हरियाणा के सोनीपत दीवार गिरने से एक राज मिस्त्री की मौत हो गई। वह गन्नौर में नींव खोदने का काम कर रहा था। आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन जान नहीं बची। राजमिस्त्री की मौत से 3 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। राज मिस्त्री की मौत के बाद परिवार के लोगों ने शव रख कर रोड जाम कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा बुझा कर रोड से हटाया। जानकारी के अनुसार गांव रोशनपुर का रहने वाला 40 वर्षीय राजमिस्त्री अशोक गन्नौर में अंकुर त्यागी के प्लॉट मे काम पर गया था। वह काम कर रहा था तो उस पर अचानक से दीवार गिर गई और वह मलबे में दब गया। आसपास के लोगों ने उसे मलबे से निकाला तो उसकी हालत गंभीर थी। उन्हें गन्नौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अशोक की मौत से परिवार सदमे में है। उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। अब पिता की मौत से उसके तीन छोटे बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। वृद्ध माता-पिता की देखभाल की जिम्मेदारी भी अशोक पर ही थी। मृतक के भाई भगवानदास ने प्लॉट मालिक अंकुर त्यागी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। घटना के विरोध में मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने बेगा रोड पर जाम लगा दिया। थाना बड़ी और गन्नौर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और काफी देर बाद जाम खुलवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के सिविल अस्पताल भेज दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। हरियाणा के सोनीपत दीवार गिरने से एक राज मिस्त्री की मौत हो गई। वह गन्नौर में नींव खोदने का काम कर रहा था। आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन जान नहीं बची। राजमिस्त्री की मौत से 3 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। राज मिस्त्री की मौत के बाद परिवार के लोगों ने शव रख कर रोड जाम कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा बुझा कर रोड से हटाया। जानकारी के अनुसार गांव रोशनपुर का रहने वाला 40 वर्षीय राजमिस्त्री अशोक गन्नौर में अंकुर त्यागी के प्लॉट मे काम पर गया था। वह काम कर रहा था तो उस पर अचानक से दीवार गिर गई और वह मलबे में दब गया। आसपास के लोगों ने उसे मलबे से निकाला तो उसकी हालत गंभीर थी। उन्हें गन्नौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अशोक की मौत से परिवार सदमे में है। उसकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। अब पिता की मौत से उसके तीन छोटे बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। वृद्ध माता-पिता की देखभाल की जिम्मेदारी भी अशोक पर ही थी। मृतक के भाई भगवानदास ने प्लॉट मालिक अंकुर त्यागी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। घटना के विरोध में मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने बेगा रोड पर जाम लगा दिया। थाना बड़ी और गन्नौर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और काफी देर बाद जाम खुलवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के सिविल अस्पताल भेज दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बहन की ससुराल में ताबड़तोड़ फायरिंग:दिल्ली पुलिस का जवान टैक्सी लूटकर पहुंचा; दादा ससुर की हत्या, गोली लगने से 3 घायल
हरियाणा में बहन की ससुराल में ताबड़तोड़ फायरिंग:दिल्ली पुलिस का जवान टैक्सी लूटकर पहुंचा; दादा ससुर की हत्या, गोली लगने से 3 घायल हरियाणा के चरखी दादरी में दिल्ली पुलिस के एक जवान ने अपनी ही बहन के घर पर अंधाधुंध फायरिंग की। शुक्रवार अल सुबह हुई इस घटना में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक महिला सहित 3 लोग घायल हुए हैं। घायलों को रोहतक PGI पहुंचाया गया है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। यहां से गोलियों के कई खोल, वारदात में इस्तेमाल की गई कार और कार के अंदर से दिल्ली पुलिस की वर्दी बरामद हुई है। फायरिंग के बाद मौके पर कार्रवाई के PHOTOS… बहन की ससुराल वालों से नाराज था आरोपी
डिप्टी SP सुभाष चंद्र ने घटना के बारे में बताया है कि चरखी दादरी के गांव घसौला के रजत पुत्र सुरेंद्र की शादी आरोपी दिल्ली पुलिस के जवान साकेत निवासी गोपालवास की बहन ऊषा के साथ हुई थी। यह शादी दिसंबर 2023 में हुई। तब लड़की के घरवालों को बताया गया था कि रजत गृह मंत्रालय में नौकरी करता है। लेकिन, बाद में लड़की के घरवालों को पता चला कि रजत के पास नौकरी नहीं है। इससे साकेत नाराज था। इसके अलावा रुपए के लेनदेन की बात भी सामने आई है। घटना के समय आरोपी की बहन अपने ससुराल में नहीं थी। वह मायके गई हुई थी। आज तड़के आरोपी दिल्ली से सरकारी असलहा और एक टैक्सी बुक कर चरखी दादरी आया। घायलों को रोहतक PGI रेफर किया
वहां उसने टैक्सी ड्राइवर से गाड़ी छीन ली और बहन की ससुराल पहुंचा। आरोपी ने वहां फायरिंग की। इस घटना में 55 वर्षीय छोटेलाल की मौत हो गई। वहीं, सुरेद्र, शकुंतला और शिवम घायल हैं। उन्हें चरखी दादरी के निजी अस्पताल में लाया गया था। वहां से उन्हें रोहतक PGI रेफर किया गया है। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। वहां से पुलिस और FSL टीम ने गोलियों के करीब 20 खोल, एक मैगजीन, 2 कारतूस और वारदात में इस्तेमाल हुई गाड़ी बरामद की। इसके अलावा गाड़ी के अंदर से दिल्ली पुलिस की वर्दी भी मिली है। आरोपी के जीजा ने खिड़की से कूदकर जान बचाई
वहीं, इस मामले में आरोपी साकेत के जीजा रजत ने बताया है कि साकेत आज तड़के उनके घर पर पहुंचा। उसने वहां आवाज लगाईं तो मैं बाहर निकलकर आया। उसने मुझ पर गोलियां चलाईं। हालांकि, मैंने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचा ली। रजत का कहना है कि गोलियों की आवाज सुनकर उनके घरवाले बाहर निकले तो साकेत ने उन पर भी गोली चला दी। इसमें उनके दादा छोटेलाल की मौत हुई। जबकि, दादी शकुंतला, पिता सुरेंद्र और भाई शिवम घायल है। रजन ने साकेत पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। रजत ने बताया है कि साकेत उनका सगा साला है। करीब डेढ़ साल पहले ही वह दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था।
हरियाणा के 1400 नर्सिंग ऑफिसर को राहत:UHS ने शुरू की ट्रांसफर पॉलिसी; पसंदीदा विभाग में मिल सकेगी पोस्टिंग, सीनियारिटी का मिलेगा फायदा
हरियाणा के 1400 नर्सिंग ऑफिसर को राहत:UHS ने शुरू की ट्रांसफर पॉलिसी; पसंदीदा विभाग में मिल सकेगी पोस्टिंग, सीनियारिटी का मिलेगा फायदा हरियाणा के 1400 नर्सिंग ऑफिसर को सरकार ने राहत दी है। पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (UHS) ने नर्सिंग ऑफिसरों के लिए ट्रांसफर पॉलिसी शुरू कर दी है, ये पॉलिसी टीचर्स के लिए हरियाणा सरकार की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी जैसी है। इस पॉलिसी के तहत अब एनुअल ट्रांसफर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें नर्सिंग स्टाफ अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इसमे वरीयता पर योग्यता के आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। इस पॉलिसी के तहत विभागों को बड़ी और छोटी इकाइयों में बांटा जाएगा। इसके अलावा आयु, विशेष श्रेणियों (विधवा, तलाकशुदा, अविवाहित) और दिव्यांगता की स्थिति में अधिकतम 80 नंबर दिए जाएंगे। पहले क्या थी स्थिति इससे पहले, नर्सिंग अधिकारियों को विभागीय मांगों के आधार पर स्थानांतरित किया जाता था, जिससे दिक्कत होती थीं। यूएचएस के कुलपति डॉ एचके अग्रवाल का कहना है, अब एक वार्षिक स्थानांतरण अभियान चलाएंगे, जिसमें नर्सिंग कर्मचारी अगले वर्ष के लिए अपने पसंदीदा विभागों में पोस्टिंग ले सकेंगे। इन वरीयताओं पर योग्यता के आधार पर विचार किया जाएगा। इस पॉलिसी से पीजीआईएमएस में लगभग 1,400 नर्सिंग अधिकारियों को राहत मिलेगी। जनवरी 2025 से लागू होगी पॉलिसी अधिकारियों ने बताया कि यह नीति अगले महीने से लागू की जाएगी, जिससे स्थानांतरण में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और नर्सों को विभिन्न विभागों का अनुभव मिलेगा। नीति के अनुसार, सामान्य स्थानांतरण सालाना होंगे, हालांकि पदोन्नति, भर्ती या रोगी देखभाल आवश्यकताओं के मामले में कभी भी पोस्टिंग की जा सकती है। नर्सिंग अधिकारी एक जोन में तीन साल पूरे करने के बाद स्थानांतरण के लिए पात्र होंगे। यदि कोई नर्सिंग स्टाफ़ सदस्य योग्यता के कारण पसंदीदा विभाग हासिल नहीं कर पाता है, तो उन्हें बिना चुने गए स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। किसी भी रिक्त पद पर स्थानांतरित होने से बचने के लिए अधिकतम वरीयताओं को सूचीबद्ध करना उचित है। संघ कई सालों से कर रहा था मांग जो नर्सिंग स्टाफ अपनी प्राथमिकताएं प्रस्तुत नहीं करेंगे, उन्हें स्वचालित रूप से “कहीं भी” श्रेणी के अंतर्गत उपलब्ध रिक्त पदों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह नीति नर्सिंग अधिकारियों के संघ की लंबे समय से चली आ रही मांग को संबोधित करती है। इस पहल से प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जाएगा और मरीजों की देखभाल में सुधार के साथ-साथ कर्मचारियों की चिंताओं को दूर किया जाएगा।
पानीपत में किराना दुकान में चोरी:महिला सामान का दाम पूछने कमरे में गई, युवक ने कैश बॉक्स से निकाले 45 हजार, सीसीटीवी में कैद
पानीपत में किराना दुकान में चोरी:महिला सामान का दाम पूछने कमरे में गई, युवक ने कैश बॉक्स से निकाले 45 हजार, सीसीटीवी में कैद हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल में एक किराना दुकान में चोरी हो गई। यहां चोरों ने एक बुजुर्ग महिला को बातों में उलझा लिया। वे उसे एक सामान का दाम महंगा बताने लगे। जब महिला सामान का दाम पूछने कमरे के अंदर गई तो पीछे से युवकों ने दुकान के कैशबॉक्स से नकदी चोरी कर ली। यह वारदात दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। दुकानदार ने खुद ही चोरों की पहचान कर ली और मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। दो दुकान में घुसे, तीसरा बाइक पर बैठा रहा इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में कृष्ण सिंह ने बताया कि वह गांव डाहर का रहने वाला है। उसकी किराना की दुकान है। 6 जुलाई को दोपहर करीब डेढ़ बजे उसकी मां केला (60) दुकान पर बैठी थी। इसी दौरान बाइक सवार तीन युवक वहां आए। उनमें से दो दुकान में घुस गए, जबकि तीसरा बाइक पर बैठा रहा। दुकान पर आए दो युवकों ने उसकी मां को बातों में उलझा लिया। वे अलग-अलग सामान मांगते रहे। उन्होंने कहा कि एक सामान का दाम महंगा है। महिला उसका दाम पूछने घर के अंदर चली गई। जब वह वापस लौटी तो देखा कि युवक जा चुके थे। शाम को जब वे दुकान बंद करने लगे तो कृष्ण ने कैश बॉक्स चेक किया। जिस दौरान उसने देखा कि उसमें से पैसे गायब थे। इसके बाद उसने सीसीटीवी कैमरे चेक किए। जिसमें उसने देखा कि उक्त युवक कैश बॉक्स से करीब 45 हजार रुपये की नकदी चोरी कर भाग गए। खुद तलाश करने और उनकी पहचान करने के बाद पुलिस को शिकायत दी गई। आरोपी महराणा गांव के रहने वाले हैं।