<p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai Railway Bridge Construction:</strong> मध्य और पश्चिम रेलवे में लगभग सात पुल रेलवे अधिकार क्षेत्र के तहत पूरा होने के बावजूद महानगरपालिका की ओर से अधूरे काम के कारण रुके हुए हैं, जिनमें कर्नाक ब्रिज, चर्नी रोड, गोखले, विक्रोली, नाहुर, दिवा ब्रिज शामिल हैं. सीएसएमटी के पास कर्नाक ब्रिज पर एक तरफ के गर्डर का काम पूरा हो चुका है और एक तरफ के गर्डर के लिए मंजूरी का इंतजार है, तब तक यहां एक लेन की यातायात शुरू हो सकती थी, लेकिन यह काम अभी अधूरा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थानीय लोगों का कहना है यह ब्रिज पी डिमेलो रोड से क्रॉफर्ड मार्केट और क्रॉफर्ड मार्केट से पी डिमेलो तक आने के लिए बेहतर है, अगर इस ब्रिज की एक लेन भी शुरू हो जाती तो लोग ये दूरी 5 मिनट में तय कर सकते थे, लेकिन नगर पालिका ने अभी तक इसके लिए काम शुरू नहीं किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विद्याविहार पुल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>BMC, विद्याविहार स्टेशन पर पूर्व-पश्चिम यातायात के लिए ओवरब्रिज बना रही है, जो ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से घाटकोपर माहुल रोड और एलबीएस रोड पर यातायात के लिए लाभदायक होगा. पुल की कुल लंबाई करीब 480 मीटर है, यह निर्माण 2018 में शुरू हुआ था. दस रेलवे लाइनों पर 99.34 मीटर के दो स्टील गर्डर लगाने का काम दो साल पहले पूरा किया गया था. पहला अप लेन गर्डर मई 2023 में रखा गया था, जबकि दूसरा नवंबर 2023 में रखा गया था. तब से आम लोग पुल का इंतजार कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि पुल के दोनों ओर भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण काम अभी भी अधूरा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नाहुर रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योजना के अनुसार यह रोड ओवरब्रिज है. यह ब्रिज मूल रूप से चार लेन का है, लेकिन दोनों तरफ दो नई लेन बनाने का काम अभी शुरू है. इसके लिए जनवरी 2023 में रेलवे लाइनों पर गर्डर बिछा दिए गए थे, लेकिन बीएमसी की जगह पर काम दो साल से चल रहा है. नाहुर में, एमटीएनएल केबल और गैस पाइपलाइन सहित कई उपयोगिता लाइनों को स्थानांतरित करना पड़ा. अधिकारियों का कहना है कि इस वजह से निर्माण में देरी हुई है. नाहुर रोड ओवरब्रिज एक महत्वपूर्ण फीडर रूट है क्योंकि यह प्रस्तावित गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड और एलबीएस मार्ग, पश्चिम में पूर्वी एक्सप्रेसवे को पूर्व में रेलवे लाइन के साथ-साथ ठाणे खाड़ी में ऐरोली जंक्शन से जोड़ता है लेकिन अभी भी काम अधूरा है .</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विक्रोली रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विक्रोली स्टेशन के बगल में स्थित यह ब्रिज पहले एक लेवल क्रॉसिंग था लेकिन इसकी वजह से एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनें देरी से चलती थीं. लेवल क्रॉसिंग गेट बंद होने के साथ, विक्रोली निवासियों का पूर्व-पश्चिम संपर्क टूट गया, जिससे एक पुल के निर्माण की आवश्यकता पड़ी. इस स्थान पर अप्रैल 2024 में रेलवे ट्रैक पर गर्डर बिछा दिए गए थे, लेकिन पुल के दोनों तरफ पर काम अभी भी जारी है और इसे पूरा होने में कुछ और महीने लगेंगे. भूमि अधिग्रहण और परियोजना पीड़ितों के पुनर्वास के मुद्दे के कारण परियोजना में काफी देरी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिवा रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिवा रोड ओवरब्रिज का काम भी कई सालों से रुका हुआ है. पुल के लिए रेलवे लाइन पर गर्डर मई 2023 की शुरुआत में रखे गए थे. हालांकि, एप्रोच रोड के निर्माण में दिक्कतें हैं, खासकर पश्चिम की तरफ क्योंकि वहां कई इमारतें हैं. दिवा स्टेशन पर सभी आठ लेवल क्रॉसिंग को रोड ओवर ब्रिज में बदलने की योजना है. ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी के मुताबिक अधूरे दिवा पुल के लिए भूमि अधिग्रहण का काम अभी भी चल रहा है और यह मुद्दा शहरी विकास विभाग के समक्ष भी उठाया गया है. वर्तमान में साइड नालियों और दीवारों के निर्माण जैसे प्रारंभिक कार्य चल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गोखले ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रेलवे लाइन पर पहला गर्डर दिसंबर 2023 में लॉन्च किया गया था और एक-एक लेन जनवरी और सितंबर 2024 में खोली गई थी, हालांकि दूसरी लेन पर काम अभी भी प्रगति पर है और मानसून की शुरुआत से पहले पूरा होने की उम्मीद है. यह ब्रिज पश्चिम रेलवे पर है, दूसरी लेन के लिए गर्डर डाल दिए गए हैं, रेलवे के अधिकार क्षेत्र में काम पूरा हो चुका है लेकिन अभी बीएमसी दोनों तरफ से कनेक्टिंग रोड बनाने का काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चर्नी रोड फुट ओवरब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पंडित पलुस्कर चौक और गिरगांव चौपाटी को जोड़ने वाला फुट ओवरब्रिज है, यहां पर भी रेल लाइन के ऊपर गर्डर बिठाकर काम पूरा हो गया है. लेकिन इसकी एक तरफ सीढ़ी है पर दूसरी तरफ लैंडिंग नहीं है, इस कारण इस पुल का उपयोग आम लोगों द्वारा नहीं किया जा सकता. जहां पर लैंडिंग नहीं है, वहां पर जमीन के अधिकार क्षेत्र को लेकर बीएमसी और रेलवे में अनबन है. दोनों संस्था के बीच कम्युनिकेशन गैप होने के कारण यह ब्रिज भी अधूरा है. <strong>अक्षय भाटकर की रिपोर्ट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का विवादित बयान, ‘EVM का मतलब हर वोट मुल्ला के खिलाफ'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-minister-nitesh-rane-comment-evm-har-vote-mulla-ke-khilaf-ann-2860267″ target=”_self”>महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का विवादित बयान, ‘EVM का मतलब हर वोट मुल्ला के खिलाफ'</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai Railway Bridge Construction:</strong> मध्य और पश्चिम रेलवे में लगभग सात पुल रेलवे अधिकार क्षेत्र के तहत पूरा होने के बावजूद महानगरपालिका की ओर से अधूरे काम के कारण रुके हुए हैं, जिनमें कर्नाक ब्रिज, चर्नी रोड, गोखले, विक्रोली, नाहुर, दिवा ब्रिज शामिल हैं. सीएसएमटी के पास कर्नाक ब्रिज पर एक तरफ के गर्डर का काम पूरा हो चुका है और एक तरफ के गर्डर के लिए मंजूरी का इंतजार है, तब तक यहां एक लेन की यातायात शुरू हो सकती थी, लेकिन यह काम अभी अधूरा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्थानीय लोगों का कहना है यह ब्रिज पी डिमेलो रोड से क्रॉफर्ड मार्केट और क्रॉफर्ड मार्केट से पी डिमेलो तक आने के लिए बेहतर है, अगर इस ब्रिज की एक लेन भी शुरू हो जाती तो लोग ये दूरी 5 मिनट में तय कर सकते थे, लेकिन नगर पालिका ने अभी तक इसके लिए काम शुरू नहीं किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विद्याविहार पुल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>BMC, विद्याविहार स्टेशन पर पूर्व-पश्चिम यातायात के लिए ओवरब्रिज बना रही है, जो ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे से घाटकोपर माहुल रोड और एलबीएस रोड पर यातायात के लिए लाभदायक होगा. पुल की कुल लंबाई करीब 480 मीटर है, यह निर्माण 2018 में शुरू हुआ था. दस रेलवे लाइनों पर 99.34 मीटर के दो स्टील गर्डर लगाने का काम दो साल पहले पूरा किया गया था. पहला अप लेन गर्डर मई 2023 में रखा गया था, जबकि दूसरा नवंबर 2023 में रखा गया था. तब से आम लोग पुल का इंतजार कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि पुल के दोनों ओर भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण काम अभी भी अधूरा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नाहुर रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योजना के अनुसार यह रोड ओवरब्रिज है. यह ब्रिज मूल रूप से चार लेन का है, लेकिन दोनों तरफ दो नई लेन बनाने का काम अभी शुरू है. इसके लिए जनवरी 2023 में रेलवे लाइनों पर गर्डर बिछा दिए गए थे, लेकिन बीएमसी की जगह पर काम दो साल से चल रहा है. नाहुर में, एमटीएनएल केबल और गैस पाइपलाइन सहित कई उपयोगिता लाइनों को स्थानांतरित करना पड़ा. अधिकारियों का कहना है कि इस वजह से निर्माण में देरी हुई है. नाहुर रोड ओवरब्रिज एक महत्वपूर्ण फीडर रूट है क्योंकि यह प्रस्तावित गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड और एलबीएस मार्ग, पश्चिम में पूर्वी एक्सप्रेसवे को पूर्व में रेलवे लाइन के साथ-साथ ठाणे खाड़ी में ऐरोली जंक्शन से जोड़ता है लेकिन अभी भी काम अधूरा है .</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विक्रोली रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>विक्रोली स्टेशन के बगल में स्थित यह ब्रिज पहले एक लेवल क्रॉसिंग था लेकिन इसकी वजह से एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनें देरी से चलती थीं. लेवल क्रॉसिंग गेट बंद होने के साथ, विक्रोली निवासियों का पूर्व-पश्चिम संपर्क टूट गया, जिससे एक पुल के निर्माण की आवश्यकता पड़ी. इस स्थान पर अप्रैल 2024 में रेलवे ट्रैक पर गर्डर बिछा दिए गए थे, लेकिन पुल के दोनों तरफ पर काम अभी भी जारी है और इसे पूरा होने में कुछ और महीने लगेंगे. भूमि अधिग्रहण और परियोजना पीड़ितों के पुनर्वास के मुद्दे के कारण परियोजना में काफी देरी हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिवा रेलवे ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिवा रोड ओवरब्रिज का काम भी कई सालों से रुका हुआ है. पुल के लिए रेलवे लाइन पर गर्डर मई 2023 की शुरुआत में रखे गए थे. हालांकि, एप्रोच रोड के निर्माण में दिक्कतें हैं, खासकर पश्चिम की तरफ क्योंकि वहां कई इमारतें हैं. दिवा स्टेशन पर सभी आठ लेवल क्रॉसिंग को रोड ओवर ब्रिज में बदलने की योजना है. ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी के मुताबिक अधूरे दिवा पुल के लिए भूमि अधिग्रहण का काम अभी भी चल रहा है और यह मुद्दा शहरी विकास विभाग के समक्ष भी उठाया गया है. वर्तमान में साइड नालियों और दीवारों के निर्माण जैसे प्रारंभिक कार्य चल रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गोखले ब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>रेलवे लाइन पर पहला गर्डर दिसंबर 2023 में लॉन्च किया गया था और एक-एक लेन जनवरी और सितंबर 2024 में खोली गई थी, हालांकि दूसरी लेन पर काम अभी भी प्रगति पर है और मानसून की शुरुआत से पहले पूरा होने की उम्मीद है. यह ब्रिज पश्चिम रेलवे पर है, दूसरी लेन के लिए गर्डर डाल दिए गए हैं, रेलवे के अधिकार क्षेत्र में काम पूरा हो चुका है लेकिन अभी बीएमसी दोनों तरफ से कनेक्टिंग रोड बनाने का काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>चर्नी रोड फुट ओवरब्रिज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पंडित पलुस्कर चौक और गिरगांव चौपाटी को जोड़ने वाला फुट ओवरब्रिज है, यहां पर भी रेल लाइन के ऊपर गर्डर बिठाकर काम पूरा हो गया है. लेकिन इसकी एक तरफ सीढ़ी है पर दूसरी तरफ लैंडिंग नहीं है, इस कारण इस पुल का उपयोग आम लोगों द्वारा नहीं किया जा सकता. जहां पर लैंडिंग नहीं है, वहां पर जमीन के अधिकार क्षेत्र को लेकर बीएमसी और रेलवे में अनबन है. दोनों संस्था के बीच कम्युनिकेशन गैप होने के कारण यह ब्रिज भी अधूरा है. <strong>अक्षय भाटकर की रिपोर्ट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: </strong><strong><a title=”महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का विवादित बयान, ‘EVM का मतलब हर वोट मुल्ला के खिलाफ'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-minister-nitesh-rane-comment-evm-har-vote-mulla-ke-khilaf-ann-2860267″ target=”_self”>महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे का विवादित बयान, ‘EVM का मतलब हर वोट मुल्ला के खिलाफ'</a></strong></p> महाराष्ट्र महाकुंभ में योगी सरकार के इस काम से नाराज शंकराचार्य, पूछा- यहां कौन वीआईपी है?