हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में पटवारियों की एक सूची जारी की गई है, जिसमें रोहतक जिले के 5 पटवारियों के नाम शामिल किए गए हैं। सूची में शामिल पटवारियों पर पैसों के लेन-देन का आरोप है, जबकि एक पटवारी पर पैसों के लेन-देन के साथ-साथ एक सहायक रखने का आरोप है। सूची जारी होते ही पटवारी एसोसिएशन में भी हड़कंप मच गया। तहसील कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री से लेकर नामांतरण और जमीन की पैमाइश तक के लिए पटवारियों की जरूरत होती है, जिसके लिए या तो पटवारियों द्वारा लोगों को इधर-उधर दौड़ाया जाता है या फिर उनसे पैसे मांगे जाते हैं। ऐसे में लोगों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों और सीएम विंडो पर भी शिकायत दर्ज कराई जाती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही की जाती है। इन कार्यों के लिए मांगी जाती है रिश्वत तहसील कार्यालय में पटवारियों की तरफ से जमीन की पैमाइश करने, फसलों की गिरदावरी करने, रजिस्ट्री करवाने व इंतकाल के लिए रुपयों की डिमांड की जाती है। जो लोग पटवारियों की डिमांड को पूरा कर देते हैं, उनका काम तुरंत हो जाती है। लेकिन जो लोग पैसे नहीं देते, उन्हें ठोकरे खानी पड़ती है। कुछ पटवारियों ने इन कामों के लिए निजी लोगों को भी लगा रखा है। सूची में शामिल पटवारियों पर ये आरोप लगे हैं सरकार की ओर से जारी सूची में राहुल पटवारी शहर रोहतक नंबर 1, संजय पटवारी आउटर रोहतक नंबर 1, संदीप बूरा गांव खिडवाली नंबर 1, वेद प्रकाश गांव लाहली पर नामांतरण और वारिसों के सत्यापन के मामले में पैसे उधार लेने का आरोप है। संदीप दलाल गांव बोहर पर सहायक रखने और पैसे का लेन-देन करने का आरोप है। अगर सबूत है तो पेश करें, पटवारियों को बदनाम न करें: पवन पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के जिला प्रधान पवन कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा जारी की गई सूची में पटवारियों को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अगर सरकार के पास तथ्य और सबूत है तो पेश करें। एसोसिएशन चंडीगढ़ में सरकार से बातचीत कर रही है। एसोसिएशन के प्रदेश नेता जो भी फैसला लेंगे, उसी आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी। हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में पटवारियों की एक सूची जारी की गई है, जिसमें रोहतक जिले के 5 पटवारियों के नाम शामिल किए गए हैं। सूची में शामिल पटवारियों पर पैसों के लेन-देन का आरोप है, जबकि एक पटवारी पर पैसों के लेन-देन के साथ-साथ एक सहायक रखने का आरोप है। सूची जारी होते ही पटवारी एसोसिएशन में भी हड़कंप मच गया। तहसील कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री से लेकर नामांतरण और जमीन की पैमाइश तक के लिए पटवारियों की जरूरत होती है, जिसके लिए या तो पटवारियों द्वारा लोगों को इधर-उधर दौड़ाया जाता है या फिर उनसे पैसे मांगे जाते हैं। ऐसे में लोगों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों और सीएम विंडो पर भी शिकायत दर्ज कराई जाती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही की जाती है। इन कार्यों के लिए मांगी जाती है रिश्वत तहसील कार्यालय में पटवारियों की तरफ से जमीन की पैमाइश करने, फसलों की गिरदावरी करने, रजिस्ट्री करवाने व इंतकाल के लिए रुपयों की डिमांड की जाती है। जो लोग पटवारियों की डिमांड को पूरा कर देते हैं, उनका काम तुरंत हो जाती है। लेकिन जो लोग पैसे नहीं देते, उन्हें ठोकरे खानी पड़ती है। कुछ पटवारियों ने इन कामों के लिए निजी लोगों को भी लगा रखा है। सूची में शामिल पटवारियों पर ये आरोप लगे हैं सरकार की ओर से जारी सूची में राहुल पटवारी शहर रोहतक नंबर 1, संजय पटवारी आउटर रोहतक नंबर 1, संदीप बूरा गांव खिडवाली नंबर 1, वेद प्रकाश गांव लाहली पर नामांतरण और वारिसों के सत्यापन के मामले में पैसे उधार लेने का आरोप है। संदीप दलाल गांव बोहर पर सहायक रखने और पैसे का लेन-देन करने का आरोप है। अगर सबूत है तो पेश करें, पटवारियों को बदनाम न करें: पवन पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के जिला प्रधान पवन कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा जारी की गई सूची में पटवारियों को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अगर सरकार के पास तथ्य और सबूत है तो पेश करें। एसोसिएशन चंडीगढ़ में सरकार से बातचीत कर रही है। एसोसिएशन के प्रदेश नेता जो भी फैसला लेंगे, उसी आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कीटनाशक का नमूना निम्न स्तर का पाए जाने पर लगाया जुर्माना
कीटनाशक का नमूना निम्न स्तर का पाए जाने पर लगाया जुर्माना भास्कर न्यूज | फतेहाबाद कृषि विभाग के गुण नियंत्रण निरीक्षक द्वारा वर्ष 2020 में मैसर्ज बेस्ट क्रॉप साइंस, गोविंदसर, कठुआ द्वारा निर्मित कीटनाशक इमामेक्टिन बेंजो एटे 5 प्रतिशत एसजी का नमूना मैसर्ज श्रीराम पेस्टीसाइड, अनाज मंडी फतेहाबाद से लिया गया था जोकि जांच उपरांत मिस ब्रांड पाया गया। जांच रिपोर्ट में कीटनाशक इमामेक्टिन बेंजो एटे 5 प्रतिशत एसजी की मात्रा निम्न स्तर की पाई गई जिस पर विभाग द्वारा उपरोक्त कंपनी तथा डीलर के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की गई। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव की अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए घटिया किस्म की कीटनाशक बनाने व बेचने के आरोप में उपरोक्त निर्माता कंपनी मैसर्ज बेस्ट क्रॉप साइंस, गोविंदसर, कठुवा, इंडो-स्वीस केमिकल लिमिटेड, सेक्टर 3 सी मध्य मार्ग, चंडीगढ़ मार्केटिंग फर्म व डीलर मैसर्ज श्रीराम पेस्टीसाइड, अनाज मंडी फतेहाबाद को दस-दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
रोहतक पहुंची राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष:सोनिया अग्रवाल ने सिविल अस्पताल का किया निरीक्षण, वन स्टॉप सेंटर में पौधारोपण
रोहतक पहुंची राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष:सोनिया अग्रवाल ने सिविल अस्पताल का किया निरीक्षण, वन स्टॉप सेंटर में पौधारोपण हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल मंगलवार को रोहतक पहुंची। उन्होंने रोहतक के वन स्टॉप सेंटर व सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। सिविल अस्पताल में सफाई का अभाव दिखा तो अधिकारियों से कहा कि मरीज यहां ठीक होने आते हैं। इसलिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। वाइस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने पहले वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया। वहां पर एक नाबालिग लड़की मिली, जो घर से एक युवक के साथ भागी थी। लेकिन फिलहाल वह वन स्टॉप सेंटर में सुरक्षित हैं। उसे घर पहुंचाया जाएगा। वहीं वन स्टॉप सेंटर में पौधारोपण भी किया। क्योंकि हम जिस वातावरण में रहते हैं, तो उसे शुद्ध रखना भी जरूरी है। इसलिए कोई भी अवसर हो, हमें पौधारोपण करना चाहिए। ताकि हम अपने वातावरण को ठीक रख सकें। सिविल अस्पताल में सफाई की दिखी कमी
सिविल अस्पताल का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई महिलाओं से बातचीत की। यहां ओपीडी में ज्यादा केस होने के कारण एक-एक घंटे से इंतजार कर रही थी। डॉक्टरों की संख्या सीमित है और मरीजों की संख्या अधिक है, इसलिए उन्हें समय लग रहा था। साथ ही कहा कि जो गायनी डिपार्टमेंट के आसपास के वाशरूम के आसपास जाने में भी असुविधाजनक महसूस हो रहा था। साफ सफाई की व्यवस्था भी कम थी। प्रशासन सफाई पर दे ध्यान
उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से कहा कि लोग यहां बीमार होकर आते हैं। उनको ठीक करके भेजना हमारा उद्देश्य है। अस्पताल प्रशासन सफाई का विशेष ध्यान रखे। साथ ही मरीजों को ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, उस समय को भी कम से कम किया जाए। ताकि मरीजों को कोई परेशानी ना हो। साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।
30 वर्ष पुरानी जर्जर सीवर लाइन चौथी बार धंसी, आधे शहर में पानी निकासी का संकट
30 वर्ष पुरानी जर्जर सीवर लाइन चौथी बार धंसी, आधे शहर में पानी निकासी का संकट भास्कर न्यूज | पानीपत सेक्टर-29 पार्ट-2 में चौथी बार सीवर लाइन धंस गई है। इससे शहर में सीवर के पानी की निकासी का संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि इस लाइन पर आधे शहर की सीवर लाइन के गंदे पानी की निकासी निर्भर है। इस बार सीवर लाइन धंसने से इसके आसपास करीब 50 फीट चौड़ा और 25 फीट गहरा गड्ढा बनने से इसमें पेड़ तक धंस गए हैं। नगर िनगम अधिकारियों को जैसे सीवर लाइन के धंसने का पता चला तो वे मौके पर पहुंच गए। यह सीवर लाइन 2 दिन पहले धंसी थी। शनिवार को गड्ढे के पास की मिट्टी की खुदाई करके लाइन की मरम्मत करने की तैयारी शुरू की गई। खुदाई के बाद ही 30 फीट नीचे गुजरने वाली मुख्य सीवर लाइन का पता चलेगा कि इसमें कितने सुराग बने हैं। यह सीवर लाइन पहले 3 बार धंस चुकी है। हर बार नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की सीवर शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत कर मरम्मत की थी। अब नगर निगम अधिकारियों ने फैसला लिया है कि 300 मीटर में सीआईपीपी मैटीरियल तकनीक से नई पाइपलाइन ही बिछाएंगे। एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं। करीब 4.50 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। धंसे हिस्से की जल्दी ही मरम्मत करा देंगे सेक्टर 29 पार्ट-2 में मुख्य सीवर लाइन का कुछ हिस्सा धंसा है। इसका चलते ही टीम को साथ लेकर मौके का निरीक्षण किया है। मरम्मत की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जल्द ही लाइन की मरम्मत पूरी कर दी जाएगी। – राजेश कौशिक , एक्सईएन, नगर निगम। संजय चौक से बबैल नाका और यहां से चौटाला रोड स्थित सीटीपी तक करीब 30 वर्ष पहले मुख्य सीवर लाइन डाली गई थी। इससे शहर की अन्य लाइनें जुड़ी हैं। अब उसकी गुणवत्ता शक्ति भी पूरी हो चुकी है। विशेष रूप से बबैल नाका से सिवाह सीटीपी तक लाइन ज्यादा जर्जर हो चुकी है। इसलिए इसे सबसे पहले प्राथमिकता के साथ बदलने की जरूरत है। अभी भी इसे जल्दी नहीं बदला गया तो यह लाइन पूरी तरह से जाम हो जाएगी। अगर लाइन जाम हुई तो शहर की सड़कें देखते ही देखते जलमग्न हो जाएंगी।