पंजाब के फाजिल्का में एक सड़क हादसे ने एक परिवार को तबाह कर दिया। गांव लक्खे कड़ाईयां के पास ओवरटेक करते समय ट्रक और पिकअप की आमने-सामने की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हो गए। सभी लोग ब्यास नदी में अस्थि विसर्जन करने के लिए जा रहे थे। घटना उस समय हुई जब परिवार अपनी मृत ताई विद्या बाई की अस्थियां लेकर ब्यास नदी की ओर जा रहा था। मृतक दलबीर सिंह के बेटे सुरजीत सिंह ने बताया कि करीब 10 दिन पहले उनकी ताई विद्या बाई का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। आज परिवार और रिश्तेदारों के करीब 20 लोग पिकअप में सवार होकर गांव मुहार सोना से अस्थि विसर्जन के लिए ब्यास जा रहे थे, कि गांव लक्खे कड़ाईयां के पास ओवरटेक करते समय से आ रहे ट्रक ने 16 टायरा ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद पिकअप सवार लोगो में चीख पुकार मच गई। घायलों में एक की हालत नाजुक हादसे होने के बाद मौके पर आसपास के लोग और राहगीर जमा हो गए। इस हादसे में दुर्घटना में 50 वर्षीय दलबीर सिंह और 60 वर्षीय बुआ रुका बाई की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से एक की हालत गंभीर होने के कारण उसे फरीदकोट रेफर कर दिया गया है। मृतकों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। पंजाब के फाजिल्का में एक सड़क हादसे ने एक परिवार को तबाह कर दिया। गांव लक्खे कड़ाईयां के पास ओवरटेक करते समय ट्रक और पिकअप की आमने-सामने की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हो गए। सभी लोग ब्यास नदी में अस्थि विसर्जन करने के लिए जा रहे थे। घटना उस समय हुई जब परिवार अपनी मृत ताई विद्या बाई की अस्थियां लेकर ब्यास नदी की ओर जा रहा था। मृतक दलबीर सिंह के बेटे सुरजीत सिंह ने बताया कि करीब 10 दिन पहले उनकी ताई विद्या बाई का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। आज परिवार और रिश्तेदारों के करीब 20 लोग पिकअप में सवार होकर गांव मुहार सोना से अस्थि विसर्जन के लिए ब्यास जा रहे थे, कि गांव लक्खे कड़ाईयां के पास ओवरटेक करते समय से आ रहे ट्रक ने 16 टायरा ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद पिकअप सवार लोगो में चीख पुकार मच गई। घायलों में एक की हालत नाजुक हादसे होने के बाद मौके पर आसपास के लोग और राहगीर जमा हो गए। इस हादसे में दुर्घटना में 50 वर्षीय दलबीर सिंह और 60 वर्षीय बुआ रुका बाई की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से एक की हालत गंभीर होने के कारण उसे फरीदकोट रेफर कर दिया गया है। मृतकों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहगढ़ साहिब और खन्ना में वकीलों की हड़ताल:सुनाम में वकील से मारपीट का विरोध; लायर्स प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग
फतेहगढ़ साहिब और खन्ना में वकीलों की हड़ताल:सुनाम में वकील से मारपीट का विरोध; लायर्स प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग पंजाब के सुनाम में एक वकील से मारपीट की घटना के विरोध में प्रदेश भर के वकील आज हड़ताल पर हैं। फतेहगढ़ साहिब और खन्ना में एक दिन में एक हजार से अधिक केसों की सुनवाई नहीं हो सकेगी। इन केसों में अगली तारीख ही दी जाएगी। क्योंकि कोई भी वकील अदालत में पेश नहीं होगा। फतेहगढ़ साहिब में जिला बार एसोसिएशन है। यहां 12 अदालतें हैं। प्रत्येक अदालत में 50 से अधिक केस सुनवाई के लिए होते हैं। यहां जिला सेशन जज, अतिरिक्त जिला सेशन जज की अदालतें हैं। ऐसे में वकीलों की हड़ताल से काम ठप है। वकीलों ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर इतना बिगड़ चुका है कि कोई भी सेफ नहीं है। वहीं, खन्ना, समराला और पायल सब डिवीजनों में भी वकीलों की हड़ताल से किसी केस की सुनवाई नहीं हो सकी। फतेहगढ़ साहिब जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अमरदीप सिंह धारणी ने कहा कि पंजाब सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। डॉक्टर, वकील, पुलिस तक सेफ नहीं है। सुनाम घटना के बाद वकीलों में रोष है। सरकार को वकीलों की सुरक्षा के लिए लायर्स प्रोटेक्शन लॉ बनाना चाहिए।
लुधियाना में प्रिंकल फायरिंग का नाभा जेल कनैक्शन:विचाराधीन कैदी को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी पुलिस,दो युवकों ने की रेकी,नजदीक ही लिया होटल
लुधियाना में प्रिंकल फायरिंग का नाभा जेल कनैक्शन:विचाराधीन कैदी को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी पुलिस,दो युवकों ने की रेकी,नजदीक ही लिया होटल पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार की रात कुछ बाइक और एक्टिवा सवार बदमाशों ने खुड्डा मोहल्ला में जूता कारोबारी प्रिंकल की दुकानों पर फायरिंग की। फायरिंग का नाभा जेल कनैक्शन सामने आ रहा है। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि कुछ शूटर तो लोकल थे लेकिन कुछ शूटर नाभा जेल से एक विचारधीन कैदी ने तैयार किए थे। उस विचारधीन कैदी को भी जल्द जिला पुलिस नाभा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी। जेल में बैठे विचाराधीन कैदी ने ही वारदात देने के लिए हथियारों और शूटरों के ठहरने का बंदोबस्त किया। उक्त आरोपी का अभी नाम जगजाहिर नहीं पुलिस ने किया। वहीं बता दे रिषभ ने नाभा जेल में काफी समय व्यत्ती किया है। इस कारण उसके नाभा जेल में भी काफी लिंक है। हमले से पहले दुकान के बाहर हुई रेकी वारदात को अंजाम देने से पहले दो युवकों ने दुकान की रेकी की, जिसके बाद उन्होंने प्रिंकल का दुकान में बैठे होने का मैसेज बाकि के साथियो को दिया। उस दौरान शाम 5:57 पर वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर को कब्जे में लेकर वारदात वाले दिन दुकान में आने जाने वाले सभी लोगों का रिकार्ड जुटाना शुरू कर दिया है। मामले की गहनता से जांच चल रही है। बता दें फिलहाल नाभा जेल में हुई प्लानिंग को लेकर जिला पुलिस ने अभी चुप्पी साधी है। वारदात से 2 दिन पहले बदमाश होटल में ठहरे
हमलावर घटना को अंजाम देने से 2 दिन पहले ही ब्राउन रोड पर एक होटल में आकर ठहरे थे। जिन्होंने वारदात को अंजाम देने से करीब आधा घंटा पहले ही कमरा खाली कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने वारदात को अंजाम देकर वहां से एक्टिवा पर सवार होकर छुपते छिपाते रहे। बदमाशों ने वारदात वाली जगह से कमरा इसलिए नजदीक लिया ताकि प्रिंकल की हर हरकत पर वह लोग नजर रख सके। पुलिस प्रिंकल और रिषभ बेनीपाल दोनों के इंटरनेट सोशल मीडिया खाते चैक कर रही है। क्योंकि प्रिंकल और नानू दोनो में लंबे समय से एक दूसरे को इंटरनेट मीडिया पर धमका रहे थे और गाली गलौच कर रहे थे। इसलिए दोनो के के पिछले 4 महीनों के रिकॉर्ड पुलिस खंगाल रही है। पहले रद्द कर दी थी कत्ल की योजना
सूत्र बताते है कि नानू द्वारा उक्त वारदात को पहले अंजाम दिया जाना था, जिसके लिए हथियार और प्लानिंग सबकुछ हो चुका था। लेकिन फिर एकदम से प्लानिंग कैंसिल कर दी गई, उसके पीछे का कारण आरोपियों के ठीक होने के बाद क्लियर होगा। फिलहाल पुलिस लगातार बदमाशों को दबोचने में जुटी है। देर रात तक CIA स्टाफ की टीमें लुटेरों को दबोचने के लिए रेड कर रही है।
बरनाला में ट्राइडेंट फैक्ट्री में लगी आग:50 से ज़्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने पाया काबू, अभी तक कारण का पता नहीं
बरनाला में ट्राइडेंट फैक्ट्री में लगी आग:50 से ज़्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने पाया काबू, अभी तक कारण का पता नहीं बरनाला के गांव धोला में धागे और कागज की मशहूर ट्राइडेंट फैक्ट्री में भयानक आग लग गई। यह आग इतनी भयानक थी कि इससे निपटने के लिए पूरे पंजाब से करीब 50 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। आग पर काबू पाने का काम रातभर चलता रहा। आग डिस्ट्रीब्यूटरी में भूसे के गोदाम में लगी थी। जहां भारी मात्रा में भूसा और सूखी लकड़ियां स्टोर करके रखी हुई थीं। बहुत तेज हवा के कारण आग कुछ ही सेकंड में काफी फैल गई, जिस पर काबू पाना मुश्किल हो गया। फैक्ट्री में भी आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसकी लपटें 20-25 किलोमीटर दूर से आसमान में देखी जा सकती थीं। ट्राइडेंट फैक्ट्री में आग लगने के कारण गांव के लोगों में दहशत फैल गई है। जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग फैक्ट्री के बाहर इकट्ठा होने लगे। जिन्हें पुलिस प्रशासन ने फैक्ट्री के अंदर जाने से रोक दिया। इसके कारण पब्लिक के बाहर काफी हंगामा हुआ। ट्राइडेंट निर्माता के प्रधान रूपिंदर गुप्ता ने बताया कि इस आग से कोई नुकसान नहीं हुआ है। देखिए हादसे की फोटोज…। आग लगने के कारणों का अभी पता चला सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया। लोगों को सोशल मीडिया के जरिए अफवाहों से सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन की ओर से सुनील गर्ग ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। ट्राइडेंट के अधिकारियों के साथ सिविल प्रशासन और पुलिस प्रशासन लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। यह इलाका कार्य क्षेत्र से काफी दूर है, जिस कारण आग लगने से कोई जनहानि नहीं हुई।