बहू अपर्णा से अखिलेश बोले- आगे बैठो:शिवपाल ने बैठने की जगह बनाई; सैफई में चाचा के शांति हवन में एकजुट हुआ यादव परिवार

बहू अपर्णा से अखिलेश बोले- आगे बैठो:शिवपाल ने बैठने की जगह बनाई; सैफई में चाचा के शांति हवन में एकजुट हुआ यादव परिवार

इटावा के सैफई में सोमवार को मुलायम सिंह यादव के परिवार का नजारा काफी अलग दिखा। मौका था मुलायम सिंह के भाई राजपाल यादव की आत्मा की शांति के लिए हो रहे धार्मिक अनुष्ठान का। इस मौके पर पूरा यादव परिवार एकजुट दिखा। इस दौरान जब मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव वहां पहुंचीं, तो अखिलेश यादव ने उसे आगे बैठने के लिए कहा। चाचा शिवपाल ने भी बहू अपर्णा के लिए बैठने की जगह बनाई। पहले से बैठे लोगों से थोड़ा खिसकने को कहा। यादव परिवार की यह एकजुटता काफी समय बाद देखने को मिली। पहले 2 तस्वीरें परिवार के सदस्यों ने हवन कुंड में दी आहुतियां
सैफई गांव में सोमवार को मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल यादव के निधन के बाद शांति हवन कार्यक्रम हुआ। इसमें गांव-समाज के हजारों लोग पहुंचे। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, पत्नी डिंपल, बेटी अदिति 18 जनवरी को ही सैफई पहुंच गए थे। शिवपाल सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव और आदित्य यादव सहित परिवार के अन्य सदस्य भी हवन के दौरान मौजूद रहे। अखिलेश चाचा शिवपाल के बगल में बैठे थे। हवन का कार्यक्रम शुरू होने से कुछ मिनट पहले ही वहां मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव भी चाचा को श्रद्धांजलि देने पहुंच गईं। वह अखिलेश के पीछे की तरफ बैठने लगीं। यह देखकर अखिलेश ने हाथों के इशारे से कहा कि पीछे नहीं, आगे बैठो। इस पर शिवपाल भी लोगों से थोड़ा खिसकने के लिए कहने लगे। अपर्णा भी अपने जेठ और चाचा का सम्मान करते हुए आगे आकर बैठ गईं। इसके बाद करीब 11 बजे वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ शांति हवन शुरू हुआ और परिवार के सभी सदस्यों ने आहुतियां दीं। हवन दोपहर करीब 1 बजे तक चला। हवन के बाद श्रद्धांजलि सभा हुई। इसके बाद शांति हवन में शामिल आचार्यों को ब्रह्मभोज कराया गया। 9 जनवरी को हुआ था मुलायम के भाई राजपाल का निधन सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल यादव का 9 जनवरी को 73 साल की उम्र में निधन हो गया था। वह काफी समय से बीमार थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। पैतृक आवास से 1 किलोमीटर दूर राजपाल यादव के खेत में उनका अंतिम संस्कार किया गया था। राजपाल यादव के बेटे अभिषेक यादव इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। अब अपर्णा यादव की बात… मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव को भाजपा ने जून, 2024 में महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाया था। वह विधानसभा चुनाव- 2022 से पहले भाजपा में शामिल हो गई थीं। अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव में लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से भाजपा का टिकट भी मांग रही थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। यही नहीं, पिछले महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाने से पहले उन्हें भाजपा ने कोई पद नहीं दिया। अपर्णा मुलायम की दूसरी पत्‍नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्‍नी हैं। अपर्णा का जन्‍म 1 जनवरी, 1990 को हुआ था। उनके पिता अरविंद सिंह बिष्‍ट एक मीडिया कंपनी में थे। सपा की सरकार में वह सूचना आयुक्‍त भी रहे। अपर्णा की मां अंबी बिस्‍ट अधिकारी हैं। अपर्णा की स्‍कूली पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्‍वेंट से हुई है। बताया जाता है कि प्रतीक यादव को वह स्कूल के दिनों से ही जानती थीं। उत्तर प्रदेश भाजपा ने 3 सितंबर को 4 साल बाद राज्य महिला आयोग का गठन किया। आगरा की बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया। गोरखपुर की चारू चौधरी को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। साल-2010 में अपर्णा और प्रतीक की सगाई हुई और दिसम्‍बर 2011 में दोनों विवाह बंधन में बंध गए। विवाह समारोह का पूरा आयोजन मुलायम सिंह के पैतृक गांव सैफई में किया गया था। अपर्णा और प्रतीक की एक बेटी है, जिसका नाम प्रथमा है। अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था। उस चुनाव में उन्‍हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था। बड़ा सवाल, अपर्णा का राजनीतिक कद बढ़ा या नहीं?
अपर्णा यादव के महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनते ही राजनीतिक गलियारों में इस पर चर्चा शुरू हो गई थी कि क्या उनका राजनीतिक कद बढ़ा? भाजपा के ही कुछ नेताओं ने दैनिक भास्कर से बातचीत में माना था कि अर्पणा के राजनीतिक कद के मुताबिक, उपाध्यक्ष का पद उनके लिए मुफीद नहीं है। 3 साल की मशक्कत के बाद उन्हें केवल उपाध्यक्ष का पद मिलना राजनीतिक लिहाज से घाटे का सौदा है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अर्पणा को सपा के खिलाफ उपयोग किया था। ऐसे में उन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष बनाना चाहिए था। अपर्णा भी इस बात को बखूबी जानती हैं। इसीलिए वह लगातार शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के परिवार से नजदीकी बनाकर रखती हैं। ——————- यह खबर भी पढ़ें प्रेमानंदजी संभल डीएम से बोले-बिना डरे अपना काम करें, आप महात्मा हैं मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज से संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया मिलने पहुंचे। वृंदावन स्थित राधा केली कुंज के दरबार में डीएम ने प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। महाराज ने उन्हें कर्तव्य का पाठ पढ़ाया। उन्हें बिना डरे और निष्पक्ष होकर प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करने का भी मंत्र दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर इटावा के सैफई में सोमवार को मुलायम सिंह यादव के परिवार का नजारा काफी अलग दिखा। मौका था मुलायम सिंह के भाई राजपाल यादव की आत्मा की शांति के लिए हो रहे धार्मिक अनुष्ठान का। इस मौके पर पूरा यादव परिवार एकजुट दिखा। इस दौरान जब मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव वहां पहुंचीं, तो अखिलेश यादव ने उसे आगे बैठने के लिए कहा। चाचा शिवपाल ने भी बहू अपर्णा के लिए बैठने की जगह बनाई। पहले से बैठे लोगों से थोड़ा खिसकने को कहा। यादव परिवार की यह एकजुटता काफी समय बाद देखने को मिली। पहले 2 तस्वीरें परिवार के सदस्यों ने हवन कुंड में दी आहुतियां
सैफई गांव में सोमवार को मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल यादव के निधन के बाद शांति हवन कार्यक्रम हुआ। इसमें गांव-समाज के हजारों लोग पहुंचे। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, पत्नी डिंपल, बेटी अदिति 18 जनवरी को ही सैफई पहुंच गए थे। शिवपाल सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप यादव और आदित्य यादव सहित परिवार के अन्य सदस्य भी हवन के दौरान मौजूद रहे। अखिलेश चाचा शिवपाल के बगल में बैठे थे। हवन का कार्यक्रम शुरू होने से कुछ मिनट पहले ही वहां मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव भी चाचा को श्रद्धांजलि देने पहुंच गईं। वह अखिलेश के पीछे की तरफ बैठने लगीं। यह देखकर अखिलेश ने हाथों के इशारे से कहा कि पीछे नहीं, आगे बैठो। इस पर शिवपाल भी लोगों से थोड़ा खिसकने के लिए कहने लगे। अपर्णा भी अपने जेठ और चाचा का सम्मान करते हुए आगे आकर बैठ गईं। इसके बाद करीब 11 बजे वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ शांति हवन शुरू हुआ और परिवार के सभी सदस्यों ने आहुतियां दीं। हवन दोपहर करीब 1 बजे तक चला। हवन के बाद श्रद्धांजलि सभा हुई। इसके बाद शांति हवन में शामिल आचार्यों को ब्रह्मभोज कराया गया। 9 जनवरी को हुआ था मुलायम के भाई राजपाल का निधन सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल यादव का 9 जनवरी को 73 साल की उम्र में निधन हो गया था। वह काफी समय से बीमार थे। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। पैतृक आवास से 1 किलोमीटर दूर राजपाल यादव के खेत में उनका अंतिम संस्कार किया गया था। राजपाल यादव के बेटे अभिषेक यादव इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। अब अपर्णा यादव की बात… मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव को भाजपा ने जून, 2024 में महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाया था। वह विधानसभा चुनाव- 2022 से पहले भाजपा में शामिल हो गई थीं। अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव में लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से भाजपा का टिकट भी मांग रही थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। यही नहीं, पिछले महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाने से पहले उन्हें भाजपा ने कोई पद नहीं दिया। अपर्णा मुलायम की दूसरी पत्‍नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्‍नी हैं। अपर्णा का जन्‍म 1 जनवरी, 1990 को हुआ था। उनके पिता अरविंद सिंह बिष्‍ट एक मीडिया कंपनी में थे। सपा की सरकार में वह सूचना आयुक्‍त भी रहे। अपर्णा की मां अंबी बिस्‍ट अधिकारी हैं। अपर्णा की स्‍कूली पढ़ाई लखनऊ के लोरेटो कॉन्‍वेंट से हुई है। बताया जाता है कि प्रतीक यादव को वह स्कूल के दिनों से ही जानती थीं। उत्तर प्रदेश भाजपा ने 3 सितंबर को 4 साल बाद राज्य महिला आयोग का गठन किया। आगरा की बबीता चौहान को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया। गोरखपुर की चारू चौधरी को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। साल-2010 में अपर्णा और प्रतीक की सगाई हुई और दिसम्‍बर 2011 में दोनों विवाह बंधन में बंध गए। विवाह समारोह का पूरा आयोजन मुलायम सिंह के पैतृक गांव सैफई में किया गया था। अपर्णा और प्रतीक की एक बेटी है, जिसका नाम प्रथमा है। अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से लड़ा था। उस चुनाव में उन्‍हें भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने हरा दिया था। बड़ा सवाल, अपर्णा का राजनीतिक कद बढ़ा या नहीं?
अपर्णा यादव के महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनते ही राजनीतिक गलियारों में इस पर चर्चा शुरू हो गई थी कि क्या उनका राजनीतिक कद बढ़ा? भाजपा के ही कुछ नेताओं ने दैनिक भास्कर से बातचीत में माना था कि अर्पणा के राजनीतिक कद के मुताबिक, उपाध्यक्ष का पद उनके लिए मुफीद नहीं है। 3 साल की मशक्कत के बाद उन्हें केवल उपाध्यक्ष का पद मिलना राजनीतिक लिहाज से घाटे का सौदा है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अर्पणा को सपा के खिलाफ उपयोग किया था। ऐसे में उन्हें महिला आयोग का अध्यक्ष बनाना चाहिए था। अपर्णा भी इस बात को बखूबी जानती हैं। इसीलिए वह लगातार शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के परिवार से नजदीकी बनाकर रखती हैं। ——————- यह खबर भी पढ़ें प्रेमानंदजी संभल डीएम से बोले-बिना डरे अपना काम करें, आप महात्मा हैं मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज से संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया मिलने पहुंचे। वृंदावन स्थित राधा केली कुंज के दरबार में डीएम ने प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। महाराज ने उन्हें कर्तव्य का पाठ पढ़ाया। उन्हें बिना डरे और निष्पक्ष होकर प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करने का भी मंत्र दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर