नारनौल में एक युवक व उसकी मां को रास्ते में रोककर उसकी पत्नी व ससुराल पक्ष के अन्य लोगों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा है। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में महेंद्रगढ़ की कर्मचारी कॉलोनी निवासी रानी देवी ने बताया कि उसके बेटे सुनील की शादी गांव स्याना निवासी निशा के साथ हुई थी। पति-पत्नी के बीच कुछ विवाद चल रहा था। इस विवाद को सुलझाने के लिए उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। कल भी उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। महिला बेटे के साथ महेंद्रगढ़ जा रही थी काउंसलिंग के बाद वह अपने बेटे के साथ बाइक पर महेंद्रगढ़ वापस जा रही थी। इस दौरान गांव लहरोदा के पास उसके ससुराल वालों ने बाइक के आगे अपनी कार अड़ा दी। इसके बाद कार से उसकी पुत्रवधू निशा, उसके पिता सुनील, उसकी मां सरोज और मायके वाले सतीश भुवनेश और सुनीता उतरे। सभी ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पर दी और मौके पर पहुंची। पुलिस ने उन्हें नारनौल के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया शिकायत में रानी ने कहा है कि जब मारपीट हुई तो वहां काफी लोग जमा हो गए थे। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। जिसके बाद पुलिस आई। उससे पहले ही सभी लोग कार लेकर वहां से भाग गए। सोने की चेन भी छीनने का आरोप पुलिस को दी गई शिकायत में महिला रानी ने आरोप लगाया है कि मारपीट करने वाले लोगों ने उसकी सोने की चेन और कान के टॉप्स भी छीन लिए। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसकी बहू के चाचा जितेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। नारनौल में एक युवक व उसकी मां को रास्ते में रोककर उसकी पत्नी व ससुराल पक्ष के अन्य लोगों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा है। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में महेंद्रगढ़ की कर्मचारी कॉलोनी निवासी रानी देवी ने बताया कि उसके बेटे सुनील की शादी गांव स्याना निवासी निशा के साथ हुई थी। पति-पत्नी के बीच कुछ विवाद चल रहा था। इस विवाद को सुलझाने के लिए उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। कल भी उन्हें नारनौल स्थित एडीआर सेंटर में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। महिला बेटे के साथ महेंद्रगढ़ जा रही थी काउंसलिंग के बाद वह अपने बेटे के साथ बाइक पर महेंद्रगढ़ वापस जा रही थी। इस दौरान गांव लहरोदा के पास उसके ससुराल वालों ने बाइक के आगे अपनी कार अड़ा दी। इसके बाद कार से उसकी पुत्रवधू निशा, उसके पिता सुनील, उसकी मां सरोज और मायके वाले सतीश भुवनेश और सुनीता उतरे। सभी ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने इसकी सूचना डायल 112 पर दी और मौके पर पहुंची। पुलिस ने उन्हें नारनौल के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया शिकायत में रानी ने कहा है कि जब मारपीट हुई तो वहां काफी लोग जमा हो गए थे। लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। जिसके बाद पुलिस आई। उससे पहले ही सभी लोग कार लेकर वहां से भाग गए। सोने की चेन भी छीनने का आरोप पुलिस को दी गई शिकायत में महिला रानी ने आरोप लगाया है कि मारपीट करने वाले लोगों ने उसकी सोने की चेन और कान के टॉप्स भी छीन लिए। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसकी बहू के चाचा जितेंद्र ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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जुलाना में सरल केंद्र से तीन एसी कम्प्रेसर चोरी:तहसील कार्यालय में हुई वारदात, सीसीटीवी कैमरे भी नहीं आए काम हरियाणा के जींद जिले के जुलाना कस्बे के तहसील कार्यालय के सरल केंद्र से 3 एसी के कम्प्रेसर चोरी हो गए। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तलाश पर नहीं लगा सुराग जानकारी के अनुसार जुलाना तहसील चौकीदार मनदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बीती रात तहसील कार्यालय से किसी अज्ञात चोरी ने सरल केंद्र से तीन एसी के कम्प्रेसर चोरी कर लिए। काफी तलाश के बावजूद कोई सुराग नही लगा। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आगे की ओर लगे थे सीसीटीवी चौकीदार मनदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सरल केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं, लेकिन कैमरे आगे लगे हुए थे और एसी पीछे लगे होने के कारण चोरी की वारदात कैमरे में कैद नही हो पाई। फिलहाल पुलिस आस-पास के सीसीटीवी से चोर की तलाश कर रही है।
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कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा जीतने का मंत्र देंगे शाह:29 जून को आएंगे गृहमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तीसरी बार सत्ता तक पहुंचना चाहती है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव को 3 महीने का समय बचा है। ऐसे में भाजपा जल्द ही चुनावी शंखनाद फूंकने वाली है। अबकी बार हरियाणा में चुनाव जीतने की रणनीति गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों में ले ली है। वह 29 जून को हरियाणा के कुरूक्षेत्र आ रहे हैं। कुरूक्षेत्र में वह भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित प्रदेश भाजपा की कोर टीम के सदस्य ओपी धनखड़, सुधा यादव, कैप्टन अभिमन्यु, सुभाष बराला और रामबिलास शर्मा मौजूद रहेंगे। इसके साथ-साथ हरियाणा के सभी मंत्री, विधायक और सांसद बैठक में भाग लेंगे। इतना ही नहीं करीब 2500 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। हरियाणा में तीसरी बाद सत्ता तक पहुंचना चाहती है भाजपा हरियाणा में 2014 से ही भाजपा की सरकार है। केंद्र में 2014 को नरेंद्र मोदी के सामान्तर ही हरियाणा में खट्टर सरकार बनी थी। 2019 में भी हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और भाजपा जजपा के सहयोग से सत्ता तक पहुंची। मगर अबकी बार खट्टर सांसद का चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बन गए हैं और उनकी जगह नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बन गए। ऐसे में यह चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं है। खट्टर के जाने के बाद भाजपा के पास प्रदेश में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसलिए चुनाव के रण में उतरने से पहले अमित शाह कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे। भाजपा की राह आसान नहीं 2019 में जहां भाजपा ने लोकसभा में हरियाणा की 10 में से 10 सीटें जीती थीं वहीं बार इस बार लोकसभा में भाजपा 5 सीटें कांग्रेस से हार गई। कांग्रेस लोकसभा चुनावों में मजबूत बनकर उभरी है और हरियाणा की 90 विधानसभा में से कांग्रेस ने गठबंधन में रहते हुए 46 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाकर उभरी वहीं भाजपा 42 विधानसभा सीटों पर आगे रही। ऐसे में भाजपा के सामने इस बार मुकाबला टफ है। इन कारणों से भाजपा के सामने कड़ी चुनौती 1. सत्ता विरोधी लहर : भाजपा हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। हरियाणा में 10 साल से भाजपा की सरकार है। हरियाणा की जनता प्रदेश में बदलाव की ओर देख रही है। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदला मगर इसका फायदा लोकसभा चुनाव में नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर मोदी के नाम के वोट मिले मगर अबकी बार विधानसभा चुनाव की राह कठिन है। 2. जाट और एससी समाज की नाराजगी : भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट और एससी समाज को साधने की है। लोकसभा चुनाव में दोनों समाज ने भाजपा के खिलाफ होकर एकजुट होकर वोट किया। इसका परिणाम था कि जिन विधानसभा में जाट समाज या एससी समाज का प्रभाव है उन विधानसभा में भाजपा की हार हुई है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती दोनों वर्गों को साधने की है। 3. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना : भाजपा के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीन कृषि कानून को लेकर काफी लंबा आंदोलन हुआ। इसमें हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ कई मोर्चों पर जबरदस्ती की और साथ नहीं दिया। इस कारण किसान हरियाणा सरकार से नाराज हो गए। वहीं केंद्र की अग्निवीर योजना से हरियाणा के युवा खासकर ग्रामीण इलाकों से आने 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अपने पहले कार्यक्रम में ही संकेत दिए हैं कि इस बार किसी भी दूसरे दल के लिए भाजपा को टक्कर देना इतना आसान नहीं होगा। जिस तरह केंद्रीय नेताओं ने हर कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री कहा है, उससे साफ है कि इस बार विधानसभा चुनाव में हर कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। कार्यकर्ताओं को मिलेगी तवज्जो रविवार को हरियाणा दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि नेता में जो भी कमी हो, वह कमी कार्यकर्ता बताएंगे। कार्यकर्ता के कहने पर फीडबैक लेने के बाद उस कमी को ठीक किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर बड़ा बदलाव करने से भी भाजपा पीछे नही हटेगी। इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा लंगर-लंगोट कसकर मैदान में उतर चुकी है। सियासी जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मिले फीडबैक के बाद हरियाणा भाजपा में बड़े बदलाव होने तय माने जा रहे हैं।
फरीदाबाद में युवक ने जहर खाकर की आत्महत्या:एक महीने पहले हुई पत्नी की मौत; ढाई साल का बेटा-3 महीने की है बेटी
फरीदाबाद में युवक ने जहर खाकर की आत्महत्या:एक महीने पहले हुई पत्नी की मौत; ढाई साल का बेटा-3 महीने की है बेटी फरीदाबाद में पत्नी की मौत के एक महीने बाद पति ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसके ढाई साल का बेटा और 3 महीने की बेटी है। फिलहाल पुलिस ने शव को बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया है। घटना संतोष नगर की है। मृतक की पहचान 27 वर्षीय पंकज के नाम से हुई है। पंकज की पत्नी अर्चना की एक महीने पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी, जिसके बाद से वह गहरे सदमे में था। पत्नी की मौत के बाद से था परेशान मृतक की मां राम दुलारी के अनुसार, पंकज अपनी पत्नी की मौत के बाद से खाना-पीना छोड़कर बेहद परेशान रहने लगा था। रविवार की शाम को उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर उसे पहले सेक्टर 28 स्थित दो निजी अस्पतालों में ले जाया गया, जहां से उसे बादशाह खान सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, अस्पताल पहुंचने से पहले ही पंकज की मौत हो गई। बूढ़ी दादी पर दोनों बच्चों की जिम्मेदारी राम दुलारी ने का कि परिवार ने कई बार पंकज को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह पत्नी की मौत का गम नहीं भुला पाया। पंकज के पीछे उसका ढाई साल का बेटा और 3 महीने की बेटी अनाथ हो गए हैं, जिनकी जिम्मेदारी अब उनकी बूढ़ी दादी पर आ गई है।