हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल के गांव शाहपुर के पास एक तेज रफ्तार कार ने दो महिलाओं को टक्कर मार दी। हादसे में देवरानी की मौत हो गई। जबकि जेठानी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की शिकायत जेठानी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। घायल जेठानी अस्पताल में उपचाराधीन है। मृतक महिला 3 साल की बेटी और 6 माह के बेटे की मां थी। पितृों की पूजा कर लौट रही थी दोनों इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में महिला माला ने बताया कि वह गांव शाहपुर इसराना की रहने वाली है। उसकी देवरानी अंजू थी। 24 जनवरी की सुबह वह अंजू के साथ खेतों में बने पितृ स्थल से की पूजा कर घर लौट रही थी। दोनों पैदल-पैदल घर जा रहे थी। रास्ते में सुबह करीब 9:35 बजे करीब शाहपुर के पास पहुंची, तो गांव लाखू बुआना की ओर से एक तेज रफ्तार सफेद कार आई। जिसने सीधी टक्कर उसकी देवरानी अंजू को मार दी जिससे वह सड़क पर जा गिरी और खून से लथपथ हालत में अचेत हो गई। हादसे में उसे खुद को भी काफी चोट लगी। हादसे के दौरान अंजू की मौत हो गई। वहीं, आरोपी चालक हादसे के बाद मौके से और तेज गति से फरार हो गया। हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल के गांव शाहपुर के पास एक तेज रफ्तार कार ने दो महिलाओं को टक्कर मार दी। हादसे में देवरानी की मौत हो गई। जबकि जेठानी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की शिकायत जेठानी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। साथ ही पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। घायल जेठानी अस्पताल में उपचाराधीन है। मृतक महिला 3 साल की बेटी और 6 माह के बेटे की मां थी। पितृों की पूजा कर लौट रही थी दोनों इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में महिला माला ने बताया कि वह गांव शाहपुर इसराना की रहने वाली है। उसकी देवरानी अंजू थी। 24 जनवरी की सुबह वह अंजू के साथ खेतों में बने पितृ स्थल से की पूजा कर घर लौट रही थी। दोनों पैदल-पैदल घर जा रहे थी। रास्ते में सुबह करीब 9:35 बजे करीब शाहपुर के पास पहुंची, तो गांव लाखू बुआना की ओर से एक तेज रफ्तार सफेद कार आई। जिसने सीधी टक्कर उसकी देवरानी अंजू को मार दी जिससे वह सड़क पर जा गिरी और खून से लथपथ हालत में अचेत हो गई। हादसे में उसे खुद को भी काफी चोट लगी। हादसे के दौरान अंजू की मौत हो गई। वहीं, आरोपी चालक हादसे के बाद मौके से और तेज गति से फरार हो गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में CM के बयान पर घमासान:सैनी बोले- सुरजेवाला सरकारी डूम, रणदीप का जवाब- एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री दलित समाज को अपमानित कर रहे
हरियाणा में CM के बयान पर घमासान:सैनी बोले- सुरजेवाला सरकारी डूम, रणदीप का जवाब- एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री दलित समाज को अपमानित कर रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शुक्रवार (1 नवंबर) को हरियाणा दिवस और भगवान विश्वकर्मा जयंती मनाई। गोहाना पहुंचे सैनी ने वहां के मशहूर मातूराम हलवाई की दुकान पर जलेबी भी बनाई। इससे पहले गोहाना में ही आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- कांग्रेस का कमाल देखिए, इसके मुखिया ने कह दिया था कि 2 लाख नौकरी देंगे। इनके उम्मीदवार कह रहे थे कि मेरे हिस्से में इतनी नौकरियां आएंगी। इनके नेता जयराम रमेश तो नौकरियों का रिजल्ट रुकवाने इलेक्शन कमीशन ही पहुंच गए। सैनी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा- एक इनके रणदीप सुरजेवाला साहब। कोई छींक भी मारेगा तो वह चंडीगढ़ पहुंच जाएंगे। उसके पास कोई काम नहीं है। सैनी ने सुरजेवाला को सरकारी डूम कहकर चटकारे लिए। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर कांग्रेसी सांसद ने पलटवार किया। रणदीप ने कहा- ‘एक एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री, नायब सैनी, अहंकार में चूर होकर डूम दलित समाज का अपमान कर रहे हैं। उन्हें अपना PA लगाने तक का अधिकार नहीं है। अफसर से लेकर मंत्रियों तक की लिस्ट दिल्ली से आती है। सैनी बौद्धिक दिवालियापन का शिकार होकर गाली गलौज कर रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा- मैंने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री सैनी से सीधा सवाल पूछा था कि किसान, मंडी मजदूर, राइस मिल मालिक की दुर्गति क्यों हो रही है? NHM को लेकर लिया गया फैसला अगले दिन ही वापस ले लिया गया। वह मुझे डूम कहें या किसी और दलित समाज के नाम से पुकारें लेकिन मैं मेहनतकश समाज से अपना नाम जुड़ने पर फक्र महसूस करता हूं। आपकी गालियां मुझे किसान, मजदूर, आढ़ती, गरीब की आवाज उठाने और सरकार को आइना दिखाने को प्रेरित करती रहेंगी।’ बोले- विकास की पूरी लिस्ट तैयार की
नायब सैनी ने कहा कि मैंने CM की कुर्सी संभालने से पहले युवाओं को नौकरी देने के वादे को पूरा किया। 25 हजार युवाओं को जॉइनिंग लेटर देने के बाद CM पद की शपथ ली है। लोग अस्पतालों में फ्री डायलिसिस के लिए हमसे फोन कराते थे। कुछ ऐसे भी थे, जो हम तक नहीं पहुंच पाते थे। अब सरकार ने सारी जांच फ्री कर दी हैं। हमने अपना संकल्प पूरा किया। पूर्व CM मनोहर लाल ने प्रदेश में मजबूत सिस्टम खड़ा किया है। अब उसी से प्रदेश को आगे बढ़ा रहे हैं। विकास कार्यों की पूरी लिस्ट तैयार की है। समस्याओं का बिना भेदभाव के समाधान करेंगे। सरकार विकसित हरियाणा बनाने का काम करेगी। आज हरियाणा 58 साल का हो गया है। हरियाणा में विकास की गति को हमारी सरकार तेज करेगी। गन्नौर को लेकर CM बोले- हम तो ताली बजाने वाले थे
CM नायब सैनी ने गन्नौर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार रहे देवेंद्र कौशिक और निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान को लेकर भी चटखारा लिया। वे दोनों ही मंच पर थे औए एक-दूसरे के साथ थे। CM ने कहा कि देवेंद्र कौशिक और देवेंद्र कादियान के बीच कुश्ती हो गई थी। दोनों ही पहलवान लड़ गए थे। दोनों में से कोई एक तो जीतेगा, हमें तो ताली बजानी थी। बड़ौली बोले- सरकार कार्यकर्ताओं के बल पर चलेगी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि हरियाणा को नॉन-स्टॉप हरियाणा और स्मार्ट हरियाणा बनाने का श्रेय नायब सिंह सैनी को जाता है। आज भगवान विश्वकर्मा का दिवस है। देश के प्रधानमंत्री ने भी नए भारत का निर्माण किया है। भाजपा सरकार कार्यकर्ताओं के बल पर चलेगी। मान-सम्मान में कोई कमी नहीं रहेगी। जनता ने सरकार से जो उम्मीद रखी है, वह पूरी की जाएगी। गोहाना को जिला बनाने पर बोले सैनी- प्रक्रिया जारी
संबोधन के बाद मीडिया से बातचीत में CM सैनी ने गोहाना को जिला बनाने पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सारी प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही किसी कार्यक्रम के अंदर आएंगे और गोहाना के लोगों की जो भी मांग है, उसे भाजपा सरकार जरूर पूरा करेगी। बता दें कि इसी साल जून में CM सैनी ने गोहाना में संत कबीरदास जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में घोषणा की थी कि जल्द ही गोहाना को हरियाणा का 23वां जिला बनाया जाएगा। इसके लिए कमेटी बना दी गई है।
राव इंद्रजीत का शक्ति प्रदर्शन, 8 MLA मिलने पहुंचे:BJP को बहुमत पर कहा था- हमने अपना काम किया, अब पार्टी को देखना है; CM दावा ठोक चुके
राव इंद्रजीत का शक्ति प्रदर्शन, 8 MLA मिलने पहुंचे:BJP को बहुमत पर कहा था- हमने अपना काम किया, अब पार्टी को देखना है; CM दावा ठोक चुके हरियाणा में तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के बाद अब भाजपा में सीएम पद के लिए दावेदारी की होड़ नजर आ रही है। अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पहले ही जाहिर कर चुके हैं। अब कुछ ऐसे ही तेवर गुरुग्राम से सांसद और अहीरवाल बेल्ट के कद्दावर नेता राव इंद्रजीत सिंह के भी नजर आ रहे हैं। सरकार गठन से पहले राव ने दो दिनों में अहीरवाल बेल्ट के 8 विधायकों से मुलाकात कर हाईकमान को अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया है। हाल ही में उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा- जिस क्षेत्र के लोगों ने तीसरी बार सरकार बनाई, उसका ध्यान रखना चाहिए। लोकसभा चुनाव के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भी राव ने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की थी। बता दें कि इस बार अहीरवाल बेल्ट से भाजपा ने 11 में से 10 सीटें जीती हैं और इसी कारण राव अब काफी एक्टिव हो गए हैं। यहां पहले से ज्यादा मजबूत हुई भाजपा
भाजपा को सत्ता तक पहुंचाने में अहीरवाल बेल्ट का अहम रोल रहा है। 2019 में जहां भाजपा की झोली में यहां की 8 सीटें आई तो इस बार 2 सीटों का इजाफा हुआ है। सीटों के इसी बढ़े ग्राफ का श्रेय राव इंद्रजीत सिंह लेने में लगे हैं। रेवाड़ी और गुरुग्राम जिले में तो पार्टी ने उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों ही जिलों में बादशाहपुर सीट को छोड़कर तमाम सीटों पर राव इंद्रजीत सिंह की पसंद के ही उम्मीदवारों को टिकट दी गई थी। राव ने की थी 8 नामों की पैरवी
राव के लिए अच्छी बात ये है कि उन्होंने जिन 8 उम्मीदवरों के नाम हाईकमान के सामने रखे थे वो सभी जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं। इसके साथ ही महेंद्रगढ़ से कंवर सिंह यादव ने भी राव से मुलाकात कर उन्हें अपना सपोर्ट दे दिया है। इस क्षेत्र से जिस विधायक का राव को सपोर्ट नहीं मिलेगा वो हैं बादशाहपुर सीट से जीते राव नरबीर सिंह। राव नरबीर को उनके धुर विरोधियों में गिना जाता है। चुनाव से पहले CM का दावा ठोक चुके
लोकसभा चुनाव के बाद राव इंद्रजीत सिंह ने समर्थकों को संबोधित करते हुए CM पद पर दावा ठोका था। उन्होंने कहा था कि हमें हरियाणा के इलेक्शन के लिए तैयारी करनी है। जो हमसे रूठ गया, उसे मनाना है। दक्षिणी हरियाणा के जरिए ही सत्तासीन होना है। हमे संगठित होकर मजबूत रहना हैं। हो सकता है कि समय से पहले हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो। मंत्री पद की दौड़ में ये विधायक… बिमला चौधरी और कृष्ण कुमार : अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों में सिर्फ दो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इनमें बावल और पटौदी सीटें शामिल हैं। इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। ऐसे में बावल से डॉ. कृष्ण कुमार और पटौदी से बिमला चौधरी में से किसी एक को नई सरकार के गठन पर राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जा सकती है। राव नरबीर सिंह: बादशाहपुर से राव नरबीर सिंह ने 60705 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। उनकी हाईकमान तक खुद की पकड़ मजबूत है। 2014 में मनोहर लाल खट्टर की सरकार में भी वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इसलिए उनका दोबारा मंत्री बनना तय माना जा रहा है। आरती राव: चूंकी इस क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का अच्छा होल्ड है और कई विधायकों का उनको समर्थन भी है ऐसे में वो अपनी बेटी आरती राव के लिए भी मंत्री पद की मांग रख सकते हैं। अगर राव इस तरह की कोई मांग रखते हैं तो फिर आरती राव का भी मंत्री बनना लगभग तय ही होगा।
अनिल विज के 5 अफसरों पर FIR के आदेश:20 लाख जुर्माना नहीं भरा तो नाराज हुए मंत्री; लोगों को रोकने पर DC को फटकार
अनिल विज के 5 अफसरों पर FIR के आदेश:20 लाख जुर्माना नहीं भरा तो नाराज हुए मंत्री; लोगों को रोकने पर DC को फटकार हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कैथल में नगर परिषद के XEN समेत पांच विभागों के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इन पर आरोप है कि इन अधिकारियों ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा किया गया 20 लाख रुपए का जुर्माना नहीं भरा था। इससे पहले मंत्री विज ने कैथल की डीसी को भी फटकार लगाई। समस्या लेकर आए लोगों को उन तक पहुंचने से रोकने पर वे प्रशासन पर भड़क गए। मंत्री अनिल विज शुक्रवार को कैथल में ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। जींद रोड स्थित आईटीआई सभागार में हो रही मीटिंग में कैथल की डीसी प्रीति सहित सभी विभागों के अध्यक्ष मौजूद थे। यहां कुल 15 शिकायतें मंत्री विज के सामने रखी गईं। मंत्री के सामने उठा ये मामला
कैबिनेट मंत्री अनिल विज के सामने ग्योंग ड्रेन में गंदा पानी डालने का मामला उठा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से नवंबर के पहले सप्ताह में इस मामले में पांच सरकारी विभागों पर कार्रवाई की थी। बोर्ड ने सभी विभागों पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। जिस विभाग की तरफ से ग्योंग ड्रेन में जितना गंदा पानी डाला जा रहा था, उसके हिसाब से ही जुर्माना तय किया गया था। बोर्ड की ओर से संबंधित विभागों को 15 दिनों तक जुर्माने की राशि भरने के आदेश दिए थे। इसमें कहा गया था कि अगर उनके द्वारा जुर्माना नहीं भरा गया तो बोर्ड की तरफ से संबंधित विभाग के अधिकारी पर केस दर्ज करवाया जाएगा। मंत्री विज को बताया गया कि संबंधित अधिकारियों ने जुर्माना अदा नहीं किया। इन विभागों में नगर परिषद के साथ पंचायती राज विभाग, पब्लिक हेल्थ, नागरिक अस्पताल और HSVP के नाम शामिल हैं। पानी के सैंपल फेल मिले थे, जिसके बाद लगा जुर्माना
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने ग्योंग ड्रेन से अलग-अलग जगहों से पानी के 9 सैंपल लिए थे। इन्हें जांच के लिए पंचकूला स्थित लैब में भेजा गया था। इनकी रिपोर्ट आने पर सभी सैंपल फेल पाए गए थे। इसके बाद विभागों पर जुर्माना लगाया गया था। 15 शिकायतों पर की सुनवाई बैठक में कुल 15 शिकायतें एजेंडे में शामिल की गई हैं। इनमें 4 पुरानी व 9 नई शिकायतें थी। मंत्री विज के आगे सबसे ज्यादा 3 शिकायतें पुलिस विभाग से संबंधित रखी गईं। इससे पहले 5 जुलाई को कष्ट निवारण समिति की मीटिंग हुई थी। जिसमें तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने लोगों की समस्याएं सुनी थीं। विज बोले- सबसे मिल कर जाउंगा
मंत्री अनिल विज के आने की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग अपनी शिकायतें लेकर आईटीआई परिसर में पहुंच गए थे। पुलिस ने सभी लोगों को अंदर जाने से रोक दिया। मीटिंग में केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने दिया गया, जिसकी शिकायत लगी हुई थी। इस बीच मंत्री अनिल विज मीटिंग लेने पहुंचे तो लोगों ने उनको बताया कि पुलिस अंदर नहीं आने दे रही है। लोगों की बात सुनने के बाद अनिल विज भड़क गए। लोगों को मीटिंग में न आने को लेकर विज ने डीसी को फटकार लगाई और कहा कि सभी से मिलकर जाऊंगा। मीटिंग में मंत्री विज के आगे पुलिस विभाग की तीन, बिजली निगम की एक, जनस्वास्थ्य विभाग की एक, कृषि विभाग की एक, पंचायती राज विभाग की एक, लीड बैंक मैनेजर की एक व पीडब्ल्यूडी विभाग की एक शिकायत कार्रवाई के लिए रखी गई।