बठिंडा में एक वकील पर जानलेवा हमला किया गया। श्री अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एनएफएल गेट नंबर एक के पास वकील यश करवासरा को अज्ञात बदमाशों ने गोलियां मार दीं। घटना उस समय हुई जब वह मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। घायल वकील के अनुसार, सफेद रंग की कार में सवार कुछ युवकों ने उन पर हमला किया। हमलावरों ने पिस्तौल से एक के बाद एक फायर किए, जिसमें वकील यश को दो गोलियां लगीं। वकील ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। फिलहाल उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच के लिए विभिन्न टीमों और सीआईए स्टाफ को लगाया गया है। पुलिस हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। फिलहाल हमले के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बठिंडा में एक वकील पर जानलेवा हमला किया गया। श्री अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एनएफएल गेट नंबर एक के पास वकील यश करवासरा को अज्ञात बदमाशों ने गोलियां मार दीं। घटना उस समय हुई जब वह मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। घायल वकील के अनुसार, सफेद रंग की कार में सवार कुछ युवकों ने उन पर हमला किया। हमलावरों ने पिस्तौल से एक के बाद एक फायर किए, जिसमें वकील यश को दो गोलियां लगीं। वकील ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। फिलहाल उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच के लिए विभिन्न टीमों और सीआईए स्टाफ को लगाया गया है। पुलिस हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। फिलहाल हमले के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की मौत:रात में सोते समय आया हार्ट अटैक, ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था निर्भय
लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी की मौत:रात में सोते समय आया हार्ट अटैक, ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था निर्भय पंजाब के लुधियाना में जगराओं के पास हथूर गांव में एक कबड्डी खिलाड़ी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सुबह जब उसके परिजन उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसकी जांच की तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय ग्रामीण कबड्डी खेलों में मशहूर हुआ था। पिता की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी निर्भय पर थी। निर्भय के पार्थिव शरीर का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि मृतक के 2 और भाई हैं, जो भी कबड्डी खिलाड़ी हैं। बहादुर रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस में तैनात है और नानक एक स्कूल में डीपी के पद पर कार्यरत है। निर्भय सिंह अभी अविवाहित था। यहां आपको बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवा क्षेत्र के ये तीनों भाई एक साथ खेलते थे। तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। पंजाब के लुधियाना में जगराओं के पास हथूर गांव में कबड्डी खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। सुबह जब घरवाले उसे जगाने आए तो वह बेहोश पड़ा मिला। डॉक्टरों ने जब उसका चेकअप किया तो उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक खिलाड़ी का नाम निर्भय हथूवाला है। 2007 से 2010 तक निर्भय का ग्रांमीण की कबड्डी खेलों में नाम था। पिता की मौत हो जाने के बाद निर्भय पर ही घर की सभी जिम्मेवारियां थी। निर्भय के शव का आज संस्कार करवा दिया जाएगा। बता दे कि मृतक के 2 भाई और है।जो भी कबड्डी खिलाड़ी है। निर्भय जांबाज रेडर नानक और एकम का बड़ा भाई था। एकम पंजाब पुलिस तैनात है और नानक स्कूल में डी.पी के पद पर काम कर रहे है। निर्भय सिंह अभी कुंवारा था। यहां बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवे इलाके के ये तीनों भाई दो जाफी और निर्भय रेडर इकट्ठे खेलते थे। अधिकतर तीनों भाई विरोधी टीमों को हराकर ही लौटते थे। प्राइवेट जाब करता था मृतक
मृतक निर्भय सिंह कबड्डी खिलाड़ी होने के साथ-साथ प्राइवेट जाब करता था। निर्भय ने अभी कोई राष्ट्रीय या प्रदेश स्तर पर कोई पुरस्कार नहीं प्राप्त किया था। निर्भय सिंह के परिवारिक सदस्यों मुताबिक वह बहुत ही मिलनसार था। कबड्डी के प्रति हमेशा युवाओं को प्रेरित करता था।
पंजाब में अकाली दल कोर कमेटी की बैठक आज:कार्यकारी प्रधान भूंदड़ करेंगे अध्यक्षता, सुखबीर बादल पर हमले पर होगी चर्चा
पंजाब में अकाली दल कोर कमेटी की बैठक आज:कार्यकारी प्रधान भूंदड़ करेंगे अध्यक्षता, सुखबीर बादल पर हमले पर होगी चर्चा पंजाब के अमृतसर में सुखबीर सिंह बादल पर हमले की नाकाम कोशिश के बाद शिरोमणि अकाली दल ने आज चंडीगढ़ में कोर कमेटी की बैठक बुलाई है। यह बैठक आज दोपहर करीब साढ़े तीन बजे शुरू होगी। बैठक की अध्यक्षता कोर कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। देखना यह है कि इस बैठक में बागी गुट के नेता भी शामिल होंगे या नहीं। श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से अकाली दल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने के बाद यह पहली बैठक है। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब ने अकाली दल सरकार के दौरान हुई घटनाओं पर चिंता जताते हुए अकाली दल को फटकार लगाई थी। इतना ही नहीं, अगले 6 महीने में नया अकाली दल बनाने और इस दौरान नियमानुसार नए चेहरे चुनने के आदेश दिए थे। सुखबीर बादल पर हमले पर होगी चर्चा गौरतलब है कि सुखबीर बादल को 10 दिनों तक 5 गुरुद्वारों में सेवा करनी है और अभी चौथा दिन ही है। अमृतसर में सेवा करते हुए दूसरे दिन स्वर्ण मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थक नारायण सिंह चौड़ा ने उन पर गोली चलाई थी। दूसरी ओर, 2 दिसंबर की बैठक से पहले अकाली दल के प्रधान पद से सुखबीर बादल का इस्तीफा कुछ दिनों में स्वीकार किया जाना है और इसकी रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब को भेजी जानी है। उम्मीद है कि इस बैठक में अकाली दल इस पर भी फैसला लेगा और इस पर विचार करेगा कि इसे कैसे किया जाए। दागी-बागी पक्षों को एक साथ चलना होगा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने आदेश दिया था कि बैठक के बाद दागी और बागी दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ मिलकर अकाली दल के लिए काम करेंगे। अब देखना होगा कि इस बैठक में बागी गुट के कौन-कौन से नेता पहुंचेंगे। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली- 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी- श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई- बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए- अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया।
जालंधर में 7 बदमाश गिरफ्तार:आरोपियों में एक पुलिस मुलाजिम भी शामिल, ए कैटेगरी गैंगस्टर के लिंक में थे आरोपी
जालंधर में 7 बदमाश गिरफ्तार:आरोपियों में एक पुलिस मुलाजिम भी शामिल, ए कैटेगरी गैंगस्टर के लिंक में थे आरोपी जालंधर देहात पुलिस ने ए कैटेगरी क्रिमिनल गैंग के 7 साथियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक पुलिस मुलाजिम भी शामिल हैं। जो उक्त आरोपियों को क्राइम करने के बाद मदद करता था। आरोपियों से पुलिस ने हथियार, नशा और लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। सभी आरोपी किसी ए कैटेगरी गैंगस्टर के टच में थे। जल्द इसे लेकर जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह खख प्रेसवार्ता कर जानकारी साझा करेंगे। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किया गया पुलिस मुलाजिम नकोदर की ओर का बताया गया है। जो सभी गैंगस्टरों को लॉजिस्टिक स्पोर्ट देता था। जांच में पुलिस मुलाजिम के शामिल होने की जानकारी पाई गई तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया।