हरियाणा के हिसार के हांसी में हुई एक व्यक्ति की हत्या से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि महिला से अवैध संबंधों के चलते ये हत्या हुई। महिला के पति की उससे बहस हुई थी। इसके बाद चाकू से वार कर उसे नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी महावीर कॉलोनी हिसार निवासी वीरेंद्र व भाटिया कॉलोनी हांसी निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पंकज की हत्या के आरोप हैं। वीरेंद्र को शक था कि पंकज के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध हैं। उसने योजनाबद्ध तरीके से पंकज को हिसार के सिविल अस्पताल बुलाया और फिर रुपए लेने के बहाने हांसी ले आया। हांसी में राधिका फैक्ट्री के पास से दूसरे आरोपी मंजीत के साथ मिलकर ई-रिक्शा में देपल रोड नहर तक ले गए। वहां अवैध संबंधों को लेकर बहस के बाद मंजीत ने पंकज को पकड़ लिया और वीरेंद्र ने चाकू से उसकी गर्दन पर कई वार किए। इसके बाद आरोपियों ने पंकज को मृत समझकर नहर में फेंक दिया। वापसी के दौरान ई-रिक्शा पलटने से वीरेंद्र के भाई को गंभीर चोटें आईं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। हरियाणा के हिसार के हांसी में हुई एक व्यक्ति की हत्या से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि महिला से अवैध संबंधों के चलते ये हत्या हुई। महिला के पति की उससे बहस हुई थी। इसके बाद चाकू से वार कर उसे नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी महावीर कॉलोनी हिसार निवासी वीरेंद्र व भाटिया कॉलोनी हांसी निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पंकज की हत्या के आरोप हैं। वीरेंद्र को शक था कि पंकज के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध हैं। उसने योजनाबद्ध तरीके से पंकज को हिसार के सिविल अस्पताल बुलाया और फिर रुपए लेने के बहाने हांसी ले आया। हांसी में राधिका फैक्ट्री के पास से दूसरे आरोपी मंजीत के साथ मिलकर ई-रिक्शा में देपल रोड नहर तक ले गए। वहां अवैध संबंधों को लेकर बहस के बाद मंजीत ने पंकज को पकड़ लिया और वीरेंद्र ने चाकू से उसकी गर्दन पर कई वार किए। इसके बाद आरोपियों ने पंकज को मृत समझकर नहर में फेंक दिया। वापसी के दौरान ई-रिक्शा पलटने से वीरेंद्र के भाई को गंभीर चोटें आईं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में पगड़ी पहन कराया मतदान:दुल्हन की तरह सजाया गया पिंक और मॉडल बूथ, महिला कर्मचारियों ने संभाली जिम्मेदारी हरियाण के भिवानी में मतदान के लिए बनाए गए पिंक व मॉडल बूथ को दुल्हन की तरह सजाया गया है। तोशाम के मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व पंचायत घर में बनाए गए पिंक व मॉडल बूथों को रंग-बिरंगे गुब्बारों से सजाकर बनाया गया। प्रवेश द्वार मतदान करने के लिए आने वाली महिलाएं बेहद उत्साहित दिखीं। दोनों बूथों पर रंगोली भी आकर्षित कर रही थी। पिंक बूथ में मतदान करवाने की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं की रही। जहां पीठासीन अधिकारी, प्रथम, द्वितीय और तृतीय कर्मचारी के रूप में महिलाएं ही तैनात की गई थी। इसी तरह पंचायत घर में बने मॉडल बूथ को भी सजाया गया था। पिंक बूथ व मॉडल बूथ पर सेल्फी प्वाइंट बनाए गए थे। महिलाएं और पुरुष मतदान कर बाहर आने के बाद सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी लेते रहे। महिला मतदान कर्मियों को पहनाई पगड़ी पिंक बूथ पर एसडीएम मनोज कुमार दलाल व नायब तहसीलदार रीतू पूनियां ने महिला मतदान कर्मियों के साथ पगड़ी पहनकर सेल्फी करवाई। लोकतंत्र के इस महापर्व में आधी आबादी में मतदान को लेकर पूरा उत्साह दिखाईं दिया।
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR
सोनीपत में कन्या महाविद्यालय में साढ़े 32 लाख का गबन:PMKVY प्रोजेक्ट में 300 लड़कियों का फर्जी एडमिशन; संस्था सेक्रेटरी-प्रिंसिपल समेत 4 पर FIR हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में स्थित कन्या महाविद्यालय (कॉलेज) में सरकार द्वारा दिए जा रही सहायता राशि (अनुदान) में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप लगे हैं कि मेनेजमेंट व PMKVY प्रोजेक्ट से जुड़े कोर्स में अयोग्य लड?के लड़कियों को एडमिशन दिलाया गया। प्रोजेक्ट में मिली राशि को अपने व्यक्तिगत खाते में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने मैनेजमेंट व एसबी फर्म रोहतक से जुड़े 4 व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है। कॉलेज को मिला था PMKVY प्रोजेक्ट सीएम फ्लाइंग के SI राज सिंह ने खरखौदा थाना में दी शिकायत में कहा कि कन्या महाविद्यालय में जांच के दौरान पाया गया कि PMKVY केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट है। इस स्कीम में एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा (ट्रेनिंग सेंटर कन्या महाविद्यालय खरखौदा) में वर्ष 2017 में 5 कोर्स चले। इनको लेकर ट्रेनिग पार्टनर को 30 प्रतिशत पेमेंट मान्य उम्मीदवार का प्रशिक्षण बैच प्रारंभ होने पर, 50 प्रतिशत प्रशिक्षुओं के सफल प्रमाणीकरण और शेष 20 प्रतिशत राशि प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी। महाविद्यालय में इन 5 कोर्सों में ट्रेनिंग कन्या महाविद्यालय खरखौदा में सिलाई मशीन ऑपरेटर कोर्स में 236 सीटें, हैंड एम्ब्रॉयडर में 235 सीटें, स्पोर्ट्स मसाजर में 239 सीटें, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर कोर्स में 117 सीटें और मल्टी कर्सिन कुक कोर्स में 111 सीटें दी गई थी। SB फर्म को मिले 68.56 लाख रुपए उन्होंने बताया कि इस स्कीम में वे बेरोजगार यूथ जो स्कूल कालेज ड्रोप कर चुके हैं भाग लेने के योग्य थे। वर्ष 2016-17 में PMKVY ये प्रोजेक्ट एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड 6-ए प्रथम तल गोपाल कॉम्प्लेक्स रोहतक को दिया गया। इस फर्म में अंकित गर्ग व वसुन्धरा डायरेक्टर थे। फर्म का खाता कर्नाटका बैंक सिविल लाईन रोहतक में है। इसमें PMKVY प्रोजेक्ट के द्वारा 68 लाख 56 हजार 821 रुपए वर्ष 2017 में जारी किए गए। 300 लड़कियों का कोर्स में दाखिला अवैध फर्म डायरेक्टर अकिंत गर्ग ने एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा को PMKVY स्कीम के लिए ट्रेनिंग सेंटर के लिए चुना। जो NSDC की ट्रेनिंग सेंटर आईडी TPHR161310 के अनुसार मान्य ट्रेनिंग सैन्टर है। इसमें कन्या महाविद्यालय खरखौदा ट्रेनिंग सेंटर पर विभिन्न 6 कोसों में कुल 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दी। इसमें करीब 300 से ज्यादा लड़किया कन्या महाविद्यालय खरखौदा में पढ़ रही थी। जबकि पॉलिसी के नियमानुसार ये कालेज में पड़ने वाली लड़कियां वैध केंडिडेट नहीं थी। क्योकि स्कूल/कालेज में पढ़ने वालों के लिए यह स्कीम नहीं थी। इसलिए फर्म ने वैध केंडिडेट तलाशने में शॉर्टकट् रास्ता अपना कर बिना वैध केंडिडेट के ही 300 से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दिलवाकर उनका पैसा गलत तरीके से प्राप्त किया। यह कार्य केन्द्र सरकार की तरफ से NSDC, SSC’s अलग-2 एजेंसियो की देखरेख में आनलाईन व आफलाईन किया गया है। फार्म आनलाईन भरे गए। किन्तु इन अवैध कैंडिडेट के फार्म को वेरीफाई करके रिजक्ट नही किया गया। संस्था के विवादित खातों में डाले गए रुपए सब इंस्पेक्टर राज सिंह के अनुसार जांच के दौरान पाया गया कि HDFC बैंक खरखौदा में जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के नाम से एक अकाउंट तत्कालीन महासचिव धर्मपाल रोहिल्ला के नाम पर खुलवाया हुआ है। यह एक प्राइवेट संस्था है। धर्मपाल रोहिल्ला ने यह खाता वर्ष 2016 में इस स्कीम के पैसों के लिए अलग से खुलवाया हुआ है। जबकि एजुकेशन सोसाईटी का पहले से ही बैंक में खाता है। बोले- सरकार का नहीं, ये रुपए संसाधनों के बदले लिए रोहतक की एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी ने 32 लाख 41 हजार 337 रुपए एजुकेशन सोसाईटी के विवादित खाते में डाले हुए हैं। एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा का कहना है कि उन्होंने PMKVY स्कीम का सरकार से कोई पैसा नही लिया। एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनसे सुविधा ली थी। उन्होंने इस फर्म को महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए जगह दी थी। जिसके लिए किचन व रेस्टोरेंट के लिए नवीनीकरण करना पड़ा। कोर्स के लिए टीचिंग स्टाफ उपलब्ध व सभी जरूरत की वस्तुए मंगवाई। स्टेशनरी, मशीन आदि अनेक सुविधाओं में खर्च हुआ। जिसकी एवज में एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी फर्म ने उनको 32 लाख 41 हजार 337 रुपए दिए। फर्म ने इस ट्रेनिग सेंटर में स्वयं कुछ भी खर्च नहीं किया। यह खाता प्राइवेट निजी खाता है। प्रिंसिपल को 6 लाख दिए, 4 लाख लौटाए जांच रिपोर्ट के अनुसार एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा के विवादित खाता में से 25 लाख 65 हजार रुपए पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के संदर्भ में जारी किए गए। इस खाता से निकासी का अधिकार तत्कालीन जनरल सेक्रेटरी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा को ही था। पूर्व प्राचार्या सुरेश बूरा के निजी खाते में 6 लाख रुपए लिपिकीय त्रुटी से डाले जाने बताए गए। बैंक से प्राप्त डिटेल अनुसार चेक नंबर 189841 से 2 लाख रुपए व चेक नंबर 189842 से 2 लाख रुपए HDFC बैंक के उपरोक्त खाता में वापस आने पाए गए। सुरेश बूरा द्वारा 6 लाख रुपए में से 4 लाख रुपए चेक के द्वारा वापस किए गए। इसके अतिरिक्त विवादित खाता से 8,80,000 रुपए कन्या महाविद्यालय के खाता में, एक लाख रुपए एजुकेशन सोसाइटी के खाता में, 1,48,000 रुपए SB फर्म को दिए गए हैं। जो एफिलेशन फीस के दिए जाने बताए गए। कई बिलों पर डेट नहीं, कुछ करो बताया मिसप्लेस खाते का हिसाब पूरा करने के लिए करीब 12 लाख 53 हजार रुपए के बिल दिये गए हैं। इनमें कई बिलों पर डेट ही दर्ज नही है। करीब 6,20,000 रुपए का प्रबंधन कमेटी का पास कोई रिकार्ड नही है। जांच टीम को इस बारे कहा गया कि कुछ बिल मिसपलेस हो गए। यह मामला 6/7 साल पुराना है। कुछ पैसा बिना बिल भी खर्च किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जिन 938 लड़कियों को ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई। उनकी हाज़री से संबधित रिकार्ड कि इतनी लड़की कोर्स में आई, ट्रेनिंग ली या केवल एग्जाम दिलवाए गए। इस बात की पुष्टि के लिए एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज फर्म के डायरेक्टर अंकित गर्ग, प्रबंधन कमेटी एजुकेशन सोसाइटी खरखौदा द्वारा कोई भी रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया है। जांच रिपोर्ट में 32 लाख का गबन बताया जांच उपरान्त पाया गया कि एसबी स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक, जिसके डायरेक्टर अकिंत गर्ग है, को वर्ष 2016-17 में PMKVY स्कीम का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ। यह स्कीम पूर्ण रूप से केन्द्र सरकार की स्कीम है। अंकित गर्ग के माध्यम से एजुकेशन सोसाईटी खरखौदा कन्या महाविद्यालय में PMKVY का ट्रेनिंग सैन्टर बना। इस ट्रेनिंग सेंटर में अलग-अलग 5 कोर्स में 938 लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाई गई। किन्तु इस PMKVY स्कीम में करीब 300 से ज्यादा लडकियां इसमें योग्य नहीं थी। अयोग्य लड़के व लड़कियों को ट्रेनिंग दिलवाकर गलत तरीके से केन्द्र सरकार की PMKVY स्कीम का पैसा प्राप्त किया गया है। कॉलेज में पढ़ने वाले करीब 300 बच्चो को ट्रेनिंग दिया जाना दर्शाकर आपराधिक षडयंत्र के तहत आपसी मिलीभगत करके सरकार से प्राप्त 32 लाख 41 हजार 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हरियाणा में बारिश में बनाई सड़क,सोशल मीडिया पर उड़ा मखौल:लोग बोले- यह टेक्नीक बाहर नहीं जानी चाहिए, कांग्रेस बोली- यहां विकास पागल हो गया
हरियाणा में बारिश में बनाई सड़क,सोशल मीडिया पर उड़ा मखौल:लोग बोले- यह टेक्नीक बाहर नहीं जानी चाहिए, कांग्रेस बोली- यहां विकास पागल हो गया हरियाणा के करनाल और हिसार में बारिश के दौरान सड़क बनाने का वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक पार्टियों ने BJP को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, ‘हरियाणा में BJP सरकार ने नई टेक्नोलॉजी इजाद की है, इससे बारिश में सड़क बनाई जाती है। इस टेक्नोलॉजी को नरेंद्र मोदी के नाम से पेटेंट किया जाएगा। टेक्नोलॉजी का नाम होगा- बारिश में सड़क बनाओ, भ्रष्टाचार से पैसा कमाओ।’ वीडियो सामने आने के बाद करनाल में तारकोल को हटवा दिया गया। वहीं हिसार में भी ठेकेदार को तलब कर अधिकारियों ने काम बंद करने को कहा। उसे कहा गया कि बारिश में जितनी भी सड़क बनाई गई है, उस पर अतिरिक्त तारकोल डाला जाए। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, ‘हरियाणा में विकास बावला हो गया है। बारिश में रोड बनाने वाली ये भाजपाई टेक्नोलॉजी देश से बाहर नहीं जानी चाहिए।’ उधर, सूत्रों के मुताबिक करनाल के एक्सईएन संदीप सिंह को चंडीगढ़ में अधिकारियों ने तलब कर लिया है। बारिश में सड़क बनाने पर कांग्रेस का ट्वीट अब विस्तार से जानिए क्या है बारिश में सड़क बनाने का मामला हिसार में 28 करोड़ से बन रही सड़क हिसार के सेक्टर 14 और 33 के लिए 45 मीटर चौड़ी मास्टर रोड बनाई जा रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने इस सड़क का टेंडर 2021 में किया था। इसके अलावा दोनों सेक्टरों के लिए बरसाती नाला भी बनाया गया है। सड़क की लंबाई 8.8 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 28.80 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। बारिश में ही इस पर गर्म तारकोल बिछाया जा रहा था। यह सड़क सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ी जानी है। वीडियो सामने आने के बाद ठेकेदार को तलब कर अधिकारियों ने काम बंद करने को कहा। उसे कहा गया कि बारिश में जितनी भी सड़क बनाई गई है, उस पर अतिरिक्त तारकोल डाला जाए। बारिश में सड़क बनाए जाने की शिकायत संपदा अधिकारी (ईओ) राजेश खोथ ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के एक्सईएन से अधिकारी से जवाब तलब किया है। करनाल में नमस्ते चौंक से मीरा घाटी तक बन रही सड़क इसके अलावा, करनाल में नमस्ते चौक से लेकर मीरा घाटी की तरफ जाने वाली सड़क काफी दिनों से टूटी पड़ी थी। इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बने थे, थोड़ी सी बारिश में यहां पानी रुक जाता था। शनिवार दोपहर यहां बारिश हुई। बारिश के बीच में ही ठेकेदार ने सड़क बनाने का काम जारी रखा। सड़क बनाने का करीब डेढ़ करोड़ में टेंडर हुआ है। PWD के XEN संदीप सिंह ने सड़क ठेकेदार पर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बरसात में जहां पर तारकोल डाला गया है, उसे हटवा दिया गया है। अगर कुछ खामी मिली तो दोबारा जांच की जाएगाी।