बता दें कि राज्य में कुल 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। इनमें से कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि बीजेपी सिर्फ 4 सीटें ही जीत पाई है। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के लिए भी बेहतर नतीजे आए हैं। आप ने 2 सीटों पर लीड ली है। ये दोनों आरक्षित सीटें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में आती हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 17 सीटों में से कांग्रेस ने मुलाना, सढौरा, खरखौदा, कलानौर, झज्जर, बवानीखेड़ा, उकलाना, कालांवाली, रतिया, नरवाना और होडल सीटें जीती हैं। आप ने शाहाबाद और गुहला चीका, जबकि बीजेपी ने नीलोखेड़ी, इसराना, पटौदी और बावल सीटें जीती हैं। हरियाणा के शहरों में कांग्रेस की स्थिति नाजुक
हरियाणा में कुल 23 शहरी सीटें हैं, इन सीटों पर कांग्रेस बीजेपी से पिछड़ गई है। यहां बीजेपी ने 19 और कांग्रेस ने सिर्फ 4 सीटें जीती हैं। वहीं, शहरी ग्रामीण मिश्रित (कस्बों) की 7 सीटों में से बीजेपी ने 3 और कांग्रेस ने 4 सीटें जीती हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के अलावा अन्य मंत्रियों और विधानसभा उपाध्यक्ष की 16 सीटों में से बीजेपी को 11 पर बढ़त मिली है, जबकि 5 पर वह पीछे रही है। भाजपा के 41 विधायकों में से 13 विधायक अपने क्षेत्र में पार्टी को बढ़त नहीं दिला पाए। वहीं, कांग्रेस के कुल 30 विधायकों में से 12 विधायकों के क्षेत्रों में कांग्रेस को बीजेपी से कम वोट मिले हैं। कुल 90 सीटों में से भाजपा ने 44, कांग्रेस ने 42 और आप ने चार विधानसभा सीटों पर बढ़त हासिल की है। अब पढ़िए उन विधानसभा सीटों के बारे में जहां से विरोधी दल के उम्मीदवार जीते… इन मंत्रियों-दिग्गजों के गढ़ में पिछड़ी भाजपा
भाजपा विधायकों के अंबाला शहर से असीम गोयल, जगाधरी से कंवर पाल, पिहोवा से संदीप सिंह, कलायत से कमलेश ढांडा, आदमपुर से भव्य बिश्नोई, नलवा से रणबीर सिंह गंगवा, बवानीखेड़ा से बिशंबर वाल्मीकि, फतेहाबाद से दूडाराम, रतिया से लक्ष्मण नापा, लोहारू से जेपी दलाल, कोसली से लक्ष्मण यादव, हथीन से प्रवीण डागर, होडल से जगदीश नागर के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार की हार हुई। अनिल विज की कैंट सहित 44 पर भाजपा जीती
भाजपा के उम्मीदवार इन 44 विधानसभा सीटों में कालका, पंचकूला, अंबाला छावनी, यमुनानगर, रादौर, लाडवा, थानेसर, कैथल, पुंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, करनाल, असंध, घरौंडा, समालखा, पानीपत ग्रामीण, पानीपत, इसराना, राई, सोनीपत, गन्नौर, सफीदों, जींद, बरवाला, हिसार, हांसी, भिवानी, तोराम, महेंद्रगढ़, नारनौल, नांगल चौधरी, अटेली, बावल, रेवाड़ी, पटौदी, बादशाहपुर, गुरुग्राम, सोहना, पलवल, तिगांव, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, बड़खल, एनआईटी फरीदाबाद में विजयी रहे।
हरियाणा में BJP के निशाने पर कांग्रेसी वर्कर:कांग्रेस संगठन न बनने से नाराज वर्करों को भाजपा में शामिल करेगी; जिला वाइज जॉइनिंग समिति बनाई
हरियाणा में BJP के निशाने पर कांग्रेसी वर्कर:कांग्रेस संगठन न बनने से नाराज वर्करों को भाजपा में शामिल करेगी; जिला वाइज जॉइनिंग समिति बनाई हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा कांग्रेस में सेंधमारी की तैयारी कर रही है। BJP ने हर जिले में इसके लिए जॉइनिंग अभियान समिति बनाई है। इस समिति में जिला स्तर पर जिला संयोजक और सह संयोजक और विधानसभा स्तर पर 6 संयोजक नियुक्त किए हैं। इनकी नियुक्त मंडल अनुसार की गई है। प्रदेश में 90 विधानसभा में 540 संयोजक और जिला स्तर पर 44 जिला संयोजक और सह संयोजक लगाए गए हैं। BJP की जॉइनिंग समिति को बनाने का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में कांग्रेस का संगठन न बनने से नाराज कार्यकर्ता को तोड़ना है। पंचकूला में पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने BJP की स्टेट बॉडी के साथ मीटिंग की थी। इस मीटिंग में अमित शाह ने साफ कहा था कि BJP को कांग्रेस व अन्य पार्टियों के किसी बड़े नेता की जरूरत नहीं है। शाह ने दूसरी पार्टियों के ग्राउंड स्तर पर काम कर रहे निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तोड़ने का मूल मंत्र दिया था। भाजपा को इसलिए पड़ी जरूरत संगठन के बावजूद हरियाणा में BJP 49% बूथ हारी
हरियाणा में BJP बूथ स्तर पर संगठन होने के बाद भी लोकसभा चुनाव में 49% बूथों पर हार गई। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 19812 बूथ थे। इन बूथों में से BJP 9740 बूथ जीत पाई है। बाकी बचे 10,072 बूथ पर कांग्रेस सहित अन्य दल जीते। मगर, भाजपा से अधिक बूथ बिना संगठन वाली कांग्रेस ने जीते। इसी कारण से BJP चिंतित है और 2 महीने बाद विधानसभा चुनाव की बूथ स्तर पर तैयारी कर रही है। C और B ग्रेड पर काम करेगी पार्टी
BJP ने 19812 बूथों पर ग्रेडेशन करवाई है। बूथ की A, B और C ग्रेड से पहचान की गई है। 51% बूथ C ग्रेड के हैं, यही चिंता का कारण हैं और इसे C से B ग्रेड में लाने की तैयारी में BJP जुट गई है। भाजपा ने इसके लिए विधानसभा और मंडल वाइज संयोजक नियुक्त किए हैं। इनका काम बूथों पर जाकर फिर से कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना है। भाजपा ने A ग्रेड में उन बूथों को शामिल किया है जिसमें रिजल्ट बेहतर रहा है। B ग्रेड वाले बूथों पर रिजल्ट बराबरी या कम अंतर से जीत वाले हैं। वहीं C ग्रेड बूथ में ज्यादा अंतर से हार वाले बूथ हैं। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से ज्यादा बूथ जीते
वहीं भाजपा के लिए यह राहत है कि भाजपा ने 2019 के विधानसभा की तुलना में इस बार लोकसभा में ज्यादा बूथ जीते हैं। पिछली लोकसभा में भाजपा ने 19481 बूथ में से 8528 बूथ जीते थे तो वहीं कांग्रेस 5934 बूथ ही जीत पाई थी। इस बार भाजपा ने 9740 बूथ जीते हैं। भाजपा इस बार ज्यादा से ज्यादा बूथ जीतकर विधानसभा जीतने का मंत्र अपनाकर आगे बढ़ रही है। 11.06% वोट शेयर घटा
हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है।वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है।