पानीपत के नांगलखेड़ी गांव में एक महिला ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, घरेलू कलह के चलते महिला ने यह कदम उठाया। बच्चों ने मां को उल्टी करते देखा तो तुरंत अपने पिता को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही पति तुरंत घर पहुंचा। वह पत्नी को गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव को सिविल अस्पताल लाया गया। जहां पंचनामा भरकर शवगृह में रखवा दिया गया। पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर इत्तफाकिया कार्रवाई कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बच्चों ने फोन पर बताया- मम्मी ने दवाई ली, फिर उल्टियां होने लगीं पीयूष ने जानकारी देते हुए बताया कि वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। वह पिछले 24 साल से पानीपत के गांव नांगलखेड़ी में रह रहा है। वह दो बच्चों का पिता है। एक बेटी 9 साल की और छोटा बेटा 3 साल का है। उसकी पत्नी मीनाक्षी देवी (32) थी। पति ने बताया कि उसका बड़ा भाई पिछले कई दिनों से गांव से आया हुआ था। वह यहां काम के लिए आया था। उसकी पत्नी ने अब उससे कहा था कि अगर यहां काम नहीं हो रहा है तो वह यहां से चला जाए। इसी बात पर मीनाक्षी और उसके जीजा के बीच कहासुनी हो गई। शाम को जब पति घर लौटा तो उसका भी इसी बात पर पति से झगड़ा हुआ। पति ने गुस्से में पत्नी को थप्पड़ भी मार दिया। एक दिन पहले हुआ था झगड़ा जिससे वह शांत हो गई। मंगलवार सुबह वह उठी तो उसने खाना भी नहीं बनाया। दोपहर तक पति ने खुद खाना बनाया और दोनों बच्चों को खाना खिलाकर चला गया। कुछ देर बाद बच्चों ने अपने पिता को फोन करके बताया कि उनकी मां ने कोई दवा खा ली है, जिससे उन्हें उल्टियां हो रही हैं। जब वह घर आए तो देखा कि उनकी पत्नी ने सल्फास खा लिया है। पानीपत के नांगलखेड़ी गांव में एक महिला ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, घरेलू कलह के चलते महिला ने यह कदम उठाया। बच्चों ने मां को उल्टी करते देखा तो तुरंत अपने पिता को फोन पर सूचना दी। सूचना मिलते ही पति तुरंत घर पहुंचा। वह पत्नी को गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले गया। जहां डॉक्टरों ने कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव को सिविल अस्पताल लाया गया। जहां पंचनामा भरकर शवगृह में रखवा दिया गया। पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर इत्तफाकिया कार्रवाई कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बच्चों ने फोन पर बताया- मम्मी ने दवाई ली, फिर उल्टियां होने लगीं पीयूष ने जानकारी देते हुए बताया कि वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। वह पिछले 24 साल से पानीपत के गांव नांगलखेड़ी में रह रहा है। वह दो बच्चों का पिता है। एक बेटी 9 साल की और छोटा बेटा 3 साल का है। उसकी पत्नी मीनाक्षी देवी (32) थी। पति ने बताया कि उसका बड़ा भाई पिछले कई दिनों से गांव से आया हुआ था। वह यहां काम के लिए आया था। उसकी पत्नी ने अब उससे कहा था कि अगर यहां काम नहीं हो रहा है तो वह यहां से चला जाए। इसी बात पर मीनाक्षी और उसके जीजा के बीच कहासुनी हो गई। शाम को जब पति घर लौटा तो उसका भी इसी बात पर पति से झगड़ा हुआ। पति ने गुस्से में पत्नी को थप्पड़ भी मार दिया। एक दिन पहले हुआ था झगड़ा जिससे वह शांत हो गई। मंगलवार सुबह वह उठी तो उसने खाना भी नहीं बनाया। दोपहर तक पति ने खुद खाना बनाया और दोनों बच्चों को खाना खिलाकर चला गया। कुछ देर बाद बच्चों ने अपने पिता को फोन करके बताया कि उनकी मां ने कोई दवा खा ली है, जिससे उन्हें उल्टियां हो रही हैं। जब वह घर आए तो देखा कि उनकी पत्नी ने सल्फास खा लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल पहुंचे CM नायब सैनी:सीधा संवाद किया स्थगित, शिकायतों के समाधान के लिए अफसरों को निर्देश हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मौके पर आम जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को शिकायतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। जनता मुख्यमंत्री की कार्यशैली और समस्याओं के प्रति उनकी तत्परता से काफी खुश नजर आई। जनता की उम्मीदें और मुख्यमंत्री की कार्यशैली मुख्यमंत्री सैनी की कार्यशैली की जनता ने सराहना की। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जनता का हुजूम उमड़ पड़ा और सभी ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा मुख्यमंत्री ने हर संभव कोशिश की कि सभी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो। मुख्यमंत्री के इस दौरे ने करनाल के लोगों को आशा और विश्वास दिलाया है कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द होगा और उनके नेता हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। नेताओं और अधिकारियों का स्वागत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन पर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में नव नियुक्त OSD संजय बठला, घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण, निवर्तमान मेयर रेनू बाला गुप्ता सहित कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं प्रशासन की ओर से DC उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, और नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने भी उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
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हरियाणा के बूथ पर वोटों से ज्यादा मतदान:मंत्री बोले- गड़बड़ी हुई वर्ना मेरे हलके से BJP जीत जाती, अफसर जवाब नहीं दे सके हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली बवानीखेड़ा विधानसभा के 74 नंबर बूथ की EVM को लेकर घमासान मचा है। इस बूथ पर तैनात प्रिसाइडिंग अफसर की गलती की वजह से बूथ पर डाले गए वोटों को रद्द करना पड़ा। इसी वजह से इस बूथ का रिजल्ट जारी नहीं किया गया। दरअसल, 25 जून को वोटिंग शुरू होने से पहले कराए गए मॉक पोल को डिलीट कराए बिना ही प्रिसाइडिंग अफसर ने वोटिंग शुरू करवा दी। 4 जून को काउंटिंग के दिन EVM खोली गई तो यहां वोट पोल, बूथ के कुल वोट से ज्यादा मिले। अधिकारियों ने इसकी जांच की तो पता चला कि मॉक पोल को रद्द कराए बिना ही मतदान करवा दिया गया। बूथ का रिजल्ट जारी नहीं होने पर बवानीखेड़ा से भाजपा विधायक और मंत्री बिशम्बर वाल्मीकि ने हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की हलके में जीत हुई है, लेकिन अधिकारी EVM का रिजल्ट जारी नहीं कर रहे। बवानीखेड़ा विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश को 64286 वोट मिले। जबकि भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को 64004 वोट मिले। यहां जयप्रकाश 282 वोट से जीते थे। 282 वोट से हलके में हार गई BJP
मंत्री बिशम्बर वाल्मीकि का कहना है कि बवानीखेड़ा में कांग्रेस की 282 वोट से जीत दिखाई हुई है। हिसार लोकसभा में जीत का फासला 60 हजार से ऊपर का है। एक EVM की गिनती से फर्क नहीं पड़ता, लेकिन यहां बात विधानसभा में जीत की है। अगर बूथ नंबर 74 की EVM की गिनती होती है तो यहां से 413 वोट हमें मिलेंगे। मतदान के दिन भाजपा के बूथ एजेंटों के सामने यह EVM खोली गई, जिसमें भाजपा के 413 वोट थे। इस मशीन में कुल वोट 700 के करीब थे। इस हिसाब से हम बवानीखेड़ा में 125 वोट से जीतेंगे। सहायक निर्वाचन अधिकारी से फोन पर की बात
जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी बवानीखेड़ा विधानसभा के बूथ वाइज जारी रिजल्ट में बूथ नंबर 74 के नतीजों के आगे 0-0 लिखा है। जबकि इसके ऊपर बूथ नंबर 73 का रिजल्ट जारी किया हुआ है। इस बूथ में भाजपा के रणजीत चौटाला ने 437 और कांग्रेस के जयप्रकाश ने 208 वोट लिए हैं। वहीं इस बूथ के नीचे 75 नंबर बूथ पर भाजपा को 193 और कांग्रेस को 405 वोट मिले थे। मंत्री बिशम्बर वाल्मीकि ने नतीजे जारी नहीं होने पर हिसार के सहायक निर्वाचन अधिकारी से फोन पर बात की। वाल्मीकि का कहना है कि EVM का रिजल्ट जारी क्यों नहीं हुआ इस बारे में अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। वह अधिकारी की बातों से संतुष्ट नहीं हैं। जनमत का अपमान हुआ है। CM विधायकों से विधानसभाओं की हार-जीत पर सवाल करेंगे
भाजपा ने आज चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन विधायकों से सवाल जवाब करेंगे, जिनके हलकों में कांग्रेस जीत गई और भाजपा हार गई। अब बवानीखेड़ा के विधायक असमंजस में हैं कि एक EVM की गिनती काउंट नहीं होने से वह हार रहे हैं। मॉक पाल के नतीजे डिलीट नहीं किए
हिसार के चुनाव अधिकारी जगदीप मान का कहना है कि बवानीखेड़ा की 74 नंबर बूथ की EVM में मॉक पोल के रिजल्ट को डिलीट करना प्रिसाइडिंग अफसर भूल गए थे। इस कारण इस EVM के रिजल्ट जारी नहीं किए जा सकते। मॉक पोल के दोरान दबाए गए वोट लोगों के वोट में मिक्स हो गए हैं, इसलिए फेयर रिजल्ट जारी नहीं हो सकता। इसलिए रिजल्ट रोक लिया गया है जो जारी नहीं होगा।
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करनाल में डिवाइडर से टकराई कार:सोनीपत के दो भाइयों की मौत, पिता के पास दीपावली मनाने आ रहे थे हरियाणा के करनाल में काछवा रोड पर नहर के पुल पर एक कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार में सवार सोनीपत निवासी दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोनीपत के बजाना गांव के रहने वाले थे दोनों मृतको की पहचान प्रशांत(21) व साकेत(17) वासी बजाना गांव जिला सोनीपत के रूप में हुई है। दोनों ही सगे भाई थे और अभी पढ़ाई कर रहे थे। परिजनों ने बताया कि आज ही दोनों भाई गांव से करनाल में अपने ताऊ व पिता रोशन के पास दीपावली का पर्व मानने के लिए आए थे। पिता करनाल में ही एक स्कूल में शिक्षक है और ताऊ जिले जेल में पुलिस कर्मी है। ताऊ के लड़के की अकादमी में गए थे परिजनों ने बताया कि दोनों भाई पहले बाइक पर अकादमी में गए थे। उसके बाद कुछ सामान लेने के लिए वह अकादमी से काछवा की तरफ जा रहे थे। लेकिन जैसे ही नहर के पुल पर पहुंचे तो गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी डिवाइडर में जा टकारी। बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई गाड़ी मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो गाड़ी की रफ्तार बहुत ज्यादा थी। जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ा और बाद में डिवाइडर से टकराई। टक्कर इतनी भयानक थी कि गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। गाड़ी के पार्ट करीब 100 मीटर दूर तक सड़क पर बिखरे पड़े थे। पुलिस कर रही मामले की जांच सदर थाना के जांच अधिकारी यशपाल ने बताया कि पुलिस ने दोनों युवकों के शवों का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया है। वहीं क्षतिग्रस्त गाड़ी को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।