हरियाणा BJP के राजनीतिक गुरु-चेले के रिश्तों में खटास:पहले मुलाकातें बंद हुईं, अब नींव पत्थर से भी एक-दूसरे के नाम गायब

हरियाणा BJP के राजनीतिक गुरु-चेले के रिश्तों में खटास:पहले मुलाकातें बंद हुईं, अब नींव पत्थर से भी एक-दूसरे के नाम गायब

हरियाणा की राजनीति में कभी गुरू-चेला रहे BJP के 2 मंत्रियों के रिश्तों में अब इस कदर खटास आ गई कि उन्होंने एक–दूसरे से दूरी बना ली है। ये दोनों नेता फरीदाबाद से सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और पलवल से विधायक हरियाणा के खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम हैं। आपसी मुलाकात तो दूर, अब उनके नींव पत्थरों से भी एक–दूसरे का नाम गायब हो गया है। भाजपा के भीतर ही चर्चा है कि गौरव गौतम अब गुर्जर को छोड़ उनके विरोधी खेमे से माने जाते मंत्री विपुल गोयल और राजेश नागर के साथ चले गए हैं। फरीदाबाद की सियासत में अब इन दोनों नेताओं के रिश्तों को लेकर खूब चर्चा चल रही है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, गुरु गुर्जर और चेला गौतम के रिश्ते कैसे बिगड़े 1. गुर्जर ने पहला चुनाव जीत गौतम को प्रतिनिधि बनाया
कृष्णपाल गुर्जर और गौरव गौतम के सियासी रिश्तों की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। तब गुर्जर फरीदाबाद से भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे। गुर्जर का यह पहला चुनाव था। मगर, गुर्जर ने कांग्रेस के अवतार भड़ाना को 4.66 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया। यहीं से गौरव गौतम सक्रिय राजनीति में आए। 2014 में गुर्जर ने गौरव को अपने सांसद प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त कर लिया। तब ये कहा जाता था कि गौरव गौतम गुर्जर को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं। 2. विधानसभा चुनाव जीत गौरव सबसे कम उम्र के मंत्री बने
गौरव गौतम ने 2024 में पलवल सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा। तब चर्चा रही कि उन्हें टिकट दिलाने में गुर्जर की ही सिफारिश रही। हालांकि राजनीति में कब क्या बदल जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे ही इनके रिश्तों में भी हुआ। 36 साल के गौरव गौतम को भाजपा ने तीसरी बार की सरकार में खेल राज्य मंत्री बना दिया। वे कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री बन गए। चुनाव जीतने के बाद भी गौतम गुर्जर से मिलने पहुंचे थे। 3. मंत्री बनने के बाद विपुल–नागर के करीब हुए गौतम
इन नेताओं के करीबी सोर्स बताते हैं कि इसके बाद अचानक गौरव गौतम ने गुर्जर से किनारा करने लगे। वह कैबिनेट में ही उनके साथी मंत्रियों विपुल गोयल और राजेश नागर के करीब हो गए। गोयल और नागर के संबंध पहले से ही गुर्जर से अच्छे नहीं थे। विपुल गोयल के करीबी मानते हैं कि 2019 में उनकी टिकट गुर्जर ने ही कटाई थी। वहीं नागर तो चुनाव जीतने के बाद गुर्जर से मिलने तक नहीं गए थे। फरीदाबाद में अब नागर, गोयल और गौतम की तिकड़ी सियासी तौर पर खूब मशहूर है। 2 उदाहरण, जिससे इनके रिश्तों में खटास दिखी 1. नींव पत्थर से 10 साल बाद गुर्जर का नाम गायब
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने 5 जनवरी को फरीदाबाद लोकसभा सीट में आती पलवल विधानसभा के गांव कुलैना में चौपाल का नींव पत्थर रखा। मगर, उसमें से सांसद कृष्णपाल गुर्जर का नाम नहीं रहा। 2014 के बाद यह पहला मौका रहा, जब फरीदाबाद संसदीय सीट के किसी क्षेत्र में भाजपा सरकार के काम के नींव पत्थर से गुर्जर गायब हो गए। फरीदाबाद में जब गुर्जर भाजपा दफ्तर आते हैं तो भी गौतम उसमें शामिल नहीं होते। 2. गुर्जर ने पलवल में नींव पत्थर रखा, गौतम साथ नहीं थे
24 जनवरी को कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल में 17 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कामों का नींव पत्थर रखा। कुछ उद्घाटन भी किए। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक दीपक मंगला समेत कई नेता मौजूद रहे। मगर, इसी सीट से विधायक और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम गायब दिखे। अब दोनों नेताओं के बारे में जानिए ******************* मंत्रियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के 2 मंत्री बने सिंगर:शोले के जय–वीरू बन ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ पर की जुगलबंदी; यहां 3 मंत्रियों की दोस्ती मशहूर हरियाणा के 2 मंत्रियों का सिंगर वाला अंदाज नजर आया है। राजस्व मंत्री विपुल गोयल और खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर शोले फिल्म के जय-वीरू बन गए। हाथ में माइक थामकर वह ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ पर जुगलबंदी करते दिखे। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा की राजनीति में कभी गुरू-चेला रहे BJP के 2 मंत्रियों के रिश्तों में अब इस कदर खटास आ गई कि उन्होंने एक–दूसरे से दूरी बना ली है। ये दोनों नेता फरीदाबाद से सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और पलवल से विधायक हरियाणा के खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम हैं। आपसी मुलाकात तो दूर, अब उनके नींव पत्थरों से भी एक–दूसरे का नाम गायब हो गया है। भाजपा के भीतर ही चर्चा है कि गौरव गौतम अब गुर्जर को छोड़ उनके विरोधी खेमे से माने जाते मंत्री विपुल गोयल और राजेश नागर के साथ चले गए हैं। फरीदाबाद की सियासत में अब इन दोनों नेताओं के रिश्तों को लेकर खूब चर्चा चल रही है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, गुरु गुर्जर और चेला गौतम के रिश्ते कैसे बिगड़े 1. गुर्जर ने पहला चुनाव जीत गौतम को प्रतिनिधि बनाया
कृष्णपाल गुर्जर और गौरव गौतम के सियासी रिश्तों की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। तब गुर्जर फरीदाबाद से भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे। गुर्जर का यह पहला चुनाव था। मगर, गुर्जर ने कांग्रेस के अवतार भड़ाना को 4.66 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया। यहीं से गौरव गौतम सक्रिय राजनीति में आए। 2014 में गुर्जर ने गौरव को अपने सांसद प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त कर लिया। तब ये कहा जाता था कि गौरव गौतम गुर्जर को अपना राजनीतिक गुरू मानते हैं। 2. विधानसभा चुनाव जीत गौरव सबसे कम उम्र के मंत्री बने
गौरव गौतम ने 2024 में पलवल सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा। तब चर्चा रही कि उन्हें टिकट दिलाने में गुर्जर की ही सिफारिश रही। हालांकि राजनीति में कब क्या बदल जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे ही इनके रिश्तों में भी हुआ। 36 साल के गौरव गौतम को भाजपा ने तीसरी बार की सरकार में खेल राज्य मंत्री बना दिया। वे कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री बन गए। चुनाव जीतने के बाद भी गौतम गुर्जर से मिलने पहुंचे थे। 3. मंत्री बनने के बाद विपुल–नागर के करीब हुए गौतम
इन नेताओं के करीबी सोर्स बताते हैं कि इसके बाद अचानक गौरव गौतम ने गुर्जर से किनारा करने लगे। वह कैबिनेट में ही उनके साथी मंत्रियों विपुल गोयल और राजेश नागर के करीब हो गए। गोयल और नागर के संबंध पहले से ही गुर्जर से अच्छे नहीं थे। विपुल गोयल के करीबी मानते हैं कि 2019 में उनकी टिकट गुर्जर ने ही कटाई थी। वहीं नागर तो चुनाव जीतने के बाद गुर्जर से मिलने तक नहीं गए थे। फरीदाबाद में अब नागर, गोयल और गौतम की तिकड़ी सियासी तौर पर खूब मशहूर है। 2 उदाहरण, जिससे इनके रिश्तों में खटास दिखी 1. नींव पत्थर से 10 साल बाद गुर्जर का नाम गायब
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने 5 जनवरी को फरीदाबाद लोकसभा सीट में आती पलवल विधानसभा के गांव कुलैना में चौपाल का नींव पत्थर रखा। मगर, उसमें से सांसद कृष्णपाल गुर्जर का नाम नहीं रहा। 2014 के बाद यह पहला मौका रहा, जब फरीदाबाद संसदीय सीट के किसी क्षेत्र में भाजपा सरकार के काम के नींव पत्थर से गुर्जर गायब हो गए। फरीदाबाद में जब गुर्जर भाजपा दफ्तर आते हैं तो भी गौतम उसमें शामिल नहीं होते। 2. गुर्जर ने पलवल में नींव पत्थर रखा, गौतम साथ नहीं थे
24 जनवरी को कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल में 17 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कामों का नींव पत्थर रखा। कुछ उद्घाटन भी किए। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक दीपक मंगला समेत कई नेता मौजूद रहे। मगर, इसी सीट से विधायक और खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम गायब दिखे। अब दोनों नेताओं के बारे में जानिए ******************* मंत्रियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के 2 मंत्री बने सिंगर:शोले के जय–वीरू बन ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ पर की जुगलबंदी; यहां 3 मंत्रियों की दोस्ती मशहूर हरियाणा के 2 मंत्रियों का सिंगर वाला अंदाज नजर आया है। राजस्व मंत्री विपुल गोयल और खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर शोले फिल्म के जय-वीरू बन गए। हाथ में माइक थामकर वह ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ पर जुगलबंदी करते दिखे। पढ़ें पूरी खबर   हरियाणा | दैनिक भास्कर