Aligarh: विदेशी छात्रों को लेकर AMU प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइंस, हुए ये बड़े बदलाव

Aligarh: विदेशी छात्रों को लेकर AMU प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइंस, हुए ये बड़े बदलाव

<p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) भारत का एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है, जहां हर साल विभिन्न देशों के छात्र उच्च शिक्षा के लिए आते हैं. विशेष रूप से ईरान, इराक और अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों से बड़ी संख्या में छात्र यहां अध्ययन करने आते हैं. यह विश्वविद्यालय न केवल अपने शिक्षण मानकों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों को एक साथ लाने के लिए भी जाना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में, विश्वविद्यालय के विदेशी विभाग के प्रशासन ने विदेशी छात्रों के लिए कुछ नई गाइडलाइंस जारी की हैं. इन गाइडलाइंस का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी संभावित विवाद को रोकना है. गाइडलाइंस में मुख्य रूप से यह कहा गया है कि विदेशी छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने से बचें. साथ ही, यदि वे कैंपस छोड़ रहे हैं तो इसकी जानकारी प्रशासन को देना अनिवार्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाइ़लाइंस जारी करने का उद्देश्य क्या है?&nbsp;</strong><br />दो महीने पहले, बांग्लादेश में हुए प्रदर्शनों के बाद एएमयू के कुछ मौजूदा और पूर्व छात्रों ने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी टिप्पणियां की थीं. इन टिप्पणियों के कारण काफी हंगामा हुआ और विश्वविद्यालय की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा. इस घटना को ध्यान में रखते हुए एएमयू प्रशासन ने यह फैसला किया कि विदेशी छात्रों को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय अधिक सतर्क रहना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले पर चर्चा करने और नए दिशा-निर्देशों को समझाने के लिए एएमयू की प्रॉक्टोरियल टीम ने अफगानिस्तान, ईरान और इराक बांग्लादेश के छात्रों के साथ एक बैठक आयोजित की. इस बैठक में अफगानिस्तान के 14, ईरान के 6 और इराक के 6 छात्र शामिल हुए. बैठक का उद्देश्य छात्रों को नए नियमों के महत्व को समझाना और उन्हें उनका पालन करने के लिए प्रेरित करना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिप्टी प्रॉक्टर का बयान</strong><br />डिप्टी प्रॉक्टर व विदेश विभाग के प्रशासनिक अधिकारी प्रो. सैयद अली नवाद जैदी ने मीडिया को बताया कि नई गाइडलाइंस छात्रों को उनकी सुरक्षा और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए जारी की गई हैं. उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार करने की सलाह दी. यदि कोई छात्र इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. प्रो. जैदी ने यह भी कहा कि यदि कोई छात्र कैंपस छोड़कर बाहर जाता है, तो उसे प्रशासन को इसकी जानकारी देनी होगी. यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गाइडलाइंस का एक प्रमुख उद्देश्य विदेशी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. एएमयू प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके लिए प्रशासन ने उनके आने-जाने की जानकारी रखने और उनके सोशल मीडिया गतिविधियों पर ध्यान देने का निर्णय लिया है. वहीं विदेशी छात्रों को यह समझना होगा कि वे एएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का हिस्सा हैं. उनके व्यवहार और गतिविधियां न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि विश्वविद्यालय की छवि पर भी असर डालती हैं. इसलिए, छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी करने से बचें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएमयू का इतिहास गौरवशाली&nbsp;<br /></strong>वहीं एएमयू का इतिहास गौरवशाली रहा है, और यह संस्थान हमेशा से ही विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों को जोड़ने का प्रतीक रहा है. ऐसे में, किसी भी विवाद या नकारात्मक घटना से विश्वविद्यालय की छवि पर बुरा असर पड़ सकता है. प्रशासन का यह कदम न केवल छात्रों की सुरक्षा के लिए है, बल्कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-orders-to-release-fees-and-scholarship-to-33-thousand-sc-students-2868618″>UP में विद्यार्थियों को जल्द मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने दिए निर्देश, खातों में आएगा पैसा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aligarh Muslim University:</strong> अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) भारत का एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है, जहां हर साल विभिन्न देशों के छात्र उच्च शिक्षा के लिए आते हैं. विशेष रूप से ईरान, इराक और अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे देशों से बड़ी संख्या में छात्र यहां अध्ययन करने आते हैं. यह विश्वविद्यालय न केवल अपने शिक्षण मानकों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों को एक साथ लाने के लिए भी जाना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में, विश्वविद्यालय के विदेशी विभाग के प्रशासन ने विदेशी छात्रों के लिए कुछ नई गाइडलाइंस जारी की हैं. इन गाइडलाइंस का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी संभावित विवाद को रोकना है. गाइडलाइंस में मुख्य रूप से यह कहा गया है कि विदेशी छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने से बचें. साथ ही, यदि वे कैंपस छोड़ रहे हैं तो इसकी जानकारी प्रशासन को देना अनिवार्य होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गाइ़लाइंस जारी करने का उद्देश्य क्या है?&nbsp;</strong><br />दो महीने पहले, बांग्लादेश में हुए प्रदर्शनों के बाद एएमयू के कुछ मौजूदा और पूर्व छात्रों ने सोशल मीडिया पर भारत विरोधी टिप्पणियां की थीं. इन टिप्पणियों के कारण काफी हंगामा हुआ और विश्वविद्यालय की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा. इस घटना को ध्यान में रखते हुए एएमयू प्रशासन ने यह फैसला किया कि विदेशी छात्रों को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय अधिक सतर्क रहना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले पर चर्चा करने और नए दिशा-निर्देशों को समझाने के लिए एएमयू की प्रॉक्टोरियल टीम ने अफगानिस्तान, ईरान और इराक बांग्लादेश के छात्रों के साथ एक बैठक आयोजित की. इस बैठक में अफगानिस्तान के 14, ईरान के 6 और इराक के 6 छात्र शामिल हुए. बैठक का उद्देश्य छात्रों को नए नियमों के महत्व को समझाना और उन्हें उनका पालन करने के लिए प्रेरित करना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिप्टी प्रॉक्टर का बयान</strong><br />डिप्टी प्रॉक्टर व विदेश विभाग के प्रशासनिक अधिकारी प्रो. सैयद अली नवाद जैदी ने मीडिया को बताया कि नई गाइडलाइंस छात्रों को उनकी सुरक्षा और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए जारी की गई हैं. उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार करने की सलाह दी. यदि कोई छात्र इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. प्रो. जैदी ने यह भी कहा कि यदि कोई छात्र कैंपस छोड़कर बाहर जाता है, तो उसे प्रशासन को इसकी जानकारी देनी होगी. यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गाइडलाइंस का एक प्रमुख उद्देश्य विदेशी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. एएमयू प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके लिए प्रशासन ने उनके आने-जाने की जानकारी रखने और उनके सोशल मीडिया गतिविधियों पर ध्यान देने का निर्णय लिया है. वहीं विदेशी छात्रों को यह समझना होगा कि वे एएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का हिस्सा हैं. उनके व्यवहार और गतिविधियां न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि विश्वविद्यालय की छवि पर भी असर डालती हैं. इसलिए, छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी संवेदनशील मुद्दे पर टिप्पणी करने से बचें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएमयू का इतिहास गौरवशाली&nbsp;<br /></strong>वहीं एएमयू का इतिहास गौरवशाली रहा है, और यह संस्थान हमेशा से ही विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों को जोड़ने का प्रतीक रहा है. ऐसे में, किसी भी विवाद या नकारात्मक घटना से विश्वविद्यालय की छवि पर बुरा असर पड़ सकता है. प्रशासन का यह कदम न केवल छात्रों की सुरक्षा के लिए है, बल्कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है.</p>
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