शिमला के रामपुर के पिकअप बेकाबू हो कर 70 मीटर गहरी खाई में जा रही। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि दूसरा गंभीर घायल है। पिकअप गाड़ी शोलो से खनोग की तरफ जा रही थी। जो मोड पर अचानक बेकाबू हो गई। मृतक का एक 5 साल का बच्चा है। हादसा बुधवार देर शाम को ननखड़ी के गड़ासू कैंची के पास हुआ है। मृतक की पहचान राकेश कुमार (37) निवासी गांव शोली जिला शिमला के रूप में हुई है। जबकि अमित कुमार घायल है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर के खनेरी अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू किया। घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलूपुल पहुंचाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने राकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। उसके परिजनों को को सूचना दी गई है। शिमला के रामपुर के पिकअप बेकाबू हो कर 70 मीटर गहरी खाई में जा रही। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जबकि दूसरा गंभीर घायल है। पिकअप गाड़ी शोलो से खनोग की तरफ जा रही थी। जो मोड पर अचानक बेकाबू हो गई। मृतक का एक 5 साल का बच्चा है। हादसा बुधवार देर शाम को ननखड़ी के गड़ासू कैंची के पास हुआ है। मृतक की पहचान राकेश कुमार (37) निवासी गांव शोली जिला शिमला के रूप में हुई है। जबकि अमित कुमार घायल है, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रामपुर के खनेरी अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू किया। घायलों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलूपुल पहुंचाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने राकेश कुमार को मृत घोषित कर दिया। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। उसके परिजनों को को सूचना दी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में भारी बारिश से 126 करोड़ की संपत्ति नष्ट:270 लोगों की मौत; आज-कल खिलेगी धूप, परसो से 48 घंटे फिर बारिश की चेतावनी हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में 126 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति नष्ट हो चुकी है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 58 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के कारण 175 मकान जमींदोज हुए है, जबकि 475 मकान को आंशिक क्षति हुई है। इस मानसून सीजन में 270 लोगों की जान चुकी है। इनमें ज्यादातर की मौत सड़क हादसों में हुई है। 6 लोगों की जान लैंडस्लाइड, 8 की मौत बाढ़, 23 की बादल फटने, 26 की पानी में डूबने, 1 की आसमानी बिजली, 24 की सांप के काटने, 15 की करंट लगने, 38 की पेड़ व ढांक से गिरने तथा 9 की अन्य कारणों से मौत हुई है। 120 लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई है। 2 दिन कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में आज और कल 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश के ज्यादातर भागों में आज धूप खिलेगी। मगर परसो यानी 2 अगस्त को मानसून 48 घंटे के लिए फिर से एक्टिव होगा। इससे पहाड़ों पर 2 दिन तक बारिश के आसार है। मानसून सीजन में 23% कम बारिश प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान 1 जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 608.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 467.9 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश के 12 जिलों में इकलौते शिमला जिला में ही सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बरसात हुई है। लाहौल स्पीति जिला में औसत से 76 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। अगस्त महीने में बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में जरूर अच्छी बारिश हुई है।
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हिमाचल BJP ने सरकार अस्थिर करने को लिखी स्क्रिप्ट:सत्तारूढ़ दल जवाबी कार्रवाई को तैयार; कांग्रेस-BJP के 9-9 विधायकों पर कार्रवाई की तलवार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर फिर सियासी संकट मंडरा सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने इसकी स्क्रिप्ट लिख दी है। बीजेपी कभी भी कांग्रेस के 9 विधायकों (6 पूर्व CPS और 3 कैबिनेट रेंक MLA) को अनसीट करने की मांग को लेकर राजभवन पहुंच सकती है। ऐसा हुआ तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी पलटवार को तैयार बैठी है। कांग्रेस सरकार के पास इस बार BJP के 9 विधायकों के खिलाफ बड़ा हथियार है। दरअसल, BJP विधायकों पर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन के भीतर दुर्व्यवहार करने के आरोप है। बीजेपी विधायकों पर आरोप है कि सत्र में इन्होंने विधानसभा के बीचोंबीच बैठने वाले सरकारी रिपोर्टरों से फाइलें छीनकर स्पीकर चेयर की ओर फेंकी। BJP विधायकों पर दुर्व्यवहार के आरोप यही नहीं कुछ विधायकों ने मार्शलों के साथ भी धक्का-मुक्की की। विधानसभा सचिवालय प्रशासन के पास इसके बाकायदा वीडियो मौजूद है। भाजपा विधायकों के इस व्यवहार को लेकर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें नोटिस दे रखे है। बाकायदा इनके जवाब आ गए है। अब कार्रवाई होनी शेष है। जाहिर है कि बीजेपी यदि कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग करती है तो सत्तारूढ़ कांग्रेस भी विधानसभा के शीत कालीन सत्र में बीजेपी के 9 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। इससे मुकाबला कांग्रेस के 9 विधायक बनाम बीजेपी के 9 MLA होगा। कांग्रेस के 9 MLA की सदस्यता गई तो भी बहुमत मौजूद कांग्रेस सरकार के लिए राहत की बात यह है कि यदि ऑफिस ऑफ प्रॉफिट के तहत कांग्रेस के 9 विधायकों की सदस्यता जाती है तो भी कांग्रेस के पास बहुमत है। इससे 9 सीटों पर उप चुनाव होंगे। कांग्रेस को बहुमत के लिए 9 में से 4 सीटें जीतनी होगी। बीजेपी को सत्ता हथियाने के लिए 7 सीटें जीतनी होगी यदि कांग्रेस के विधायकों की सदस्यता गई तो बीजेपी को सत्ता के लिए कम से कम 7 विधायक जीतने जरूरी होंगे। विधानसभा स्पीकर यदि बीजेपी के 9 विधायकों को अयोग्य घोषित करते हैं तो बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 16 सीटें जीतनी होगी। BJP के इन विधायकों पर कार्रवाई की तलवार BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है। राज्यपाल अभी प्रदेश से बाहर बता दें कि हिमाचल के गवर्नर अभी 19 नवंबर तक प्रदेश से बाहर है। जाहिर है कि 19 नवंबर के बाद राज्यपाल के लौटने पर ही बीजेपी अगला कदम उठाएगी। भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा कि राज्यपाल से मिलकर कांग्रेस के 9 विधायकों को अनसीट करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा, सीपीएस लाभ का पद है। कांग्रेस के इन विधायकों पर तलवार सीपीएस के अलावा सीएम सुक्खू ने फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को स्टेट प्लानिंग बोर्ड का कैबिनेट रेंक के साथ डिप्टी चेयरमैन, नगरोटा बगवा से विधायक आरएस बाली कैबिनेट रेंक के साथ हिमाचल पर्यटन विकास निगम का वाइस-चेयरमैन और रामपुर से विधायक नंद लाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष लगा रखा है। इन तीन विधायकों के अलावा विपक्ष पूर्व सीपीएस किशोरी लाल, आशीष बुटेल, एमएल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, संजय अवस्थी और दून से राम कुमार चौधरी को भी अनसीट करने की मांग करेगी।
हिमाचल में मलाणा 8 दिन से देश-दुनिया से कटा:ग्रामीणों ने पहले पुल बनाया, अब हेलिपैड बना रहे; राशन की किल्लत, हेलिकॉप्टर से होगी सप्लाई
हिमाचल में मलाणा 8 दिन से देश-दुनिया से कटा:ग्रामीणों ने पहले पुल बनाया, अब हेलिपैड बना रहे; राशन की किल्लत, हेलिकॉप्टर से होगी सप्लाई हिमाचल प्रदेश का सबसे प्राचीन गांव मलाणा आठ दिन से देश दुनिया से कटा हुआ है। बिजली, पानी, सड़कें, पुल सब बह गए है। अब राशन की भी किल्लत हो गई है। ग्रामीणों ने फिर भी हार नहीं मानी और सरकारी मदद मिलने से पहले ही मूलभूत सुविधाओं की बहाली में जुट गए हैं। ग्रामीणों ने पहले उफनते हुए मलाणा खड्ड पर लकड़ी का शानदार पुल बनाया। अब हेलिपैड बनाने में जुट गए है, ताकि हेलिकॉप्टर से राशन की सप्लाई सुनिश्चित की जा सके। दरअसल, बीते 31 जुलाई की रात श्रीखंड में बाढ़ के बाद मलाणा क्षेत्र में भीषण तबाही हुई है। इससे मलाणा क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें, पुल टूट गए है। इससे क्षेत्र की दुकानों में राशन की सप्लाई नहीं हो पा रही। लोगों के घर पर रखा राशन का स्टॉक भी खत्म हो रहा है। इसी तरह क्षेत्र में एक सप्ताह बाद बिजली भी बहाल नहीं हो पाई।’ जिला प्रशासन ने भेजी थी टीम जिला प्रशासन ने दो दिन पहले मलाणा क्षेत्र की निगरानी के लिए अधिकारियों की एक टीम भेजी थी। टीम ने ग्रामीणों के साथ मीटिंग की। इसमें हेलिपैड बनाने का निर्णय लिया गया, क्योंकि सड़क बहाली में अभी लंबा वक्त लगेगा। हेलिकॉप्टर से राशन भेजेगा प्रशासन जिला प्रशासन ने हेलिकॉप्टर से राशन भेजने का भरोसा दिया है। ऐसे में हेलिकॉप्टर की उतारने के प्राइमरी स्कूल के साथ लगती खाली जमीन पर हेलिपैड बनाया जा रहा है। मलाणावासी पुल तैयार करने के बाद अब हेलिपैड के लिए जमीन समतल करने में जुट गए हैं। कुदाली, फावड़ा लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण हेलिपैड बनाने में जुटे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि यदि बारिश नहीं हुई तो दो दिन में पुल तैयार हो जाएगा। इसके बाद ही मलाणा घाटी में हेलिकॉप्टर से राशन की सप्लाई संभव हो पाएगी। मलाणा डैम को भी भारी नुकसान आपको बता दें कि ये वहीं क्षेत्र है जहां मलाणा-1 और मलाणा-2 पावर प्रोजेक्ट भी है। इन दोनों प्रोजेक्ट के डैम को भी 31 जुलाई और 1 अगस्त की बारिश से नुकसान हुआ है। खासकर मलाणा-2 डैम को भारी क्षति हुई है।