अमृतसर। गवर्नमेंट आईटीआई रणजीत एवेन्यू में आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा फहराया गया। बतौर मुख्य अतिथि एडिश्नल कमिश्नर सुरिंदर सिंह व प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अशोक उप्पल शामिल हुए। गुरशरण सिंह वेल्डर इंस्ट्रक्टर ने 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं के अधिकार और सशक्तिकरण पर चर्चा की। प्लेसमेंट ऑफिसर गुरमीत सिंह ने 25 जनवरी को मतदाता दिवस को लेकर लोकतंत्र के महत्ता को समझाया। इस मौके पर प्रिंसिपल कैप्टन संजीव शर्मा मौजूद रहे। अमृतसर। गवर्नमेंट आईटीआई रणजीत एवेन्यू में आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में तिरंगा फहराया गया। बतौर मुख्य अतिथि एडिश्नल कमिश्नर सुरिंदर सिंह व प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अशोक उप्पल शामिल हुए। गुरशरण सिंह वेल्डर इंस्ट्रक्टर ने 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं के अधिकार और सशक्तिकरण पर चर्चा की। प्लेसमेंट ऑफिसर गुरमीत सिंह ने 25 जनवरी को मतदाता दिवस को लेकर लोकतंत्र के महत्ता को समझाया। इस मौके पर प्रिंसिपल कैप्टन संजीव शर्मा मौजूद रहे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर में मिले युवक के शव की बेकद्री:चार दिनों से पड़ा रहा मोर्चरी में, वीडियोग्राफी में डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम
अबोहर में मिले युवक के शव की बेकद्री:चार दिनों से पड़ा रहा मोर्चरी में, वीडियोग्राफी में डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम अबोहर में करीब चार दिन पहले संदिग्ध हालत में मिले एक युवक के संदिग्ध शव का परिजनों द्वारा आज तक संस्कार नहीं किया गया, क्योंकि परिवार मृतक द्वारा बिजली बोर्ड कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से परेशान होकर आत्महत्या करने के आरोप लगा रहा है। वहीं पुलिस व परिजनों में आपसी तालमेल ना होने से मृतक का शव 4 दिनों तक अस्पताल की मोर्चरी में ही रखा रहा। जिसके शव की बेकद्री होती रही। वहीं आज पुलिस के आश्वासन पर तीन डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के हवाले किया। पैसे भरने पर भी बिजली बोर्ड ने नहीं लगाया मीटर जानकारी के अनुसार जम्मू बस्ती निवासी पवन कुमार पुत्र ओम प्रकाश का शव चार दिन पहले सीडफार्म में एक निजी स्कूल के बाहर संदिग्ध हालत में मिला। जिस पर पुलिस मौत का कारण गर्मी लगना मान रही थी। वहीं परिजनों का अरोप है कि उनके बेटे ने चक्की लगाने के लिए बिजली बोर्ड में 33 हजार रुपए भरे, उसके बाद भी मीटर नहीं लगाया गया। जिससे वो तनाव में रहता था और उसने आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बिजली बोर्ड के जेई व एक कर्मचारी पर मामला दर्ज करने की मांग का लेकर थाने के बाहर धरना भी दिया। खरड़ लैब में भेजा जाएगा मृतक का विसरा वहीं आज मृतक के परिजनों व पार्षद प्रेम कुमार की मांग पर अबोहर के डीएसपी और सिटी वन के थाना प्रभारी ने मृतक के शव के पोस्टमार्टम के लिए तीन डाक्टरों का पैनल बनाया। जिसमें डा. धर्मवीर अरोड़ा, डा. दीक्षि बब्बर व सौरव फुटेला को शामिल करने के साथ ही पोस्टमार्टम के समय वीडियोग्राफी भी करवाई गई, ताकि मृतक युवक की मौत के सही कारणों का पता चल सके। इधर डाक्टरों के पैनल ने बताया कि मृतक के विसरे को जांच के लिए खरड़ लैब में भेजा जाएगा और उसकी रिपोर्ट आने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा, जिसके आधार पर ही पलिस आगे की कार्रवाई करेगी। परिजनों की मांग पर डॉक्टरों के पैनल से कराया पोस्टमार्टम थाना प्रभारी मनिंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों की मांग के अनुसार डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम करवाया गया है, ताकि सच्चाई का पता लग सके। फिलहाल 194 की कार्रवाई की शव परिजनों के हवाले किया जाएगा और अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या करने की बात सामने आई, तो उसी हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जालंधर वेस्ट से विधायक मोहिंदर आज बनेंगे मंत्री:CM मान ने उप-चुनाव में किया था वादा, MLA बलकार की कैबिनेट से छुट्टी तय
जालंधर वेस्ट से विधायक मोहिंदर आज बनेंगे मंत्री:CM मान ने उप-चुनाव में किया था वादा, MLA बलकार की कैबिनेट से छुट्टी तय पंजाब के जालंधर वेस्ट हलके से उप चुनाव में इलैक्शन जीतने वाले AAP विधायक मोहिंदर भगत को आज मंत्री बनाया जाएगा। उन्हें स्पोर्ट्स मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। वहीं, जालंधर के करतारपुर से आप विधायक बलकार सिंह ने कल ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जालंधर शहर के बीचो-बीच के एरिया एमएलए को AAP ने मौका दिया है। सूत्रों के अनुसार भगत को कल कॉल आ गया था। भगत का ज्यादातर एरिया ऐसा है, जहां पर स्पोर्ट्स इंडस्ट्री से जुड़े पंजाब के सबसे बड़े कारोबारी बैठे हैं। ऐसे में आशंका है कि उन्हें स्पोर्ट्स मंत्री बनाया जाएगा। इससे पहले स्पोर्ट्स मंत्री मीन हेयर थे, जिन्होंने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। भगत को मंत्री बनाने के लिए CM मान ने किया था वादा जालंधर उप चुनाव के वक्त CM भगवंत मान ने भी वादा किया था कि जालंधर वेस्ट वाले मोहिंदर भगत को एक सीढ़ी चढ़ा दें, दूसरी सीढ़ी वह खुद चढ़ा देंगे। यहां सीएम मान के कहने का मकसद मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने से जोड़ा गया। जालंधर अर्बन से AAP सरकार में फिलहाल कोई मंत्री नहीं है। हालांकि जालंधर जिले की करतारपुर सीट से विधायक बलकार सिंह जरूर सरकार में मंत्री हैं। पिता चुन्नी लाल भगत भी मंत्री रह चुके मोहिंदर भगत के पिता चुन्नी लाल भगत भी मंत्री रह चुके हैं। वह अकाली-भाजपा की गठबंधन सरकार में भाजपा के कोटे से मंत्री बने थे। हालांकि अब वह एक्टिव पॉलिटिशियन नहीं है। मोहिंदर भगत ने लोकसभा चुनाव के वक्त AAP जॉइन की थी। इसके बाद उन्हें उप चुनाव में जालंधर वेस्ट से टिकट दिया गया। पूर्व मंत्री भगत ने कहा था कि अब उनका भाजपा या किसी दूसरी पार्टी से संबंध नहीं है। वह राजनीति छोड़ चुके हैं। एकतरफा जीत की यही बड़ी वजह भी जालंधर वेस्ट सीट पर AAP को एकतरफा जीत मिली। उप चुनाव की मतगणना में AAP के मोहिंदर भगत यहां से 37,325 वोटों से जीते। उन्हें 55,246 वोट मिले। इसके उलट उनके खिलाफ चुनाव लड़े भाजपा, कांग्रेस, अकाली दल और निर्दलीय समेत 15 उम्मीदवारों के वोट जोड़ दें तो भी उन्हें कुल 39,363 वोट मिले थे। ऐसे बनी थी उप चुनाव की स्थिति जालंधर वेस्ट सीट पर उप चुनाव की स्थिति उस समय बनी थी, जब AAP के ही विधायक शीतल अंगुराल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि तब उनका इस्तीफा विधानसभा स्पीकर की तरफ से मंजूर नहीं किया गया था। इसके बाद जैसे ही लोकसभा चुनाव संपन्न हुए तो विधानसभा स्पीकर से मिले थे। साथ ही उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की मांग की थी। उनका कहना था कि वह नहीं चाहते है कि दोबारा चुनाव की प्रक्रिया हो। हालांकि इसके बाद स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। साथ ही निर्वाचन आयोग की तरफ से इस सीट पर चुनाव की घोषणा कर दी गई थी।
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शंभू बॉर्डर मामले में हाई पॉवर कमेटी की मीटिंग:पंजाब-हरियाणा के अधिकारियों से बैठक कर बनाई स्ट्रेटजी, अब किसानों से होगी मुलाकात 6 महीने से किसान आंदोलन के चलते बंद पड़े शंभू बॉर्डर को खोलने के लिए सुप्रीम कोर्ट (SC) द्वारा गठित पावर कमेटी की आज (बुधवार) को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा भवन में पहली मीटिंग हुई। इसमें पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। यह मीटिंग रिटायर जस्टिस नवाब सिंह की अध्यक्षता में हुई। करीब दो घंटे तक चली मीटिंग में प्रत्येक मुद्दे पर मंथन हुआ। वहीं, आने वाले दिनों में कमेटी संघर्ष पर चल रहे किसानों से मीटिंग करेगी। हालांकि मीटिंग के बाद न तो पंजाब और न ही हरियाणा के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत की। वह सीधे अपनी गाड़ियों से आगे निकल गए। ऐसे गठित की थी हाई पॉवर कमेटी 9 दिन पहले शंभू बॉर्डर मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान हाई पॉवर कमेटी गठित की थी। साथ ही कहा था कि हम मुद्दे तय नहीं कर रहे हैं। यह अधिकार कमेटी को दे रहे हैं। इस कमेटी में पंजाब और हरियाणा के अधिकारी भी शामिल हैं। हाई पॉवर कमेटी को आंदोलनकारी किसानों के बीच पहुंचकर अपने ट्रैक्टर हटाने का अनुरोध करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी नसीहत दी कि इस मामले का राजनीतिकरण न किया जाए। मुद्दे बहुत संवेदनशील होते हैं, इसलिए संतुलित रुख अपनाना चाहिए। ऐसे गठित की थी हाई पावर जैसे ही यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था, उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों को कहा था कि किसानों से मीटिंग कर रास्ता खोलने की योजना बनाए। दो बार पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने पटियाला में किसानों से मीटिंग की थी। लेकिन मीटिंगों में कोई भी नतीजा नहीं निकला था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब और हरियाणा से कमेटी गठित गठित करने के लिए कुछ माहिर लोगों के नाम मांगे थे। फिर यह हाई पावर कमेटी बनाई गई थी। वहीं, शीर्ष अदालत ने साफ कहा था कि इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए।