20 साल बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौक पर महाकुंभ में शाही स्नान का आयोजन होगा। कल्याणकारी नक्षत्रों के इस संयोग में शुक्र अपनी उच्च राशि में रहेंगे। इसके साथ ही बुध, सूर्य व चंद्रमा मकर राशि में होंगे। जिससे मेष, मकर, तुला व मीन राशि वाले जातकों को बेहद अच्छे परिणाम मिलेंगे। मौनी अमावस्या पर पेड़–पौधें को जल अर्पित करने व पशु पक्षियों को भोजन कराने से बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। टैरोकार्ड रीडर नितिशा मल्होत्रा की माने तो 28 जनवरी की शाम 7:10 बजे से मौनी आमावस्या शुरू होगी, जो 29 जनवरी की शाम 6:25 तक रहेगी। उदयातिथि पर 29 जनवरी को शुरु होगी, इस दौरान सूर्योदय के समय उत्तराषाण नक्षत्र 8:22 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र की शुरुआत होगी। वृक्षों को जल अर्पित करें, होगा बौद्धिक विकास टैरोकार्ड रीडर के मुताबिक मौनी आमावस्या पर बुध, सूर्य व चंद्रमा मकर राशि में होंगे। ऐसे योग 20 साल बाद बन रहें हैं। तीनों ग्रहों के योग से मेष राशि के जातकों को करियर में लाभ मिलेगा। तुला राशि के लोगों के विदेश यात्रा के योग हैं, मीन राशि वालों को शुभ तत्वों की प्राप्ति होगी। वहीं मकर राशि के जातकों का सामाजिक यश बढ़ेगा। मौनी अमावस्या पर संकल्प लेकर ऊर्जा के साथ नए कार्याें को शुरू करने पर सभी कार्य पूरे होंगे। मौनी अमावस्या बुधवार को होने पर पशु–पक्षियों को भोजन जरूर खिलाएं और पीपल, बरगद को जल अर्पित करें जिससे बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। गर्म कपड़े व भोजन का करें दान साथ ही मौनी आमावस्या पितरों को खुश करने का भी अच्छा मौका है। 144 साल पड़ रहे संपूर्ण महाकुंभ के मौके पर पितरों को दान व तर्पण कर उन्हें खुश करें। पितरों को प्रसन्न करने के लिए दाहिन हाथ में कुशा, काला तिल व जौ के साथ भगवान विष्णु को ध्यान में रख कर दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जल अर्पित करें। साथ ही गर्म कपड़े व भोजन का दान करें। पितरों को प्रसन्न करने से आर्थिक स्थितियां अच्छी होंगी और संतान प्राप्ति, नौकरी, व्यवसाय में वृद्धि के साथ रुके हुए सभी कार्य बनेंगे। 20 साल बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौक पर महाकुंभ में शाही स्नान का आयोजन होगा। कल्याणकारी नक्षत्रों के इस संयोग में शुक्र अपनी उच्च राशि में रहेंगे। इसके साथ ही बुध, सूर्य व चंद्रमा मकर राशि में होंगे। जिससे मेष, मकर, तुला व मीन राशि वाले जातकों को बेहद अच्छे परिणाम मिलेंगे। मौनी अमावस्या पर पेड़–पौधें को जल अर्पित करने व पशु पक्षियों को भोजन कराने से बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। टैरोकार्ड रीडर नितिशा मल्होत्रा की माने तो 28 जनवरी की शाम 7:10 बजे से मौनी आमावस्या शुरू होगी, जो 29 जनवरी की शाम 6:25 तक रहेगी। उदयातिथि पर 29 जनवरी को शुरु होगी, इस दौरान सूर्योदय के समय उत्तराषाण नक्षत्र 8:22 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र की शुरुआत होगी। वृक्षों को जल अर्पित करें, होगा बौद्धिक विकास टैरोकार्ड रीडर के मुताबिक मौनी आमावस्या पर बुध, सूर्य व चंद्रमा मकर राशि में होंगे। ऐसे योग 20 साल बाद बन रहें हैं। तीनों ग्रहों के योग से मेष राशि के जातकों को करियर में लाभ मिलेगा। तुला राशि के लोगों के विदेश यात्रा के योग हैं, मीन राशि वालों को शुभ तत्वों की प्राप्ति होगी। वहीं मकर राशि के जातकों का सामाजिक यश बढ़ेगा। मौनी अमावस्या पर संकल्प लेकर ऊर्जा के साथ नए कार्याें को शुरू करने पर सभी कार्य पूरे होंगे। मौनी अमावस्या बुधवार को होने पर पशु–पक्षियों को भोजन जरूर खिलाएं और पीपल, बरगद को जल अर्पित करें जिससे बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। गर्म कपड़े व भोजन का करें दान साथ ही मौनी आमावस्या पितरों को खुश करने का भी अच्छा मौका है। 144 साल पड़ रहे संपूर्ण महाकुंभ के मौके पर पितरों को दान व तर्पण कर उन्हें खुश करें। पितरों को प्रसन्न करने के लिए दाहिन हाथ में कुशा, काला तिल व जौ के साथ भगवान विष्णु को ध्यान में रख कर दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जल अर्पित करें। साथ ही गर्म कपड़े व भोजन का दान करें। पितरों को प्रसन्न करने से आर्थिक स्थितियां अच्छी होंगी और संतान प्राप्ति, नौकरी, व्यवसाय में वृद्धि के साथ रुके हुए सभी कार्य बनेंगे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Speaking in Parliament, Shah stated, “The Kerala government should have acted on the Centre’s early warnings and evacuated the residents from high-risk areas. Had they taken timely action, many lives could have been saved.”
हरदोई में पुलिस जीप पलटने से महिला कॉन्स्टेबल की मौत:राहगीर को बचाने में ड्राइवर कंट्रोल खो बैठा; चौकी इंचार्ज समेत 3 की हालत गंभीर
हरदोई में पुलिस जीप पलटने से महिला कॉन्स्टेबल की मौत:राहगीर को बचाने में ड्राइवर कंट्रोल खो बैठा; चौकी इंचार्ज समेत 3 की हालत गंभीर हरदोई में पुलिस जीप राहगीर को बचाने की कोशिश में तालाब में पलट गई। दुर्घटना में एक महिला सिपाही की जीप के नीचे दबकर मौत हो गई। अन्य 3 पुलिसकर्मियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना कासिमपुर थाना क्षेत्र में रानी फूड कैफे के पास मंगलवार रात करीब 8 बजे हुई। घटना के वक्त जीप में 4 पुलिसकर्मी सवार थे। इनमें चौकी इंचार्ज प्रणवीर सिंह, महिला कॉन्स्टेबल शशि सिंह, पुलिस पैरोकार शुभम और मनोज थे। पुलिस टीम अपहरण केस में पीड़िता का बयान दर्ज कराने के बाद कोर्ट से लौट रही थी। तभी हादसा हो गया। स्थानीय लोगों ने तालाब से बाहर निकाला
स्थानीय लोगों ने जीप पलटने के बाद पुलिसकर्मियों को तालाब से बाहर निकाला। जीप से बाहर निकालने के बाद महिला सिपाही शशि सिंह बेहोशी की हालत में थीं। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उन्हें सीपीआर दिया, लेकिन उन्हें होश नहीं आया। इसके बाद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां कुछ ही देर में शशि सिंह की मौत हो गई। शशि सिंह फतेहपुर की रहने वाली थीं। उनकी ससुराल कानपुर में है। चौकी इंचार्ज प्रणवीर सिंह और कॉन्स्टेबल शुभम और मनोज की हालत गंभीर है। तीनों को लखनऊ रेफर कर दिया गया है। पुलिस विभाग घटना की जांच कर रहा है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया, एक राहगीर को बचाने के चलते जीप के ड्राइवर ने संतुलन खो दिया। इसके बाद गाड़ी तालाब में जाकर पलट गई। लोग तुरंत तालाब की और दौड़े। एक-एक कर पुलिस वालों को जीप से बाहर निकाला। अपहरण केस में पीड़िता का बयान दर्ज कराकर लौट रही थी पुलिस
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस टीम अपहरण केस में पीड़िता का बयान दर्ज कराने के बाद कोर्ट से लौट रही थी। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक प्रणवीर सिंह, महिला आरक्षी शशि सिंह, आरक्षी मनोज कुमार, आरक्षी शुमम मौजूद थे। ये भी पढ़ें… औलाद नहीं हुई तो पत्नी को मार डाला: बदायूं में गला दबाया फिर चाकू से गोदा; बोला- पत्नी मेरे अंदर कमी बताती, ताना मारती थी बदायूं में निदा उर्फ समरीन का कत्ल उसके पति सरताज ने किया था। घटना की वजह शादी के 4 साल बीतने के बाद भी बच्चे न होना बनी। आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया। इस हत्याकांड का पुलिस ने 14 घंटे में खुलासा कर दिया। पति ने बताया- हमारे बच्चा नहीं हो रहा था। पत्नी मेरे अंदर कमी बताती थी। इस बात को लेकर आए दिन ताना मारती थी। SSP डॉक्टर ब्रजेश सिंह ने बताया- पुलिस ने मंगलवार दोपहर कोतवाली उझानी के गांव मानकपुर में रहने वाले सरताज को कस्टडी में लिया। उसने पूछताछ में पत्नी की हत्या करना कबूल कर लिया। पढ़ें पूरी खबर…
शिमला में पुरुषों को भी देना होगा शौच-शुल्क:नगर निगम की मीटिंग में फैसला; नए साल में लागू होगा, लोकल व्यापारियों के बनेंगे कार्ड
शिमला में पुरुषों को भी देना होगा शौच-शुल्क:नगर निगम की मीटिंग में फैसला; नए साल में लागू होगा, लोकल व्यापारियों के बनेंगे कार्ड हिमाचल की राजधानी शिमला में नगर निगम ने सार्वजनिक शौचालयों में पुरुषों के टॉयलेट करने पर 5 रुपए शुल्क लेने का फैसला लिया है। महिलाओं से पहले ही 5 रुपए वसूल किए जा रहे है। अब एक समानता लाते हुए पुरुषों के लिए भी यह शुल्क नए साल में शुरू होगा। इससे पहले हिमाचल की कांग्रेस सरकार टॉयलेट टैक्स के कारण देशभर में सुर्खियां बटोर चुकी है। अब शिमला नगर निगम का यह फैसला चर्चा में आया है। यह फैसला निगम की सोमवार को हुई मासिक बैठक में लिया गया। इससे पहले मीटिंग में विस्तृत चर्चा हुई। चर्चा के बाद निगम ने बड़े शौचालय में शौच शुल्क वसूलने का फैसला लिया। नगर निगम को सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइज़ेशन ने पुरुषों व महिलाओं दोनों से शौच शुल्क लेने का प्रस्ताव भेजा गया था। शिमला शहर में 130 में से 30 लॉयलेट पर लगेगा शुल्क शिमला शहर में नगर निगम की परिधि में 130 शौचालय हैं। इनमें से शहर के प्रमुख स्थलों पर बने 30 शौचालय में पुरुषों से शुल्क लिया जाएगा। जाहिर है कि यह राशि लोकल के साथ साथ टूरिस्ट को भी चुकानी पड़ेगी। मेयर बोले यह कोई टॉयलेट टैक्स नहीं नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह टॉयलेट टैक्स नहीं है, बल्कि इसे मेंटेनेंस के लिए वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम शिमला सुलभ शौचालय को टॉयलेट की मेंटेनेंस के लिए पैसे देता है। मेंटेनेंस के लिए यह शुल्क लगाया जा रहा है। निगम शिमला की योजना है कि शहर के करीब 25 से 30 ऐसे सार्वजनिक शौचालयों पर यूरिन शुल्क वसूला जाए। जहां लोगों की ज्यादा भीड़ होती है। यह शौचालय शिमला के मुख्य बाजार के आसपास हैं। उन्होंने कहा, नगर निगम स्थानीय दुकानदारों के कार्ड बनाएगा। इसमें दुकान मालिक के साथ वहां काम करने वालों को यूरिन जाने पर कार्ड दिखाना होगा। कार्ड बनाने के लिए 100 से 150 रुपए पर फीस ली जाएगी। वहीं शौचालयों के बाहर यूपीआई पेमेंट की व्यवस्था की जाएगी। इस पर स्कैन करके भी लोग पेमेंट कर सकेंगे। शिमला के व्यापारी विरोध में उतरे शिमला के कारोबारी निगम के इस फैसले का विरोध कर रहे है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव ठाकुर ने बताया कि शौच शुल्क वसूली का फैसला कारोबारियों पर सरासर बोझ है। शौचालयों की हालत काफी खस्ता है। कारोबारियों से विभिन्न प्रकार के टैक्स लिए जा रहे हैं। सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है।