झज्जर के गांव देवरखाना में रविवार को ब्राह्मण महासभा की बैठक हुई। जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया गया। बैठक में राज प्रधान देवरखाना और पंडित संत सुरेहती महासचिव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि इन आरोपों से ब्राह्मण समाज में गहरा रोष है। राज प्रधान ने स्पष्ट किया कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि मोहनलाल बड़ौली की वजह से हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बनी है, जिसे कुछ शरारती तत्व हजम नहीं कर पा रहे हैं। महासभा ने मामले में षड्यंत्र करने वालों की जांच की मांग की है और दोषियों को सजा देने की मांग की है। बैठक में ब्राह्मण समाज के प्रमुख नेताओं में रामेश दरोगा, धरमवीर गुढा, सुभाष कलोई, योगेश, श्रीभगवान सिलानी, समेराम, विवेक कुमार, विजय कुमार, अंकित शर्मा छबीली, जागदीश सिलानी, दीपक दादरी, प्रमोद कुमार खरहर, बाल किशन भदाना सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्य और ग्रामीण मौजूद रहे। झज्जर के गांव देवरखाना में रविवार को ब्राह्मण महासभा की बैठक हुई। जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया गया। बैठक में राज प्रधान देवरखाना और पंडित संत सुरेहती महासचिव की अध्यक्षता में कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि इन आरोपों से ब्राह्मण समाज में गहरा रोष है। राज प्रधान ने स्पष्ट किया कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि मोहनलाल बड़ौली की वजह से हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बनी है, जिसे कुछ शरारती तत्व हजम नहीं कर पा रहे हैं। महासभा ने मामले में षड्यंत्र करने वालों की जांच की मांग की है और दोषियों को सजा देने की मांग की है। बैठक में ब्राह्मण समाज के प्रमुख नेताओं में रामेश दरोगा, धरमवीर गुढा, सुभाष कलोई, योगेश, श्रीभगवान सिलानी, समेराम, विवेक कुमार, विजय कुमार, अंकित शर्मा छबीली, जागदीश सिलानी, दीपक दादरी, प्रमोद कुमार खरहर, बाल किशन भदाना सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्य और ग्रामीण मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कैथल में व्यापारी को खालिस्तानी कहकर किया हमला:रात के समय जा रहा था अपने घर, रेलवे फाटक के पास ईंटों से वार
कैथल में व्यापारी को खालिस्तानी कहकर किया हमला:रात के समय जा रहा था अपने घर, रेलवे फाटक के पास ईंटों से वार हरियाणा के कैथल में दो युवकों ने फर्नीचर शोरूम संचालक को खालिस्तानी कह उस पर ईंटों से हमला कर दिया। यह घटना सोमवार देर शाम की है। यह शोरूम संचालक रात के समय करनाल रोड से बस स्टैंड की तरफ जा रहा था, तो रेलवे फाटक के पास दो युवकों ने उसे ईंटे मार दी। ईंटे मारने के बाद युवक मौके से ही भाग गए। घायल को अस्पताल में कराया भर्ती जानकारी अनुसार फर्नीचर शोरूम संचालक सुखविंद्र सिंह उर्फ बब्बू पर यह हमला किया गया है। इस हमले के बाद शोरुम संचालक सुखविंद्र सिंह बूरी तरह से घायल हो गया। इसके बाद उसे जिला नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घर जाते वक्त किया हमला घायल सुखविंद्र ने बताया कि उसका घर नया बस स्टैंड के पास स्थित है। ऐसे में वह पिहोवा चौक से करनाल रोड से होकर घर जा रहा था। उसी समय उसकी स्कूटी के पीछे बाइक पर दो युवक आए। जब वह रेलवे फाटक के पास पहुंचा तो उस पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों ने उस पर ईंटों से हमला किया। इस घटना के बाद जब आस-पास के लोग पहुंचे तो यह दो युवक फरार हो गए। अभी तक हमलावरों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
नूंह में ब्रजमंडल यात्रा को लेकर हिंदू संगठनों की पंचायत:मुस्लिम सामाजिक संगठनों ने भी ज्ञापन सौंपा; सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग
नूंह में ब्रजमंडल यात्रा को लेकर हिंदू संगठनों की पंचायत:मुस्लिम सामाजिक संगठनों ने भी ज्ञापन सौंपा; सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग हरियाणा के नूंह में 22 जुलाई को प्रस्तावित ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा की तैयारी को लेकर गुरुवार को गांव किरा स्थित वीर भगत सिंह गौशाला में एक पंचायत हुई। इसमें आसपास के गांवों के अलावा नूंह, पुन्हाना, पिनगवां, तावडू, पलवल, हथीन, सोहना, गुरुग्राम समेत विभिन्न स्थानों के प्रमुख लोगों ने भाग लिया। पंचायत में यात्रा को शांतिपूर्वक एवं भव्य तरीके से निकालने पर चर्चा की गई। पंचायत में तय हुआ कि पंचायत समिति के सदस्य डीसी धीरेन्द्र खड़गटा को ज्ञापन सौंपेंगे। ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के पहले सोमवार को नूंह के नलहड मंदिर से शुरू होकर, फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर होते हुए सिंगार गांव के शिव मंदिर पर संपन्न होती है। पिछले वर्ष इस यात्रा पर मुस्लिम समुदाय के असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया था। इसमें छह लोगों की मौत हुई थी। पंचायत में कहा गया कि इस बार यह यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो, इसकी जिम्मेदारी हिंदू समाज के साथ साथ मुस्लिम समाज की भी बनती है। साथ ही सरकार व जिला प्रशासन भी सुरक्षा के पुख़्ता इंतजाम करे, ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो। पंचायत में सरदार जी एस मलिक, टेकचंद सैनी तावडू, पंडित योगेश शर्मा हिलालपुर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप देशवाल, हरियाणा स्टाफ सलेक्शन बोर्ड के पूर्व सदस्य मास्टर सुरेन्द्र सिंह, युवा भाजपा नेता बीरपाल कालियाका, रमेश मानुवास, पूर्व चेयरमैन वीरेंदर गांगोली, भारत भूषण हथीन, नत्थू गुर्जर आदि ने कहा कि इस बार जलाभिषेक यात्रा में बहुत बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे और यात्रा बड़े ही भव्य तरीक़े से सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न होगी। वहीं दूसरी तरफ इस यात्रा के संबंध में मुस्लिम समाज से जुड़े सामाजिक संगठनों ने भी ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि इस यात्रा से क्षेत्र का आपसी भाईचारा खराब होता हैं। इसलिए बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार के कार्य की छूट प्रशासन द्वारा ना दी जाए। मेवात विकास सभा के दीन मोहम्मद मामलीका, एडवोकेट रमजान चौधरी, आसिफ अली , अख्तर हुसैन चंदेनी आदमी ने कहा कि पिछले वर्ष यात्रा के दौरान हुई हिंसा से क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है इसलिए ऐसे किसी भी कार्य के लिए कोई छूट नहीं दी जाए।
हरियाणा-दिल्ली में दहशत फैलाने वाला गैंगस्टर खैरमपुरिया कौन:मां को तंग करने पर मामा पर की थी फायरिंग, पैरोल पर आने के बाद 4 कत्ल
हरियाणा-दिल्ली में दहशत फैलाने वाला गैंगस्टर खैरमपुरिया कौन:मां को तंग करने पर मामा पर की थी फायरिंग, पैरोल पर आने के बाद 4 कत्ल हरियाणा के सोनीपत शहर के फेमस मातूराम हलवाई की शॉप के बाहर एक के बाद एक 30 राउंड गोलियां चली। एक गोली दूध बेचने वाले शख्स को भी लगी। फायरिंग करने वाले शूटर दुकान पर एक पर्ची फेंक गए, जिसमें 2 करोड़ रुपए की फिरौती और हरियाणा के गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। यहीं वो दिन था, जब काला राणा का नाम अपराध की दुनिया में लाइमलाइट में आया। हिसार शहर में नामी महिंद्रा कंपनी के शोरूम में रूटीन की तरह पूरा स्टाफ अपने काम में लगा हुआ था। दोपहर के समय एक बाइक पर तीन शूटर पहुंचे। शूटर्स ने अंधाधुंध 35 से ज्यादा राउंड फायरिंग की और 5 करोड़ रुपए की फिरौती से संबंधित एक पर्ची फेंक कर फरार हो गए। इस पर्ची में भी हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। इसके बाद तो पुलिस के लिए काला राणा एक तरह से टारगेट बन गया। हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने राकेश उर्फ काला को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हिसार के गांव खैरमपुर के रहने वाले राकेश को क्राइम की दुनिया में काला खैरमपुरिया के नाम से जाना जाता हैं। महज 22 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख सनसनी फैलाने वाले इस सनकी मिजाज काला राणा ने पिछले एक लाल में हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली पुलिस के सामने भी कई बार चुनौती पेश की। ये बात भी सामने आई कि पिता की मौत के बाद काला की मां को मामा परेशान कर रहे थे। इस पर उसने साथियों के साथ मिलकर मामा पर फायरिंग करवा दी थी। हालांकि उसमें मामा बच गया था। 2024 में पहली वारदात, सजा के बाद देश छोड़ भागा
STF से मिली जानकारी के मुताबिक, काला खैरमपुरिया का पहली बार नाम 2014 में हिसार जिले में हुई एक लूट की वारदात में सामने आया। इस केस में जेल चला गया। यहां उसकी कुछ लोकल बदमाशों से दोस्ती हो गई। जेल से छूटने के बाद उसने इलाके में कई अन्य वारदातें की, लेकिन 2015 में उसने राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक शख्स की हत्या कर सबसे बड़ी वारदात को अंजाम दिया। राजस्थान पुलिस ने कुछ समय बाद उसे पकड़ भी लिया और वह हनुमानगढ़ जेल में बंद रहा। 2018 में उसे इसी कत्ल केस में हनुमानगढ़ की अदालत से उम्रकैद की सजा हो गई। हनुमानगढ़ जेल में रहते हुए उसके संपर्क उत्तर भारत में एक्टिव कई बड़े गैंगस्टर से हो गए। सजा के 2 साल बाद उसे 2020 में कोर्ट से पैरोल मिल गई, लेकिन काला खैरमपुरिया वापस जेल जाने की बजाए फरार हो गए। इसके बाद तो उसने ऐसा आतंक मचाया कि टारगेट किलिंग, हत्या का प्रयास, लूट, फिरौती, रंगदारी जैसे 14 वारदातों को या तो खुद अंजाम दिया या फिर विदेश में बैठकर अपने गुर्गो के जरिए अंजाम दिलवाया। उसने 2021 में फतेहाबाद जिले के गांव दरौली में एक शख्स की हत्या की। इसके साथ ही हनुमानगढ़, सिरसा, हिसार में कई जगह गोलियां चलाकर फिरौती मांगी। जब वह पुलिस के लिए सिरदर्द बनने लगा तो वह कुछ समय के लिए शांत बैठ गया। 2023 में उसने फर्जी पते पर फर्जी पासपोर्ट तैयार कराया और फिर पहले यूएई, आर्मीनिया के बाद थाईलैंड पहुंच गया। गैंगस्टर भाऊ और नीरज के संपर्क में आया
यहां पहुंचने के बाद काला राणा गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया के संपर्क में आया। इन दोनों बड़े गैंगस्टर के साथ मिलकर अपनी गैंग को दिल्ली-हरियाणा में एक्टिव कर दिया। गैंग के गुर्गों के जरिए उसने सोनीपत में मातूराम हलवाई के यहां फिरौती के लिए फायरिंग कराई। इसके बाद सोनीपत में ही शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल करा दिया। यही नहीं काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के तिलक नगर में एक नामी शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। उसके बाद 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में अमन जून नाम के शख्स की गैंगवारी में हत्या करा दी। 24 जून को उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। एक बाद एक काला खैरमपुरिया का नाम पुलिस के रोजनामचे में चढ़ता गया। हिसार की घटना के बाद पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी काफी किरकिरी हुई। इसी के चलते एसटीएफ ने कमान संभाली और फिर सबसे पहले पुलिस ने उस पते को ढूंढ निकाला, जिसके जरिए काला फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देश छोड़कर भागा था। पुलिस ने उसी पते के आधार पर काला की ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली और फिर उसका पुख्ता ठिकाना पता लगने के बाद पासपोर्ट रद्द करवाकर उसे अरेस्ट कर लिया।